शनिवार, 21 नवंबर 2020

गाजियाबादः शादी में 100 लोग होंगे शामिल

अब शादी में शामिल हो सकेंगे केवल 100 लोग, घराती-बाराती दोनों शामिल


अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। नोएडा और दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए दिल्ली और यूपी दोनों ही प्रदेशों की सरकारों ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। पड़ोसी जिले गौतम बुद्ध नगर में जिला प्रशासन ने शादी-विवाह और अन्य समारोहों में अधिकतम 100 लोगों की पाबंदी लगा दी है। इसमें दूल्हा-दुल्हन दोनों ही के परिजन शामिल होंगे।
गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एल.वाई.ने शनिवार को एक आदेश जारी कर कहा है कि अब शादी या अन्य किसी भी कार्यक्रम में 100 से अधिक लोगों के शामिल होने पर रोक लगा दी गई है। डीएम ने अपने आदेश में स्पष्ट चेतावनी दी है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही आदेश में सभी लोगों से मास्क का उपयोग करसने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और बार-बार हाथ धोने की अपील भी की गई है।
आपको बता दें कि स्वास्थ्य विभाग ने उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के प्रयास के तहत दिल्ली से नोएडा आने वाले लोगों की शुक्रवार को तीसरे दिन भी बॉटेनिकल गार्डन और झुण्डपुरा में 179 लोगों की रैपिड एंटीजन किट से जांच की जिसमें 6 लोग कोविड संक्रमित मिले। तीन दिन की जांच में 18 लोग संक्रमित मिल चुके हैं। इससे पहले जिले में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने दिल्ली-नोएडा सीमा के अलावा मेट्रो स्टेशन, बस अड्डों सहित कई अन्य स्थानों पर लोगों की औचिक तरीके से एंटीजन जांच के निर्देश दिए हैं।                                       


वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से रेल योजनाओं की समीक्षा

भारत-नेपाल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की रेल परियोजनाओं की समीक्षा


नई दिल्ली/ काठमांडू। दोनों देश जयनगर और कुर्था के बीच यात्री ट्रेन चलाने के लिए मिलकर कर रहे हैं। भारत और नेपाल ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से दोनों देशों के बीच रेल परियोजनाओं की समीक्षा की। संयुक्त कार्य समूह (जेडब्ल्यूजी) की यह चौथी बैठक थी। अधिकारियों ने बताया कि संयुक्त कार्य समूह ने भारत के जयनगर और नेपाल के कुर्था के बीच 34 किलोमीटर लंबी रेल लिंक के लिए तकनीकी तैयारियों पर चर्चा की। दोनों देश जयनगर और कुर्था के बीच यात्री ट्रेन चलाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। दोनों देश रेल परियोजनाओं के निर्माण में गति देने पर सहमत हुए हैं। भारत की ओर से रेल मंत्रालय के कार्यकारी निदेशक (यातायात परिवहन-एफ) ने इस समीक्षा बैठक में हिस्सा लिया।                                             


भारतीय-अमेरिकी, माला को मिला अहम स्थान

जो बाइडन ने भारतीय-अमेरिकी माला अडिगा को दी अपनी टीम में अहम जगह


वाशिंगटन डीसी। जो बाइडन ने एक और भारतीय अमेरिकी को अपनी टीम में अहम स्थान दिया है। उन्होंने अपनी पत्नी जिल बाइडन के लिए भारतीय-अमेरिकी माला अडिगा को नीति निदेशक नियुक्त किया है। साल 2008 में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के अभियान में भी अडिगा काम कर चुकी हैं।
अडिगा ने जिल के एक वरिष्ठ सलाहकार और बिडेन-कमला हैरिस अभियान के वरिष्ठ नीति सलाहकार के रूप में काम किया है। इससे पहले, अडिगा बाइडन फाउंडेशन में उच्च शिक्षा और सैन्य परिवारों के लिए निदेशक थे।
इससे पहले वह ओबामा प्रशासन के दौरान शैक्षिक और सांस्कृतिक मामलों के ब्यूरो में बतौर सचिव काम कर चुकी हैं। साथ ही उन्होंने वैश्विक महिला से जुड़े कार्यालय के स्टाफ के प्रमुख और राजदूत के वरिष्ठ सलाहकार के रूप में कार्य किया। फिलहाल वह बाइडन प्रशासन में नीति निदेशक के रूप में कार्य करेंगी। अडिगा ने ग्रिनल कॉलेज, यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ और शिकागो लॉ स्कूल से शिक्षा प्राप्त की है। साथ ही प्रशिक्षण से एक वकील भी हैं साथ उन्होंने क्लर्क के रूप में भी काम किया है। वह एक शिकागो लॉ फर्म के लिए भी काम कर चुकी हैं।                             


पाक में मिला 1,300 साल पुराना हिंदू 'मंदिर'

पाकिस्तान के स्वात में मिला 1,300 साल पुराना हिंदू मंदिर


इस्लामाबाद। उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के स्वात जिले के एक पहाड़ में पाकिस्तानी और इतालवी पुरातात्विक विशेषज्ञों ने 1,300 साल पुराने एक हिंदू मंदिर को खोज निकाला है। बारिकोट घुंडई में खुदाई के दौरान इस मंदिर का पता लगा। एक जानकारी के मुताबिक यह मंदिर भगवान विष्णु का है और इसे हिंदू शासनकाल के दौरान यहां बनाया गया था।
खैबर पख्तूनख्वा के पुरातत्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारी फजले खलीक ने बृहस्पतिवार को इसकी घोषणा करते हुए पुष्टि की कि यहां भगवान विष्णु की मूर्ति स्थापित है और कई साल पहले उनकी पूजा की जाती थी। उन्होंने यह भी कहा कि इस मंदिर को 1,300 साल पहले हिंदू शाही काल के दौरान बनाया गया था। खुदाई के दौरान मंदिर स्थल के पास छावनी और पहरे के लिए मीनारें आदि भी मिले हैं। विशेषज्ञों को मंदिर के पास पानी का कुंड भी मिला है। संभवत: यहां पूजा से पहले श्रद्धालु स्नान करते रहे होंगे। इस इलाके में पहली बार हिंदू शाही काल के निशान मिले हैं। खलीक ने कहा कि स्वात जिला एक हजार साल पुराने पुरातात्विक स्थलों का घर है और इलाके में पहली बार हिंदू शाही काल के निशान पाए गए हैं।
हिंदू राजवंश ने किया था शासन
जानकारी के मुताबिक, इस स्थान पर 850 से 1026 ईस्वी में हिंदू शाही या काबुल शाही रही है। यहां एक हिंदू राजवंश था जिसने काबुल घाटी (पूर्वी अफगानिस्तान), गंधार (आधुनिक पाकिस्तान) और वर्तमान उत्तर-पश्चिम भारत में शासन किया था। इटली के पुरातात्विक मिशन के प्रमुख डॉ. लुका ने कहा कि स्वात जिले में खोजी गई गंधार सभ्यता का यह पहला मंदिर था।                                   


किशोर ने अल्पसंख्यक डॉक्टरों की हत्या की

पाकिस्तान में मुस्लिम किशोर ने की अल्पसंख्यक डॉक्टर की हत्या


इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पंजाब में 17 वर्षीय मुस्लिम किशोर ने अल्पसंख्यक अहमदिया समुदाय के एक डॉक्टर की महज इसलिए गोली मारकर हत्या कर दी, क्योंकि उसे डॉक्टर के विचार अपने धर्म के विपरीत लग रहे थे। किशोर ने डॉक्टर के पिता और दो चाचाओं को भी गोली मारकर घायल कर दिया। पुलिस के मुताबिक, घटना लाहौर से 80 किलोमीटर दूर ननकाना साहिब के मुर्ह बलोचन में तब हुई, जब अहमदी परिवार के सदस्य नमाज पढ़ने के बाद अपने घर वापस लौटे थे। इसी दौरान वहां बंदूक लेकर पहुंचे किशोर ने उनके ऊपर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। पुलिस ने कहा, फायरिंग में 31 वर्षीय डॉक्टर ताहिर अहमद की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसके पिता तारिक अहमद और दो चाचा गोली लगने से घायल हो गए। ताहिर ने रूस से एमबीबीएस की डिग्री हासिल की थी और डॉक्टरी की प्रैक्टिस कर रहा था।
पुलिस ने बताया कि 17 वर्षीय हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया है। पड़ोस में ही रहने वाला किशोर अहमदिया समुदाय के खिलाफ कट्टरपंथी विचारों से प्रभावित था। उसने पूछताछ के दौरान हमले के लिए आपसी धार्मिक मतभेद को कारण बताया है। अहमदिया समुदाय के प्रवक्ता सलीम-उद-दीन ने इस हमले की कड़ी निंदा की और आरोप लगाया कि पाकिस्तान में अहमदिया विरोधी अभियान की लहर चल रही है, बता दें कि अहमदिया पंथ के समर्थक खुद को इस्लाम को ही एक हिस्सा मानते हैं। इस पंथ की शुरुआत 19वीं सदी में भारतीय उपमहाद्वीप में ही मिर्जा गुलाम अहमद ने की थी। लेकिन पाकिस्तान की संसद ने 1974 में अहमदिया समुदाय को गैर मुस्लिम घोषित कर दिया था। इसके बाद से ही अहमदिया समुदाय इस मुस्लिम बाहुल्य देश में लगातार इस्लामी चरमपंथियों के हमलों का निशाना बनता रहा है। 
पाकिस्तान में सुरक्षित नहीं अल्पसंख्यक अहमदिया पिछले महीने पेशावर में एक अहमदिया प्रोफेसर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जुलाई में अमेरिकी नागरिक ताहिर नसीम की पेशावर की अदालत में एक किशोर ने हत्या कर दी।पेशावर के ही गुलबहार क्षेत्र में 12 अगस्त को अहमदिया व्यापारी मेराज अहमद की हत्या की गई। 10 सितंबर को पेशावर के फांडू क्षेत्र में एक अहमदिया परिवार के घर पर भीड़ ने हमला बोला, पुलिस ने बचाया, परिवार के ही एक सदस्य को ईशनिंदा के आरोप में जेल भेजा।                              


आरटीआई कानून की उड़ी धज्जियांः राज्स्थान

आरटीआई कानून की उड रही धज्जिया, बीपीएल से ले रहें शुल्क


सूचना के अधिकार कानून में बीपीएल धारक को नि:शुल्क सूचना देने के प्रावधान


हेमन्त साहू


ब्यावर। सूचना के अधिकार कानून की धज्जियां तो नगर परिषद ब्यावर द्वारा रोज उडाई जा रही है। अब तो नगर परिषद ब्यावर ने कानून के विपरित जाकर बी.पी.एल. धारको से सूचना का शुल्क लिया जा रहा है। जबकि सूचना के अधिकार कानून की धारा 7(5) में बीपीएल धारक को नि:शुल्क सूचना देने के प्रावधान किया गया है। कानून में स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि ‘‘गरीबी रेखा के नीचे है। जैसा समुचित सरकार द्वारा अवधारित किया जाए, कोई फीस प्रभारित नहीं की जाएगी’’ बावजूद इसके नगर परिषद ब्यावर के लोक सूचना अधिकारी अपने हठधर्मिता एवं मनमर्जी से कानून का मजाक बना रहे है और बीपीएल धारको से विधि विरूद्ध जाकर शुल्क लिया जा रहा है। जब इस बारे में लोक सूचना अधिकारी से वार्ता की तो वो इस बात को मानने को तैयार ही नहीं है कहते है। बीपीएल को भी शुल्क देना होगा। जबकि बीपीएल को 30 दिवस के भीतर भी नि:शुल्क सूचना उपलब्ध करवाने का विधि में प्रावधान है। आरटीआई कार्यकर्ता नीलेश बुरड ने बीपीएल धारको को साथ की जा रही विधि विरूद्ध एवं जबरन वसूली को लेकर दिनांक 19.11.2020 को राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर परिवाद सं. 11200528974810 दर्ज करवाया है, साथ ही दिनांक 19.11.2020 को जिला कलेक्टर अजमेर को ईमेल के माध्यम से उक्त शिकायत प्रेषित की है और मांग की है कि ऐसे लोक सेवकों के विरूद्ध कडी से कडी विभागीय कार्यवाही की जाये।                                               


अजमेरः बनेगा इन्क्यूवेशन सेंटर और आर्ट गैलरी

अजमेर में बनेगा इन्क्यूवेशन सेंटर और आर्ट गैलरी


अजमेर। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत स्टार्ट अप व्यवसाय को विकसित करने के लिए इन्क्यूवेशन सेंटर और कलाकरों के लिए आर्ट गैलरी की सौगात मिलने जा रही है। सूचना केंद्र में लगभग 4 करोड़ की लागत से जी प्लस टू इन्क्यूवेशन सेंटर एवं आर्ट गैलरी के लिए निविदा आमंत्रित की गई है। यह प्रोजेक्ट आने वाले समय में स्टार्ट अप एवं कलाकारों के लिए संजीवनी के समान होगा। सूचना केंद्र में 6 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में इन्क्यूवेशन सेंटर एवं आर्ट गैलरी का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। ग्राउंड फ्लोर पर प्रदर्शनी दीर्घा के लिए दो बड़े हॉल का निर्माण किया जाना है। प्रथम तल पर आर्ट गैलरी के लिए एक हॉल और व्यवसायिक ऑफिस एवं गेस्ट रूम का प्रावधान रखा गया है। द्वितीय तल पर कॉन्फ्रेंस हॉल, गेस्ट रूम और ऑफिस बनाया जाना है। नये बनने वाले भवन में दो स्ट्रेचर लिफ्ट का भी प्रावधान रखा गया है। जिला कलक्टर एवं अजमेर स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री प्रकाश राजपुरोहित व नगर निगम आयुक्त एवं अजमेर स्मार्ट सिटी के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. खुशाल यादव इस प्रोजेक्ट की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। सूचना केंद्र अजमेर शहर के मध्य में स्थित है एवं समस्त प्रशासनिक भवन इसके नजदीक है। उक्त स्थान पर अजमेर स्मार्ट सिटी द्वारा इन्क्यूवेशन सेंटर एवं आर्ट गैलरी का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। 
स्टार्टअप होंगे लाभांवित 
स्टार्टअप व्यवसाय को विकसित करने में मदद करने वाले संस्थानों को इन्क्यूवेशन सेंटर कहा जाता है। इन्क्यूवेशन सेंटर प्रारंभिक चरण में स्टार्टअप के संजीवनी के समान है। आमतौर पर स्टार्ट अप्स को व्यापारिक एवं तकनीकी सुविधाओं, सलाह, प्रारंभिक विकास इत्यादि सुविधा मिलेंगी। इन्क्यूवेशन सेंटर का उद्देश्य उद्यमशिलता प्रतिभा को विकसित करने और नये विचारों के व्यावसायीकरण को बढ़ावा देना है। 
सूचना केंद्र में बनेगी आर्ट गैलरी 
सूचना केंद्र में आर्ट गैलरी का बनायी जाएगी। आर्ट गैलरी कलाकृतियों को कला प्रेमियों तक पहुंचाने में मददगार साबित होगी। ग्राउंड फ्लोर पर दो बड़े हॉल और प्रथम तल पर एक हॉल एवं व्यवसायिक ऑफिस के साथ गेस्ट रूम बनाया जाना प्रस्तावित है। नये भवन में दो लिफ्ट की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। कलाकार अपनी कलाकृतियों को लाने ले जाने में लिफ्ट का उपयोग कर सकेंगे। जिससे उन्हें किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी।                                      


पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...