शनिवार, 21 नवंबर 2020

दिल्लीः 24 घंटे में 118 मरीजों की मौत हुईंं

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्‍ली में शुक्रवार को गुरुवार के मुकाबले कोरोना वायरस संक्रमण के 938 मामले कम आए। शुक्रवार को कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या दिल्ली में 6,608 दर्ज की गई, जबकि गुरुवार को वह 7546 की गई थी। पिछले 24 घंटे में शुक्रवार को कोरोना पॉजिटिव 118 मरीजों की मौत दिल्ली में हुई है। यह आंकड़ा गुरुवार को दर्ज किए गए आंकड़े से ज्यादा है। गुरुवार को दिल्ली में कोरोना से 24 घंटे में कुल 98 मरीजों की मौत हुई थी।
दिल्ली में सर्वे के लिए घर-घर जाएंगी टीमें
देश की राजधानी दिल्ली में शुक्रवार से कोरोना को लेकर घर-घर सर्वे शुरू हो रहा है। कोरोना को लेकर होने वाला यह अब तक का सबसे बड़ा सर्वे होगा। गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के बीच हुई बैठक में इस सर्वे पर सहमति बनी थी। सर्वे के दौरान 9500 टीमें 13-14 लाख घरों में जाएंगी। हर टीम में 2 से 5 लोग होंगे। यह दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की टीमें होंगी। दिल्ली के 11 ज़िलों में करीब 57 लाख लोगों की सर्वे के दौरन जांच की जाएगी। यानी यह दिल्ली की चौथाई आबादी पर सर्वे होगा। खास बात यह है कि घनी आबादी और कंटेनमेंट जोन में रहने वाले लोगों का भी सर्वे होगा।


गौरतलब रहे कि फिलहाल दिल्ली सरकार एक पॉजिटिव मामला सामने आने पर उसके संपर्क में आने वाले 16 लोगों की फोन पर कांटेक्ट ट्रेसिंग कर रही है। लेकिन इस सर्वे टीम को कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का काम फेस टु फेस करना है। जिन घनी आबादी वाले इलाकों में संक्रमण और कांटेक्ट की संख्या ज्यादा है, वहां पर रैपिड एंटीजन टेस्ट करवाना इस सर्वे टीम की जिम्मेदारी होगी।
शव जलाने के लिए करना पड़ रहा घंटों इंतजार
निगमबोध घाट पर शवों को जलाने के लिए 3 से 4 घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। गुरुवार को एक शख्स ने बताया कि वह 10 बजे निगमबोध घाट पर पहुंचे थे, लेकिन यहां आने पर पता चला कि पहले से 5 एंबुलेंस यहां पर मौजूद हैं। शख्स ने बताया कि उन्हें दोपहर 3 बजे का वेटिंग नंबर दिया गया। निगमबोध घाट पर बढ़ती शवों की संख्या पर मेयर जय प्रकाश ने कहा कि घाट पर शवों को जलाने के लिए 104 प्लेटफॉर्म हैं। इनमें से 50 को कोविड के लिए रिजर्व में रखा गया है। उन्होंने बताया कि कोविड के लिए यहां पर सीएनजी के प्लेटफॉर्म हैं। कोरोना से होने वाली मौत के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए 16 वुडेन प्लेटफॉर्म भी लिए गए हैं।                                       

कोरोना की वैक्सीन को लेकर 2 खुशखबरी

नई दिल्‍ली। वैसे तो पिछले 7-8 महीने से कोई भी अच्छी खबर सुनने को नहीं मिली है। हर तरफ बस कोरोना के कहर की बात हो रही है, लेकिन कोरोना के इस काल में दो बड़ी खुशखबरी आई है। पहली तो दो वैक्सीन बहुत जल्द मिलने वाली हैं और दूसरी भारत में बनने वाली वैक्सीन महज 20 रुपये में लोगों की मिल सकती है। सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला का वैक्सीन को लेकर बड़ा बयान सामने आया है। अदार पूनावाला के मुताबिक, दो यूनिटों की क्षमता 50 से 60 लाख डोज हर महीने तैयार करने की है 2 और यूनिट वैक्सीन तैयार करने के लिए जल्द ही काम शुरू करने वाला है। जून जुलाई तक 30 से 40 करोड़ डोज तैयार हो जाएंगे।             


पति सहित 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा

बस्ती। उत्तर प्रदेश में बस्ती जिले के पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के पठान टोला मे दहेज उत्पीड़न मामले मे पत्नी ने पति सहित चार व्यक्तियो के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस सूत्रो ने शनिवार को यहां कहा कि पठान टोला निवासी शालिनी यादव ने शशिपाल यादव, जोखू प्रसाद यादव, शांन्ति देवी, अमर पाल के विरूद्ध धारा 498 ए, 323, 506, दहेज उत्पीड़न एक्ट के मामले मे मुकदमा दर्ज कराया है।               


सेना ने कसा शिकंजा, 2 आतंकी गिरफ्तार किए

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए शनिवार को कश्मीर के पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गुप्त सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है जिनकी पहचान वागड़ त्राल निवासी बिलाल अहमद चोपन और चटलाम पंपोर निवासी मुर्सलीन बशीर के रूप में हुई है।


उन्होंने बताया कि जांच में पाया गया है कि दोनों आतंकवादी पुलवामा के पंपोर और त्राल इलाके में आतंकवादियों को हथियार और गोला बारूद के लिए परिवहन तथा आश्रय मुहैया करा रहे थे। उन्होंने बताया कि ये दोनों आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों को संवेदनशील जानकारी देने के मामले में भी लिप्त पाए गए हैं और उनके पास से कुछ सामग्री भी जब्त की गई है।

प्रवक्ता ने कहा कि दोनों आतंकवादियों के खिलाफ त्राल और पम्पोर पुलिस थाने में कानून की अलग-अलग धाराओं के तहत प्राथमिकी नंबर 96/2020 और 90/2020 दर्ज करा दी गई है तथा आगे की जांच की जा रही है। इससे पहले गुरुवार को जम्मू शहर के नागरोटा इलाके में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गये थे तथा इस दौरान जम्मू कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह के दो जवान घायल भी हो गये।                                


पहली बार गुलदारों की गिनती कराएगी सरकार












 



रिपोर्ट- प्रवेश राणा




देहरादून। उत्तराखंड में जहां पहाड़ जैसी समस्याएं मुंहबाए खड़ी हैं वहीं गुलदारों के आतंक ने ग्रामीणों की दिनचर्या को बुरी तरह प्रभावित किया है कब कहां गुलदार आ धमकें कहा नहीं जा सकता आए दिन इनके हमलों की घटनाएं सुर्खियां बन रही हैं स्थिति ये है कि गुलदार अब घरों की चैखट तक धमकने लगे हैं। ऐसे में राज्यवासी खौफ के साये में जीने को विवश हैं आंकड़े भी इसकी गवाही दे रहे हैं। वन्यजीवों के हमले की घटनाओं में 80 फीसद से ज्यादा गुलदारों की हैं गुलदारों के लगातार हमलों को देखते हुए स्थानीय ग्रामीण ये मानकर चल रहे हैं कि इनकी संख्या में भारी इजाफा हुआ है हालांकि इसका आकलन करने के लिए कोई अधिकृत आंकड़ा विभाग के पास नहीं है।

 राज्य स्तर पर आखिरी बार वर्ष 2008 में गुलदारों की गणना हुई थी तब इनकी संख्या 2335 थी। इसके बाद वर्ष 2014 व 2018 में टाइगर लैंडस्केप कार्बेट व राजाजी टाइगर रिजर्व समेत 12 वन प्रभाग में भारतीय वन्यजीव संस्थान ने बाघ गणना के दौरान वहां आकलन जरूर किए लेकिन वन विभाग की ओर से राज्य स्तर पर गणना नहीं कराई गई गुलदारों की वास्तविक संख्या और सर्वाधिक घनत्व वाले क्षेत्रों का पता न चलने के कारण गुलदार मानव संघर्ष थामने को ठोस पहल नहीं हो पा रही। इस सबको देखते हुए वन महकमा 12 साल बाद अब गुलदारों की गणना कराने जा रहा है राज्य के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक जेएस सुहाग ने इसकी पुष्टि की उन्होंने बताया कि गणना के मद्देनजर प्रभाग स्तर पर ग्रिड चिह्नित करने शुरू कर दिए गए हैं इन ग्रिड में दिसंबर से गणना प्रस्तावित है इससे राज्य में गुलदारों की वास्तविक संख्या सामने आ सकेगी।                             







शून्य पर सिमटी बसपा का चुनावी आकलन

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमों मायावती को उत्तर प्रदेश में फिर से सत्ता प्राप्त करनी है। इसके लिए वह हरसंभव प्रयास कर रही हैं। उन्होंने गठबंधन से लेकर एकला चलो की भी रणनीति अपनाई और उनके नतीजों को देखकर संगठन में बदलाव भी किया है। प्रदेश की चार बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। उनका राजनीतिक अनुभव भी पर्याप्त है। अभी कुछ दिन पहले ही प्रदेश में विधानसभा की सात सीटों पर उपचुनाव संपन्न हुए थे। इस उपचुनाव में सभी प्रमुख दलों ने अपने उम्मीदवार उतारे थे। बसपा ने भी अपनी पुरानी रणनीति छोड़कर उपचुनाव में जोर-आजमाइश करनी शुरू कर दी है। उपचुनाव में सात में से 6 सीटों पर भाजपा का कब्जा रहा और एक सीट सपा को मिली। कांग्रेस और बसपा को एक भी सीट नहीं मिल पायी। बसपा सिर्फ एक सीट पर ही दूसरे स्थान पर रही। दलित राजनीति के विश्लेषक अशोक चैधरी के अनुसार बसपा में मतदाताओं के एक तबके का उससे मोहभंग हो रहा है और पुनर्विचार शुरू हो गया है। चौधरी कहते हैं कि अभी ऐसे मतदाता पूरी तरह भले ही कांग्रेस के साथ नहीं गये लेकिन उसे एक विकल्प के रूप में देख रहे हैं। इसीलिए बसपा प्रमुख अपने संगठन को चुस्त-दुरुस्त करने में युद्ध स्तर पर जुटी हैं।                   


बिहार: अगले दो दिनों में ठंड की दस्तक

पटना। देशभर में अब ठंड दस्तक दे चुका है। इसके साथ ही कई राज्यों में मौसम तेजी से बदल रहा है। उत्तर भारत के राज्यों में दिल्ली समेत अन्य राज्यों में तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी है। वहीं विगत 24 घंटे की बात करें तो बिहार की राजधानी पटना में आसमान में बादल छाये रहने की वजह से तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं रिकॉर्ड की गई।              


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...