शनिवार, 21 नवंबर 2020

आशंका के चलते पाक राजनयिक किया तलब

आतंकी हमले की साजिश को लेकर भारत ने पाकिस्तान के राजनयिक को किया तलब


नई दिल्ली/ इस्लामाबाद। भारत ने पाकिस्तान उच्चायोग के प्रभारी को शनिवार को तलब किया और पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के जम्मू कश्मीर में स्थानीय चुनावों से पहले हमलों के प्रयासों को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया। नगरोटा घटना का जिक्र करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटक सामग्री का बड़ा जखीरा बरामद होना इस बात की ओर संकेत करता है। कि केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में शांति और सुरक्षा के माहौल को बिगाड़ने के उद्देश्य से एक बड़े हमल के लिए व्यापक साजिश की गई थी। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा मंत्रालय ने पाकिस्तान उच्चायोग के प्रभारी को तलब किया और हमले की साजिश को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया। इस हमले की साजिश को सतर्क भारतीय सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया था।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने को प्रतिबद्ध और दृढ़ है। बयान में कहा गया है। यह मांग की जाती है। कि पाकिस्तान अपनी सरजमीं से संचालित आतंकवादी संगठनों और आतंकवादियों को समर्थन देने की अपनी नीति को छोड़े और अन्य देशों में हमले करने के लिए आतंकवादी संगठनों द्वारा संचालित आतंकी बुनियादी ढांचे को नष्ट करें। नगरोटा में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में बृहस्पतिवार की सुबह जैश-ए-मोहम्मद के चार संदिग्ध आतंकवादी मारे गये थे। विदेश मंत्रालय ने बताया जम्मू कश्मीर के नगरोटा में 19 नवम्बर को भारतीय सुरक्षा बलों ने एक बड़े आतंकवादी हमले की साजिश को नाकाम किया था। प्रारंभिक रिपोर्टों से ऐसे संकेत है। कि हमलावर पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य थे।                                       


पत्नी को अस्पताल छोड़ा, जंगल में मिला शव

मसूरी में मिला लापता व्यापारी का शव, अस्पताल में पत्नी को दाखिल कराने के बाद था गायब


अतुल त्यागी


हापुड़। मसूरी में अपनी पत्नी को अस्पताल में एडमिट कराने के बाद अचानक गायब हुए व्यापारी राशिद का शव मसूरी के जंगल में मिला है। परिजनों के अनुसार पत्नी को अस्पताल में एडमिट कराने के बाद व्यापारी खुद अपनी गाड़ी से कहीं चला गया था। जब वह काफी देर तक नहीं लौटा तो परिजनों ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सूचना पाने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने राशिद की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। राशिद का शव उसी की कार में मिला था।
परिजनों द्वारा लापता होने की रिपोर्ट के बाद पुलिस की प्रारम्भिक जांच के मुताबिक अस्पताल से निकलने से पहले राशिद के पास एक फोन आया था। जिसके बाद वो अपनी गाड़ी लेकर रवाना हो गया था। फोन ट्रेसिंग के बाद उसकी लोकेशन उसी जंगल के पास मिली थी। लेकिन उसके बाद कुछ पता नहीं चला। पुलिस उसको तलाश ही रही थी कि इस दौरान मसूरी के जंगल में गाड़ी खड़ी होने की सूचना आई। जब पुलिस ने मौके पर पहुंचकर देखा तो गाड़ी में ही लाश पड़ी हुई थी। शरीर पर किसी तरह के चोट के निशान नहीं मिले हैं। लेकिन गला दबाकर हत्या की आशंका जताई जा रही है।                                               


इनकम टैक्स रिफंड मिलने में हो सकती हैं देरी

इन्कम टैक्स रिफ़ंड मिलने में हो सकती है देरी, सॉफ्टवेयर हो रहा है अपग्रेड


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। अगर आपने वर्ष 2020-21 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल कर दिया और अभी तक रिफंड नहीं मिला है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। दरअसल, जिन्होंने इस साल के लिए आइटीआर फाइल किया है। उनमें से अधिकतर को अभी तक इनकम टैक्स रिफंड नहीं मिला है। जब कर करदाताओं ने इसके खिलाफ आवाज उठाई तो आयकर विभाग ने कहा कि आइटीआर की तेजी से प्रोसेसिंग के लिए सॉफ्टवेयर को अपग्रेड किया जा रहा है। इस टेक्निकल अपग्रेड के कारण इनकम टैक्स रिफंड में देरी हो सकती है।
दरअसल जून-जुलाई में ही रिटर्न फाइल करने वाले कर दाताओं को रिफ़ंड न मिलने पर उन्होंने ट्विटर पर आवाज उठाई। इसके बाद इनकम टैक्स विभाग ने ट्वीट के जरिये बताया कि टैक्सपेयर को अच्छी सेवाएं देने और आइटीआर की तेज प्रोसेसिंग के लिए नए टेक्नोलॉजिकल अपग्रेडेड प्लेटफॉर्म ( सीपी सी 2.0) पर जा रहे हैं।
खबर के अनुसार विभाग ने बताया कि असेसमेंट ईयर 2020-21 का इनकम टैक्स रिटर्न सीपीसी 2।0 के जरिए प्रोसेस किया जाएगा। इस वजह से रिफंड में देरी हो रही है। हालांकि इनकम टैक्स विभाग ने नए सीपीसी 2।0 प्लेटफॉर्म पर माइग्रेशन और असेसमेंट ईयर 2020-21 के इनकम टैक्स रिटर्न की प्रक्रिया शुरू होने की कोई टाइमलाइन नहीं बताई है। मौजूदा समय में सभी तरह के इनकम टैक्स रिटर्न बेंगलुरु स्थित सेंट्रलाइज्ड प्रोसेसिंग सेंटर से प्रोसेस किए जाते हैं। सीपीसी 2।0 प्लेटफॉर्म शुरू होने से टैक्सपेयर्स को कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी और आइटीआर की प्रोसेसिंग काफी तेज हो जाएगी।                                                  


गाजियाबादः शादी में 100 लोग होंगे शामिल

अब शादी में शामिल हो सकेंगे केवल 100 लोग, घराती-बाराती दोनों शामिल


अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। नोएडा और दिल्ली समेत पूरे एनसीआर में बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए दिल्ली और यूपी दोनों ही प्रदेशों की सरकारों ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। पड़ोसी जिले गौतम बुद्ध नगर में जिला प्रशासन ने शादी-विवाह और अन्य समारोहों में अधिकतम 100 लोगों की पाबंदी लगा दी है। इसमें दूल्हा-दुल्हन दोनों ही के परिजन शामिल होंगे।
गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एल.वाई.ने शनिवार को एक आदेश जारी कर कहा है कि अब शादी या अन्य किसी भी कार्यक्रम में 100 से अधिक लोगों के शामिल होने पर रोक लगा दी गई है। डीएम ने अपने आदेश में स्पष्ट चेतावनी दी है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही आदेश में सभी लोगों से मास्क का उपयोग करसने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और बार-बार हाथ धोने की अपील भी की गई है।
आपको बता दें कि स्वास्थ्य विभाग ने उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के प्रयास के तहत दिल्ली से नोएडा आने वाले लोगों की शुक्रवार को तीसरे दिन भी बॉटेनिकल गार्डन और झुण्डपुरा में 179 लोगों की रैपिड एंटीजन किट से जांच की जिसमें 6 लोग कोविड संक्रमित मिले। तीन दिन की जांच में 18 लोग संक्रमित मिल चुके हैं। इससे पहले जिले में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने दिल्ली-नोएडा सीमा के अलावा मेट्रो स्टेशन, बस अड्डों सहित कई अन्य स्थानों पर लोगों की औचिक तरीके से एंटीजन जांच के निर्देश दिए हैं।                                       


वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से रेल योजनाओं की समीक्षा

भारत-नेपाल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की रेल परियोजनाओं की समीक्षा


नई दिल्ली/ काठमांडू। दोनों देश जयनगर और कुर्था के बीच यात्री ट्रेन चलाने के लिए मिलकर कर रहे हैं। भारत और नेपाल ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से दोनों देशों के बीच रेल परियोजनाओं की समीक्षा की। संयुक्त कार्य समूह (जेडब्ल्यूजी) की यह चौथी बैठक थी। अधिकारियों ने बताया कि संयुक्त कार्य समूह ने भारत के जयनगर और नेपाल के कुर्था के बीच 34 किलोमीटर लंबी रेल लिंक के लिए तकनीकी तैयारियों पर चर्चा की। दोनों देश जयनगर और कुर्था के बीच यात्री ट्रेन चलाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। दोनों देश रेल परियोजनाओं के निर्माण में गति देने पर सहमत हुए हैं। भारत की ओर से रेल मंत्रालय के कार्यकारी निदेशक (यातायात परिवहन-एफ) ने इस समीक्षा बैठक में हिस्सा लिया।                                             


भारतीय-अमेरिकी, माला को मिला अहम स्थान

जो बाइडन ने भारतीय-अमेरिकी माला अडिगा को दी अपनी टीम में अहम जगह


वाशिंगटन डीसी। जो बाइडन ने एक और भारतीय अमेरिकी को अपनी टीम में अहम स्थान दिया है। उन्होंने अपनी पत्नी जिल बाइडन के लिए भारतीय-अमेरिकी माला अडिगा को नीति निदेशक नियुक्त किया है। साल 2008 में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के अभियान में भी अडिगा काम कर चुकी हैं।
अडिगा ने जिल के एक वरिष्ठ सलाहकार और बिडेन-कमला हैरिस अभियान के वरिष्ठ नीति सलाहकार के रूप में काम किया है। इससे पहले, अडिगा बाइडन फाउंडेशन में उच्च शिक्षा और सैन्य परिवारों के लिए निदेशक थे।
इससे पहले वह ओबामा प्रशासन के दौरान शैक्षिक और सांस्कृतिक मामलों के ब्यूरो में बतौर सचिव काम कर चुकी हैं। साथ ही उन्होंने वैश्विक महिला से जुड़े कार्यालय के स्टाफ के प्रमुख और राजदूत के वरिष्ठ सलाहकार के रूप में कार्य किया। फिलहाल वह बाइडन प्रशासन में नीति निदेशक के रूप में कार्य करेंगी। अडिगा ने ग्रिनल कॉलेज, यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ और शिकागो लॉ स्कूल से शिक्षा प्राप्त की है। साथ ही प्रशिक्षण से एक वकील भी हैं साथ उन्होंने क्लर्क के रूप में भी काम किया है। वह एक शिकागो लॉ फर्म के लिए भी काम कर चुकी हैं।                             


पाक में मिला 1,300 साल पुराना हिंदू 'मंदिर'

पाकिस्तान के स्वात में मिला 1,300 साल पुराना हिंदू मंदिर


इस्लामाबाद। उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के स्वात जिले के एक पहाड़ में पाकिस्तानी और इतालवी पुरातात्विक विशेषज्ञों ने 1,300 साल पुराने एक हिंदू मंदिर को खोज निकाला है। बारिकोट घुंडई में खुदाई के दौरान इस मंदिर का पता लगा। एक जानकारी के मुताबिक यह मंदिर भगवान विष्णु का है और इसे हिंदू शासनकाल के दौरान यहां बनाया गया था।
खैबर पख्तूनख्वा के पुरातत्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारी फजले खलीक ने बृहस्पतिवार को इसकी घोषणा करते हुए पुष्टि की कि यहां भगवान विष्णु की मूर्ति स्थापित है और कई साल पहले उनकी पूजा की जाती थी। उन्होंने यह भी कहा कि इस मंदिर को 1,300 साल पहले हिंदू शाही काल के दौरान बनाया गया था। खुदाई के दौरान मंदिर स्थल के पास छावनी और पहरे के लिए मीनारें आदि भी मिले हैं। विशेषज्ञों को मंदिर के पास पानी का कुंड भी मिला है। संभवत: यहां पूजा से पहले श्रद्धालु स्नान करते रहे होंगे। इस इलाके में पहली बार हिंदू शाही काल के निशान मिले हैं। खलीक ने कहा कि स्वात जिला एक हजार साल पुराने पुरातात्विक स्थलों का घर है और इलाके में पहली बार हिंदू शाही काल के निशान पाए गए हैं।
हिंदू राजवंश ने किया था शासन
जानकारी के मुताबिक, इस स्थान पर 850 से 1026 ईस्वी में हिंदू शाही या काबुल शाही रही है। यहां एक हिंदू राजवंश था जिसने काबुल घाटी (पूर्वी अफगानिस्तान), गंधार (आधुनिक पाकिस्तान) और वर्तमान उत्तर-पश्चिम भारत में शासन किया था। इटली के पुरातात्विक मिशन के प्रमुख डॉ. लुका ने कहा कि स्वात जिले में खोजी गई गंधार सभ्यता का यह पहला मंदिर था।                                   


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...