गुरुवार, 19 नवंबर 2020

मत्स्य-पालन हेतु पट्टे विधायक ने कराएंं निरस्त

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी, प्रवीण कुमार 


हापुड़ः मत्स्य पालन हेतु आवंटित पट्टे को गढ़ विधायक ने कराया निरस्त


हापुड़। जनपद के गढ़मुक्तेश्वर विधानसभा क्षेत्र के सिंभावली ब्लॉक के ग्राम आगापुर सराय के तालाब में मत्स्य विभाग द्वारा मछली पालन हेतु निविदा निकाली थी। जिसके लिए पूरे गांव के लोगों ने उसका विरोध कियाग्रामीणों का कहना है कि इस स्थान पर उनके देवता बने हुए हैं। इस स्थान पर ऐसा करने से धार्मिक व सामाजिक छवि धूमिल हो रही थी। गांव से सूचना प्राप्त होने पर गढ़मुक्तेश्वर विधायक कमल सिंह मलिक ने वहां पहुंचकर तहसीलदार हापुड़, मत्स्य अधिकारी राजीव शर्मा हापुड़ को बुलाकर पट्टे को तुरंत निरस्त कराया। यहा पर पट्टे धारक द्वारा अवैध रूप से बिजली चोरी की जा रही थी। बिजली विभाग के अवर अभियंता (गोहरा उपकेंद्र) को बुलाकर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। विधायक कमल मलिक ने कहा कि योगी सरकार मे किसी भी व्यक्ति को कोई गलत काम नहीं करने दिया जायेगा। विधायक कमल मलिक ने कहा कि मैं अपने क्षेत्र की जनता के साथ खड़ा हूं, उनको कोई परेशानी नहीं होने दूंगा। यदि कोई गलत काम करने पाया जाता है, तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।                               


तेज रफ्तार का कहर जारी, युवक की हुईं मौत

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी, प्रवीण युवक की हुई मौत कुमार 


हापुड़ में सड़क दुर्घटनाओं का सिलसिला लगातार बढ़ता ही जा रहा है, तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार को मारी टक्कर हुई मौत


हापुड़। बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं बाइक पर बैठी महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। बाइक सवार पिलखुवा की तरफ से मेरठ की तरफ बाईपास पर जा रहा था।तभी तेज गति से आ रहे ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी। जिससे बाइक सवार की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल महिला को कराया, पास के निजी अस्पताल में भर्ती मृतक के शव को लिया अपने कब्जे में पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक व्यक्ति की पहचान कराने के लिए पुलिस ने काफी देर तक किया प्रयास नहीं हो पाई। पहचान घायल महिला भी कुछ बताने की स्थिति में नहीं है।वही सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। पुलिस ने कराया ट्रैफिक सुचारू हापुड़ के थाना देहात क्षेत्र के मेरठ बायपास का मामला।                                                                


अफवाहः 11 लोगों की जहरीली शराब से हुई मौत

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी, प्रवीण कुमार 


हापुड़ में 11 लोगों की जहरीली शराब के सेवन से मौत होने की अफवाह होने से पुलिस प्रशासन में मचा हड़कंप


हापुड़। उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड की गंगानगरी ब्रजघाट 48 घण्टो में 11 लोगों की जहरीली शराब के सेवन से मौत होने की की अफवाह होने से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। अफवाह की पुष्टि करने के लिए एडीएम और एएसपी ने ब्रजघाट पुलिस चौकी पहुंचकर मृतकों के परिजनों से बातचीत कर जानकारी कर गहनता से जांच पड़ताल की है, हालांकि पुलिस प्रशासन के अधिकारियों द्वारा की गई पूछताछ में सभी मृतकों की मौत बीमारी अथवा हार्ट अटैक से होना बताया गया है। लेकिन अधिकारी भी बारीकी से जांच पड़ताल कर रहे है। दरसल आपको बता दे कि गंगा नगरी ब्रजघाट में 48 घंटे के दौरान 11 लोगों की संदिग्ध दशा में मौत हो गई।जिससे 11 लोगो की मौत से गंगा नगरी में शोक की लहर दौड़ गई। वहीं आज मौतों के मामले तुल पकड़ लिया ओर लोगों में जहरीली शराब के सेवन से मौत होने की चर्चा तेज हो गई।जहरीली शराब के सेवन से गंगा नगरी में 11 लोगों की माैत होने की अफवाह से जनपद के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। वही आज एडीएम जयनाथ यादव और आबकारी आयुक्त राम मणि नाथ त्रिपाठी, एएसपी सर्वेश मिश्रा, जिला आबकारी अधिकारी महेंद्र पांडेय, सीओ पवन कुमार, गढ़ आबकारी निरीक्षक सीमा कुमारी ब्रजघाट स्थित पुलिस चौकी पर पहुंचे और मृतकों के परिजनों से जानकारी की है। जहां मृतकों के स्वजनों ने पूछताछ में किसी की मौत हरनियां, किसी की हार्ट अटैक, जबकि किसी की लंबी बीमारी से होने की बात कहीं है। पुलिस ने परिजनों के अलावा आस पास के लोगों के ब्यान भी दर्ज किए है। वहीं पुलिस चौकी में जनपद के आला अधिकारियोें को देखकर गंगा नगरी के लोगों में तरह तरह की चर्चाएं शुरू हो गई है। वही आबकारी विभाग की टीम ने जगह जगह से ठेकों से शराब के सेम्पल लेकर जाँच शुरू कर दी है। लेकिन मामला संदिग्ध होने के बाद भी किसी भी मृतक का पोस्टमार्टम नहीं कराया है।                             


देश में कोरोना के 45,576 नए मामले मिलें

देश में कोरोना के 45,576 नए केस आए सामने, 585 लोगों की गई जान 


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। देश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिवाली के बाद देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में उछाल देखने को मिल रहा है। देश में पिछले 24 घंटे के भीतर कोरोना के 45,576 नए केस सामने आए हैं और 585 लोगों की मौत हो गई है। इनमें सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्रा व दिल्ली से सामने आए है। देश में 18 नवंबर तक कुल कोरोना के 12,85,08,389 सैंपल टेस्ट किए गए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के मुताबिक, देश में 18 नवंबर तक कोरोना वायरस के लिए कुल 12,85,08,389 सैंपल टेस्ट किए गए, जिनमें से 10,28,203 सैंपल कल टेस्ट किए गए।                         


दोहरा चरित्र देश की अखंडता के लिए खतरा

कांग्रेस का दोहरा चरित्र देश की अखंडता के लिए खतरा: योगी


हरिओम उपाध्याय


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को कहा कि जम्मू कश्मीर के संबंध में कांग्रेस का दोहरा रवैया देश की एकता और अखंडता के लिये बड़ा खतरा है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कांग्रेस दशकों से राष्ट्रीय अस्मिता के साथ खिलवाड़ करती रही है। कांग्रेस प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से उन तत्वों को उत्साहित करती रही है जो देश के अंदर अलगाववाद और अराजकता को बढ़ावा देते हैं। जम्मू कश्मीर के अंदर कांग्रेस का दोहरा चेहरा देश की जनता के सामने आया है। उन्होंने कहा कांग्रेस ही वह पार्टी है जिसने एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को कभी साकार नहीं होने दिया। कांग्रेस ने धारा 370 को छल से लागू करके जम्मू कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा दिया और इसके जरिये देश के अलग अलग हिस्सों में आतंकवाद को प्रोत्साहित किया।
उन्होंने कहा कि देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की आभारी है जिन्होने पांच अगस्त 2019 को कश्मीर में धारा 370 को और 35 ए के प्रावधान को समाप्त करते हुये एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना का साकार किया। धारा 370 ने केवल अलगाववाद का कारण थी अपितु जम्मू कश्मीर के विकास में भी बाधक थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि धारा 370 को हटाने का उपरांत जम्मू कश्मीर के कुछ नेताओं ने आपसी समझौता किया था जो गुपकार कंनवेंशन कहलता है और इस पर हस्ताक्षर करने वाले लोगों में क्षेत्रीय दलों के साथी कांग्रेस के भी नेता हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व गृहमंत्री और वित्त मंत्री पी चिंदबरम जम्मू कश्मीर में 370 की बहाली की बात बार-बार करते रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नवी आजाद 370 की बहाली की बात करते है।             


भारत में ग्रीन रिकवरी ला सकती है बढ़त

भारत में ग्रीन रिकवरी ला सकती है जीडीपी में स्थायी बढ़त


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भारत अगर कोविड की आर्थिक मार से निबटने और उबरने के प्रयासों में पर्यावरण अनुकूल कदम लेगा तो उसकी जीडीपी स्थायी रूप से बढ़ सकती है। केम्ब्रिज युनिवेर्सिटी से जुड़े तीन संस्थानों ने साझा प्रयास से एक रिपोर्ट जारी कर न सिर्फ़ यह कहा है कि पर्यावरण अनुकूल आर्थिक सुधार कदम एक आम रिकवरी स्टिमम्युल्स से बेहतर होते हैं, बल्कि भारत के केस में तो ग्रीन रिकवरी हमेशा के लिए भारत की जीडीपी को बढ़ा सकती है। और रिपोर्ट के मुताबिक़ भारत में तो यह असर ऐसे होंगे कि 2030 तक कोविड के सभी बुरे असर हमारी अर्थव्यवस्था से हट जायेंगे। कैंब्रिज इकोनोमेट्रिक्स द्वारा बनाई गयी और वी मीन बिज़नेस और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के कॉर्पोरेट लीडर्स ग्रुप द्वारा साझा रूप से प्रकाशित इस रिपोर्ट में कहा गया है कि जहाँ आम रिकवरी स्टिमम्युल्स पैकिज कोविड से पहले की स्थिति पर वापस ले जाने की बात करते हैं,वहीँ ग्रीन रिकवरी हमेशा के लिए सकारात्मक बदलाव का वादा करती है।             


महामारियों के युग से बचना मुश्किलः विशेषज्ञ

वैश्विक रवैये में बदलाव के बिना महामारियों के युग से बचना मुश्किल: विशेषज्ञ 

 

वाशिंगटन डीसी। संक्रामक बीमारियों से लड़ने के लिये वैश्विक रवैये में अगर आमूल-चूल बदलाव नहीं किये गये तो भविष्‍य में महामारियां जल्‍दी-जल्‍दी उभरेंगी। साथ ही वे ज्‍यादा तेजी से फैलेंगी, दुनिया की अर्थव्‍यवस्‍था को और ज्‍यादा नुकसान पहुंचाएंगी और कोविड-19 के मुकाबले ज्‍यादा तादाद में लोगों को मारेंगी। ऐसा दावा है दुनिया के 22 शीर्ष विशेषज्ञों का जिन्होंने आज जैव-विविधता और महामारियों को लेकर एक रिपोर्ट जारी कर यह चेतावनी दी है।

इंटरगवर्नमेंटल साइंस-पॉलिसी प्‍लेटफार्म और बायोडायवर्सिटी एण्‍ड इकोसिस्‍टम सर्विसेज (आईपीबीईएस) द्वारा कुदरत में आ रही खराबियों और महामारियों के बढ़ते खतरों के बीच सम्‍बन्‍धों पर चर्चा के लिये आयोजित एक आपात वर्चुअल वर्कशॉप में विशेषज्ञ इस बात पर सहमत दिखे कि महामारियों के युग से बचा जा सकता है, बशर्ते महामारियों के प्रति अपने रवैये में बुनियादी बदलाव लाकर प्रतिक्रिया के बजाय रोकथाम पर ध्‍यान दिया जाए। बृहस्‍पतिवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक कोविड-19 वर्ष 1918 में फैली ग्रेट इंफ्लूएंजा महामारी के बाद से अब तक आयी कम से कम छठी वैश्विक महामारी है। हालांकि इसकी शुरुआत जानवरों द्वारा लाये गये माइक्रोब्‍स से हुई, मगर अन्‍य सभी महामारियों की तरह यह भी पूरे तरीके से इंसान की नुकसानदेह गतिविधियों की वजह से फैली। ऐसा अनुमान है कि स्‍तनधारियों और पक्षियों की विभिन्‍न प्रजातियों में इस वक्‍त 17 लाख ‘अनखोजे’ वायरस मौजूद हैं। उनमें से लगभग 85 हजार ऐसे हैं जो इंसान को संक्रमित करने की क्षमता रखते हैं।                    

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात...