बुधवार, 18 नवंबर 2020

कोर्ट के फैसले को सीएम योगी ने स्वागत किया

सुप्रीम कोर्ट के फैसले का योगी सरकार ने किया स्वागत, जल्द होंगी बाकी 37 हजार शिक्षक भर्तियां


बृजेश केसरवानी


नई दिल्ली/लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने 69 हजार सहायक शिक्षकों की भर्ती मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत किया है और कहा कि मामले में बाकी 37 हजार से ज्यादा पदों की भर्ती प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।


प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा कि इससे बेसिक शिक्षा परिषद में 69 हजार सहायक अध्यापकों की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। बाकी बचे पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जल्द पूरी की जाएगी। उन्होंने भर्ती प्रक्रिया में शिक्षामित्रों को एक और मौका देने का भी स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय के इस फैसले ने योगी सरकार के हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के फैसले पर भी मुहर लगा दी। मैं सहायक शिक्षक भर्ती में शामिल सभी अभ्यर्थियों को बधाई देता हूं। बता दें कि बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने सहायक शिक्षकों की भर्ती मामले में यूपी शिक्षा मित्र एसोसिएशन द्वारा दायर अपील को खारिज कर दिया। शीर्ष अदालत ने शिक्षा मित्रों को संबंधित परीक्षाओं में भाग लेने का एक अंतिम मौका दिया है। इससे पहले 24 जुलाई को सर्वोच्च न्यायालय ने इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
शीर्ष अदालत ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले को सही ठहराते हुए कहा है कि कट ऑफ 60 से 65 ही रहेगा। इससे उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षकों के रूप में योग्यता प्राप्त करने के लिए लगभग 38 हजार शिक्षा मित्रों को कट-ऑफ अंकों में छूट नहीं मिलेगी। हालांकि, सभी शिक्षा मित्रों को एक मौका और मिलेगा।


शिक्षक भर्ती मामले में पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 19 सितंबर को 31661 पदों को एक हफ्ते के अंदर भरने का निर्देश दिया था। इन पदों पर यूपी सरकार के मौजूदा कट ऑफ 60-65 के आधार पर भर्ती होगी। न्यायालय ने सुनवाई के दौरान यूपी सरकार के हलफनामे को रिकॉर्ड में लिया इसमें कहा गया था कि नए कट ऑफ की वजह से नौकरी से वंचित रह गए शिक्षा मित्र को अगले साल एक और मौका दिया जाएगा।
शिक्षामित्रों ने दी थी ये दलील
छात्रों के एक गुट का कहना था कि सरकार का परीक्षा के बाद कट ऑफ निर्धारित करना गलत है। छह मार्च को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने यूपी सरकार के फैसले को सही मानते हुए भर्ती प्रक्रिया को तीन महीने के अंदर पूरी करने का आदेश दिया था। मगर शिक्षामित्रों ने कट ऑफ मार्क्स को लेकर इसका विरोध किया और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले को शीर्ष अदालत में चुनौती दी थी।


शिक्षामित्रों का कहना है कि लिखित परीक्षा में टोटल 45,357 शिक्षामित्रों ने फॉर्म डाला था, जिसमें से 8,018 शिक्षामित्र 60-65 प्रतिशत के साथ पास हुए लेकिन इसका कोई डाटा नहीं है कि कितने शिक्षामित्र 40-45 के कटऑफ पर पास हुए। इसी वजह से 69 हजार पदों में से 37,339 पद रिजर्व करके सहायक शिक्षक भर्ती की जाए या फिर पूरी भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए।                            


जर्मनी युवती की तलाश में रात भर भागी पुलिस

जर्मनी से भारत आई युवती की तलाश में रातभर दौड़ी पुलिस जानिए साध्वी वेश में मिली युवती ने क्या मांगी मदद


आनंद भट्टाचार्य


आगरा। जर्मनी की एक युवती बरहन के आंवलखेड़ा क्षेत्र में है। वह किसी मुसीबत में है। सोमवार देर रात एसएसपी आवास पर मिली इस सूचना ने पुलिस के होश उड़ा दिए। सूचना सदर के जंगजीत नगर क्षेत्र निवासी एक युवक ने दी थी। पुलिस रातभर विदेशी युवती की तलाश में जुटी रही। मंगलवार की सुबह युवती पुलिस को मिली। वह साध्वी के वेश में थी। पुलिस से बोली कि अब उसका नाम योगिनी उदयनाथ पार्वती है। वह खुश है। उसकी वीजा की अवधि बढ़वा दी जाए।


सोमवार की रात जंगजीत नगर निवासी विनय शर्मा ने एसएसपी कार्यालय पर सूचना दी कि जर्मनी की युवती उनकी व्हाट्स एप फ्रेंड है। उसने बताया कि उसकी सहेली आंवलखेड़ा में है। वह किसी मुसीबत में है।


सूचना देने वाले ने विदेशी युवती का मोबाइल नंबर भी पुलिस को दिया। एसओ बरहन कुलदीप दीक्षित रातभर विदेशी युवती की तलाश में जुटे रहे। मोबाइल नहीं उठा। मंगलवार की सुबह पुलिस ने उसे खोज निकाला। वह विक्रांत एकेडमी की छत पर बने कमरे में मौजूद थी। पुलिस पहुंची तो साध्वीके वेश में मिली। उसने पुलिस को बताया कि उसका नाम मिजारम क्रेटज है। अब उसने अपना नाम योगिनी उदयनाथ पार्वती रख लिया है। वह अकेली नहीं है। जींद, हरियाणा के राजगढ़ ढोबी निवासी बाल योगी कर्णनाथ उसके साथ हैं। वह सात-आठ दिन पहले ही आगरा आए हैं। विदेशी युवती ने पुलिस को अपना वीजा और पासपोर्ट भी दिखाया। उसका वीजा 21 अक्टूबर 2019 से 19 अक्टूबर 2020 तक था।


युवती ने पुलिस को बताया कि वह बाबा कर्ण नाथ से एक वर्ष पहले नेपाल के काठमांडू में मिली थी। वहां बाबा ओमनाथ का स्थान है। बाबा कर्णनाथ से दीक्षा लेने के बाद उन्हीं के साथ रहने लगी। काठमांडू से दोनों बनारस आ गए। वहां से कुछ दिन के लिए हरियाणा आ गए। वापस बनारस लौट गए। लॉकडाउन लग गया। वे बनारस में ही रुक गए। कुछ दिन पहले ही आगरा आए। गांधी नगर में हंसना भैरव मंदिर में तीन दिन रुके। उसकी तबियत खराब हो गई। ड्रिप लगी। दवा खाई। पांच दिन पहले बाबा के साथ उनके शिष्य आंवलखेड़ा निवासी अभय शर्मा के यहां आ गए। उन्होंने उन्हें आंवलखेड़ा स्थित विक्रांत एकेडमी में रुकवा दिया। अब वह काठमांडू जाना चाहती है। एसओ बरहन कुलदीप दीक्षित ने बताया कि विदेशी युवती अपने स्वेच्छा से बाबा के साथ रह रही है। साध्वी बन गई है। उसकी वीजा अवधि बढ़वाने के लिए अधिकारियों को बताया गया है। पुलिस ने युवती से हुई बातचीत को थाने की जनरल डायरी में भी दर्ज किया है।                                      


एलवीबी बैंक पर आरबीआई ने लगाई पाबंदी

इस प्राइवेट बैंक पर RBI ने लगाई पाबंदी नहीं निकाल पाएंगे 25,000 रुपये से ज्यादा की रकम


मोमिन मलिक


नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने निजी क्षेत्र के ऋणदाता लक्ष्मी विलास बैंक (एलवीबी) पर एक महीने के लिए पाबंदियां लगा दी हैं। आरबीआई ने बैंक के निदेशक मंडल को बर्खास्त कर दिया और जमाकर्ताओं के लिए निकासी की सीमा तय की है। आरबीआई के आदेश के मुताबिक बैंक का प्रत्येक जमाकर्ता अधिकतम 25,000 रुपये तक की ही निकासी कर पायेगा। निकासी की सीमा 16 दिसंबर तक लागू रहेगी. बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मंगलवार को सिंगापुर के DBS बैंक की भारतीय सहायक कंपनी के साथ लक्ष्मी विलास बैंक (LVB) को विलय करने का प्रस्ताव दिया है।


केंद्रीय बैंक ने अपनी वेबसाइट पर कहा यह एक ड्राफ्ट विलय का प्रस्ताव है और इसका अंतिम निर्णय RBI द्वारा सदस्यों, जमाकर्ताओं और बैंकों के लेनदारों के इनपुट्स और आपत्तियों के बाद लिया जाएगा। केंद्र सरकार ने बैंकिग नियमन अधिनियम, 1949 की धारा 45 के अंतर्गत लक्ष्मी विलास बैंक पर यह पाबंदियां लगाई हैं. आरबीआई ने कहा कि आज से 30 दिन के लिए बैंक पर पाबंदी लगार्ई गई है. सीमा बचत, चालू तथा अन्य सभी प्रकार के खातों पर लागू होगी।


आरबीआई ने डीबीएस बैंक की भारतीय इकाई के साथ लक्ष्मी विलास बैंक की विलय योजना का खाका भी सार्वजनिक किया है। एक रिपोर्ट के अनुसार डीबीएस बैंक इंडिया एलवीबी में अग्रिम तौैर पर 2,500 करोड़ रुपये की अतिरिक्त पूंजी लगाएगा. लक्ष्मी विलास बैंक लंबे समय से वित्तीय संकट का का सामना कर रहा है।


पिछले साल उसने इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनैंस के साथ विलय की योजना भी बनाई थी लेकिन इसे आरबीआई खारिज कर दिया था. बाद में एलवीबी ने क्लिक्स समूह के साथ बातचीत शुरू की. 30 जून, 2020 तक, डीबीएस बैंक की कुल विनियामक पूंजी 7,109 करोड़ रुपये थी और इसके सकल एनपीए और शुद्ध एनपीए क्रमशः 2.7 प्रतिशत और 0.5 प्रतिशत थे।                                         


धमाके के साथ उड़ी छत, इलाके में फैली दहशत

मेरठ जोरदार विस्फोट से कई घरों की उड़ गई छत इलाके में दहशत


शेरदीन खान


मेरठ। जिले के एक गांव में देर शाम हुए जोरदार विस्फोट से कई घरों की छत उड़ गई। विस्फोट में दो लोगों के मरने और दर्जन लोगों के घायल होने की सूचना है।


विस्फोट से गांव में दहशत फैल गई


मौके पर पुलिस पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। घटना थाना फलावदा क्षेत्र के गांव रसूलपुर की है। जहां देर शाम अचानक विस्फोट होने से चार मकानों की छतें उड़ गई। विस्फोट से गांव में दहशत फैल गई।विस्फोट में कई परिवार मलबे में दब गए।


जानकारी के अनुसार फलावदा क्षेत्र के गांव रसूलपुर में साबिर, एजाज,निसार, सलेक के मकान पास पास ही बने हुए हैं। यहां मंगलवार को निसार के मकान में अचानक भीषण विस्फोट हुआ। जिसके चलते चारों मकानों की छतें उड़ गईं।भीषण विस्फोट में चारों परिवारों के कई लोग मलबे में दब गए। हादसे की जानकारी लगते ही ग्रामीण मौके पर एकत्र हो गए और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर एक परिवार के चार लोगों को मलबे से निकालकर उपचार के लिए भेजा। वहीं पुलिस मलबे में दबे अन्य लोगों को भी निकालने में जुटी है।                                        


मुंबईः 8000 से अधिक अपराधियों की तलाश

लॉकडाउन मे नियमों का उल्लंघन करना पड़ेगा भारी, ८ हजार से अधिक आरोपियों की तलाश जारी


कविता गर्ग


मुंबई। मुंबई मे कोरोना के कोहराम से लोगों को बचाने के लिए मनपा प्रशासन द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों का उल्लंघन करने वाले अब पुलिस की रडार पर आ गए हैं। ८ हजार से अधिक लोगों के उपर मामला दर्ज किया गया है। जिनके उपर जल्द ही भविष्य मे कार्यवाई की जाएगी। इस मामले को लेकर मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल काफी सख्ती दिखा रहे हैं। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए शहर में लगाए गए लॉकडाउन नियमों का पालन कई लोग नहीं कर रहे हैं। पुलिस ने अब तक आईपीसी की धारा १८८ के तहत ५४, ७११ मामले दर्ज किए हैं। मुंबई पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार २५ मार्च से जारी लॉकडाउन अवधि में मुंबई पुलिस द्वारा दर्ज ५४ हजार ७११ मामलों में ८, ५३४ आरोपियों की तलाश हैं। हालांकि इनमें से कई आरोपी मुंबई से बाहर चले गए हैं, जिन्हें खोजना और गिरफ्तार करना पुलिस के लिए चुनौती है लेकिन लॉकडाउन पूरी तरह से खत्म होते ही इनका तलाशी अभियान तेज कर दिया जाएगा। पुलसि ने अब तक २४,५७० आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि २१ हजार से अधिक आरोपियों को नोटिस देकर छोड़ा है।                                


नर्मदा नदी पार कर, महिला व बाल पोषण कार्य

पौष्टिकता के लिए निस्वार्थ सेवा


नंदुरबार। नर्मदा नदी पर सफर करना हर किसी के बस की बात नहीं। नदी की विशालता देखकर इसके ऊपर से गुजरने वालों का दिल दहल जाता है। एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व से 18 किलोमीटर का सफर करती हैं। रेलू महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले के सुदूरवर्ती आदिवासी गांव चिमलखाड़ी में आंगनबाड़ी में कार्यकत्री हैं। उनका काम छह साल से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य और उनके विकास पर नजर रखना है। वह उनके वजन की जांच करती हैं और उन्हें सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली पोषण संबंधी खुराक देती है। मार्च में लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद, नर्मदा के दूसरे छोर के दोनों हिस्सों के आदिवासियों ने आंगनवाड़ी में आना बंद कर दिया। रेलू ने बताया, ‘आमतौर पर, बच्चे और गर्भवती महिलाएं भोजन एकत्र करने के लिए अपने परिवारों के साथ नाव से हमारे केंद्र पर जाती हैं। लेकिन उन्होंने वायरस के डर से आना जाना बंद कर दिया है।’ अपने पति रमेश के विपरीत, रेलू बचपन से तैराकी और रोइंग में माहिर हैं। दो छोटे बच्चों की मां रेलू छह महीने से लगातार नर्मदा नदी पार करके इन आदिवासी गांव तक पहुंच रही हैं। यहां तक की जुलाई में भी उन्होंने यहां जाना बंद नहीं किया जब नर्मदा में बाढ़ आई थी। रेलू सुबह 7.30 बजे आंगनवाड़ी पहुंचती है और दोपहर तक वहां काम करती है। दोपहर के भोजन के एक घंटे बाद, वह अपनी नाव से बस्तियों में जाती है और देर शाम को ही लौटती हैं। ज्यादातर बार वह भोजन की खुराक और बच्चे के वजन वाले उपकरणों के साथ अकेली जाती है। कभी-कभी उसकी रिश्तेदार संगीता, जो एक आंगनबाड़ी में काम करती है, उनके साथ जाती है। नाव से नदी पार करने के बाद रेलू को पहाड़ी इलाके पर चढ़ना पढ़ता है और फिर वह आदिवासियों तक पहुंचती हैं। रेलू ने कहा, ‘हर दिन नाव चलाना आसान नहीं होता है। जब शाम को मैं घर वापस आती हूं तो मेरे हाथों में दर्द होता है। लेकिन इसकी मुझे कोई चिंता नहीं है। यह महत्वपूर्ण है कि बच्चे और गर्भवती महिलाओं तक पौष्टिक भोजन पहुंच सके। जब तक कोविड को लेकर स्थितियां सुधर नहीं जाती, तब तक मैं इन इलाकों तक ऐसे ही पहुंचती रहूंगी।’ आदिवासी रेलू की निस्वार्थ सेवा से अभिभूत हैं। अलीगाट के रहने वाले शिवराम वासेव ने कहा कि रेलू उनके यहां तीन वर्षीय भतीजे गोमता की जांच करने के लिए आती हैं। उन्होंने कहा, ‘रेलू हमें बच्चे की देखभाल करने के लिए मार्गदर्शन करती है और हर बार जब वह यहां आती हैं तो हम लोगों के स्वास्थ्य के बारे में हमसे सवाल करती हैं। हम बच्चे की स्वास्थ्य को लेकर उनके ऊपर निर्भर हैं।’                                       


गैंगस्टर रवि पुजारी को मुंबई लाने की तैयारी

गैंगस्टर रवि पुजारी को मुंबई लाने की तैयारी !


मुंबई । इसी साल दक्षिण अफ्रीका में गिरफ्तार कुख्यात गैंगस्टर रवि पुजारी को जल्द ही मुंबई लाया जाएगा। 10 दिसंबर से पहले उसे बेंगलुरु से मुंबई लाने की अनुमति मिल गई है। पिछले हफ्ते शुक्रवार को मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच की ऐंटी एक्सटॉर्शन सेल के आवेदन को बेंगलुरु कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है। बता दें कि रवि पुजारी को इसी साल अफ्रीका से भारत लाया गया था।


कोर्ट ने क्राइम ब्रांच को 10 दिसंबर से पहले किसी भी वक्त 10 दिनों के लिए रवि पुजारी को मुंबई ले जाने की इजाजत दी है। मुंबई पुलिस 2015 में एमएनएस नेता राजू पाटील की हत्या की साजिश के संबंध में रवि पुजारी से पूछताछ करेगी। पुलिस ने मुंबई कोर्ट में केस के लंबित होने का हवाला देते हुए बेंगलुरु अडिशनल सिटी सिविल और सेशन जज एसआर माणिक्य के समक्ष अर्जी लगाई थी।


केस में छह लोगों के खिलाफ ट्रायल पहले से ही खत्म हो चुका है और स्पेशल कोर्ट दिसंबर में अपना फैसला सुनाएगी। हालांकि रवि पुजारी जो इतने सालों तक गिरफ्त से बाहर था और उसका नाम भी वांटेड आरोपी में शामिल था, इसलिए उसका ट्रायल अलग चलाया जाएगा।


मुंबई में मामले के ट्रायल देख रहे स्पेशल कोर्ट जज ने हाल ही में बेंगलुरु कोर्ट को लेटर जारी करके जेल प्रशासन को पुजारी की कस्टडी मुंबई पुलिस को देने की गुजारिश की थी। पुजारी के वकील ने हालांकि आपत्ति दाखिल की थी और तर्क दिया था कि जिस केस के लिए उसकी कस्टडी मांगी जा रही है उसका जिक्र प्रत्यर्पण आदेश में नहीं था।


रवि पुजारी को मुंबई कब लाया जाएगा, इस बारे में क्राइम ब्रांच के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘दिवाली के तुरंत बाद ही, हम उसे मुंबई लाएंगे।’ मुंबई में पुजारी करीब 49 केस में आरोपी है। इनमें से 26 केस मकोका के कहत दर्ज हैं। 11 केसों में उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी हो चुकी है।


गैंगस्टर रवि पुजारी रंगदारी और हत्या समेत करीब 200 मामलों में वॉन्टेड है। रॉ, आईबी और कर्नाटक पुलिस के अधिकारी उसे दक्षिण अफ्रीका के सेनेगेल से फरवरी में भारत लाए थे। अबू सलेम, छोटा राजन, एजाज लकड़वाला के बाद पुजारी को भारत लाया जाना एक बड़ी सफलता के तौर पर देखा गया था। पुजारी पहले सेनेगल में पकड़ा गया था और फिर जमानत पर रिहा होने के बाद 13 महीने पहले फरार हो गया था।


बिल्डर और सांसद की हत्या की कोशिश का आरोप
रवि पुजारी के खिलाफ बॉलिवुड स्टार्स और कई नामचीन कारोबारियों को उगाही के लिए धमकाने, हत्या सहित करीब 200 केस दर्ज है। इनमें से 90 केस कर्नाटक के हैं जिनमें से 39 बेंगलुरु और 36 मेंगलुरु के हैं। सबसे चर्चित मामला बिल्डर ओमप्रकाश कुकरेजा की हत्या और सांसद मजीद मेमन की हत्या की कोशिश का था। इंटरपोल ने पुजारी और उसकी पत्नी पद्मा दोनों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटस जारी किया था।                            


'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात...