रविवार, 15 नवंबर 2020

मूंग की खेती की विधि, रखरखाव व उत्पादन

भारत में मूंग ग्रीष्म और खरीफ दोनों मौसम में उगाया जाता है। यह कम समय में पकने वाली मुख्य दलहनी फसल है। इसका उपयोग प्रमुख रूप से आहार में किया जाता है। यह प्रोटीन का बहुत अच्छा श्रोत माना जाता है। मूंग में 24 से 26 प्रतिशत प्रोटीन, 55 से 60 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट और 1.3 प्रतिशत वसा पाई जाती है। इसके तने में नाइट्रोजन की गाठें पाई जाती है, जिनके कारण यह मृदा को भी नाइट्रोजन प्रदान करने में सक्षम है। पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान आदि ग्रीष्म मूंग उत्पादन में प्रमुख राज्य हैं। धान, गेहूँ फसलचक्र वाले खेतों में भूमि की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए भी इसकी खेती की जाती है।


जलवायु:- मूंग की फसल हर मौषम में उगाई जाती है। उत्तर भारत में इसे ग्रीष्म काल में उगाया जाता है। वहीं दक्षिण भारत में इसे रविफसल के साथ उगाते हैं। ऐसे क्षेत्र जहाँ 60-70 सेमी वर्षा होती है, इसके लिए उपयुक्त माना जाता है। फली बनते समय और पकते समय वर्षा हो तो दाने सड़ जाते हैं जिससे काफी हानि हो सकती है। उत्तरी भारत में इसे वसंत ऋतु में भी उगाया जाता है। अच्छी पैदावार हेतु अंकुरण के समय 25 डिग्री तथा वृद्धि के समय 20-40 डिग्री तापमान उचित होता है।


भूमि:- इसके लिए दोमट भूमि सबसे अधिक उपयुक्त होता है। इसकी खेती मटियार और बलुई मिट्टी में भी की जाती है। जिनका Ph 7 से 7.5 होना चाहिए। जल निकास की व्यवस्था भी होनी चाहिए।


उन्नत किस्में:- टाइप -44, मूंग एस- 8, पूसा विशाल, पूसा रतन, पूसा 0672, पूसा-9531, मूंग जवाहर 45, पी एस 16 ,पी एस 10, मूंग पूसा बैसाखी, पंत मूंग 1, पंत मूंग 2 आदि।


मूंग की बुआई का समय एवं खेत की तैयारी।


बुआई का समय:- खरीफ मूंग को जून 15 से जुलाई 15 तक बोना उपयुक्त माना जाता है। ग्रीष्कालीन को मार्च 15 से अप्रैल 15 तक बुआई कर देनी चाहिए। देरी से बुआई पर कम फलियों की आशंका बनी रहती है।


खेत की तैयारी:- खरीफ की फसल के लिए एक गहरी जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करना चाहिए और वर्षा प्रारंभ होते हीं 2 से 3 बार देशी हल या कल्टीवेटर से जुताई कर खरपतवार रहित करने के उपरान्त खेत में पाटा चलाकर समतल कर दें। दीमक से बचने हेतु ‘कार्बेंडाजिम‘ का उपयोग करें। मिट्टी से जनित अन्य रोगों के लिए ‘थायरम‘ का भी उपयोग कर सकते हैं।


जैविक बीजोपचार:- बीज शोधन के 2 से 3 दिन बाद बीज को राइजोबियम कल्चर से उपचारित करना चाहिए।


बीज की मात्रा:- सीड ड्रील या देशी हल के पीछे चोंगा बांधकर पंक्तियों में हीं बुआई करें। खरीफ के लिए कतार 45 cm तथा बीज 15 kg प्रति हेक्टेयर और ग्रीष्म के लिए 20-25 kg प्रति हेक्टेयर रखते हैं।


अंतरवर्तीय खेती:- बसंतकालीन गन्ने के साथ अंतरवर्तीय खेती करना अत्यंत लाभदायक रहता है। बसंतकालीन गन्ने को 90 cm की दूरी पर बोते हैं तथा बीच में इसकी बुआई करते हैं। इसमें बीज की मात्रा 8 से 10 kg प्रति हेक्टेयर रखते हैं।


खाद:- मूंग के लिए, नाइट्रोजन, फास्फोरस, जिंक की आवश्यकता होती है। नाइट्रोजन और फॉस्फोरस की पूर्ति के लिए डी ए पी भी दिया जा सकता है।


पैदावार:- यदी पैदावार अच्छी हो तो आप प्रति एकड़ 3-4 कुंतल मूंग प्राप्त कर सकते हैं।
इसकी खेती से औसतन 40-50 हज़ार रूपर प्रति एकड़ की कमाई की जा सकती है।


सरकारी नीति:- मौजूदा सरकार ने स्वामीनाथन कमीशन की एक रिपोर्ट को लागू करते हुए यह घोषणा की है, मूंग तथा कुछ अन्य फसलों के लागत मूल्य से डेढ़ गुणा कीमत पर खरीदेगी।              


दिवाली मनाने के लिए पटाखों की जरूरत नहीं

मुंबई। हाल ही में दिशा पटानी ने यह साबित कर दिया है कि उन्हें दिवाली मनाने के लिए बम-पटाखों की जरूरत नहीं है। उनकी बोल्ड फोटोज ही धमाका करने के लिए काफी हैं। रेड-हॉट बिकिनी में दिखा हॉट अवतारः मौके पर एक्ट्रेस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से रेड-हॉट बिकिनी में अपनी फोटोज शेयर की हैं। फोटोज में एक्ट्रेस समुद्र किनारे अपने खूबसूरत जिस्म की कसावट को बड़ी नजाकत से दिखा रही हैं। एक्ट्रेस का निकनेम हुआ उजागर: दिशा हर बार अपनी बोल्ड फोटोज से इंटरनेट पर खलबली मचा देती हैं। फैंस के साथ-साथ बॉलीवुड सेलिब्रिटीज भी उनकी प्रशंसा में कसीदे पढ़ते नजर आते हैं। एक्ट्रेस की ये फोटोज इंटरनेट पर देखते ही देखते वायरल हो गई है।                                             


विवाद के बाद युवक की गला रेतकर हत्या की

उज्जैन। जयसिंहपुरा क्षेत्र में रविवार दोपहर में एक विवाद के बाद युवक की गला रेत कर हत्या कर दी। घटना क्षेत्र में स्थित देसी शराब की दुकान के परिसर में हुई। हत्या करने के बाद आरोपी मौके से भाग निकला। पुलिस के अनुसार आरोपी और मृतक के बीच किसी बात को लेकर विवाद चला आ रहा था।                                                             


मणिपुर के मुख्यमंत्री पाए गए संक्रमित

इंफाल। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह रविवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये। श्री सिंह ने ट्वीट कर खुद यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा,“मैं कोविड-19 से संक्रमित पाया गया हूं। मैं हाल में अपने संपर्क में आये सभी लोगों से अनुरोध करता हूं कि खुद को आइसोलेट करें तथा कोरोना जांच करायें।” गौरतलब है कि राज्य में अब तक 21,636 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं जिनमें से 18,334 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। कोरोना से अब तक 218 लोगों की मौत हो चुकी है। फिलहाल राज्य में 3,084 सक्रिय मामले हैं जिनका विभिन्न अस्पतालों एवं कोविड केंद्रों में इलाज किया जा रहा है।


भारत पर आतंकवाद फैलाने का आरोप लगाया

नई दिल्ली/ इस्‍लामाबाद जम्‍मू-कश्‍मीर में सेना के जोरदार जवाबी कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्‍तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और सेना के प्रवक्‍ता ने भारत पर बलूचिस्‍तान में आतंकवाद को फैलाने का बड़ा आरोप लगाया है। कुरैशी ने दावा किया कि पीएम मोदी के निर्देशन में भारतीय खुफिया एजेंसी आरएडब्ल्यू के ड्रीम प्रॉजेक्‍ट चाइना-पाकिस्‍तान इकनॉमिक कॉरिडोर को बर्बाद करने के लिए 80 अरब रुपया दिया है और 700 आतंकी तैयार किए हैं। जम्‍मू-कश्‍मीर में सक्रिय आतंकवादियों को पालने वाले पाकिस्‍तान के विदेश मंत्री ने कथित भारतीय आतंकवाद पर डोजियर पेश किया। कुरैशी ने कहा, भारत ने सीपीईसी को बर्बाद करने के लिए 80 अरब रुपये दिए हैं। भारत ने 700 लोगों की मिल‍िश‍िया बनाई है जो बलूचिस्‍तान में सीपीईसी को निशाना बनाते रहेंगे। भारत गिलगित-बाल्टिस्‍तान में चुनाव से पहले वहां पर राष्‍ट्रवाद को हवा देने की कोशिश की। चुनाव के बाद भी भारत का इरादा नेक नहीं है।’                                                     


सीएम भूपेश ने गोरा-गौरी की पूजा-अर्चना की

सीएम भूपेश बघेल ने की गौरा-गौरी की पूजा


रायपुर। हमेशा की तरह इस बार भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज दुर्ग जिले के ग्राम जजंगिरी, कुम्हारी पहुंचकर सबकी मंगलकामना के लिए सांटा का प्रहार झेलने की परंपरा निभाई। हर बार गांव के बुजुर्ग भरोसा ठाकुर यह प्रहार करते थे। उनके निधन के कारण इस साल यह परंपरा उनके बेटे बीरेंद्र ठाकुर ने निभाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुंदर परंपरा सबकी खुशहाली के लिए मनाई जाती है। इस बात का दुख है। कि इस बार भरोसा ठाकुर हमारे बीच नहीं हैं। खुशी इस बात की है। कि उनके सुपुत्र बीरेंद्र, उनका परिवार और जजंगिरी के ग्रामीण इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार दीवाली कोरोना काल में आई है। हमेशा मास्क पहने रहे है। हाथ साबुन से धोएं तथा फिजिकल दूरी का पालन करें।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कुम्हारी में गौरा-गौरी की पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की। प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि के लिए की कामना
रायपुर। हमेशा की तरह इस बार भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज दुर्ग जिले के ग्राम जजंगिरी, कुम्हारी पहुंचकर सबकी मंगलकामना के लिए सांटा का प्रहार झेलने की परंपरा निभाई। हर बार गांव के बुजुर्ग भरोसा ठाकुर यह प्रहार करते थे। उनके निधन के कारण इस साल यह परंपरा उनके बेटे बीरेंद्र ठाकुर ने निभाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुंदर परंपरा सबकी खुशहाली के लिए मनाई जाती है। इस बात का दुख है। कि इस बार भरोसा ठाकुर हमारे बीच नहीं हैं। खुशी इस बात की है। कि उनके सुपुत्र बीरेंद्र उनका परिवार और जजंगिरी के ग्रामीण इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार दीवाली कोरोना काल में आई है। हमेशा मास्क पहने रहे है। हाथ साबुन से धोएं तथा फिजिकल दूरी का पालन करें।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कुम्हारी में गौरा गौरी की पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की।                                       


पतंजली को ₹424.72 करोड़ का मुनाफा

बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद को 424.72 करोड़ रुपये का मुनाफा


नई दिल्ली। हरिद्वार स्थित पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2019-20 में 21.56 फीसद बढ़कर 424.72 करोड़ रुपये रहा। कारोबारी जानकारी देने वाले मंच टॉफलर ने यह जानकारी दी। टॉफलर के मुताबिक कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष 2018-19 में 349.37 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। टॉफलर ने आगे बताया कि 31 मार्च 2020 को समाप्त वित्त वर्ष में पतंजलि आयुर्वेद की परिचालन आय 9,022.71 करोड़ रुपये , जो इससे पिछले वित्त वर्ष के 8,522.68 करोड़ रुपये के मुकाबले 5.86 फीसद अधिक है। वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी की कुल आय 9,087.91 करोड़ रुपये थी। जो इससे पिछले वित्त वर्ष के दौरान 8,541.57 करोड़ रुपये थी। समीक्षाधीन अवधि में पतंजलि आयुर्वेद का कुल व्यय 5.34 फीसद बढ़कर 8,521.44 करोड़ रुपये रहा।
भविष्य की संभावनाओं पर योग गुरु ने ये कहा 
योग गुरु रामदेव द्वारा प्रवर्तित इस संगठन का कर पूर्व लाभ वित्त वर्ष 2019-20 में 25.12 फीसद बढ़कर 566.47 करोड़ रुपये था। आंकड़ों के अनुसार एक साल पहले की समान अवधि में यह 452.72 करोड़ रुपये था। इन परिणामों पर टिप्पणी करते हुए स्वामी रामदेव ने पीटीआई भाषा को बताया बीता वित्त वर्ष हमारे लिए बेहद चुनौतीपूर्ण था। जिसमें हमने रुचि सोया का अधिग्रहण किया। वित्तीय चुनौतियों के बावजूद हमने निर्बाध रूप से काम किया। कंपनी की भविष्य की संभावनाएं पर उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में कंपनी के कारोबार में अभूतपूर्व बढ़ोतरी होगी। उन्होंने कहा हम पिछले वित्त वर्ष की तुलना में चालू वित्त वर्ष में अधिक वृद्धि और कारोबार हासिल करेंगे।
टाटा स्टील ने शुक्रवार को कहा कि सितंबर 2020 तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ करीब 50 फीसद कम होकर 1,665.07 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी ने बीएसई को बताया कि साल भर पहले की इसी तिमाही में उसे 3,302.31 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। कंपनी ने कहा कि आलोच्य तिमाही के दौरान उसकी कुल आय साल भर पहले के 34,762.73 करोड़ रुपये से बढ़कर 37,376.13 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। कंपनी का व्यय इस दौरान 34,758.15 करोड़ रुपये से बढ़कर 35,244.58 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। टाटा स्टील ने अलग से एक बयान में अपने यूरोपीय परिचालन से जुड़ी योजना की जानकारी दी। कंपनी ने इजमुइदेन स्टीलवर्क्स समेत टाटा स्टील नीदरलैंड व्यवसाय की संभावित बिक्री के लिये स्वीडन की कंपनी एसएसएबी के साथ बातचीत शुरू की है। कंपनी ने कहा कि उसने टाटा स्टील नीदरलैंड और टाटा स्टील यूके के कारोबार को अलग करने की भी प्रक्रिया शुरू कर दी है। टाटा स्टील के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एवं प्रबंध निदेशक (एमडी) टीवी नरेंद्रन ने कहा टाटा स्टील ने मात्रा में वृद्धि और मजबूत नकदी सृजन के साथ भारत में मजबूत प्रदर्शन किया है।                                         


सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली

सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली  इकबाल अंसारी  रांची। झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन ने गुरुवार को शपथ ली। ...