उत्तर मध्य रेलवे, प्रयागराज मण्डल के नई दिल्ली-हावड़ा मुख्य मार्ग पर पूर्ण रूप से स्वचालित सिग्नलिंग की स्थापना की ओर अग्रसर
बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। उत्तर-मध्य रेलवे का प्रयागराज मण्डल नई दिल्ली-हावड़ा मुख्य मार्ग 751 किलोमीटर हिस्से का संचालन और रखरखाव करता है। देश के उत्तरी से पूर्वी हिस्से तक ट्रेनों के समग्र संचालन के लिए इस मार्ग पर ट्रेनों की गतिशीलता अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस महत्वपूर्ण खंड में ट्रेन की हैंडलिंग की क्षमता बढ़ाने के लिए कानपुर से गाजियाबाद और बमरौली से पं दीन दयाल उपाध्याय जं खण्ड पर पहले से ही स्वचालित सिग्नलिंग प्रणाली स्थापित है तथा कई महत्वपूर्ण कार्य जैसे ट्रिपलिंग, चौथी लाईन का कार्य , फ्लाई ओवर, यार्ड रीमॉडेलिंग, स्वचालित सिग्नलिंग आदि कार्य भी तेजी से किये जा रहे हैं। गाजियाबाद ज. से पं दीन दयाल उपाध्याय खंड को पूर्ण रुप से स्वचालित सिग्नलिंग से लैस करने के क्रम में कानपुर-फतेहपुर खंड में स्वचालित सिग्नलिंग के प्रावधान के लिए काम चल रहा है। इसी क्रम में, प्रेमपुर-करबिगावां खंड में 5.27 किलोमीटर और करबिगावां-औंग खंड में 6.61 किलोमीटर के स्वचालित सिग्नलिंग प्रणाली का काम क्रमशः 7 और 12 नवंबर 2020 को उत्तर मध्य रेलवे की परियोजना इकाई और प्रयागराज मण्डल के संयुक्त प्रयासों से सफलतापूर्वक पूरा किया गया । कानपुर- फतेहपुर खंड में यह तीसरा ब्लॉक खंड है जहां चालू वित्तीय वर्ष में स्वचालित सिग्नलिंग चालू की गई है। कमिश्नर ऑफ़ रेलवे सेफ्टी (CRS) से अपेक्षित संरक्षा क्लीयरेंस प्राप्त करने के बाद, सम्बंधित विभागों द्वारा यह कार्य मात्र 08 दिनों के रिकॉर्ड समय में मुख्य सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर/ कंस्ट्रक्शन/ उत्तर मध्य रेलवे श्री भोलेंद्र सिंह, वरिष्ठ मण्डल विद्युत इंजीनियर/ टीआरडी/ प्रयागराज, वरिष्ठ मण्डल इंजीनियर/II/प्रयागराज, वरिष्ठ मण्डल सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर प्रयागराज एवं कानपुर की निगरानी में किया गया।इसी क्रम में औंग-बिंदकी रोड और बिंदकी रोड-कंसपुर गुगौली खंडों में स्वचालित सिग्नलिंग प्रणाली को दिसंबर -2020 तक और कानपुर से फतेहपुर पूरे खंड को मार्च -2021 तक चालू करने के लिए लक्षित किया गया है । इससे खंड की ट्रेन हैंडलिंग क्षमता में काफी वृद्धि होगी।
महाप्रबंधक श्री राजीव चौधरी ने प्रमुख मुख्य सिग्नल एवं टेलिकाम इंजीनियर/ उत्तर मध्य रेलवे श्री अरुण कुमार, मण्डल रेल प्रबंधक प्रयागराज श्री मोहित चंद्रा और पूरी टीम को कोविड -19 संकट के बावजूद इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को प्राप्त करने के लिये बधाई दी।