शुक्रवार, 13 नवंबर 2020

प्रियंका की फिल्म ‘एतराज’ के 16 साल पूरे

प्रियंका की फिल्म ‘एतराज’ के 16 साल पूरे, एक्ट्रेस ने शेयर किया अनुभव


मनोज सिंह ठाकुर


मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा की फिल्म ‘एतराज’ के 16 साल पूरे हो गए हैं। सुभाष घई निर्मित और अब्बास-मुस्तान निर्दशित एतराज में अक्षय कुमार, प्रियंका चोपड़ा और करीना कपूर ने मुख्य भूमिका निभाई थी। फिल्म के प्रदर्शन के 16 साल पूरे हो गये हैं। प्रियंका ने इस मौके पर इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट अपलोड किया है। इसके साथ ही उन्होंने इस फिल्म में काम करने का अनुभव शेयर किया।
प्रियंका ने लिखा, “वर्ष 2004 में मुझे एक्टर बने एक साल ही हुआ था। अब्बास मस्तान की थ्रिलर फिल्म में मैंने सोनिया रॉय का किरदार निभाया। मेरे अब तक के किरदारों में ये सबसे बोल्ड था। एक तरह से यह बड़ा खतरा भी था क्योंकि मैं फिल्मों में नई आई थी। मुझे यह स्वीकार कर लेना चाहिए कि मैं बहुत डरी थी लेकिन मेरे अंदर का कलाकार कह रहा था कि मुझे कुछ बढ़िया करना चाहिए। सोनिया का रोल बिलकुल वैसा ही था…ज्यादातर हिस्से में दुष्ट, हिंसक, जटिल, खुद से प्यार करने वाली लेकिन यह अतिसंवेदनशील और भावुक भी था।”


बॉलीवुड अभिनेता आसिफ बसरा ने की खुदकुशी


अमेजन प्राइम ने ‘मिर्जापुर 3’ को हरी झंडी दिखाई


अभिनेत्री ने लिखा, “बेहतरीन निर्देशकों की जोड़ी अब्बास-मस्तान की मैं हमेशा शुक्रगुजार रहूंगी। उन्होंने न सिर्फ मेरे जैसे नए एक्टर पर भरोसा किया बल्कि मुझे इतना प्रेरित किया कि मैं एक ऐसा रोल निभा सकूं जिस पर गर्व हो। आज 16 साल बाद जब मैं पीछे मुड़कर देखती हूं तो एतराज मेरे लिए एक गेम चेंजर सी लगती है। इसने मुझे सिखाया कि किरदारों को बिना किसी पूर्वधारणा के पूर्ण विश्वास के साथ बस निभाना चाहिए।”                                                                                


ओवैसी की पार्टी विधानसभा चुनाव लड़ेगी

कोलकाता। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम बंगाल विधानसभा चुनाव लड़ेगी। ओवैसी के इस ऐलान के साथ राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। अब यह चर्चा का विषय हो गया है कि बिहार में 5 सीटें जीतने वाली एआईएमआईएम बंगाल में क्या करेगी। राजनीतिक जानकार बताते हैं कि बिहार में ओवैसी ने जो रणनीति अपनाई और महागठबंधन का काम खराब किया, उसी तरह बंगाल में वे ममता बनर्जी की राह मुश्किल और बीजेपी की राह आसान कर सकते हैं एआइएमआइएम ने इसकी तैयारी काफी पहले शुरू भी कर दी है। बंगाल के एआइएमआइएम नेतृत्व के मुताबिक, 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद ही एआइएमआइएम को बंगाल में संभावनाएं दिखने लगी थीं। एनआरसी के खिलाफ कोलकाता में एक रैली आयोजित की गई थी जिसमें बड़ी तादाद में मुस्लिम युवकों ने हिस्सा लिया था।         


कोहली से अलग भारतीय टीम में कई सुपरस्टार

मेलबर्न। अनुभवी स्पिनर नाथन लियोन का मानना है कि विराट कोहली की आगामी टेस्ट शृंखला के आखिरी तीन मैचों में अनुपस्थिति निराशाजनक है। लेकिन इससे आस्ट्रेलिया बोर्डर-गावस्कर ट्राफी जीतने का दावेदार नहीं बन जाएगा क्योंकि भारतीय टीम में कई ‘सुपरस्टार’ हैं।


भारतीय कप्तान कोहली एडीलेड में पहले टेस्ट मैच के बाद स्वदेश लौट जाएंगे क्योंकि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने उन्हें पितृत्व अवकाश की अनुमति दे दी है। कोहली जनवरी के शुरू में अपने पहले बच्चे के जन्म के समय अपनी अभिनेत्री पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ रहना चाहते हैं।               


नीतीश-तेजस्वी की हार-जीत को लेकर फायरिंग

अविनाश श्रीवास्तव


पटना। बिहार विधानसभा के लिए हुए चुनाव के परिणाम सामने आ चुके हैं। इसके बाद जहां तेजस्वी यादव खुद को मुख्यमंत्री बनाने के लिए पुराने सहयोगियों को वापस बुला रहे हैं। वहीं दूसरी ओर पटना में चुनाव को लेकर हुई बहस में दो गुटों के बीच झड़प और फायरिंग हो गई। घटना बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र के मंदिर इलाके में घटित हुई। 
पीड़ित पक्ष की मानें तो घटना का कारण चुनाव को लेकर हुई बहस और आपसी रंजिश है। जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद नेता तेजस्वी यादव की हार-जीत को लेकर दोनों गुटों के बीच बहस हुई। इसके बाद फायरिंग हो गई। घटना में घायल तीन युवकों को पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। लोगों का दावा है कि घटना में घायल होने वालों की संख्या तीन है जबकि पुलिस का कहना है कि गोली लगने से दो लोग घायल हुए हैं।               


दीपावली अपनी-अपनी 'समसामयिक'

मधुकर कहिन


दीवाली अपनी-अपनी 


हर व्यक्ति अपने-अपने अंदाज में दिवाली मना रहा है । लेकिन इस अंदाज में सबसे अच्छा अंदाज इस बार विधायक वासुदेव देवनानी का लगा। आइए आपको बताते हैं कैसे ? 


तो साहब। विधायक महोदय ने हर साल की भांति इस साल भी लोगों को दिवाली की शुभकामनाएं प्रेषित करने के लिए एक कार्ड बनाया है । इस कार्ड में दिवाली की शुभकामनाएं तो है ही लेकिन साथ साथ केंद्र सरकार की राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में जानकारी भी है । और केंद्र सरकार द्वारा 2016 में अजमेर को मिली स्मार्ट सिटी योजना की सौगात का भी वर्णन है। मतलब वह मास्टर जी है तो मास्टर जी ने शिक्षा नीति पर प्रकाश डाला है,और भाजपा से विधायक हैं तो केंद्र शासित भाजपा सरकार द्वारा किए गए अजमेर के भले का एक तरह से मानचित्र भी है। 


विधायक देवनानी इन दिनों खुद अपने मित्रों से मिलने उनके घर पहुंच रहे हैं।  देवनानी का यह रिश्ते निभाने का तरीका बहुत लोकप्रिय भी हो रहा है। अब तक शायद अजमेर के स्थापित कांग्रेसी नेताओं में डॉ गोपाल बाहेती जैसे बहुत कम लोग ही यह व्यहवारिकता निभाते दिखाई देते हैं। शायद इसी वजह से कांग्रेस लगातार पिछले बीस साल से शहर की सीमाओं में घुस नहीं पाई है। अजमेर में कांग्रेस के मेयर,पार्षद या फिर विधायक शायद जनता से इसी संपर्क शून्यता की वजह से नहीं बन पाए हैं।


 हर बड़े कांग्रेसी नेता को यह लगता है कि 'मैं तो बहुत बड़ा नेता हूँ ... लोग मेरे दरवाज़े पर आएँ दीवाली मिलने। मैं किसी के पास क्यों जाऊं ? यही सोच कर अपने घर या कार्यालय पर *दरबार सजा कर बैठ जाते हैं । ताकि लोग आलम पनाह को हाज़री बजाने* दरबार में आते रहें। *अजमेर के कांग्रेस नेताओं के इस रवैया की वजह से शायद उन्हें मालूम नहीं है कि वह जनता से कितना दूर जाकर बैठ गए हैं। जहां से उनका अजमेर जिले में वापस राज में आना लगभग असंभव हो चुका है। जिसका लाभ अप्रत्यक्ष रूप से अजमेर की भाजपा को सरलता से मिल रहा है। कॉंग्रेस नेताओं को इस से बहुत कुछ सीखने की ज़रूरत है।


खैर, सीखना ही ज़िंदगी है। फिर जिसे यह लगता है कि उसे कुछ सीखने की ज़रूरत नहीं है।
 वह परम ज्ञानी है । ऐसे परम ज्ञानी जन को इस से ज्यादा ज्ञान पेलना शायद गलती होगा। सो इस दीवाली पर इतना ही बहुत ... बाकी किस्सा फिर कभी।


आप सभी को धनतेरस और दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।


 नरेश राघानी


अदालत की अवमानना में फसें 6 बड़े दल

हरिओम उपाध्याय


लखनऊ। महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों के बाद कांग्रेस, एनसीपी, आईयूएमएल, जेडीएस, शिवसेना और आरएलडी ने चुनाव खर्च विवरण आज की तारीख (लगभग 300 दिनों बाद भी) तक दाखिल नहीं किया है। जबकि जेडीयू, समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी ने अपने चुनाव खर्च का विवरण 41 दिन, 136 दिन व 254 दिन की देरी से प्रस्तुत किया। जो कि उच्चतम न्यायालय के 4 अप्रैल 1996 के फैसले का सीधा उल्लंघन है। गौरतलब है कि इस निर्देश में चुनाव आयोग को कहा गया था कि आयोग सभी मान्यता प्राप्त दलों के विवरण का प्रारूप तैयार करें।              


पति ने पत्नी पर लगाए सनसनीखेज आरोप

प्रेमनगर। दिल्ली के प्रेमनगर थाना इलाके से जबरन धर्म परिवर्तन का एक ऐसा मामला सामने आया है जिससे पुलिस भी हैरान है। यह पहला ऐसा मामला है जिसमें एक युवक ने अपनी पत्नी पर जबरन धर्म परिवर्तन कराने के साथ ही कई ऐसे सनसनीखेज आरोप लगाए हैं, जो इस मुद्दे को बेहद गंभीर बनाते हैं। 
प्रेमनगर के रहने वाले युवक ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में अपनी मुस्लिम पत्नी, अपने सास-ससुर और पत्नी के चचेरे भाई पर कई आरोप लगाए हैं। इनमें झूठा नाम और धर्म बताकर धोखाधड़ी की नीयत से प्यार के जाल में फंसाकर शादी करने, युवक और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी देने, झूठे केस में फंसाने, रुपया ऐंठने, युवक को जबरन हिंदू से मुस्लिम बनाने के लिए निजी अंग भंग करने, जबरन गाय का मांस खिलाकर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया है।           


'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ

'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ  गणेश साहू  कौशाम्बी। मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बुधवार को जिल...