मंगलवार, 10 नवंबर 2020

केमिकल फैक्ट्री में आग, लाखों का माल खाक

अतुल त्यागी मंडल प्रभारी
प्रवीण कुमार रिपोर्टर


हापुड। आग ने मचगया तांडव लाखों का माल जलकर हुआ राख दमकल की कई गाड़ी मौके पर।


मामला जनपद हापुड़ के थाना धौलाना छेत्र की चौकी यूपीएस आईडीसी क्षेत्र का है जहां कैमिकल फैक्ट्री में लगी भयंकर आग पुलिस और दमकल की कई गाड़ी मोके पर आग बुझाने का प्रयास जारी मिली जानकारी के अनुसार यूपीएस आईडीसी छेत्र की लीना ऑर्गनाइज कैमिकल फेक्ट्री ए 12 फेस 2 मसूरी गुलावठी रोड़ पर अचानक लगी भयंकर आग।
 आसपास की फैक्ट्रियों में मचा हड़कम सूचना पाकर मौके पर पहुचे चौकी प्रभारी ब्रजेश कुमार यादव और उनकी टीम ने तत्काल दमकल विभाग को दी सूचना कई गाड़ी मोके पर आग बुझाने में जुटी आये दिन फैक्ट्रीयो में आग लगने का सिलसिला जारी है।              


उपचुनाव के लिए मतगणना 8 बजे से जारी

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मरवाही उपचुनाव के लिए मतगणना सुबह 8-15 बजे से जारी है। वोटों की गिनती 21 चरणों में होगी। अभी 10 राउंड पूरे हो चुके हैं। इसमें कांग्रेस प्रत्याशी  डॉ. केके ध्रुव लगातार बढ़त बनाए हुए हैं। 10वें राउंड की समाप्त होने तक भाजपा उम्मीदवार डॉ. गंभीर सिंह के बीच दोगुने मतों का अंतर हो गया है। हालांकि अभी शहरी और जोगी का क्षेत्र मतगणना के लिए बाकी है।               


गुजरातः सभी सीटो पर भाजपा की बढ़त

गांधीनगर। गुजरात की आठ विधानसभा सीटों पर गत तीन नवंबर को हुए उपचुनाव की मतगणना आज जारी है और इन सभी पर सत्तारूढ़ भाजपा के उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। सभी सीटों पर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस दूसरे नम्बर पर है। अधिकारिक सूचना के अनुसार मतगणना अब अंतिम चरणो में है। फ़िलहाल भाजपा सबसे कम 4859 मतों के अंतर से मोरबी सीट पर आगे है। अन्य सीटों पर यह अंतर 10 हज़ार से लेकर 32 हज़ार तक है।



कच्छ ज़िले की अबडासा, सुरेंद्रनगर की लिंबड़ी, मोरबी की मोरबी, अमेरली की धारी, बोटाद की गढड़ा (सुरक्षित-अनुसूचित जाति), वडोदरा की करजण, डांग की डांग (सुरक्षित-अनुसूचित जनजाति) और वलसाड की कपराड़ा (सुरक्षित-अनुसूचित जनजाति), इन आठ सीटों पर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के तत्कालीन विधायकों के त्यागपत्र के कारण ये उपचुनाव हुए। इन पर कुल 81 उम्मीदवार मैदान में हैं जिनमे से 51 निर्दलीय भी हैं। सर्वाधिक 14 उम्मीदवार लिंबड़ी और सबसे कम चार कपराड़ा में हैं। करजण और डांग में नौ-नौ, अबडासा में 10, धारी में 11 तथा मोरबी और गढड़ा में 12-12 उम्मीदवार हैं।                 


अफसरों पर भ्रष्टाचार को लेकर 'मामला' दर्ज

छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार पकड़ने वाले अफसरों पर ही भ्रष्टाचार को लेकर एफआईआर दर्ज


अब्दुल सलाम


रायपुर। ईओडब्ल्यू के पूर्व प्रभारी और एक आईपीएस अफसर ने कूटरचित दस्तावेज के आधार पर एक शासकीय ठेकेदार के घर छापा मारा और गहने, नगदी सहित अन्य सामान जब्त कर ले गए।                       


बीजेपी का पलड़ा भारी, वोटों की गिनती जारी

लखनऊ। यूपी की 7 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के वोटों की गिनती जारी है। सभी सीटों पर शुरुआती रुझान आ गए है। रुझानों में फिलहाल सत्तारूढ़ बीजेपी का पलड़ा भारी है। बीजेपी 5 सीटों पर आगे चल रही है जबकि समाजवादी पार्टी 1 सीट पर बढ़त बनाए हुए है। मल्हनी में कांटे की टक्कर चल रही है। यहां एसपी कैंडिडेट निर्दलीय उम्मीदवार से पिछड़ गए हैं। धनंजय सिंह 808 वोटों से आगे हैं। यूपी विधानसभा चुनावों का सेमीफाइनल माने जाने वाले इस उपचुनाव के नतीजे अहम साबित होंगे। सात सीटों पर 88 प्रत्याशी मैदान पर हैं। इसके अलावा हरियाणा की बरोदा विधानसभा सीट का नतीजा भी आज आएगा।               


कोरोना के साथ-साथ प्रदूषण ने तोड़ा रिकॉर्ड

हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। देश की राजधानी प्रदूषण और कोरोना के डबल अटैक से जूझ रही है । दिल्ली में हवा के दिन ब दिन जहरीले होने के साथ ही कोरोना के मामले भी रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं । रोजाना दर्ज होने वाले कोरोना मामलों के साथ-साथ मौत के बढ़ते मामलों ने भी चिंता बढ़ा दी है।


दिल्ली सरकार द्वारा जारी कोरोना के आंकड़ों पर नजर डालें तो सिर्फ नवंबर के महीने में 46 हजार 159 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं । हैरान करने वाली बात ये है कि दिल्ली में महज एक हफ्ते में 400 से ज्यादा लोग कोरोना की वजह से जान गंवा चुके हैं । रविवार को दिल्ली में 7745 नए केस सामने आए थे, जो एक दिन का रिकॉर्ड है ।


– दिल्ली में 1 नवंबर से 7 नवंबर तक 427 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है.
– एक से 31 अक्टूबर तक दिल्ली में कोरोना से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 1124 था.
– एक से 30 सितंबर तक दिल्ली में 917 लोगों ने कोरोना से जान गंवाई थी.
– दिल्ली में 1 अगस्त से 31 अगस्त तक कोरोना से 458 मौतें हुई थीं.


आंकड़ों पर नजर डालें तो मौत के मामले जून में सबसे अधिक दर्ज हुए थे । जून में दिल्ली कोरोना की गंभीर चपेट में थी, तब एक समय संक्रमण दर 30 फीसदी पर पहुंच गई थी । वहीं, मौत की दर 7 फीसदी को पार कर गई थी । कोरोना से पूरी दिल्ली में अब तक (नवंबर) 6989 लोगों की मौत हुई है और इसमें से 2247 मौत केवल जून के महीने में हुई थी। मौत के बढ़ते मामलों पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि दिल्ली में एक दिन का आंकड़ा देखना सही नहीं होगा, हालांकि एक मौत भी दुखद है । दिल्ली में डेथ रेट 1.59 फीसदी है, जो देश के डेथ रेट से थोड़ा ही ज्यादा है ।


बता दें कि रविवार को दिल्ली में 7745 नए केस सामने आए थे, जो एक दिन का रिकॉर्ड है । इससे पहले एक दिन में इतने ज्यादा केस कभी नहीं आए थे। इसके अलावा एक्टिव मामलों की संख्या भी करीब 42 हजार तक पहुंच गई है । वहीं दिल्ली में संक्रमण दर यानी पॉजिटिविटी रेट 15.26 प्रतिशत हो गय है ।


कोयला खनन की ऐतिहासिक की नीलामी सफल

राष्ट्र की पहली व्यावसायिक कोयला खनन नीलामी की ऐतिहासिक सफलता , राज्यों को मिलेगा 6,656 करोड़ वार्षिक राजस्व: श्री प्रल्हाद जोशी  


बिलासपुर। केंद्रीय कोयला मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी ने सोमवार को कहा कि राष्ट्र की सबसे पहली व्यावसायिक कोयला खनन नीलामी की ऐतिहासिक सफलता से राज्यों को कुल 6,656 करोड़ रुपए का वार्षिक राजस्व मिलेगा। श्री जोशी इस नीलामी की बोली प्रक्रिया की समाप्ति के बाद नई दिल्ली में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।


उन्होंने कहा कि 19 खदानों की सफलता पूर्वक नीलामी कर ली गई है, जोकि कोयला खदानों की नीलामी के किसी भी चरण में नीलामी की गई खदानों की अब तक की सबसे अधिक संख्या है। झारखंड को सबसे अधिक 2,690 करोड़ रुपए का सालाना राजस्व मिलेगा, जबकि मध्य प्रदेश को 1,724 करोड़ रुपए का वार्षिक राजस्व प्राप्त होगा। अन्य राज्यों में ओडिशा को 1,059 करोड़ रुपए, छत्तीसगढ़ को 863 करोड़ रुपए और महाराष्ट्र को 321 करोड़ रुपए का वार्षिक राजस्व मिलेगा।      


श्री जोशी ने कहा कि इस नीलामी प्रक्रिया के परिणाम ऐतिहासिक हैं, जो साबित करते हैं कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में कोयला क्षेत्र में प्रवेश के रास्ते खोलने का निर्णय सही दिशा में लिया गया निर्णय था। सरकार के इस कदम से देश कोयला क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर हो रहा है। श्री जोशी ने बताया कि बोली प्रक्रिया के दौरान खदानों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली और कंपनियों ने शानदार प्रीमियम दिए हैं। सर्वाधिक प्रीमियम 66.75% रहा, जबकि औसत प्रीमियम 29% रहा।   


नीलामी हेतु प्रस्तावित कीं गईं 38 खदानों में से 19 खदानों के लिए वित्तीय बोलियां प्राप्त कीं गईं और नीलामी की सफलता दर 50% रही। इससे पहले के 10 चरणों में नीलामी के लिए प्रस्तुत कुल 116 खदानों में से 35 खदानों की नीलामी के साथ सफलता दर केवल 30% रही थी। बोली के स्वरूप पर जोर देते हुए श्री जोशी ने कहा कि लगभग 65% प्रतिभागी रियल स्टेट, इंफ्रास्ट्रक्चर, फार्मा जैसे ‘गैर-अंतिम उपयोग’ वाले क्षेत्रों से थे, जोकि नीलामी प्रक्रिया में भाग लेने हेतु ‘अंतिम उपयोग’ की बाध्यता से जुड़े प्रावधान को हटाने के बाद उद्योग जगत की सकारात्मक प्रतिक्रिया को दर्शाता है। सार्वजनिक क्षेत्र की दो कंपनियों- नालको और आंध्र प्रदेश मिनरल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने भी नीलामी में भाग लिया। नीलाम की गईं 19 खदानों में से 11 ओपनकास्ट, 05 अंडरग्राउंड और शेष 03 अंडरग्राउंड एवं ओपन कास्ट मिश्रित खदानें हैं। ये खदानें 05 राज्यों- मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड एवं महाराष्ट्र में अवस्थित हैं, जिनकी सम्मिलित सालाना अधिकतम उत्पादन क्षमता (पीआरसी) 51 मिलियन टन आंकी गई है।  


गौरतलब है कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 18 जून, 2020 को कोयला खदानों के व्यावसायिक खनन हेतु भारत की सबसे पहली नीलामी प्रक्रिया का शुभारंभ किया था।                


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...