शनिवार, 7 नवंबर 2020

सोनाः कीमतों में जारी, तेजी का सिलसिला

सोना फिर लुढ़का, देखें नये भाव ने की कीमतों में जारी तेजी का सिलसिला, 6 नवम्बर को थम गया।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आई गिरावट के चलते घरेलू वायदा बाजार में भी सोने के दाम लुढ़क गए है। नई दिल्ली। सोने की कीमतों में जारी तेजी का सिलसिला 6 नवम्बर को थम गया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आई गिरावट के चलते घरेलू वायदा बाजार में भी सोने के दाम लुढ़क गए है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिकी चुनाव में जो बाइडेन की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है। हालांकि अभी तक इसका ऐलान नहीं किया गया है। बाइडेन की जीत की उम्मीद के बीच इंटरनेशनल मार्केट में गोल्ड में तेजी देखी जा रही है। दरअसल, ये माना जाता हैं कि डैमोक्ट्रेस, रिपब्लिकन के मुकाबले ज्यादा बड़ा राहत पैकेज देते हैं। ऐसे में बाइडेन जीत से उम्मीदें बढ़ गई है। इसीलिए शेयर बाजार में तेजी है। साथ ही, अमेरिकी डॉलर में गिरावट आई है जिसका असर बुलियन मार्केट पर दिख रहा है। 104 वर्षीय भूतपूर्व सैनिक ने जवानों को दिया उदाहरण-हर कोई है दंग दिल्ली सर्राफा बाजार में 10 ग्राम सोने का भाव 158 रुपये तक बढ़ा। इसके बाद नया भाव 50,980 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पर पहुंच गया। इसके पहले पीली धातु का भाव 50,822 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। सोने की तरह चांदी की कीमतों में भी तेजी देखने को मिली। दिल्ली सर्राफा बाजार में चांदी का भाव 697 रुपये प्रति किलोग्राम चढ़कर 62,043 रुपये पर पहुंच गया। इसके पहले दिन यह 61,346 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुआ था। कोरोना के बढ़ते मामले और अनिश्चितता सोने की कीमतों में बढ़ोतरी का कारण बन सकते हैं। ऐसे में केंद्रीय बैंक भविष्य को ध्यान में रखते हुए ज्यादा से ज्यादा सोने की खरीदारी कर रहे हैं। इधर, अमेरिका-चीन व्यापार तनाव और भारत-चीन सीमा गतिरोध इस माहौल में केवल अनिश्चितताओं को बढ़ा रहे हैं। वहीं, अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने संकेत दिया कि ब्याज दरों को 2023 तक शून्य के पास रखा जाएगा। निवेशकों को सोने में निवेश करने से पहले यह जरूर जान लेना चाहिए कि यह एक लंबी अवधि के लिए उपाय है, जिसे अल्पकालिक लाभ के लिए नहीं खरीदा जाना चाहिए। क्योंकि पिछले 15 वर्षों में यह लगभग 7,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर से बढ़ रहा है। ऐसे में निवेशकों को अपने सोने के पोर्टफोलियो में 5-10 फीसदी के बीच कहीं भी निवेश करना चाहिए।             


स्थानीय निकाय निदेशालय के सभागार में सम्पन्न

ग्रीन बेल्ट विकसित करने हेतु कार्ययोजना तैयार करने के मंत्री ने दिये निर्देश नगरीय प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र तथा स्थानीय निकाय निदेशालय के सभागार में सम्पन्न हुई 


लखनऊ। नगर विकास विभाग, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन मंत्री आशुतोष टंडन की अध्यक्षता में विभाग की बैठक नगरीय प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र तथा स्थानीय निकाय निदेशालय के सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में मंत्री आशुतोष टंडन ने सौन्दर्यीकरण, ट्रैफिक सुधार और स्मार्ट सिटी विजन को लेकर सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए। औचक निरीक्षण- भूमि पर कब्जा करने वालों के खिलाफ करें कड़ी कार्यवाही नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने कुकरैल नदी के पानी के ट्रीटमेंट और उसमें गिरने वाले नालों के डायवर्जन के सम्बन्ध में विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने गोमती रिवर फ्रंट की तर्ज पर कुकरैल नदी के दोनों तटों के सौन्दर्यीकरण के संबंध में ग्रीन बेल्ट विकसित करने के लिए भी एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कुकरैल नदी के दोनों तटों से अतिक्रमण हटाने के भी निर्देश दिए। रोजगार के लिये भटकें नही छात्र- बने स्वयं स्किल्ड लखनऊ शहर में ट्रैफिक के दबाव को कम करने के लिए मंत्री आशुतोष टंडन ने गोमती नदी के दोनों किनारे पर शहीद पथ से आई.आई.एम. रोड तक रोड कनेक्टिविटी की परियोजना को शीघ्रता से मूर्त रूप देने के निर्देश दिए। मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि समय से परियोजनाओं को पूरा करने के लिए उन्हें छोटे-छोटे फेज में शुरू किया जाए। नगर की मुख्य सडकों पर गलत ढंग से होने वाले डायवर्जन को चिन्हित कर उक्त स्थानों पर सही डायवर्जन के निर्माण की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। नई टेक्नालाॅजी से किसान हो रहे लाभान्वित- संस्थान को मिला ए-ग्रेड नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने बैठक के दौरान हुए प्रस्तुतिकरण को विस्तृत ढंग से तैयार करने के निर्देश दिए ताकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने इन्हें प्रस्तुत किया जा सके। बैठक में प्रमुख सचिव नगर विकास विभाग, दीपक कुमार, सचिव, नगर विकास विभाग अनुराग यादव, मिशन निदेशक-(अमृतध्एसबीएम) नगरीय निकाय निदेशालय, लखनऊ, प्रबंध निदेशक-उत्तर प्रदेश जल निगम, जिलाधिकारी-लखनऊ, उपाध्यक्ष-लखनऊ विकास प्राधिकरण अभिषेक प्रकाश, नगर आयुक्त-नगर निगम, लखनऊ अजय कुमार द्विवेदी, मुख्य अभियन्ता, लखनऊ विकास प्राधिकरण सहित विभाग के अन्य अधिकारीगण उपथित थे।             


मुजफ्फरपुरः ड्यूटी पर तैनात अधिकारी की मौत

मुजफ्फरपुरः ड्यूटी पर तैनात पीठासीन पदाधिकारी की मौत, बूथ पर आया था हार्ट अटैक


अंकित गोस्वामी


मुजफ्फरपुर। जिले से इस वक़्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। औराई विधानसभा क्षेत्र के कटरा प्रखंड के बूथ संख्या 90 पर पोलिंग कर्मी की मौत हो गई है। मृत पोलिंग कर्मी की पहचान केदार राय के रूप में की गई है। जो की जल संसाधन विभाग, मुजफ्फरपुर में कार्यरत थे। मृतक कटरा प्रखंड के बरहद बूथ संख्या 90 पर आये थे। और उनकी ड्यूटी मतदान के लिए पोलिंग कर्मी के रूप में की गई थी। बताया जा रहा है कि मृतक की मौत ह्रदय गति रुकने की वजह से हुई है। इधर मौत के बाद इलाके में सनसनी मच गई है। पुलिस ने बूथ पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।                 


दिशा-निर्देश को सरल बनाने का ऐलान किया

सरकार ने बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग आईटी आधारित सेवाओं वाली कंपनियों के लिए वर्क फ्रॉम होम के मद्देनजर दिशा-निर्देशों को सरल बनाने का ऐलान किया है।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। सरकार ने बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग आईटी आधारित सेवाओं वाली कंपनियों के लिए वर्क फ्रॉम होम के मद्देनजर दिशानिर्देशों को सरल बनाने का ऐलान किया है। इससे इंडस्ट्री के अनुपालन का बोझ घटेगा और कोरोनाकाल में घर से काम करने के चलन में भी बड़ी मदद मिलेगी। सरकार के नए नियमों के मुताबिक, अन्य कंपनियों के लिए भी घर से काम और कहीं से भी काम के लिए एक सामान्य माहौल बनेगा। वहीं, समय-समय पर रिपोर्टिंग और कार्यालय की अन्य प्रतिबद्धताओं को भी खत्म कर दिया है। लांच हुई नई i 20 कार- जाने इसकी खासियत इंडस्ट्रीज लंबे समय से वर्क फ्रॉम होम के मामले में राहत की मांग कर रही है और इसे स्थायी तौर पर जारी रखने के पक्ष में है। ओसएपी कंपनियां वो हैं जो दूरसंचार संसाधनों के माध्यम से एप्लीकेशन और आईटी क्षेत्र से जुड़ी सेवाएं या किसी भी प्रकार की आउटसोर्सिंग सेवाएं प्रदान करती हो। इन कंपनियों को ही आईटी, कॉल सेंटर, बीपीओ और नॉलेज प्रोसेस आउटसोर्सिंग कंपनियां कहा जाता है। दूरसंचार विभाग के नए दिशानिर्देशों से घर से काम करने की धारणा को बढ़ावा मिलेगा। इसमें घर से काम का विस्तार कहीं से काम किया जा रहा है। नए नियम से कंपनियों के लिए घर से काम करने और कहीं से काम करने के लिए अनुकूल माहौल बनेगा। कंपनियों के लिए समय-समय पर रिपोर्टिंग और अन्य प्रतिबद्धताओं को समाप्त कर दिया गया है।             


आलू-प्याज: सरकार ने खोले सरकारी आउटलेट

आलू प्याज दामों में वृद्धि के चलते सरकार ने खोले सरकारी आउटलेट


आजमगढ़। पिछले कई दिनों से आलू और प्याज के दामों में बेतहाशा वृद्धि हुई और आम लोगों की रसोई से आलू प्याज लगभग नदारद हो गया। दामो को नियंत्रण करने के लिए जिलाधिकारी के निर्देश पर कलेक्ट्रेट में आलू प्याज बिक्री केंद्रों की स्थापना की गई है जहां निर्धारित मूल्य पर आलू प्याज जनता को मुहैया कराया जा रहा है । खाद्यान्न विभाग की ओर से कलेक्ट्रेट में आलू प्याज और टमाटर का आउटलेट खोलकर लोगों को आलू ₹33 किलो और प्याज ₹45 किलो मुहैया कराई जा रही है। लेकिन यह महत्वपूर्ण बात यह है कि इस आउटलेट पर सरकार के और एनजीटी के नियमों की पूरी तरह से धज्जियां उड़ाई जा रही हैं बिक्री की जाने वाली आलू प्याज को ग्राहकों को देने के लिए प्रतिबंधित पॉलिथीन का धड़ल्ले से प्रयोग किया जा रहा है। और इसका प्रयोग ऐसी जगह किया जा रहा है जहां जिले के सभी आला अधिकारी मौजूद रहते हैं।             


अन्य देशों की तुलना में मृत्यु दर अधिक

भारत में, शिशु मृत्यु दर स्वास्थ्य देखभाल की कमी के कारण अन्य देशों की तुलना में अधिक है: डॉ मोहम्मद वसी बेग


शाहाबाद। नेशनल काउंसिल फॉर प्रोएक्टिव एजूकेशन एंड रिसर्च के चेयरमैन डॉ एम वसी बेग के अनुसार शिशु संरक्षण दिवस, 7 नवंबर को मनाया जाता है ताकि शिशुओं की रक्षा, संवर्धन और विकास के बारे में जागरूकता फैलाई जा सके। इसमें कोई शक नहीं कि शिशु कल के नागरिक हैं। इसलिए, उनकी रक्षा करना आवश्यक है क्योंकि वे दुनिया का भविष्य हैं। 7 नवंबर को शिशु सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। यह दिन शिशुओं की सुरक्षा के बारे में जागरूकता फैलाने और शिशुओं की उचित देखभाल करके उनके जीवन की रक्षा करने के लिए दिवस मनाने का उद्देश्य है। यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि उचित सुरक्षा और उचित देखभाल की कमी के कारण, नवजात शिशुओं को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हर साल 25 मिलियन बच्चों के जन्म के साथ भारत में दुनिया के वार्षिक बच्चे के जन्म का लगभग पांचवां हिस्सा होता है। हर मिनट उन शिशुओं में से एक की मृत्यु हो जाती है।
सभी मातृ मृत्यु का लगभग 46 प्रतिशत और नवजात मृत्यु का 40 प्रतिशत प्रसव के दौरान या जन्म के 24 घंटे बाद होता है। प्री-मेच्योरिटी (35 फीसदी), नवजात संक्रमण (33 फीसदी), जन्म के समय होने वाला एक्सफिक्सिया (20 फीसदी) और जन्मजात विकृतियां (9 फीसदी) नवजात मौतों के प्रमुख कारणों में से हैं।
फिर भी, प्रसव के दौरान और बाद में मृत्यु कुशल जन्म परिचारक और आपातकालीन प्रसूति देखभाल तक पहुंच को सक्षम करने से काफी हद तक रोका जा सकता है। नए जन्म के बाद की अवधि में, जीवित रहने की दर भी तेजी से और अनन्य स्तनपान और खसरा और अन्य टीके से बचाव रोगों के खिलाफ टीकाकरण के साथ तेजी से बढ़ती है।
भारत में लगभग 3.5 मिलियन बच्चे बहुत जल्दी पैदा हो जाते हैं, 1.7 मिलियन बच्चे जन्म दोष के साथ पैदा होते हैं, और हर साल विशेष नव-जन्म देखभाल इकाइयों (एसएनसीयू) से एक मिलियन नए-जन्म होते हैं। ये नव-जन्म मृत्यु, स्टंटिंग और विकासात्मक देरी के उच्च जोखिम में रहते हैं।
अंत में, मैं कह सकता हूं कि, भारत में शिशु मृत्यु दर स्वास्थ्य देखभाल की कमी के कारण अन्य देशों की तुलना में अधिक है। सरकार ने इसे लागू करके शिशु मृत्यु दर को रोकने के लिए एक प्रभावी उपाय की घोषणा की है। बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं की कमी, जागरूकता की कमी और जनसंख्या के बढ़ते बोझ के कारण शिशु मृत्यु दर में अपेक्षित कमी नहीं आई है। शिशु कल के नागरिक हैं, और उनकी सुरक्षा करना आवश्यक है क्योंकि वे दुनिया के भविष्य हैं।              


अनुष्का ने इंस्टाग्राम पर शेयर की तस्वीरे

अनुष्का शर्मा ने हाल ही में इस खास मौके की तस्वीर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से शेयर की हैं।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने हाल ही में अपना 32वां जन्मदिन सेलिब्रेट किया। इस खास मौके को उन्होंने अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा और आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के अपने साथियों संग सेलिब्रेट किया। अनुष्का शर्मा ने हाल ही में इस खास मौके की तस्वीर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से शेयर की हैं। फाइनल- भिड़ेंगे हैदराबाद-दिल्ली- विराट का सपना फिर टूटा हैदराबाद के खिलाफ एलिमिनेटर मुकाबले से पहले कोहली ने पत्नी अनुष्का और टीम के साथी खिलाडि़यों के साथ शानदार बर्थडे सेलिब्रेट किया। विराट-अनुष्का का खूबसूरत बॉन्ड सोशल मीडिया पर वायरल है। कई सेलेब्स ने इन तस्वीरों पर हार्ट इमोजी के साथ अपना प्यार जाहिर किया है। लेकिन सबसे दिलचस्प है प्रियंका चोपड़ा का रिएक्शन। उन्होंने हार्ट इमोजी बनाने के साथ खुशी के आंसू बहते हुए इमोजी को शेयर किया है। विरुष्का की जोड़ी फैंस और सेलेब्स दोनों के बीच बहुत पसंद की जाती है। शादी से पहले दोनों की पहली मुलाकात 2013 में एक एड के दौरान हुई थी। उस समय दोनों अपनी-अपनी फील्ड में कामयाब हो चुके थे। विराट और अनुष्का 2013 की मुलाकात के बाद कई जगह देखे जाने लगे थे। कभी फील्ड में, कभी पार्टी या अन्य जगह। लेकिन हमेशा की तरह दोनों ने एक-दूसरे को दोस्त बताया।                  


कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब

कथा के आयोजन में उमड़ा भक्तों का जन-सैलाब  रामबाबू केसरवानी  कौशाम्बी। नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन में भक्तो...