शनिवार, 31 अक्तूबर 2020

लिखा तो जा सकता है 'व्यंग्य'

लिखा तो जा सकता है 'व्यंग्य'


मैं कवि नहीं हूं, होना भी नहीं चाहता। कवि होने के हजारों लफड़े है, मगर फिर भी मैं मंदी पर कविता लिखना चाहता हूं।
मंदी पर कविता लिखना कोई मुश्किल काम नहीं है।
यह ठीक वैसा ही है जैसे नेता, राजनीति पर लिखा जा सकता है, खूब लिखा जा रहा है।
आलम यह है कि हर राजनीति व्यंग्य लिखने वाला खुद को हरिशंकर परसाई नहीं समझ रहा। लेकिन मुझे तो मंदी पर कविता लिखनी है।
कविता लिख लूंगा, इसका मुझे यकीन है।
मंदी पर कविता लिखने के लिए मुझे शब्दों के उत्खनन की जरूरत नहीं पड़ेगी।
बहुत भारी भरकम भाषा की जरूरत होगी।
एकदम आम भाषा मे लिखूंगा, ऐसी भाषा लिखूंगा जो ठेले वाले से लेकर रिक्शा वाला तक समझ लें।
कविता की थीम कुछ इस तरह की रखूंगा कि सीधा सरकार के दिमाग पर असर छोड़े।
सरकार से नेताओं और मंत्रियों तक पहुंचे।
एकाद सरकारी टि्वटर हैंडल से मेरी कविता री- ट्वीट भी की जाएं।


अखबारों में जगह पाएं, सोशल मीडिया पर वायरल हो। कविता के इतने प्रचार से फायदा अंततः मुझे ही होगा।
हो सकता है, इस बहाने मेरी कविता पूरी दुनिया में फैल जाएं।


चंद्रमौलेश्वर शिवांशु 'निर्भयपुत्र'


रूल और रोल का संतुलन जरूरीः पीएम

प्रोबेशनरी आईएएस से बोले पीएम मोदी दिमाग में कभी बाबू मत आने दीजिए, रूल और रोल का संतुलन जरूरी। 


केवाडिया। रूल और रोल का संतुलन जरूरी है। दिमाग में कभी बाबू मत आने दीजिए, ऐसा कहना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दरअसल पीएम मोदी ने अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे पर शनिवार को प्रोबेशनरी आईएएस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा आज देश जिस मोड़ में काम कर रहा है। उसमें आप सभी ब्यूरोक्रेट्स की भूमिका मिनिमम गवर्नमेंट। मैक्सीमम गवर्नेंस की ही है। पीएम मोदी ने कहा आपको ये सुनिश्चित करना है। कि नागरिकों के जीवन में आपका दखल कैसे कम हो सामान्य मानवी का सशक्तिकरण कैसे हो। सरकार शीर्ष से नहीं चलती है। नीतियां जिस जनता के लिए हैं। उनका समावेश बहुत जरूरी है। जनता जनार्दन ही असली ड्राइविंग फोर्स है।
पीएम ने कहा कि जनता केवल सरकार की नीतियों की, प्रोग्राम्स की रिसीवर नहीं है। जनता जनार्दन ही असली ड्राइविंग फोर्स है। इसलिए हमें गवर्मेंट से गवर्नेंस की तरफ बढ़ने की जरूरत है। पीएम ने कहा कि पहले के समय ट्रेनिंग में आधुनिक अप्रोच कैसे आए इस बारे में बहुत सोचा नहीं गया। लेकिन अब देश की आधुनिक ट्रेनिंग पर जोर दिया जा रहा है।आपने खुद भी देखा है। कि कैसे बीते 2-3 वर्षों में ही सिविल सर्वेन्ट्स की ट्रेनिंग का स्वरूप बहुत बदल गया है। देश में नए परिवर्तन के लिए, नए लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए, नए मार्ग और नए तौर-तरीके अपनाने के लिए बहुत बड़ी भूमिका ट्रेनिंग की होती है। स्किल सेट के डेवल्पमेंट की होती है।               


भारतीय सेना ने बनाया अपना 'मैसेजिंग एप'

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। भारतीय सेना ने व्हाट्सएप जैसा ही स्वदेशी मैसेजिंग एप डेवलप किया है। इसका नाम सिक्योर एप्लिकेशन फॉर इंटरनेट (साई) रखा गया है। यह जानकारी रक्षा मंत्रालय ने दी।

खास बात ये है कि सेना का ये एप पूरी तरह से स्वदेशी है और सेना का यह मैसेजिंग एप पूरी तरह से सुरक्षित होगा। वह इस एप का इस्तेमाल सेना आपसी कम्युनिकेशन के लिए करेगी। एप एंड टू एंड सिक्योर वॉयस, टेक्स्ट और वीडियो कॉलिंग सर्विस को सपोर्ट करेगा। यह मैसेजिंग एप एंड्रॉयड बेस्ड इंटरनेट सर्विस इस्तेमाल करने वाले स्मार्टफोन के लिए होगा।

लॉकडाउनः 700 किमी तक गाड़ियों की लंबी लाइन

पेरिस। कोरोना के बढ़ते संक्रमण से फ्रांस सरकार के लॉकडाउन की घोषणा क्या की राजधानी पेरिस छोड़ने वालों का तांता लग गया। हालत यह हो गई कि एक-दो किमी नहीं बल्कि एक समय 700, जी हां, सात सौ किलोमीटर तक गाड़ियों की लंबी लाइन लग गई। सारे के सारे लोग पेरिस छोड़कर जाना चाह रहे हैं।                


तुर्की-ग्रीस में भूकंप के झटके महसूस किए

अंकारा/ एथेंस। तुर्की और ग्रीस में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.0 आंकी गई। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, पश्चिमी इजमिर प्रांत के तट से लगभग 17 किमी (11 मील) दूर 7.0 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए।
भूकंप से तुर्की के इजमिर शहर को काफी नुकसान पहुंचा है। यह तुर्की का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। भूकंप के झटके इतने तीव्र थे कि यहां कई इमारतें तबाह हो गईं। तुर्की के इजमिर से सामने आ रहीं तस्वीरों से बड़े नुकसान का अंदाजा लगाया जा सकता है।                 


पीएम ने पहली सीप्लेन सेवा का उद्घाटन किया

पीएम मोदी ने देश की पहली सीप्लेन सेवा का किया उद्घाटन।


केवडिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टेच्यू ऑफ यूनिटी को अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट से जोड़ने वाली सीप्लेन सेवा का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने से साबरमती फ्रंट तक की इस विमान से यात्रा भी की। विमान पर सवार होने से पहले उन्होंने यहां स्थित जल हवाई अड्डे पर अधिकारियों से बात की और विमान के बारे में जानकारी ली। इस विमान में 19 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। लगभग 200 किलोमीटर की दूरी को सीप्लेन के जिरए लगभग 40 मिनट में तय किया जा सकेगा।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिविल सेवा के प्रशिक्षुओं को समाज से जुड़ने की सलाह देते हुए कहा कि वह ऐसा करते हैं। तो वही समाज उनकी शक्ति का सहारा बनेगा।
उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी जो भी फैसला लें वह देशहित में होना चाहिए और उससे देश की एकता और संप्रभुता मजबूत होनी चाहिए। प्रधानमंत्री वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से मंसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी के भारतीय सिविल सेवा के 428 प्रशिक्षुओं से आरंभ 2020 कार्यक्रम के तहत संवाद कर रहे थे।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा किसी सिविल सेवा अधिकारी के लिए सबसे पहले जरूरी है। कि वह देश के सामान्य जन से निरंतर जुड़े रहे। जब आप लोगों से जुड़े रहेंगे तो लोकतंत्र में काम करना आसान हो जाएगा। समाज से कटिए मत उससे जुड़िए। वह आपकी शक्ति का सहरा बनेगा।
उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका सरकार में न्यूनतम और शासन में अधिकतम है। उन्होंने प्रशिक्षुओं से अपील की वे आम लोगों के जीवन में न्यूनतम हस्तक्षेप सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा सरकार शीर्ष से नहीं चलती है। नीतियां जिस जनता के लिए हैं। उनका समावेश बहुत जरूरी है। जनता केवल सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों की रिसीवर नहीं है। जनता जनार्दन ही असली ड्राइविंग फोर्स है।
मोदी ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी जो भी फैसला लें वह देशहित में होना चाहिए और उससे देश की एकता और संप्रभुता मजबूत होनी चाहिए। आरंभ एक ऐसा प्रयास है। जिसके जरिए सभी अखिल भारतीय सेवा ग्रुप-ए केंद्रीय सेवाएं विदेश सेवाओं के प्रशिक्षुओं को एक कॉमन फाउंडेशन पाठ्यक्रम (सीएफसी) के जरिए एक साथ लाया जाता है।
इसका उद्देश्य परंपरागत रूप से विभागीय और सेवाओं स्तर पर बंटी आ रही सोच को खत्म करना है। जिससे कि अपने करियर को सिविल अधिकारी नई सोच के साथ शुरू कर सके। आरंभ का उद्देश्य सिविल अधिकारियों के अंदर विभिन्न विभागों और क्षेत्रों के साथ बिना किसी अड़चन के मिलकर काम करने की क्षमता विकसित करना है।
आरंभ की शुरूआत 2019 में 94वें फाउंडेशन कोर्स के तहत की गई थी। जिसमें गुजरात के केवडिया स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ में 20 विभिन्न सेवाओं के प्रशिक्षु अधिकारी एक सप्ताह के लंबे कार्यक्रम में भाग लेते हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री को एक प्रस्तुति भी दी जाती है। साथ ही प्रधानमंत्री प्रशिक्षु अधिकारियों से सीधे संवाद भी करते हैं। और उन्हें संबोधित भी करते हैं। इस साल आरंभ का यह दूसरा संस्करण था। कोरोना महामारी की वजह से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से इसका आयोजन किया गया।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टेच्यू ऑफ यूनिटी को अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट से जोड़ने वाली सीप्लेन सेवा का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने से साबरमती फ्रंट तक की इस विमान से यात्रा भी की। विमान पर सवार होने से पहले उन्होंने यहां स्थित जल हवाई अड्डे पर अधिकारियों से बात की और विमान के बारे में जानकारी ली। इस विमान में 19 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। लगभग 200 किलोमीटर की दूरी को सीप्लेन के जिरए लगभग 40 मिनट में तय किया जा सकेगा।             


गाड़ी मालिकों के घर बैठे होंगे पांच काम

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। परिवहन मंत्रालय ने गैर व्यावसायिक श्रेणी के गाड़ी मालिकों के लिए एक अच्छी खबर दी है। वाहन संबंधी अब पांच काम घर बैठे ही पोर्टल पर हो सकेंगे। गाड़ी मालिकों को इन कामों के लिए आरटीओ ऑफिस जाने की जरूरत नहीं होगी। इसके लिए गाड़ी मालिकों को ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरना होगा। सभी कागजात स्कैन करके फीस जमा करनी होगी। आवेदक जिस काम के लिए आवेदन करेगा, उसके प्रपत्रों की जांच आरटीओ कर्मी करेंगे। आवेदन में कोई कमी होगी तो आवेदक के अप्लीकेशन नंबर पर ऑनलाइन सूचना देंगे। जहां आवेदक फॉर्म को सुधार कर पुन: भेजेगा। सब कुछ सही रहा तो एक सप्ताह के भीतर वाहन संबंधी कागजात आपके अप्लीकेशन नंबर पर भेज दिया जाएगा, जहां आप खुद प्रिंट करके वाहन संबंधी कागजात निकाल सकेंगे।             


'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया  कविता गर्ग  मुंबई। राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन से मु...