मंगलवार, 27 अक्टूबर 2020

कालाबाजारी के तहत थौपी गई है महंगाई

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। दिल्ली एनसीआर अलग अलग खबरों का सार यही है कि ये महंगाई नहीं है। ये कालाबाजारी के जरिये जबरन थोपी गई महंगाई है। आलू और प्याज के बढ़े दामों का किसानों को कोई फायदा नहीं मिल रहा है। बिचौलिये ये माल उड़ा रहे है। नारे में कहा जा रहा है कि हम बिचौलियों को हटा रहे हैं, ले​किन असल में बिचौलिये चांदी काट रहे हैं। उत्तर-प्रदेश से अमर उजाला ने लिखा है कि आलू और प्याज को आवश्यक वस्तु अधिनियम से बाहर करने पर मुश्किलें बढ़ गई हैं। रिकॉर्ड के मुताबिक, कोल्ड स्टोरेज में 30 लाख मीट्रिक टन आलू है। आलू की नई फसल आने तक सिर्फ 10 लाख मीट्रिक टन की खपत होगी। फिर भी दाम आसमान छू रहे हैं। इस पर कोई नेता भाषण नहीं दे रहा जनता इसी तरह से महंगाई का शिकार बनती रहे इस विषय पर कोई भी पक्ष या विपक्ष बोलने को तैयार नहीं है सबके जमीर खत्म हो चुके हैं लगता है। एक तो कोरोना दूसरा लॉकडाउन तीसरा नौकरी चली गई चौथा जिसकी नौकरी बची उसकी सैलरी आधी है ऊपर से यह महंगाई। अब देश और देश की राजनीति और देश के लोग किस तरफ जा रहे हैं यह समझ से बाहर हो रहा है।           


25,000 पीआरडी जवानों को साल भर काम

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। पीआरडी के 25 हजार सक्रिय जवानों को अब सालभर काम मिलेगा। पीआरडी 11 हजार जवानों को थानों पर शांति-सुरक्षा व शहरों की ट्रैफिक की बागडोर संभालने में लगाया जा रहा है। करीब 14 हजार जवानों को विभागीय व गैर विभागीय ड्यूटी में तैनात किया गया है। पीआरडी के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी तादाद में जवानों को साल भर का काम मिलेगा। 


थानों में छह और ट्रैफिक में लगेंगे 25 से 50 जवान 


पीआरडी जवानों को पहली बार थानों और ट्रैफिक में अब पूरे वर्ष ड्यूटी मिलेगी। ड्यूटी भत्ता (प्रति दिन 375 रुपए) विभाग की ओर से दिया जाएगा। थानों में छह से सात जवान, छोटे जिले में 25 और बड़े जिलों (लखनऊ, कानपुर, आगरा, प्रयागराज, वाराणसी, नोएडा, मेरठ, बरेली, मुजफ्फरनगर, आदि) में 50 जवानों को ट्रैफिक संभालने में लगे हैं। जिलों के प्रमुख थानों में में छह या सात जवानों की तैनाती हो रही है। अन्य विभागों में करीब 14 हजार जवानों को काम मिल रहा है।                                         


टीवी सीरियल अभिनेत्री पर जानलेवा हमला

मनोज सिंह ठाकुर


मुंबई। कई हिंदी फिल्मों और टीवी सीरियल में काम करने वाली अभिनेत्री मालवी मल्होत्रा पर जानलेवा हमला हुआ है। हमले के बाद मालवी मल्होत्रा का मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में इलाज चल रहा है। बीती रात मालवी मल्होत्रा के एक पुराने दोस्त ने ही उनपर जानलेवा हमला करते हुए चाकू से शरीर पर किए तीन वार हैं। इस मामले को लेकर मुबई के वर्सोवा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की गई है। फिलहाल इलाज के बाद अब अभिनेत्री की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।



                    


केंद्र ने आतंकियों की एक और सूची जारी की

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून यूएपीए के तहत आतंकियों की अगली सूची मंगलवार को जारी कर दी है। राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत केंद्र सरकार ने मंगलवार को इस कानून के माध्यम से अठारह और व्यक्तियों को नामित आतंकवादी घोषित किया है। सूची में 26/11 मुंबई हमले का आरोपी यूसुफ मुजम्मिल शामिल है जो आतंकी संगठन लश्कर का आतंकी है। दूसरा आतंकी अब्दुर रहमान मक्की है जो लश्कर चीफ हाफिज सईद का बहनोई है साथ ही इस सूची में कंधार फ्लाइट अपहरण (1999) का आरोपी यूसुफ अजहर और बॉम्बे ब्लास्ट के दो आरोपी टाइगर मेमन और छोटा ब्लास्ट की साजिश रचने वाला शकील शामिल हैं।             


देश में नए मामले 40,000 से नीचे पहुंचे

देश में कोरोना की रफ्तार हुई धीमी नए मामले 40 हजार से नीचे।


नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार धीमी होती जा रही है। एक दिन में सामने आने मामले 40 हजार से नीचे आ गए हैं। और मृतकों का आंकड़ा लगातार दूसरे दिन 500 से नीचे रहा। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में कोरोना 36,470 नए मामले सामने आए जबकि 63,842 लोगों ने इस महामारी को मात दी। इससे सक्रिय मामले 27,860 घटकर 625,857 रह गए हैं। इस दौरान 488 मरीजाें की मौत होने से इससे जान गवाने वालों की संख्या 119,502 हो गयी है।
कारोना से अबतक 79.46 लाख लोग संक्रमित हुए है। जिनमें से 72.01 लाख स्वस्थ्य हो चुके हैं। इससे स्वस्थ होने वालों की दर बढ़कर 90.62 प्रतिशत और सक्रिय मामलों की दर 7.88 प्रतिशत रह गयी है। जबकि मृत्यु दर 1.50 फीसदी है। कोरोना महामारी से सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों के दौरान सक्रिय मामलों में 6,344 की कमी आने के साथ इनकी संख्या घटकर 1,34,657 हो गयी हैं, जबकि 84 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 43,348 हो गयी है। वहीं इस दौरान 9,905 लोग स्वस्थ हुए हैं। जिससे इस महामारी से निजात पाने वाले लोगों की संख्या 14.70 से अधिक हो गयी है।             


तेजस्वी ने पीएम मोदी से किएं 11 सवाल

तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी के दौरे से पहले पूछें 11 सवाल, कहा- नीतीश कुमार इतने कमजोर सीएम क्यों हैं


पटना। पीएम नरेंद्र मोदी एक बार फिर कल बिहार में चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए आने वाले हैं। लेकिन इससे पहले तेजस्वी यादव ने 11 सवाल पूछा है। कहा कि मैं दिल्ली और पटना की ड़बल इंजन सरकार से निम्नलिखित सवाल पूछना चाहता हूं। वो बताए दरभंगा एआईआईएमएस की घोषणा 2015 में हुई लेकिन ऐन चुनाव से पहले ही उसके कार्यारंभ की घोषणा क्यों की गयी। पीएम मोदी मुजफ्फरपुर भी आ रहे है। सत्ता संरक्षण में मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में 34 अनाथ बच्चियों के साथ हुए जन बलात्कार के मुख्य आरोपी को मुख्यमंत्री ने बचाया ही नहीं बल्कि उसके घर जन्मदिन की पार्टी में गए उसे निरंतर वित्तीय मदद की और चुनाव भी लड़वाया। क्या प्रधानमंत्री जी ड़बल इंजन सरकार के इस घृणित कार्य पर बोलेंगे। दरभंगा और मुजफ्फरपुर में ड़बल इंजन सरकार ने सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनाने का वादा किया था। लेकिन आज तक नहीं बना। डॉक्टर्स की नियुक्ति भी नहीं हुई। डबल इंजन सरकार ने वर्षों पहले स्कील यूनिवर्सिटी बनाने का वादा किया था। क्या हुआ उस वादे का।
आशा है। पीएम मोदी पटना में हुए जल जमाव के कारण उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी द्वारा हाफ़ पैंट में पड़ोसियों को मरते छोड़ नाव से भागने की घटना और वर्षों से पटना नगर निगम और शहरी विकास विभाग में क़ाबिज़ सत्ताधारी दल की उपलब्धियों के बारे में भी विमर्श करेंगे। पीएम को बिहारवासियों को बताना चाहिए कि देश के टॉप 10 सबसे गंदे शहरों में बिहार के 6 शहर क्यों है। पटना और बिहार की इस बदहाली का ज़िम्मेवार कौन है। सीएम नीतीश कुमार इतने कमजोर मुख्यमंत्री क्यों है। जो डबल इंजन सरकार और एनडीए के 40 में से 39 सांसद होने के बावजूद पटना यूनिवर्सिटी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का भी दर्जा नहीं दिला पाए क्या बिहारवासियों को अब भी ऐसा कमजोर मुख्यमंत्री और डबल इंजन सरकार चाहिए। पीएम बतायेंगे कि देश में सबसे अधिक युवा आबादी वाले प्रदेश बिहार में सबसे अधिक बेरोजगारी क्यों है। 6 वर्षों की केंद्र और 15 वर्षों की बिहार सरकार ने मिलकर बिहार में कितनी नौकरियों का सृजन किया। ड़बल इंजन सरकार बताए कि 15 वर्षों में एनडीए शासनकाल में बिहार के हर दूसरे घर से पलायन क्यों हुआ। सुशासन राज में पलायन में वृद्धि क्यों हुई। ड़बल इंजन सरकार बताए कि कोटा में फंसे हज़ारों छात्रों, देशभर में फंसे लाखों मज़दूरों को बिहार आने से क्यों रोका गया। 2015 के चुनाव में पीएम ने कथित सुशासनी सरकार के 33 घोटाले गिनाए थे। उसके बाद हज़ारों करोड़ के सृजन सहित अन्य 27 बड़े घोटाले हुए है। सृजन घोटाले के मुख्य आरोपियों को सीबीआई अभी तक पकड़ नहीं पाई है। घोटालों के मास्टरमाइंड खुलेआम एनडीए नेताओं के साथ क्यों घूम रहे है।           


घोटाले की जांच से डर रहे है नीतीशः चिराग

चिराग बोले सात निश्चय में हुए घोटाले की जांच से क्यों डर रहे नीतीश कुमार, लालू की तरह जाएंगे जेल


पटना। चिराग पासवान ने एक बार फिर सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला है। चिराग ने कहा कि मैं तो सिर्फ इस योजना की जांच के बारे में बात कर रहा हूं आखिर उनको किस बात की परेशानी है। आखिर क्यों डरे हुए हैं। चिराग ने कहा कि यह कैसे हो सकता है। कि 12 करोड़ में सिर्फ एक आदमी नीतीश कुमार को इस बात की जानकारी नहीं है। की उनके सात निश्च्य योजना में घोटाला हुआ है। वह सबकुछ जानते हुए भी भोलाभाला बन बैठे हुए हैं। चिराग ने कहा कि जांच होगी तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा इससे घबड़ाने की जरूरत क्या है। ऐसा तो हैं। नहीं कि दोषी अगर सीएम होंगे तो वह जेल नहीं जाएंगे एक पहले के सीएम रहे लालू प्रसाद भी जेल में हैं। मैं घोटाले की बात कर रहा हूं तो मेरे उपर सवाल उठाया जा रहा है। मेरा जेडीयू के नेता अपमान कर रहे हैं। यहां तक की मुझे जमूरा बोल रहे हैं। अगर मैं जमूरा हूं तो मंदारी कौन है।  पीएम मोदी के इशारे पर काम करने का आरोप। चिराग ने कहा कि मुझे बार-बार कह रहे हैं। कि वह पीएम मोदी के इशारे पर काम कर रहे हैं। तो क्या आप पीएम मोदी का अपमान कर रहे हैं। कभी उनको कालीदास कहा जाता है। जेडीयू के नेता बार-बार पीएम मोदी का अपमान कर रहे हैं। फिल्मों की जांच कराए। चिराग पासवान ने कहा कि जेडीयू के नेता कहते है। कि उनकी फिल्म में लगे पैसे की जांच कराएंगे। जेडीयू नेता कराए मुझे भी पता चलेगा की किसका पैसा लगा था। फिल्म में मुझे अपने काम से मतलब था। बाकी किसका पैसा लगा यह मुझे पता नहीं है। जेडीयू नेता कहते हैं। कि वह फिल्म फ्लॉप रही है। चिराग ने कहा कि हां मैं उसको कबूल कर रहा हूं कि फिल्म फ्लॉप रही है। लेकिन दस साल इस इंडस्ट्री में रहता तो अपना एक मुकाम बना लेता। फिल्म इंडस्ट्री में लोग आज संघर्ष करके ही आगे बढ़े हैं।             


डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...