सोमवार, 26 अक्टूबर 2020

दिनदहाड़े अपहरण, 1 करोड़ की फिरौती मांगी

गोपीचंद सैनी


बागपत। दिन निकलते ही लोहा व्यापारी को अगवा कर ले गए बदमाश। यह खबर जंगल की आग की तरह बहुत तेजी से  क्षेत्र में फैल गई। व्यापारी आदेश जैन सुबह घर से दुकान पर गाड़ी से सामान उतरवाने जा रहे थे। सूचना मिलने पर पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। बदमाशों ने मांगी व्यापारी को छोड़ने के बदले एक करोड़ की फिरौती मांगी है। परिजनों के द्वारा पुलिस को फोन कर घटना की जानकारी दी। पुलिस घटनास्थल पर पहुंच जांच में जुटी। जनपद बागपत की बडौत कोतवाली क्षेत्र (शहर) में सुबह तकरीबन  8:30 बजे  वारदात को अंजाम दिया गया।


 आदेश जैन के अपहरण को लेकर पुलिस के पेशानी पर शिकन देखी जा रही है, त्वरित कार्रवाई करते हुए  पुलिस के द्वारा खुलासे को लेकर 8 टीमें गठित की गई। एसटीएफ को भी लगाया गया है। मेरठ एसओजी और एसटीएफ की टीम भी लगाई गई। एसपी बागपत अभिषेक सिंह ने कहा-जल्द पकड़े जाएंगे अपहरण करने वाले और एक करोड़ रूपये की फिरौती मांगने वाले। आईजी मेरठ रेंज प्रवीण कुमार भी मौके पर मौजूद रहे।                 


झगड़ाः महबूबा के बयान पर तिरंगा शव यात्रा

महबूबा के बयान के विरोध में बीजेपी सोमवार को श्रीनगर से कुपवाड़ा तक तिरंगा यात्रा निकाल रही है। कुपवाड़ा के बीजेपी कार्यकर्ता श्रीनगर के मशहूर लाल चौक पहुंचे और तिरंगा फहराने की कोशिश की


श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के बयान पर हंगामा मच गया है। महबूबा के इस बयान पर बीजेपी आक्रामक है। महबूबा के बयान के विरोध में बीजेपी सोमवार को श्रीनगर से कुपवाड़ा तक तिरंगा यात्रा निकाल रही है। वहीं, कुपवाड़ा में बीजेपी कार्यकर्ता श्रीनगर के मशहूर लाल चौक पहुंचे और तिरंगा फहराने की कोशिश की।


हालांकि, इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने पकड़ लिया और 4 बीजेपी कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। पिछले दिनों महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि जब तक कश्मीर में दोबारा अनुच्छेद 370 बहाल नहीं हो जाता और उन्हें जम्मू-कश्मीर का झंडा वापस नहीं मिल जाता वो तिरंगा नहीं थामेंगी।


ABVP कार्यकर्ताओं ने की पीडीपी कार्यालय के बाहर नारेबाजी
इससे पहले रविवार को बीजेपी के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय ध्वज पर विवादित टिप्पणी को लेकर महबूबा मुफ्ती के खिलाफ जम्मू में पीडीपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। ये प्रदर्शन का दूसरा दिन था। जम्मू में पीडीपी के दफ्तर पर कुछ युवाओं ने तिरंगा फहराया था। इस दौरान महबूबा मुफ्ती के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी हुई थी।


बता दें कि जम्मू-कश्मीर में पीडीपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस समेत कई पार्टियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए फिर से अनुच्छेद 370 को दोबारा से लागू करने की मांग की है। इसके लिए सभी पार्टियों ने एक गुपकार समझौता किया है।


BJP ने बताया महबूबा को बताया देशद्रोही
बीजेपी ने महबूबा के इस बयान को देशद्रोही बताया है. बीजेपी ने कहा, ‘धरती की कोई ताकत वह झंडा फिर से नहीं फहरा सकती और अनुच्छेद 370 को वापस नहीं ला सकती।’ प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष रवींद्र रैना ने कहा, ‘मैं उप राज्यपाल मनोज सिन्हा से अनुरोध करता हूं कि वह महबूबा मुफ्ती के देशद्रोही बयान का संज्ञान लें और उन्हें सलाखों के पीछे डालें।                


गो बैक, चार बार के विधायक वापस लौटे

अविनाश श्रीवास्तव


पटना। इस बार विधासनभा चुनाव में विधायकों का विरोध होने का सिलसिला जारी है। ताजा मामला दरभंगा जिले का है जहां कुशेस्वर स्थान विधानसभा क्षेत्र के विधायक और जदयू उमीदवार शशिभूषण हजारी और दरभंगा शहरी विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रह चुके भाजपा के संजय सरावगी के प्रति लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है। दरअसल, जदयू उमीदवार शशिभूषण हजारी रात में जनता के बीच पहुंचे थे जहां उन्हें भारी आक्रोश झेलना पड़ा। पघारी गांव में वोट मांगने गए विधायक जी का वहां की जनता ने पोस्टर तक को फार के आग लगा दिया। इतना ही नहीं विधायक जी की गाड़ी को घेर लोग मुर्दाबाद के नारे के साथ-साथ दस सालों के काम का हिसाब मांगने लगे। वहीं कार्यकर्ता और नेता जी के साथ ग्रामीणों की धक्का-मुक्की की भी खबर है। जब विधायक जी ने मामला हाथ से निकलता देखा तो वहां से उल्टे पैर वापस लौटने में ही अपनी भलाई समझी।


वहीं दूसरी तरफ दरभंगा शहरी विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रह चुके भाजपा के संजय सरावगी जब जनता के बीच पहुंचे तो जनता ने उनसे पिछले 15 सालों का हिसाब मांगा। मामला इतना बढ़ गया कि लोगों ने संजय सरावगी को खदेड़ दिया। जैसे ही संजय सरावगी पहुंचे तो लोग ने 'निकम्मा विधायक नहीं चलेगा' और 'गो बैक' का जोर जोर से नारा लगाते हुए उन्हें उल्टे पैर लौटने पर मजबूर कर दिया।                 


जनता परेशान, सरकार चुप क्यों हैंः तेजस्वी

मनोज सिंह ठाकुर


पटना। तेजस्वी यादव ने चुनावी सभा में जाने से पहले महंगाई को लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकार पर हमला बोला है। तेजस्वी ने कहा कि जनता परेशान है, लेकिन सरकार को इसको लेकर कोई मतलब नहीं है। नीतीश कुमार चुप्पी साधे हुए हैं। आखिर इस मुद्दे पर वह बोलते क्यों नहीं है।


कारोबारी परेशान


तेजस्वी यादव ने कहा कि कोरोना संकट में और महंगाई बढ़ गई है। जिससे बिहार की जनता और कारोबारी परेशान हैं। कोरोना संकट में पहले से ही कारोबारी परेशान हैं। प्याज का रोना रोते थे, लेकिन प्याज अब 80 के पार हो गया है। इनलोगों को महंगाई नहीं दिख रही है। बिहार में बेरोजगारी चरम पर हैं। युवा परेशान होकर पलायन कर रहे हैं। किसान परेशान हैं। सच्चाई को सामने रखते हैं


तेजस्वी यादव ने कहा कि महंगाई पर नीतीश कुमार चुप्पी क्यों साधे हैं। उनके मुंह में दही क्यों जमा हुआ है। अगर मिलते तो उनको महंगाई का माला पहनाते हैं। बाप और मां से पूछने वाले नीतीश कुमार के बयान पर तेजस्वी ने कहा कि इस पर वह नीतीश कुमार को कुछ नहीं बोलेंगे। उनके मां-बाप ने बड़ों का सम्मान करना सिखाया है। उनकी हम इज्जत करते हैं। लेकिन उनकी कुर्सी जाते हुए दिख रही है। जिससे भड़के हुए है।


कांग्रेस पर लगाया सुशांत की हत्या का आरोप

बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कांग्रेस पार्टी पर लगाया सुशांत सिंह राजपूत की हत्या का आरोप


अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राज्य में ताबड़तोड़ रैलियों के साथ ही आरोप-प्रत्यारोपों का दौर भी शुरू हो गया है। ऐसे में अब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी )के सांसद मनोज तिवारी ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। उनका कहना है। कि सुशांत की मौत में कांग्रेस का हाथ है। इसके बाद भी राजद नेता तेजस्वी यादव कांग्रेस के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। उन्होंने बांका जिले के शंभूगंज के हाईस्कूल मैदान में ये बात कही।
सुशांत को न्याय दिलाने के लिए प्रयासरत नितिश सरकार सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि अगर सुशांत की मौत के मामले की जांच को लेकर कोई गंभीर था। तो वो थे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उन्होंने तत्काल प्रभाव से एफआईआर दर्ज होने की बात कही थी। तिवारी ने आगे कहा की बिहारी में विकास की रफ्तार को जारी रखने के लिए एनडीए गठबंधन वाली सरकार का आना बहुत जरूरी है।                


विरोधियों के खिलाफ शक्ति प्रयोगः सोनिया

लोकतांत्रिक संगठनों का विरोधियों के खिलाफ इस्तेमाल कर रही सरकारः सोनिया


मोमीन


नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर तीखा हमला करते हुए उस पर लोकतांत्रिक संगठनों का दुरुपयोग करने का सोमवार को आरोप लगाते हुए कहा कि वह संस्थाओं के माध्यम से विरोधियों की आवाज़ दबाने का काम कर रही है। सोनिया गांधी ने आज एक अंग्रेजी दैनिक में प्रकाशित अपने लेख में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार लोकतंत्र के स्तंभों पर हमले कर उनको विकृत करने में जुटी है। और लोकतंत्र को मजबूत करने वाले प्रत्येक संस्थान का इस्तेमाल विपक्ष पर हमले के लिएकिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र खतरे में आ गया है। देश की अर्थव्यवस्था गंभीर संकट में फंस गई है। और सरकार इससे उबरने के प्रयास करने की बजाय लोकतांत्रिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर विरोधियों पर हमला कर रही है। बोलने की आजादी छीनी जा रही है। और लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करने वाले संस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने पूरे तंत्र को ही ध्वस्त कर दिया है। जांच एजेंसियों का इस्तेमाल विपक्ष को डराने और धमकाने के लिए किया जा रहा है। सरकार का निशाना विपक्ष के नेता है। और केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) तथा आईएनए जैसी जांच एजेंसियां प्रधानमंत्री तथा ग्रह मंत्री के इशारे पर काम कर रही हैं।
सोनिया गांधी ने कहा कि मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल से ही विपक्षी दलों के नेताओं को अपना दुश्मन मानते हुए उनको निशाने पर लेना शुरू कर दिया था। सरकार के खिलाफ आवाज उठाने के लिए छात्रों को निशाना बनाया गया और उसके अलोकतांत्रिक कदमों की आलोचना करने के लिए प्रतिष्ठित बुद्धिजीवियों को गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने कहा की नागरिक संशोधन विधेयक और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर -सीएए और एनआरसी के खिलाफ महिलाओं ने शांतिपूर्वक आंदोलन किया। शाहीन बाग से लेकर देश के अन्य हिस्सों में इसको लेकर जबरदस्त आंदोलन हुआ लेकिन उनकी बात सुनने की बजाय उन पर खुले आम हमले किए गए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार विरोधियों की बात सुनने की बजाय उन पर दमनकारी कार्रवाई करती है और इसी का परिणाम है। कि उसने इन विरोध प्रदर्शनों को देश के खिलाफ साजिश बताते हुए 700 से अधिक लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कई लोगों को गिरफ्तार किया। उन्होंने कहा कि देश ने असंख्य बलिदानों और बड़े परिश्रम से लोकतंत्र हासिल किया है इसलिए संविधान में प्रदत्त व्यवस्थाओं का पालन करते हुए इसे संरक्षित किया जाना चाहिये।               


पंजाब के क्षुब्ध किसानों से मिलेंं पीएमः राहुल

राहुल की मोदी को सलाह। पंजाब के गुस्साए किसानों की सुनें बात।


पालूराम


नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कृषि संबंधित तीन कानूनों के विरोध में पंजाब के किसानों के गुस्से को खतरनाक करार देते हुए सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सलाह दी कि उन्हें विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों की बात सुननी चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि पंजाब में किसानों ने दशहरे के अवसर पर रविवार को प्रधानमंत्री के पुतले जलाकर अपने गुस्से का इजहार किया और यह स्थिति लोकतंत्र के लिए अच्छी नहीं है।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया यह पूरे पंजाब में जो कल हुआ। यह दुखद है। कि पंजाब में प्रधानमंत्री के प्रति लोगों में इतना आक्रोश है। यह बहुत खतरनाक है। और हमारे देश के लिए इस तरह की स्थिति अच्छी नहीं है। प्रधानमंत्री को गुस्साए लोगों से मिलकर उनकी बात सुननी चाहिए और जल्द से जल्द उनकी समस्या पर ध्यान देना चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने आज एक अखबार में छपी खबर भी पोस्ट की है। जिसमें कहा गया है। कि किसान यूनियन के नेतृत्व में हाल ही में संसद में पारित किसान संबंधी तीन कानूनों के विरोध में दशहरा पर राज्य में कल जगह-जगह प्रधानमंत्री मोदी, उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी के पुतले फूंके गए। खबर के अनुसार किसानों ने कहा है। कि यदि इन कानूनों को वापस नहीं लिया जाता है। तो पंजाब में आंदोलन और तेज किया जाएगा।                


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...