जिले में कम हो रहे हैं, कोरोना के मरीज बंद हुआ एसआरएम यूनिवर्सिटी में बना एल-1 अस्पताल।
अंकित गोस्वामी
गाजियाबाद। गाज़ियाबाद में कोरोना संक्रमितों की संख्या में निरंतर आती कमी के कारण जिला प्रशासन ने एसआरएम यूनिवर्सिटी में बने एल-1 अस्पताल को बंद कर दिया है। जिला स्वास्थ्य विभाग ने फैसला किया है। की अब से बिना लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेट किया जाएगा। यदि किसी मरीज को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ी तो उसे राजेंद्र नगर साहिबाबाद स्थित ईएसआई अस्पताल में भर्ती कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि प्रारंभिक तौर पर कोरोना के संदिग्ध व्यक्तियों को क्वारंटीन किया जाता थ। और मरीजों को आईसोलेशन में रखा जाता था। कोरोना पर वैज्ञानिक शोध आगे बढ़ने के साथ ही कोरोना संक्रमितों को तीन श्रेणियों एल-1, एल-2 एल-3 में बांटा गया। एल-1 में बिना लक्षण वाले मरीजों को रखा जाता है। जिले में बिना लक्षण वाले संक्रमितों की संख्या सबसे ज्यादा है। जिसके चलते जिले में एल-1 स्तर के 5 अस्पताल बनाए गए। इनमें चार अस्पताल विभिन्न कॉलेजों में बनाए गए थे।
शासन स्तर से बिना लक्षण वाले मरीजों के लिए होम आइसोलेश की सुविधा शुरु किए जाने के बाद से जिले के एल-1 अस्पताल खाली रहने लगे। जिसके चलते तीन एल-1 अस्पतालों को बंद कर दिया गया था। एसआरएम यूनिवर्सिटी में चल रहे एल-1 अस्पताल में पिछले लगभग एक सप्ताह से किसी मरीज को भर्ती नहीं किया गया है। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी प्रबंधन भी शैक्षणिक सत्र शुरु होने के चलते अस्पताल को बंद किए जाने की मांग कर रहा था।
सीएमओ डॉ. एनके गुप्ता ने बताया कि अस्पताल में कोई मरीज भर्ती नहीं हो रहा। जिसके चलते एसआरएम यूनिवर्सिटी में बनाए गए एल-1 अस्पताल को बंद कर दिया गया है। अब बिना लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जाएगा। यदि बिना लक्षण वाले किसी मरीज को अस्पताल में भर्ती करने की बहुत जरूरत हुई तो उसे ईएसआई राजेंद्र नगर में भर्ती किया जाएगा। फिलहाल जिले में एल-1 स्तर का ईएसआई, एल-2 स्तर का कंबाइंड अस्पताल 100 बेड और एल-3 स्तर का संतोष अस्पताल 400 बेड संचालित हैं। इसके साथ ही 12 निजी अस्पताल भी कोविड का उपचार कर रहे हैं। सीएमओ का कहना है। कि जिले में मरीजों की संख्या की अपेक्षा कोविड के बेड की पर्याप्त व्यवस्था है। अब संक्रमण में कमी आई है। साथ ही सक्रिय मरीजों की संख्या में कमी आई है।