शनिवार, 24 अक्टूबर 2020

दुर्गा के अष्टम रूप पर सबका मन मग्न हो गया

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी, प्रवीण कुमार 


हापुड़़। माता के नवरात्रों की अष्टमी के पर्व पर छोटी कन्याओं को भोजन कराने का माता के आशीर्वाद से सौभाग्य प्राप्त हुआ। कुंआर के नवरात्रों में, अष्टमी के उपलक्ष परिवार सहित छोटी कन्याओं को माता के आशीर्वाद से भोजन कराने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। माता के नवरात्रे चल रहे हैं। माता के नवरात्रों का बड़ा ही महत्व माना गया है। जिसको लेकर छोटे-छोटे मासूम बच्चे भी बड़े उत्साह वर्धन के साथ माता को मनाने के लिए उपवास रखते हैं और 9 दिन तक माता की आस लगाकर बैठते हैं, ताकि माता इन 9 दिनों में हमारे घर पर आए और अपने भक्तों को व नन्हे मासूम बच्चों को आशीर्वाद देकर अपनी इस फुलवारी को खिलाएं। आज माता के नवरात्रों की अष्टमी है। कुछ लोग अष्टमी को ही घर पर पूजन कर छोटी कन्याओं को भोजन करा कर समापन करते हैं, तो कुछ लोग अष्टमी के बाद नोवमी को  माता के उपवास का समापन कर छोटी कन्याओं को भोजन कराते हैं, बड़ा ही महत्व माना गया है और माना जाता है, जब छोटी मासूम कन्याओं को अपने घर भोजन करते है और परिवार के लोगों को बड़ा गर्व महसूस होता है और माता के आशीर्वाद से सौभाग्य प्राप्त होता है। आज अष्टमी के मौके पर प्रवीन कुमार पत्रकार और उनके परिवार को छोटी मासूम कन्याओं को भोजन कराने का माता के आशीर्वाद से सौभाग्य प्राप्त हुआ।                 


मिठाई विक्रेताओं पर करम,खाद-आपूर्ति विभाग

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी, वीण कुमार


दीपावली की मिठास में सिंथेटिक मिठाई बनाने वाले माफियाओं की कड़वाहट, लेकिन गढ़मुक्तेश्वर खाद्य विभाग दीपावली की मिठास में कड़वाहट घोलने वाले माफियाओं पर क्यों है मेहरबान


गढ़मुक्तेश्वर/ हापुड़। दशहरा एवं दीपावली पर्व के मद्देनजर सिंथेटिक मिठाई बनाने वालों के हौसले बुलंद दीपावली की मिठास में बराबर कड़वाहट घोल रहे है। सूत्रों के अनुसार क्षेत्र के गांव रझैटी वेट अठसैनी सरूरपुर रझैडा आदि दर्जनों गांव में सिंथेटिक दूध एवं मावे से मिठाई बनाने का कारोबार बहुत बड़े पैमाने पर चल रहा है। और सिंथेटिक बंगाली रसगुल्ला बनाने के लिए अंतर जनपदों में मशहूर गांव रझैटी मेें आज भी दर्जनों की संख्या में सिंथेटिक मिठाई माफिया मिठाई बनाने को लेकर रात-दिन एक किए हुए हैं। जहां से प्रतिदिन दूध की कैनो एवं प्लास्टिक के खाली डब्बे में भरकर अंतर जनपदों के लिए सप्लाई जारी है और क्षेत्र में भी स्थित ब्रांडेड ऊंची दुकान फीके पकवान वाली कहावत के साथ इन दुकानो पर माफियाओं के द्वारा बहुत बड़े पैमाने पर सिंथेटिक मिठाइयों की खेफ उतारी जा रही है। यह क्षेत्र अपने आप में सफेद दूध एवं सफेद रसगुल्ले का काला कारोबार करने के लिए दूर-दूर तक प्रसिद्ध है। लेकिन फिर भी खाद्य विभाग इन पर आखिर मेहरबान क्यों हैं। दबी जबान में ग्रामीणों का कहना है कि इन माफियाओं के द्वारा खाद्य विभाग के अधिकारियों के द्वारा वसूली करने के लिए अपने पास रखे गए प्राइवेट आदमी के द्वारा क्षेत्र से वसूली करके अपने अधिकारियोंं की आंखों पर प्रत्येक माह चांदी का चश्मा पहना दिया जाता है। जिसकी चमक में कुछ भी नहीं दिखाई देता है।           


रेलवे की लापरवाही का दंश झेल रहें ग्रामीण

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी, प्रवीण कुमार


हमें नहीं अपनी जान की परवाह, हमारे लिए रेलवे के नियम नहीं रखते कोई मायने अपनी तो यूं ही फाटक के नीचे से निकलेगी बाइक आखिर रेलवे विभाग इन सिरफिरे बाइक सवारों पर कब करेगा कार्यवाही


गढ़मुक्तेश्वर/ हापुड़। गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव अठसैनी सरूरपुर ब्रहमगगढी नवादा कला सिंभावली फरीदपुर राजपुर गांव में प्रवेश करने के लिए रेलवे फाटक को क्रॉसिंग करने को लेकर पूर्व में भी हो चुकी है, कई घटनाएं। लेकिन फाटक बंद होने पर अपनी जान की परवाह किये बगैर अपनी बाइक को नीचे से निकालने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, गौरतलब रहे कि सिंभावली थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले फाटक संख्या 59c पर 1 सप्ताह पूर्व जबकि एक युवक की ट्रेन की चपेट में आकर मौत हो चुकी।इन सिरफिरे बाइक सवारों के लिए रेलवे के नियम नहीं रखते हैं। कोई मायने आखिर रेलवे विभाग इन सिरफिरे बाइक सवारों के खिलाफ कब चलाएगा अभियान कब होगी। इनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही। वही नाम नहीं छापने की शर्त पर एक फाटक पर तैनात कर्मचारी द्वारा बताया गया है कि फाटक बंद करने के बावजूद नीचे से बाइक निकालने को मना करने पर यह सिरफिरे मारपीट तक करने पर हो जाते हैं उतारू।           


हापुड़ः विकास कार्यों की जांच को आईं टीम

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी, प्रवीण कुमार 


गढ़मुक्तेश्वर विकास कार्यों की जांच को पहुंची अधिकारियों की टीम


हापुड़/ गढ़मुक्तेश्वर। गढ़मुक्तेश्वर के गांव वैट में विकास कार्यों की जांच को लेकर सरगर्मी बढ़ीं। आपको बता दें पंचायत की पंचवर्षीय योजना के अंतिम वर्ष में गांवों में प्रधान‌ द्वारा कराये गये विकास कार्यों में धांधली दिखनी शुरू हो जाती है। ऐसा ही मामला गढमुक्तेश्वर के‌ वैट में कृषि अधिकारी जांच अधिकारी के रूप में पहुंचे।जहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। ग्राम प्रधान शमीम बैगम द्वारा कराये गये विकास कार्यों में ग्रामीण इस्तकार और निहायत अली ने अपील दाखिल कर विकास कार्यों की जांच कराने की मांग की। जिसके चलते वैट में जांच अधिकारियों की टीम ने वैट में शुक्रवार को पहुंचकर भौतिक जांच की जिसके बाद रिपोर्ट तैयार कर प्रेषित कर दी जायेेेगी। वहीं गढमुक्तेश्वर के अल्लीपर में भी शुक्रवार को चौथी बार ग्राम प्रधान द्वारा कराये गये विकास कार्यों की जांच के लिए उद्यान विभाग के अधिकारी अल्लीपर पहुंचे। जांच टीम के पड़ताल शुरू होने पर अल्लीपुर में उस समय गहमागहमी हो गयी जब प्रधान पक्ष ने कहा कि शिकायत कर्ता ही अपना पक्ष रखेंगे दूसरा कोई नहीं बोलेगा। इस पर हुई गहमागहमी के चलते पुलिस टीम ने सबको खदेड़ते हुये दोनों पक्षों की रजामंदी से शिकायत कर्ता और प्रधान मौजूद रहेंगे।
जिसके बाद जांच अधिकारियों ने रास्तों पर फीता डालकर जांच शुरू कर दी और देर शाम तक भौतिक जांच कर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट प्रेषित कर दी जायेगी कर इतिश्री हो गयी।             


निगम की ज़मीन तलाशने निकले कर्मचारी

अंकित गोस्वामी


गाजियाबाद। अधिकारी अगर ईमानदार हो तो उसका असर देर से ही सही मगर पूरे विभाग पर पड़ता है। कुछ ऐसा ही गाज़ियाबाद नगर निगम में भी नज़र आ रहा है। आईएएस महेंद्र सिंह तंवर के कार्यभार संभालते ही निगम की कार्यप्रणाली में भी अंतर नज़र आना शुरू हो गया है। निगम के अधिकारी अब जगह-जगह पहुँचकर अपनी जमीन पर से अवैध कब्जे हटवाने में लगे हैं।                 


गाजियाबादः चलती मोटर साइकिल में लगी आग

 रोशन कुमार


गाजियाबाद। लाइन पार (विजय नगर) को गाज़ियाबाद शहर से जोड़ने वाले गौशाला अंडरपास पर आज सुबह एक चलती मोटर साइकिल में आग लग गई। मोटर साइकिल दिलीप नाम का युवक चला रहा था। देखते ही देखते आग पूरी बाइक पर फैल गई और दिलीप ने जैसे-तैसे कूद कर अपनी जान बचाई। दमकल की गाड़ी ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। इस दौरान मौके पर अफरा-तफरी मची रही।               


पत्रकार सुरक्षा को लेकर राज्यपाल के नाम ज्ञापन

पत्रकारों पर झूठे मुकदमे वापस लेने को लेकर चाँदपुर तहसील में पत्रकारों ने राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन


चाँदपुर। पत्रकारों के खिलाफ की जा रही उत्पीड़न कार्रवाई पर अंकुश लगाए जाने व दर्ज झूठे मुकदमे वापस लेने के लिए पत्रकारों ने एक जुट होकर महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश के नाम एक ज्ञापन तहसीलदार चांदपुर को सौपा। प्राप्त समाचार के अनुसार बिजनौर पुलिस द्वारा पत्रकारों का उत्पीड़न किया जा रहा है। 20 दिसंबर 2019 को बिजनौर में सीएए एनआरसी के विरोध में हुए प्रदर्शन के संबंध में एफआईआर में नाम ना होने के बाद भी जांच अधिकारी उप निरीक्षक ने पत्रकार समीउल्लाह, पत्रकार मुसव्विर हुसैन, पत्रकार आसिफ अंसारी का नाम जानबूझकर चार्ज सीट में शामिल किया है, जो सरासर गलत है। वह पूर्ण रुप से झूठा है, इतना ही नहीं महिला कांस्टेबल द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक नगर पर लगाए गए आरोपों के बाद भी, इन्हीं तीनों पत्रकारों के खिलाफ साजिशन कार्रवाई की जा रही है। चार्ज सीट लगाने वाले उप निरीक्षक को पुलिस अधीक्षक द्वारा निलंबित किया जाना साबित करता है, की गई कार्रवाई गलत है। पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही से पत्रकारों में रोष है। बिजनोर पुलिस द्वारा झूठे मुकदमे वापस लिया जाए। इस मौके पर अब्दुलरहमान, रईस अहमद, अतीक अहमद, शेख समीम, फैसल शेख, तारिक शेख, मुंसी अतीक अहमद, जितेंद्र उर्फ जीतू शर्मा, बनने अली, सलीम अहमद आदि पत्रकार मौजूद रहे।               


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...