शुक्रवार, 23 अक्टूबर 2020

10-12वीं आवेदन की अंतिम तिथि 10 नवंबर

श्रीराम मौर्या


हल्द्वानी। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा बोर्ड 2021 की 10वीं व 12वीं की संस्थागत और व्यक्तिगत परीक्षा के आवेदन फार्म जमा करने की अंतिम तिथि अब 10 नवंबर कर दी गई है। शिक्षा विभाग ने पहले हाई स्कूल व इंटर के संस्थागत छात्रों के लिए यह तिथि 31 जुलाई व प्राइवेट छात्रों के लिए 14 अगस्त रखी गई थी। लेकिन कोरोना काल व लॉक डाउन के कारण अब माध्यमिक शिक्षा परिषद ने अब इन तिथियों में बदलाव कर दिया है।                 


निर्माणाधीन उत्तराखंड भवन का निरीक्षण किया

पंकज कपूर


देहरादून। सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने नई दिल्ली में निर्माणाधीन भवन उत्तराखण्ड निवास का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्माण कार्य, गुणवत्ता बनाए रखते हुए तय की गई समय सीमा में पूरा करना सुनिश्चित किया जाए। बताया गया कि 3, गोपिनाथ बारदोलाई मार्ग, चाणक्यपुरी नई दिल्ली में जून 2020 से उत्तराखण्ड निवास का काम शुरू किया गया। भवन में तीन बेसमेन्ट होंगे।             


20 डिग्री सेल्सियस में 28 दिन रहता है वायरस

इन सतहों से सबसे ज्यादा फैलता है कोरोना


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। घर हो या बाहर कोई भी कोरोना वायरस से पूरी तरह सुरक्षित नहीं है। एक नई स्टडी में बताया गया है कि कोरोना वायरस एक सतह से दूसरी सतह पर कितनी आसानी और तेजी से फैल रहा है। ये स्टडी ऑस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं ने की है। चिंता की बात ये है कि ये सतहें ऐसी हैं। जिनका इस्तेमाल हम अपनी आम दिनचर्या में करते हैं। आइए जानते हैं। कि कौन सी है वो सतहें जिन्हें स्टडी में सबसे अधिक संक्रामक बताया गया है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट की खिड़की- मेट्रो और बस जैसे। पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सेवाएं शुरू हो चुकी हैं। स्टडी में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की खिड़कियों और पोल्स को सबसे अधिक संक्रामक बताया गया है। खिड़कियां और खंभे स्टील या कांच जैसी मैटेरियल से बनते हैं। इन सतहों पर वायरस आसानी से चिपक जाते हैं। चढ़ने-उतरने के दौरान कई यात्री इन सतहों का इस्तेमाल करते हैं। जिसकी वजह से ये और अधिक संक्रामक हो जाते हैं। पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करते समय इन सतहों को छूने से बचें। स्टडी के अनुसार कोरोना वायरस 20 डिग्री तापमान में, 28 दिनों तक नोट पर रह सकता है। नोट के लेन-देन से वायरस के एक से दूसरे में फैलने का खतरा हो सकता है। इस समय जितना हो सके प्लास्टिक मनी का इस्तेमाल करें. इससे आप वायरस के संपर्क में आने से बचे रहेंगे।
फोन की स्क्रीन- फोन हमारी जिंदगी का एक जरूरी हिस्सा है। और हम जहां जाते हैं। वहां फोन जरूर ले जाते हैं। कुछ लोग तो वॉशरूम में भी फोन लेकर जाते हैं। फोन की स्क्रीन पर वायरस आसानी से चिपक जाता है। हमारी उंगलियां ज्यादातर समय फोन के स्क्रीन पर रहती हैं। इसलिए फोन की स्क्रीन से वायरस फैलने का खतरा ज्यादा है। फोन की स्क्रीन को समय-समय पर सैनिटाइज करते रहें। अस्पताल का वेटिंगरूम- वैसे तो इस समय अस्पतालों में साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। लेकिन फिर भी अस्पताल के वेटिंग रूम में संक्रमण की संभावना ज्यादा रहती है। वेटिंग रूम लोगों से भरा रहता और लोग बाहर से आते-जाते रहते हैं। जिसकी वजह से यहां वायरस फैलने का ज्यादा खतरा होता है। इस समय अस्पताल के चक्कर लगाने से बचें. अगर अस्पताल जाना भी पड़े तो किसी भी सतह को छूने से बचें और मास्क, फेस शील्ड, सैनिटाइजर और ग्लव्स का इस्तेमाल जरूर करें.
एटीएम का स्क्रीन और बटन- एटीएम के बटन, ग्लास और स्क्रीन पर किटाणु आसानी से आ सकते हैं। पैसा निकालने के लिए हर कोई एटीएम के बटन और स्क्रीन को छूता है। इससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है। इस समय एटीएम से पैसे निकालने की बजाय ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करें. अगर एटीएम जाना भी हो तो पैसे निकालने के तुरंत बाद हाथों को सैनिटाइज करें और घर आकर साबुन से हाथ धोएं।
स्टेनलेस स्टील- स्टडी के अनुसार ज्यादा हीट पर वायरस देर तक नहीं टिकता लेकिन स्टेनलेस स्टील पर ये आसानी से घंटों तक रह सकता है। किचन में इस्तेमाल होने वाले ज्यादातर बर्तन स्टील के ही होते हैं। ऐसे में संक्रमण का खतरा ज्यादा हो जाता है। अपने किचन में रखे स्टील के बर्तनों और किचन की सारी सतहों को अच्छी तरह साफ करते रहें।
घर के अंदर कोरोना से कैसे बचें- अपने घर की अच्छे से साफ-सफाई करें। सारी सतहों को सैनिटाइज करें। अगर आप कहीं बाहर से आ रहे हैं तो घर की किसी भी चीज को छुए बिना हाथों को पहले अच्छे से धोएं और कपड़ों को बदल लें। अपने घर का वेंटिलेशन सिस्टम सही रखें। घर की खिड़कियों को खुली रखें ताकी ताजी हवा और सूरज की रोशनी घर के अंदर तक आ सके।             


राहुल के हेलीकॉप्टर को उतारने की इजाजत नहीं

अविनाश श्रीवास्तव


पटना। बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। सभी धुआंधार प्रचार के जरिए जनता को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं। इसी बीच शुक्रवार को एनडीए के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महागठबंधन के लिए राहुल गांधी चुनावी जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। इससे ठीक पहले गुरुवार शाम को एक रिपोर्ट आई की राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर को पूर्णिया में उतरने की इजाजत नहीं दी गई है। जहां उनका एक कार्यक्रम होना है। इसे लेकर अब पूर्णिया के जिलाधिकारी ने सफाई दी है। जिलाधिकारी राहुल कुमार ने कहा, ट्रांजिट प्रोग्राम (पूर्णिया में राहुल गांधी की रैली) पूर्णिया एयरफोर्स स्टेशन में 23 अक्तूबर को निर्धारित किया गया था। सुरक्षा प्रोटोकॉल और एएसएल की बैठक के अनुसार तैयारी शुरू हुई। 22 तारीख को, हमें संशोधित कार्यक्रम के बारे में सूचित किया गया, जिसमें पूर्णिया को ट्रांजिट (पारगमन) के तौर पर शामिल नहीं किया गया। उन्होंने आगे कहा, पूर्णिया एयरफोर्स स्टेशन जिला प्रशासन के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। लैंडिंग के लिए अनुमति न तो प्रशासन से ली गई थी और न ही इसके लिए कोई आवेदन जमा कराया गया था। इसलिए इजाजत न देने का कोई सवाल ही नहीं उठता है।               


गूगल एप के पास है, आपका सारा डेटा

सावधानः गूगल के पास है, आपका सारा डेटा


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। गूगल हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। इंटरनेट से जुड़े कई ऐसे काम होते हैं। जो बिना गूगल की मदद लिए पूरे नहीं किए जा सकते वहीं, ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन यूज करने के लिए गूगल अकाउंट होना जरूरी है। अगर आप गूगल क्रोम या ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन यूज करते है। तो आपकी सारी ऐक्टिविटी पर गूगल की नजर है। आप प्ले स्टोर से कौन सा ऐप डाउनलोड कर रहे हैं या कौन सी वेबसाइट पर जा रहे हैं। गूगल के पास इसका सारा डेटा मौजूद है। गूगल की पहुंच है। आपके अकाउंट तक।पर्सनल सेटिंग में जाकर लोकेशन ऑफ कर देने से कंपनी को आपकी लोकेशन के बारे में जानकारी नहीं होती है। लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक, वास्तव में ऐसा नहीं होता जैसे ही आप गूगल मैप ऑन करते हैं। आपकी मौजूदा स्थिति का स्नैपशॉट गूगल पर आपके अकाउंट में पहुंच जाता है। गूगल पर सर्च करते वक्त भी कंपनी आपकी स्थिति की जानकारी जुटा लेता है। गूगल के एंड्रायड डिवाइसेज के करीब दो अरब यूजर और दुनियाभर में आईफोन के करोड़ों यूजर मैप या सर्च के लिए गूगल पर भरोसा करते हैं। लेकिन उनके प्राइवेसी हमेशा खतरे में रहती है। आपके हर कदम पर नजर रखने से प्राइवेसी खत्म होने का खतरा रहता है। 
आपके फोन की कॉन्टैक्ट लिस्ट भी जीमेल अकाउंट लिंक होती है। यानी आपके फोन का हर कॉन्टैक्ट गूगल के पास होता है। ठीक इसी तरह, आपके फोन के वीडियो और फोटो भी गूगल के पास सिंक हो जाते हैं। गूगल इन्हें अपने क्लाउड स्टोरेज यानी गूगल ड्राइव पर सेव कर लेता है।
गूगल बना आपका पर्सनल असिस्टेंट- इन दिनों ज्यादातर एंड्रॉयड यूजर्स गूगल असिस्टेंट फीचर का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस फीचर का इस्तेमाल वॉइस कमांड या टेक्स्ट के जरिए किया जाता है। यानी वॉइस से आप किसी चीज को सर्च कर सकते हैं। हालांकि, आपकी द्वारा दी गई हर वॉइस कमांड गूगल के पास सेव हो जाती है। आप गूगल असिस्टेंट को कमांड देकर क्या सर्च कर रहे हैं। और आपने उसे कौन सी जानकारी याद करने के लिए कहा है. ये सभी बातें भी यहां सेव रहती हैं।
गूगल की नजरों से बच सकते हैं।गूगल यूजर्स की सिक्यॉरिटी को लेकर काफी अलर्ट रहता है। इसीलिए गूगल अपने यूजर्स को एक ऑप्शन देता है। जिससे वे चेक कर सकते हैं। उनके गूगल अकाउंट पर कौन-कौन से डिवाइस काम कर रहे हैं। इसके साथ ही अगर आप किसी डिवाइस पर लॉगइन करने के बाद लॉगआउट करना भूल गए हैं। तो सेटिंग्स पेज पर जाकर पर्सनल डेटा को सिक्यॉर करना एक अच्छा आइडिया है। विशेषज्ञों का कहना है। गूगल को किसी भी तरह आपके लोकेशन की जानकारी इकट्ठा करने से रोकने के लिए आप वेब एंड ऐप एक्टिविटी’ को ऑफ कर सकते हैँ।               


मुंबईः आग लगने से 3500 लोगों का रेस्क्यू

मुंबईः मॉल में लगी आग काबू से हुई बाहर, 3500 लोगों का रेस्क्यू  


मनोज सिंह ठाकुर


मुंबई। मुंबई के नागपाड़ा स्थित सिटी सेंटर मॉल में लगी आग करीब 12 घंटे बाद भी बुझ नहीं पाई है। आग बुझाने के लिए दमकल विभाग के करीब 250 अधिकारी और जवान लगे हुए है। हालात पर काबू नहीं पाते देख मुंबई फायर ब्रिगेड ने उसे ब्रिगेड कॉल डिक्लेअर कर दिया है। इसका मतलब यह होता है। कि आग इतनी भयंकर है कि दमकल विभाग के काबू से बाहर हो गई है। और विभाग ने आग से निपटने में एक्सपोर्ट पेट्रोलियम कंपनियों एचपीसीएल, बीपीसीएल  , बीपीटी से मदद मांगी है।मॉल में लगी इस आग को बुझाने के दौरान दो दमकल कर्मी घायल हो गए हैं। जिन्हें जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि गुरुवार रात 9 बजे मॉल में बनी एक मोबाइल के शॉप में आग लग गई। आग धीरे-धीरे बढ़ कर पूरे मॉल में फैल गई। मॉल में वेंटिलेशन की समुचित व्यवस्था नहीं होने की वजह से काफी ज्यादा धुआं भर गया था। जानकारी के मुताबिक जिस वक्त मॉल में आग लगी उस समय वहां पर करीब 300 लोग मौजूद थे। मुंबई पुलिस और फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने मॉल के शीशे तोड़कर और एमरजैंसी डोर के जरिए सुरक्षित तरीके से बाहर निकाल लिया। लगी भीषण आग के कारण चारों ओर घना काला धुआं निकल रहा है। जिससे आसपास की हाउसिंग सोसायटी में रहने वाले लोगों को सांस की दिक्कत हो रही है हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस प्रशासन ने मॉल के सटी 55 मंजिला ऑर्किड एनक्लेव बिल्डिंग को खाली करा लिया है। इस बिल्डिंग में रहने वाले करीब 3500 लोगों को घरों से निकालकर सुरक्षित जगह पर शिफ्ट कराया गया है। घटना के बाद मौके पर स्थानीय कांग्रेस विधायक अमीन पटेल और मुंबई मेयर किशोर पेडनेकर  भी पहुंचे‌।विधायक अमीन पटेल के मुताबिक घटना के दौरान समय रहते सभी ने त्वरित कार्यवाही की जिसके चलते किसी की जान नहीं गई।             


बालि वध और लंका दहन का हुआ मंचन

अयोध्याः रामलीला के छठवें दिन बालि वध और लंका दहन का हुआ मंचन


उमय सिंह साहू


अयोध्या। श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में मोक्षदायिनी सरयू के किनारे लक्ष्मण किला के मैदान में चल रही फिल्मी कलाकारों की रामलीला के छठवें दिन बालि वध, रावण सीता संवाद और लंका दहन प्रसंग का मंचन किया गया। तीन घंटे चले इस मंचन का दूरदर्शन समेत सोशल मीडिया पर लाइव प्रसारण हुआ। फिल्मी कलाकारों की रामलीला का आयोजन प्रदेश सरकार, संस्कृति मंत्रालय और अयोध्या शोध संस्थान के सहयोग से किया जा रहा है।
प्रदेश सरकार के सहयोग से दिल्ली के द्वारिका में फिल्मी कलाकारों की रामलीला आयोजित करने वाली संस्था मां फाउंडेशन रामलीला समिति की ओर से राम नगरी अयोध्या के लक्ष्मण किला मैदान में सरयू किनारे रामलीला का मंचन किया जा रहा है। चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन से शुरू इस फिल्मी कलाकारों की रामलीला में छठवें दिन बालि वध रावण सीता संवाद और लंका दहन प्रसंग का मंचन हुआ।
सुसज्जित और तकनीक से लैस रामलीला के मंच पर मंचन की शुरुआत शबरी के आश्रम से होती। माता शबरी से विदा लेकर राम लक्ष्मण आगे को रवाना होते हैं। अगले दृश्य में माता सीता की खोज में भटक रहे राम और लक्ष्मण की मुलाकात बानर राजा सुग्रीव से होती है। मुलाकात के पूर्व वानर राज सुग्रीव के प्रिय हनुमान ब्राह्मण वेश में राम से मुलाकात करते हैं। और प्रयोजन जानते हैं। इसके बाद राम की मुलाकात सुग्रीव से कराते हैं।
मंच का परिदृश्य बदलता है बालि का महल सजा हुआ है,वह सुग्रीव को युद्ध के लिए ललकारता है। इसी माहौल में बाल कि तारा के साथ युद्ध का प्रसंग मंचित किया जाता है। उधर सुग्रीव भगवान राम से मदद मांगते हैं। राम के बताए अनुसार भाई बाली से युद्ध करते हैं। और राम बालि का वध कर देते हैं।
कथानक आगे बढ़ता है। सुग्रीव का राज्याभिषेक किया जाता है। प्रखंड में लक्ष्मण कुपित होते हैं और सुग्रीव दरबार में जाने से मना कर देते हैं। प्रसंग आगे बढ़ता है। और वानर राज सुग्रीव माता सीता की खोज के लिए अपनी बानरो की सेना रवाना करते हैं। इसी प्रसंग में आगे सम्माती से मुलाकात होती है।
सरयू के तट पर सजे मंच का परिदृश्य बदलता है। हनुमान जी राम की ओर से दी गई अंगूठी लेकर माता सीता की खोज में लंका पहुंचते हैं। और वहां उनकी विभीषण से मुलाकात होती है। दृश्य में बदलाव होता है। और मंच पर अशोक वाटिका का नजारा दिखता है। मंच पर लंकाधिपति रावण और माता सीता नजर आती हैं। रावण विभिन्न प्रकार से माता-पिता को समझाता और मनाता है। अगले दृश्य में अक्षय कुमार के बध का कलाकार मंचन करते हैं।
घड़ी की सुईयों के आगे बढ़ने के साथ एक बार फिर मंच के परिदृश्य में बदलाव होता है। और मंच पर रावण का दरबार सजा नजर आता है। अगले प्रसंग में मेघनाथ और हनुमान का युद्ध होता है। फिर कथानक रावण दरबार पर ही लौट आता है। दरबार में रावण और हनुमान दोनों मौजूद हैं। और दोनों के बीच संवाद चल रहा है। रावण अपने सत्य का बखान करता है तो हनुमान प्रभु श्रीराम का गुणगान करते हैं। और रावण को माता सीता को वापस लौटाने के लिए कहते हैं। लेकिन रावण इसके लिए तैयार नहीं होता है। कुपित रावण की ओर से हनुमान को दंड दिए जाने का आदेश होता है। लंका के लोग हनुमान की पूंछ में कपड़ा लपेटते हैं। और  हनुमान अपना आकार  बढ़ाते जाते हैं। पूंछ में आग लगा देने के बाद इधर उधर कूदकर पूरी लंका में आग लगा देते हैं। लंका दहन के साथी छठवें दिन के मंचन का समापन होता है।और आरती शुरू हो जाती है। फिल्म स्टार फिल्म विन्दु दारा सिंह हनुमान के, शाहबाज खान रावण के, अभिनेता राकेश बेदी  विभीषण के किरदार में मंच पर नज़र आए।               


'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी

'पीएम' ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात दी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को रेल परियोजनाओं की सौगात...