शुक्रवार, 23 अक्टूबर 2020

राहुल के हेलीकॉप्टर को उतारने की इजाजत नहीं

अविनाश श्रीवास्तव


पटना। बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। सभी धुआंधार प्रचार के जरिए जनता को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं। इसी बीच शुक्रवार को एनडीए के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महागठबंधन के लिए राहुल गांधी चुनावी जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। इससे ठीक पहले गुरुवार शाम को एक रिपोर्ट आई की राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर को पूर्णिया में उतरने की इजाजत नहीं दी गई है। जहां उनका एक कार्यक्रम होना है। इसे लेकर अब पूर्णिया के जिलाधिकारी ने सफाई दी है। जिलाधिकारी राहुल कुमार ने कहा, ट्रांजिट प्रोग्राम (पूर्णिया में राहुल गांधी की रैली) पूर्णिया एयरफोर्स स्टेशन में 23 अक्तूबर को निर्धारित किया गया था। सुरक्षा प्रोटोकॉल और एएसएल की बैठक के अनुसार तैयारी शुरू हुई। 22 तारीख को, हमें संशोधित कार्यक्रम के बारे में सूचित किया गया, जिसमें पूर्णिया को ट्रांजिट (पारगमन) के तौर पर शामिल नहीं किया गया। उन्होंने आगे कहा, पूर्णिया एयरफोर्स स्टेशन जिला प्रशासन के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। लैंडिंग के लिए अनुमति न तो प्रशासन से ली गई थी और न ही इसके लिए कोई आवेदन जमा कराया गया था। इसलिए इजाजत न देने का कोई सवाल ही नहीं उठता है।               


गूगल एप के पास है, आपका सारा डेटा

सावधानः गूगल के पास है, आपका सारा डेटा


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। गूगल हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। इंटरनेट से जुड़े कई ऐसे काम होते हैं। जो बिना गूगल की मदद लिए पूरे नहीं किए जा सकते वहीं, ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन यूज करने के लिए गूगल अकाउंट होना जरूरी है। अगर आप गूगल क्रोम या ऐंड्रॉयड स्मार्टफोन यूज करते है। तो आपकी सारी ऐक्टिविटी पर गूगल की नजर है। आप प्ले स्टोर से कौन सा ऐप डाउनलोड कर रहे हैं या कौन सी वेबसाइट पर जा रहे हैं। गूगल के पास इसका सारा डेटा मौजूद है। गूगल की पहुंच है। आपके अकाउंट तक।पर्सनल सेटिंग में जाकर लोकेशन ऑफ कर देने से कंपनी को आपकी लोकेशन के बारे में जानकारी नहीं होती है। लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक, वास्तव में ऐसा नहीं होता जैसे ही आप गूगल मैप ऑन करते हैं। आपकी मौजूदा स्थिति का स्नैपशॉट गूगल पर आपके अकाउंट में पहुंच जाता है। गूगल पर सर्च करते वक्त भी कंपनी आपकी स्थिति की जानकारी जुटा लेता है। गूगल के एंड्रायड डिवाइसेज के करीब दो अरब यूजर और दुनियाभर में आईफोन के करोड़ों यूजर मैप या सर्च के लिए गूगल पर भरोसा करते हैं। लेकिन उनके प्राइवेसी हमेशा खतरे में रहती है। आपके हर कदम पर नजर रखने से प्राइवेसी खत्म होने का खतरा रहता है। 
आपके फोन की कॉन्टैक्ट लिस्ट भी जीमेल अकाउंट लिंक होती है। यानी आपके फोन का हर कॉन्टैक्ट गूगल के पास होता है। ठीक इसी तरह, आपके फोन के वीडियो और फोटो भी गूगल के पास सिंक हो जाते हैं। गूगल इन्हें अपने क्लाउड स्टोरेज यानी गूगल ड्राइव पर सेव कर लेता है।
गूगल बना आपका पर्सनल असिस्टेंट- इन दिनों ज्यादातर एंड्रॉयड यूजर्स गूगल असिस्टेंट फीचर का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस फीचर का इस्तेमाल वॉइस कमांड या टेक्स्ट के जरिए किया जाता है। यानी वॉइस से आप किसी चीज को सर्च कर सकते हैं। हालांकि, आपकी द्वारा दी गई हर वॉइस कमांड गूगल के पास सेव हो जाती है। आप गूगल असिस्टेंट को कमांड देकर क्या सर्च कर रहे हैं। और आपने उसे कौन सी जानकारी याद करने के लिए कहा है. ये सभी बातें भी यहां सेव रहती हैं।
गूगल की नजरों से बच सकते हैं।गूगल यूजर्स की सिक्यॉरिटी को लेकर काफी अलर्ट रहता है। इसीलिए गूगल अपने यूजर्स को एक ऑप्शन देता है। जिससे वे चेक कर सकते हैं। उनके गूगल अकाउंट पर कौन-कौन से डिवाइस काम कर रहे हैं। इसके साथ ही अगर आप किसी डिवाइस पर लॉगइन करने के बाद लॉगआउट करना भूल गए हैं। तो सेटिंग्स पेज पर जाकर पर्सनल डेटा को सिक्यॉर करना एक अच्छा आइडिया है। विशेषज्ञों का कहना है। गूगल को किसी भी तरह आपके लोकेशन की जानकारी इकट्ठा करने से रोकने के लिए आप वेब एंड ऐप एक्टिविटी’ को ऑफ कर सकते हैँ।               


मुंबईः आग लगने से 3500 लोगों का रेस्क्यू

मुंबईः मॉल में लगी आग काबू से हुई बाहर, 3500 लोगों का रेस्क्यू  


मनोज सिंह ठाकुर


मुंबई। मुंबई के नागपाड़ा स्थित सिटी सेंटर मॉल में लगी आग करीब 12 घंटे बाद भी बुझ नहीं पाई है। आग बुझाने के लिए दमकल विभाग के करीब 250 अधिकारी और जवान लगे हुए है। हालात पर काबू नहीं पाते देख मुंबई फायर ब्रिगेड ने उसे ब्रिगेड कॉल डिक्लेअर कर दिया है। इसका मतलब यह होता है। कि आग इतनी भयंकर है कि दमकल विभाग के काबू से बाहर हो गई है। और विभाग ने आग से निपटने में एक्सपोर्ट पेट्रोलियम कंपनियों एचपीसीएल, बीपीसीएल  , बीपीटी से मदद मांगी है।मॉल में लगी इस आग को बुझाने के दौरान दो दमकल कर्मी घायल हो गए हैं। जिन्हें जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि गुरुवार रात 9 बजे मॉल में बनी एक मोबाइल के शॉप में आग लग गई। आग धीरे-धीरे बढ़ कर पूरे मॉल में फैल गई। मॉल में वेंटिलेशन की समुचित व्यवस्था नहीं होने की वजह से काफी ज्यादा धुआं भर गया था। जानकारी के मुताबिक जिस वक्त मॉल में आग लगी उस समय वहां पर करीब 300 लोग मौजूद थे। मुंबई पुलिस और फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने मॉल के शीशे तोड़कर और एमरजैंसी डोर के जरिए सुरक्षित तरीके से बाहर निकाल लिया। लगी भीषण आग के कारण चारों ओर घना काला धुआं निकल रहा है। जिससे आसपास की हाउसिंग सोसायटी में रहने वाले लोगों को सांस की दिक्कत हो रही है हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस प्रशासन ने मॉल के सटी 55 मंजिला ऑर्किड एनक्लेव बिल्डिंग को खाली करा लिया है। इस बिल्डिंग में रहने वाले करीब 3500 लोगों को घरों से निकालकर सुरक्षित जगह पर शिफ्ट कराया गया है। घटना के बाद मौके पर स्थानीय कांग्रेस विधायक अमीन पटेल और मुंबई मेयर किशोर पेडनेकर  भी पहुंचे‌।विधायक अमीन पटेल के मुताबिक घटना के दौरान समय रहते सभी ने त्वरित कार्यवाही की जिसके चलते किसी की जान नहीं गई।             


बालि वध और लंका दहन का हुआ मंचन

अयोध्याः रामलीला के छठवें दिन बालि वध और लंका दहन का हुआ मंचन


उमय सिंह साहू


अयोध्या। श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में मोक्षदायिनी सरयू के किनारे लक्ष्मण किला के मैदान में चल रही फिल्मी कलाकारों की रामलीला के छठवें दिन बालि वध, रावण सीता संवाद और लंका दहन प्रसंग का मंचन किया गया। तीन घंटे चले इस मंचन का दूरदर्शन समेत सोशल मीडिया पर लाइव प्रसारण हुआ। फिल्मी कलाकारों की रामलीला का आयोजन प्रदेश सरकार, संस्कृति मंत्रालय और अयोध्या शोध संस्थान के सहयोग से किया जा रहा है।
प्रदेश सरकार के सहयोग से दिल्ली के द्वारिका में फिल्मी कलाकारों की रामलीला आयोजित करने वाली संस्था मां फाउंडेशन रामलीला समिति की ओर से राम नगरी अयोध्या के लक्ष्मण किला मैदान में सरयू किनारे रामलीला का मंचन किया जा रहा है। चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन से शुरू इस फिल्मी कलाकारों की रामलीला में छठवें दिन बालि वध रावण सीता संवाद और लंका दहन प्रसंग का मंचन हुआ।
सुसज्जित और तकनीक से लैस रामलीला के मंच पर मंचन की शुरुआत शबरी के आश्रम से होती। माता शबरी से विदा लेकर राम लक्ष्मण आगे को रवाना होते हैं। अगले दृश्य में माता सीता की खोज में भटक रहे राम और लक्ष्मण की मुलाकात बानर राजा सुग्रीव से होती है। मुलाकात के पूर्व वानर राज सुग्रीव के प्रिय हनुमान ब्राह्मण वेश में राम से मुलाकात करते हैं। और प्रयोजन जानते हैं। इसके बाद राम की मुलाकात सुग्रीव से कराते हैं।
मंच का परिदृश्य बदलता है बालि का महल सजा हुआ है,वह सुग्रीव को युद्ध के लिए ललकारता है। इसी माहौल में बाल कि तारा के साथ युद्ध का प्रसंग मंचित किया जाता है। उधर सुग्रीव भगवान राम से मदद मांगते हैं। राम के बताए अनुसार भाई बाली से युद्ध करते हैं। और राम बालि का वध कर देते हैं।
कथानक आगे बढ़ता है। सुग्रीव का राज्याभिषेक किया जाता है। प्रखंड में लक्ष्मण कुपित होते हैं और सुग्रीव दरबार में जाने से मना कर देते हैं। प्रसंग आगे बढ़ता है। और वानर राज सुग्रीव माता सीता की खोज के लिए अपनी बानरो की सेना रवाना करते हैं। इसी प्रसंग में आगे सम्माती से मुलाकात होती है।
सरयू के तट पर सजे मंच का परिदृश्य बदलता है। हनुमान जी राम की ओर से दी गई अंगूठी लेकर माता सीता की खोज में लंका पहुंचते हैं। और वहां उनकी विभीषण से मुलाकात होती है। दृश्य में बदलाव होता है। और मंच पर अशोक वाटिका का नजारा दिखता है। मंच पर लंकाधिपति रावण और माता सीता नजर आती हैं। रावण विभिन्न प्रकार से माता-पिता को समझाता और मनाता है। अगले दृश्य में अक्षय कुमार के बध का कलाकार मंचन करते हैं।
घड़ी की सुईयों के आगे बढ़ने के साथ एक बार फिर मंच के परिदृश्य में बदलाव होता है। और मंच पर रावण का दरबार सजा नजर आता है। अगले प्रसंग में मेघनाथ और हनुमान का युद्ध होता है। फिर कथानक रावण दरबार पर ही लौट आता है। दरबार में रावण और हनुमान दोनों मौजूद हैं। और दोनों के बीच संवाद चल रहा है। रावण अपने सत्य का बखान करता है तो हनुमान प्रभु श्रीराम का गुणगान करते हैं। और रावण को माता सीता को वापस लौटाने के लिए कहते हैं। लेकिन रावण इसके लिए तैयार नहीं होता है। कुपित रावण की ओर से हनुमान को दंड दिए जाने का आदेश होता है। लंका के लोग हनुमान की पूंछ में कपड़ा लपेटते हैं। और  हनुमान अपना आकार  बढ़ाते जाते हैं। पूंछ में आग लगा देने के बाद इधर उधर कूदकर पूरी लंका में आग लगा देते हैं। लंका दहन के साथी छठवें दिन के मंचन का समापन होता है।और आरती शुरू हो जाती है। फिल्म स्टार फिल्म विन्दु दारा सिंह हनुमान के, शाहबाज खान रावण के, अभिनेता राकेश बेदी  विभीषण के किरदार में मंच पर नज़र आए।               


यूकेः तेज रफ्तार डंपर ने 4 लोगों को कुचला

उत्तराखंडः तेज रफ्तार डंपर ने सो रहे चार लोगों को कुचला, 2 की मौत ऐसे हुआ हादसा


देहरादून। उत्तराखंड के ऋषिकेश से बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां तेज रफ्तार डंपर ने सड़क किनारे सो रहे 4 लोगों को कुचल दिया और इस दर्दनाक हादसे में 2 लोगों की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई है। अन्य दो गंभीर रूप से घायल युवकों को सरकारी अस्पताल और एम्स में भर्ती कराया गया है। ऋषिकेश से इंद्रमणि बडोनी चौक की ओर जा रहा एक तेज रफ्तार में डंपर सड़क किनारे रह रहे खानाबदोश ओके झोपड़ी में जा घुसा जिस में सो रहे चार लोगों को डंपर ने कुचल दिया जिसमें 2 की दर्दनाक मौत हो गई जबकि दो गंभीर रूप से घायल हैं। पुलिस ने डंपर को कब्जे में ले लिया है। बताया जा रहा है। कि यह हादसा ऋषिकेश में देहरादून रोड पर हुआ है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक डंपर चालक शराब के नशे में था।                   


गुलदार ने 24 घंटे में दूसरी घटना को अंजाम दिया

उत्तराखंडः यहां आदमखोर गुलदार ने 24 घंटे के अंदर दूसरी घटना को दिया अंजाम, अब 12वीं की छात्रा को मार डाला


देहरादून। उत्तराखंड के नैनीताल जिले के ओखल कांडा ब्लॉक में 24 घंटे के अंदर आदमखोर गुलदार ने दो मासूम जिंदगीयों को खत्म कर दिया। आदमखोर गुलदार के हमले में पहले सातवीं की छात्रा नेहा और 24 घंटे के अंदर 12वीं की छात्रा चंपा को अपना निवाला बना लिया इस घटना से जहां पूरे इलाके में दहशत का माहौल है, तो गांव में शोक की लहर और परिवार में कोहराम मचा हुआ है। जानकारी के मुताबिक कूकना गांव में 18 वर्ष की चंपा पुत्री प्रकाश अपने घर से कुछ दूरी में घास काट रही थी। इसी दौरान घात लगाए आदमखोर तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया और घसीट कर ले गया, चंपा की चीखने की आवाज सुनते ही परिजनों ने हो-हल्ला किया लेकिन आदमखोर उसे घसीटते हुआ जंगल की तरफ ले गया जब ग्रामीणों ने ढूंढ खोज की तो 2 घंटे बाद घने जंगल में क्षत-विक्षत हालत में चंपा का शव मिला। घटना के बाद चंपा की मां भगवती देवी सदमे में आ गई. पिता प्रकाश की तीन बेटियां और एक बेटा है। चंपा दूसरे नंबर की थी। पूरा परिवार रो-रो कर शोक में डूबा हुआ है। उधर गांव में दहशत फैल गई है।24 घंटे में दो घटनाओं को आदमखोर ने अंजाम दिया है। पहले तुषराड़ गांव की सातवीं की छात्रा नेहा को शिकार बनाया और अब 12वीं की छात्रा चंपा को मार डाला लिहाजा ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति भारी आक्रोश पनप रहा है।             


बिहारः विधानसभा, लालटेन के टाइम तो गईल

बिहार चुनाव पीएम नरेंद्र मोदी ने पहली रैली में आरजेडी पर किए तीखे वारों की बौछार कहा लालटेन के जमाना गईल


मनोज सिंह ठाकुर
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव की अपनी पहली रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) पर जमकर तीखे वार किए। रैली की शुरुआत में ही पीएम मोदी ने तेजस्वी यादव का नाम लिए बगैर कहा कि अक्सर चुनाव में कुछ नाम को बड़ा दिखाकर भ्रम फैलाने की कोशिश होती है। लेकिन बिहार की जनता इनके झांसे में नहीं आने वाले हैं। पीएम मोदी ने कहा कि लालटेन का जमाना जा चुका है। आइए पीएम मोदी के तीखे वार पर नजर डालते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में आरजेडी पर पहला आक्रमण करते हुए कहा कि लालटेन के जमाना गइल…पिछले छह साल में बिजली के खपत तीन गुणा बढ गए हैं। अंधेरे से उजाले की ओर बढना इसी को कहते हैं।
बिहार के लोग भूल नहीं सकते वो दिन जब सूरज ढलने का मतलब होता था सबकुछ बंद हो जाना। ठप पड़ जाना। आज बिजली है। रोड है। लाइटें हैं। और सबसे बडी बात वो माहौल है। जिसमें राज्य का सामान्य नागरिक बिना डरे जी सकता है।
वो दिन जब सरकार चलाने वालों की निगरानी में दिन दहाड़े डकैती, हत्याएं, रंगदारी वसूली जाती थी। वो दिन जब घर की बिटिया बाहर निकल जाए जो जब तक वह लौट नहीं आती तब तक मां पिता की सांसें अटकी रहती थी। जिन लोगों ने एक एक सरकारी नौकरी को एक एक सरकारी नौकरी को लाखों करोड़ों रुपये कमाने का जरिया माना, जिन लोगों ने सरकारी नियुक्तियों के लिए बिहार के नौजवानों से लाखों की रिश्वत खाई, वो फिर बढ़ते हुए बिहार को ललचाई हुई नजरों से देख रहे हैं। आज बिहार में पीढ़ी भले ही बदल गई हो लेकिन बिहार के नौजवानों को इतनी मुश्किलों में डालने वाले कौन थे। जहां कभी गरीब का राशन राशन की दुकान में ही लूट लिया जाता था। वहां कारोना काल में गरीबों को मुफ्त राशन घर पहुंचाया गया। गरीब भूखा ना सोये त्योहार ठीक से मना सके, दिवाली और छठ पूजा ठीक से मना सके इसलिए मुफ्त अनाज की व्यवस्था की गई।           


यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई

यूपी: 7 दिनों के राजकीय शोक की घोषणा की गई  संदीप मिश्र  लखनऊ। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को लेकर उत्तर प्रदेश में भी 7 दिनों के...