गुरुवार, 22 अक्टूबर 2020

या देवी सर्वभूतेषु कालरात्रि रूपेण संस्थिता


माँ दुर्गा की सातवीं शक्ति कालरात्रि के नाम से जानी जाती हैं।दुर्गा पूजा के सातवें दिन माँ कालरात्रि की उपासना का विधान है। इस दिन साधक का मन 'सहस्रार' चक्र में स्थित रहता है। इसके लिए ब्रह्मांड की समस्त सिद्धियों का द्वार खुलने लगता है। देवी कालात्रि को व्यापक रूप से माता देवी - काली, महाकाली, भद्रकाली, भैरवी, मृित्यू, रुद्रानी, चामुंडा, चंडी और दुर्गा के कई विनाशकारी रूपों में से एक माना जाता है। रौद्री और धुमोरना देवी कालात्री के अन्य कम प्रसिद्ध नामों में हैं |


































कालरात्रि
सिद्धियां
कालरात्रि- नवदुर्गाओं में सप्तम्
 कालरात्रि
संबंधहिन्दू देवी
अस्त्रतलवार
जीवनसाथीशिव
सवारीगधा

यह ध्यान रखना जरूरी है कि नाम, काली और कालरात्रि का उपयोग एक दूसरे के परिपूरक है, हालांकि इन दो देवीओं को कुछ लोगों द्वारा अलग-अलग सत्ताओं के रूप में माना गया है। डेविड किन्स्ले के मुताबिक, काली का उल्लेख हिंदू धर्म में लगभग ६०० ईसा के आसपास एक अलग देवी के रूप में किया गया है। कालानुक्रमिक रूप से, कालरात्रि महाभारत में वर्णित, ३०० ईसा पूर्व - ३०० ईसा के बीच वर्णित है जो कि वर्त्तमान काली का ही वर्णन है |


माना जाता है कि देवी के इस रूप में सभी राक्षस,भूत, प्रेत, पिसाच और नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश होता है, जो उनके आगमन से पलायन करते हैं |


सिल्प प्रकाश में संदर्भित एक प्राचीन तांत्रिक पाठ, सौधिकागम, देवी कालरात्रि का वर्णन रात्रि के नियंत्रा रूप में किया गया है। सहस्रार चक्र में स्थित साधक का मन पूर्णतः माँ कालरात्रि के स्वरूप में अवस्थित रहता है। उनके साक्षात्कार से मिलने वाले पुण्य (सिद्धियों और निधियों विशेष रूप से ज्ञान, शक्ति और धन) का वह भागी हो जाता है। उसके समस्त पापों-विघ्नों का नाश हो जाता है और अक्षय पुण्य-लोकों की प्राप्ति होती है।



श्लोक



एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता | लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी || वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा | वर्धन्मूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयन्करि ||



वर्णन



इनके शरीर का रंग घने अंधकार की तरह एकदम काला है। सिर के बाल बिखरे हुए हैं। गले में विद्युत की तरह चमकने वाली माला है। इनके तीन नेत्र हैं। ये तीनों नेत्र ब्रह्मांड के सदृश गोल हैं। इनसे विद्युत के समान चमकीली किरणें निःसृत होती रहती हैं।




कालरात्रि का रक्तपान



माँ की नासिका के श्वास-प्रश्वास से अग्नि की भयंकर ज्वालाएँ निकलती रहती हैं। इनका वाहन गर्दभ (गदहा) है। ये ऊपर उठे हुए दाहिने हाथ की वरमुद्रा से सभी को वर प्रदान करती हैं। दाहिनी तरफ का नीचे वाला हाथ अभयमुद्रा में है। बाईं तरफ के ऊपर वाले हाथ में लोहे का काँटा तथा नीचे वाले हाथ में खड्ग (कटार) है।



महिमा



माँ कालरात्रि का स्वरूप देखने में अत्यंत भयानक है, लेकिन ये सदैव शुभ फल ही देने वाली हैं। इसी कारण इनका एक नाम 'शुभंकारी' भी है। अतः इनसे भक्तों को किसी प्रकार भी भयभीत अथवा आतंकित होने की आवश्यकता नहीं है।


माँ कालरात्रि दुष्टों का विनाश करने वाली हैं। दानव, दैत्य, राक्षस, भूत, प्रेत आदि इनके स्मरण मात्र से ही भयभीत होकर भाग जाते हैं। ये ग्रह-बाधाओं को भी दूर करने वाली हैं। इनके उपासकों को अग्नि-भय, जल-भय, जंतु-भय, शत्रु-भय, रात्रि-भय आदि कभी नहीं होते। इनकी कृपा से वह सर्वथा भय-मुक्त हो जाता है।


माँ कालरात्रि के स्वरूप-विग्रह को अपने हृदय में अवस्थित करके मनुष्य को एकनिष्ठ भाव से उपासना करनी चाहिए। यम, नियम, संयम का उसे पूर्ण पालन करना चाहिए। मन, वचन, काया की पवित्रता रखनी चाहिए। वे शुभंकारी देवी हैं। उनकी उपासना से होने वाले शुभों की गणना नहीं की जा सकती। हमें निरंतर उनका स्मरण, ध्यान और पूजा करना चाहिए।



मंत्र



या देवी सर्वभू‍तेषु माँ कालरात्रि रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।


अर्थ : हे माँ! सर्वत्र विराजमान और कालरात्रि के रूप में प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है। या मैं आपको बारंबार प्रणाम करता हूँ। हे माँ, मुझे पाप से मुक्ति प्रदान कर।


ॐ ऐं ह्रीं क्रीं कालरात्रै नमः |           



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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)


 अक्टूबर 23, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-68 (साल-02)
2. शुक्रवार, अक्टूबर 23, 2020
3. शक-1979, अश्विन, शुक्ल-पक्ष, तिथि- सप्तमी, विक्रमी संवत 2078।


4. प्रातः 60:10, सूर्यास्त 06:20।


5. न्‍यूनतम तापमान 20+ डी.सै.,अधिकतम-33+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेंगी।


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बुधवार, 21 अक्टूबर 2020

हर व्यक्ति 'पीएम' मोदी के साथः योगी

जमुई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि भारत का हितैषी हर व्यक्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खड़ा है। साथ ही उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने से सबसे अधिक पीड़ा राहुल गांधी और असदुद्दीन औवैसी को हुई है। जमुई में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत का हितैषी प्रत्येक व्यक्ति मोदी जी के साथ खड़ा है और उनके साथ कदम मिलाकर काम करना चाहता है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इसके नेता पाकिस्तान की तारीफ करने में लगे हैं।               


किम जोंग की जेल में भीख मांगते हैं कैदी

प्योंगयांग। उत्तर कोरिया के सनकी तानाशाह किम जोंग उन ने अपनी जेलों में क्रूरता की सारी हदें पार कर दी हैं। एक मानवाधिकार समूह ने खुलासा किया है कि किम जोंग उन का प्रशासन सुनवाई से पूर्व बंदियों को रखने के लिए बनाई गई जेल में कैदियों के साथ पशुओं से भी खराब व्यवहार करता है। एक बंदी को तो 16 घंटे तक पैर मोड़कर बैठे रहने के लिए बाध्य किया गया। एक पूर्व बंदी ने बताया कि महिला कैदियों के साथ जेल में रेप भी हो जाता है। अमेरिका स्थित संस्था ह्यूमन राइट वॉच ने उत्तर कोरिया की जेलों में बंद रहे कई लोगों से किए साक्षात्कार के आधार पर वहां की जेलों में अमानवीय व्यवहार और घटिया सुविधाओं का खुलासा किया। इन बंदियों ने बताया कि जेलों के अंदर बंदियों को जमकर प्रताडि़त किया जाता है। बता दें कि परमाणु हथियारों से लैस नॉर्थ कोरिया ने खुद को दुनिया से काट रखा है जिससे उसके आपराधिक न्याय प्रणाली के बारे में बाहरी दुनिया को बहुत कम पता है।               

भारत में कोरोना के 54,044 नए मामले

भारत में कोविड-19 के 54,044 नए मामले।


नई दिल्ली। भारत में लगातार तीसरे दिन कोविड-19 के दैनिक नए मामलों की संख्या 60,000 से नीचे रही। कोरोना वायरस संक्रमण के 54,044 नए मामले सामने आने से देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 76,51,107 तक पहुंच गए।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकड़ों के अनुसार, एक दिन में संक्रमण के कुल 54,044 मामले सामने आए, जबकि पिछले 24 घंटे में 717 और मौतें होने से मृतकों की संख्या 1,15,914 हो गई।
अब तक कुल 67,95,103 लोगों ने इस बीमारी से निजात पाई है। राष्ट्रीय स्तर पर मरीजों के ठीक होने की दर अब 88.81 प्रतिशत हो गई है। जबकि मृत्यु दर 1.51 प्रतिशत है। कोरोना वायरस संक्रमण के उपचाराधीन मरीजों की संख्या लगातार पांचवें दिन आठ लाख से नीचे रही।
आँकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस संक्रमण के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 7,40,090 है, जो कुल मामलों का 9.67 प्रतिशत है। भारत में कोविड-19 के मामले 7 अगस्त को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, 5 सितंबर को 40 लाख, 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख और 11 अक्टूबर को 70 लाख के पार चले गए थे।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, मंगलवार को 10,83,608 नमूनों की जांच के साथ ही देश में 20 अक्टूबर तक कुल 9,72,00,379 नमूनों की जांच हो चुकी है।           


चीन से जंग की तैयारी में जुटी 'ताइवानी सेना'

ताइपे/ बीजिंग। दक्षिण चीन सागर में चीनी ड्रैगन के नापाक मंसूबों को नाकाम करने के लिए ताइवान की वायुसेना ने जंग की तैयारी तेज कर दी है। ताइवान की एयरफोर्स ने सोमवार को अपना वार्षिक हवाई युद्धाभ्यास शुरू कर दिया। इस दौरान ताइवान के एयर डिफेंस सिस्टम को किसी भी हमले से निपटने के लिए परखा गया। ताइवान की वायुसेना ने कहा कि 35 एमएम की तोपों ने दुश्मन के लड़ाकू विमानों को आकाश में बर्बाद करने के लिए जमकर गोले दागे। चीन से लगातार हो रहे हवाई अतिक्रमण के बीच ताइवान की वायुसेना ने कहा कि वह अपने एयरस्पेस की रक्षा करने के लिए तैयार है। ताइवान की वायुसेना ने बताया कि हवाई अभ्यास के दौरान शूटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई। तोपखाना यूनिट ने रात को भी जोरदार तरीके से गोले दागकर अपनी क्षमता से दुनिया को रू-ब-रू कराया। इस दौरान ताइवान के रेडार सिस्टम ने पूरे आकाश पर कड़ी निगरानी रखी। वायुसेना ने कहा कि इस दौरान जवानों ने अपनी क्षमता का जोरदार प्रदर्शन किया। उधर, ताइवान की वायुसेना के फाइटर जेट ने हुआलिएन स्थित चिया शान एयरबेस पर ड्रिल किया। ताइवान की एयरफोर्स ने बताया कि इस अभ्यास में एफ-16, स्वदेशी रक्षा विमान, मिराज-2000 और पी-3सी विमान हिस्सा ले रहे हैं।             

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित

डीएम की अध्यक्षता में मासिक बैठक आयोजित  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा की अध्यक्षता में विकास भवन के सभाकक्ष में ...