शुक्रवार, 16 अक्तूबर 2020

एसआईटी शासन को सौंप सकती है रिपोर्ट

हाथरस कांडः एसआईटी जल्द सौंप सकती है शासन को अपनी रिपोर्ट


हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस में युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म के दौरान मारपीट तथा उसकी मौत के कारणों की जांच कर रही प्रदेश सरकार की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) ने अपनी पड़ताल पूरी कर ली है। अब यह टीम प्रदेश सरकार को अपनी रिपोर्ट देगी। माना जा रहा है। कि जल्द टीम अपनी रिपोर्ट सौंप सकती है। हालांकि एसआईटी की टीम अभी भी हाथरस में है। सूत्रों की मानें तो एसआईटी का समय एक बार और बढ़ाया जा सकता है। जानकारी के अनुसार, एसआईटी को 30 सितंबर को हाथरस कांड में पुलिस की भूमिका की जांच के लिए भेजा गया था। उसे सात दिनों में अपनी जांच पूरी करने को कहा गया था। लेकिन जांच के दौरान नए नए तथ्य सामने आने के बाद एसआईटी का समय 10 दिनों के लिए और बढ़ा दिया गया। सूत्रों का कहना है। कि एसआईटी ने अपनी जांच पूरी करने के लिए और समय मांगा है। फिलहाल एसआईटी की टीम हाथरस में ही है। इस बाबत गृह विभाग के अधिकारी भी अभी कुछ नहीं बोल रहे हैं। हाथरस कांड की जांच करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसआईटी गठित की गई। गृह सचिव भगवान स्वरूप के नेतृत्व में डीआइजी चंद्रप्रकाश तथा एसपी पूनम ने इस प्रकरण की जांच शुरू की। एसआईटी ने अपनी पड़ताल के दौरान हाथरस के बुलगड़ी गांव में सौ से अधिक लोगों के बयान दर्ज करने के साथ चंदपा थाना के कर्मियों, हाथरस जिला अस्पताल तथा अलीगढ़ के मेडिकल कालेज प्रबंधन से भी बात की।
बुलगड़ी गांव में बयान दर्ज कराने वालों में पीड़ित परिवार के सदस्य, सभी आरोपी व उनके परिवार के लोगों के साथ पुलिस व प्रशासन के अधिकारी शामिल हैं। एसआईटी की जांच अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। एसआईटी ने पुलिस अधिकारियों कर्मियों के अलावा स्वास्थ्य कर्मियों पीड़ित पक्ष और आरोपी पक्ष के लोगों से कई अहम जानकारियां हासिल की हैं। एसआईटी ने गांव के 40 लोगों को भी नोटिस देकर बुलाया है। हालांकि कुछ लोग अभी तक एसआईटी के सामने पेश नहीं हुए हैं। बृहस्पतिवार को एसआईटी ने फिर कुछ लोगों से पूछताछ की और छानबीन की। माना जा रहा है कि अगले एक-दो दिन में एसआईटी अपनी जांच रिपोर्ट शासन को सौंप देगी। ज्ञात हो कि हाथरस के बुलगड़ी गांव में 14 सितंबर को दलित युवती के साथ कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। इस दौरान मारपीट में गंभीर रूप से घायल दलित युवती ने 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया था। उसके बाद जिस तरह हाथरस में आनन-फानन में युवती का अंतिम संस्कार किया गया उसपर काफी विवाद हुआ था। ज्यादा हो हल्ला के बीच योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर तत्काल तीन सदस्यीय एसआइटी का गठन किया गया। एसआईटी की शुरूआती जांच के आधार पर ही हाथरस के एसपी विक्रांतवीर तथा सीओ को सस्पेंड किया गया था।             


मायावती ने किया योगी सरकार पर हमला

बलिया हत्याकांड मामले को लेकर मायावती का योगी सरकार पर हमला, यूपी की कानून व्यवस्था दम तोड़ चुकी। 


लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी ( बीएसपी ) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने बलिया के रेवती थानाक्षेत्र के दुर्जनपुर गांव की घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा कि कानून-व्यवस्था दम तोड़ चुकी है। मायावती ने ट्विटर के माध्यम से शुक्रवार को लिखा कि यूपी में बलिया की हुई घटना अति-चिन्ताजनक तथा अभी भी महिलाओं व बच्चियों पर आए दिन हो रहे उत्पीड़न आदि से यह स्पष्ट हो जाता है। कि यहां कानून-व्यवस्था काफी दम तोड़ चुकी है। सरकार इस ओर ध्यान दे तो बेहतर होगा। बसपा की यह सलाह। गौरतलब हो कि मिडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बलिया में सरकारी कोटे की दुकान को लेकर हुए विवाद में कथित तौर पर बीजेपी नेता धर्मेंद्र सिंह ने एसडीएम और सीओ के सामने एक युवक की गोली मारकर हत्‍या कर दी। दिनदहाड़े हुई इस घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है। इस मामले में सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने मौके पर मौजूद एसडीएम सीओ और अन्‍य अधिकारियों-पुलिसकर्मियों को तत्‍काल प्रभाव से सस्‍पेंड करने का आदेश दे दिया है।             


भारत में मिला दो सिर वाला 'दुर्लभ शार्क'

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। प्रकृति में कुछ चीजों ऐसी होती हैं, जिसके बारे में हमें कोई अंदाजा या ज्ञान नहीं होता है लेकिन जब हम उसे देखते हैं तो चौंक जाते हैं। कुछ ऐसा ही हुआ महाराष्ट्र के पालघर में, जहां एक मछुआरे ने दो सिर वाले शार्क के बच्चे को पकड़ा जो बेहद ही दुर्लभ दिख रहा था। सतपति गांव के मछुआरे नितिन पाटिल ने इस छोटी मछली को अपने जाल में फंसा लिया।शार्क मछली के बच्चे के दो सिर देखकर वो भी हैरान रह गए और तस्वीरें लेने के बाद उसे फिर से समुद्र में छोड़ दिया।वैज्ञानिकों के मुताबिक इस दुर्लभ शार्क के दो सिर होने का कारण आनुवंशिक समस्या हो सकती हैं। अब दो सिर वाले शार्क मछली के बच्चे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं।                           


छत्तीसगढ़ः सीएम भूपेश ने दिया बड़ा बयान

छत्तीसगढ़ः सीएम भूपेश बघेल का बड़ा छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल का बड़ा बयान- मरवाही उपचुनाव और अमित जोगी को लेकर कहीं ये बात 


रायपुर। सीएम भूपेश बघेल ने मरवाही को कांग्रेस की परंपरागत सीट बताते हुए यहां कांग्रेस प्रत्याशी की जीत को पक्का बताया है। सीएम बघेल ने मरवाही रवाना होने से पहले ये बयान दिया है। उनके मुताबिक पिछले 15 सालों में मरवाही की अनदेखी की गई जिसके कारण मरवाही विकास से वंचित रहा। मरवाही में विधायकों की ड्यूटी पर भी सीएम बघेल ने बयान दिया है। उनके मुताबिक उपचुनाव होता है तो सबकी ड्यूटी लगती है। ये एक प्रक्रिया है जिसका पालन करना होता है। सीएम बघेल मरवाही में कांग्रेस के सामने कोई चुनौती नहीं देखते। हालांकि चुनाव को चुनाव की तरह लड़ने में विश्वास रखते हैं। मरवाही जाने के दौरान सीएम बघेल ने जोगी परिवार पर तंज कसते कहा कि केवल वैध एसटी प्रमाण पत्र वाले ही चुनाव लड़ेंगे।               


बच्चें को अगवा कर मंगवा रहे थे भीख, अरेस्ट

पति-पत्नी बच्चे का अपहरण करके मंगवा रहे थे। भीख, फिर एक दिन।


नई दिल्ली। शाखा की मानव-तस्करी विरोधी इकाई ने दक्षिण पूर्वी दिल्ली में पुलिस ने दंपत्ति (पति-पत्नी) को एक बच्चे का अपहरण करने और फिर उससे भीख मंगवाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के मुताबिक बच्चे का अपहरण भीख मंगवाने के लिए किया गया था। जामिया नगर के बटला हाउस की आसिया खातून ने 3 अक्टूबर को अपनी डेढ़ साल की बेटी के अपहरण की रिपोर्ट दी थी। उसने बताया कि 2 अक्टूबर की शाम करीब 6 बजे, उसकी बेटी सड़क पर कुछ बच्चों के साथ खेलते हुए लापता हो गई थी। पुलिस उपायुक्त (अपराध) मोनिका भारद्वाज ने बताया कि बच्चा मंगलवार को मोहम्मद अली और जहानारा के साथ जामिया नगर में जोगाबाई एक्सटेंशन में पाया गया था। डीसीपी ने कहा पूछताछ के दौरान दंपत्ति ने कहा कि बच्चे से भीख मंगवाने के लिए अपहरण कर लिया है। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की मानव-तस्करी विरोधी इकाई ने साल 2020 में लापता या अपहृत 1,004 लोगों को बचाया है। इनमें से 102 नाबालिग लड़के थे। और 107 नाबालिग लड़कियां थीं।                


भारत ने चीन को फिर दिया बड़ा झटका

चीन को बड़ा झटका, मोदी सरकार ने उठाया ये कदम।


बीजिंग। सरकार ने रेफ्रिजरेंट्स के साथ आने वाले एयर कंडीशनर (एसी) के आयात पर पाबंदी लगा दी है। घरेलू मैन्युफक्चरिंग को बढ़ावा देने और गैर-जरूरी सामानों के आयात में कमी लाने के लिए यह कदम उठाया गया है। इससे चीनी कारोबारियों को बड़ा झटका लगेगा गौरतलब है। कि देश में एसी का बाजार करीब 40 हजार करोड़ रुपये का है। भारत अपनी एसी की जरूरत का करीब 28 फीसदी आयात चीन से करता है। कई मामलों में तो एसी के 85 से 100 फीसदी कम्पोनेंट आयात किए जाते हैं। विदेश व्यापार महानिदेशालय ने एक अधिसूचना में कहा, 'रेफ्रिजरेंट्स के साथ एयर कंडीशनर के आयात को लेकर नीति संशोधित की गई है। इसके तहत इसे मुक्त श्रेणी से हटाकर प्रतिबंधात्मक सूची में डाला गया है। स्प्लिट और विंडो या अन्य सभी तरह के एयरकंडीशनर के आयात पर रोक लगायी गई है। भारत में कई विदेशी कंपनियों ने अपने प्लांट लगा रखे हैं। उनके कारोबार पर इसका असर नहीं होगा। जुलाई महीने में भारत सरकार ने रंगीन टेलीविजन सेट के आयात पर बैन लगा दिया था। चीन से बड़े पैमाने पर कलर टीवी भारत मंगाए जाते थे। लेकिन सरकार ने उसपर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया है। जून में सरकार ने कार, बसों और मोटरसाइकिल में उपयोग होने वाले नये न्यूमैटिक टायर के आयात पर पाबंदी लगाई थी। गौरतलब है। कि सीमा पर चीनी सेनाओं की हरकतों के बाद देश में चीन के खिलाफ एक माहौल बन गया है। टिक टॉक, वी चैट समेत चीनी ऐप्स बंद करने का फैसला लिया गया। यही नहीं भारत में चीनी कंपनियों को मिले कई टेंडर कैंसिल कर दिए गए।                             


पुलिस ने आरोपी को भागने में की मदद

बलिया हत्याकांडः मृतक के भाई का गंभीर आरोप पुलिस ने आरोपी को भागने में की मदद।


संदीप मिश्र


बलिया। हत्याकांड पर मृतक के भाई ने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मृतक के भाई का कहना है। कि जब धीरेंद्र प्रताप और उसके लोग पत्थरबाजी और फायरिंग कर रहे थे। तो पुलिस उनको बचाने का प्रयास कर रही थी। और मृतक पक्ष के लोगों को पीटकर भगा रही थी। यही नहीं मृतक के भाई ने यह भी आरोप लगाया है। कि वारदात के बाद पुलिस ने हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपी को पकड़ लिया था। लेकिन बाद में उसे भीड़ से बाहर ले जाकर छोड़ दिया। बता दें कि बलिया के रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव में 15 अक्टूबर को दोपहर बाद पुलिस और जिला प्रशासन के आला अधिकारियों की मौजूदगी में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई. वारदात उस वक्त हुई जब कोटा की दुकान के लिए एसडीएम और सीओ की मौजूदगी में गांव में खुली बैठक चल रही थी। इस मामले का मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह है। जो अभी तक फरार है। धीरेंद्र प्रताप सिंह बलिया के बेरिया से बीजेपी के चर्चित विधायक सुरेंद्र सिंह का करीबी बताया जाता है। इस वारदात में गोली लगने से दुर्जनपुर पुरानी बस्ती निवासी 46 साल के जयप्रकाश उर्फ गामा पाल की इलाज के लिए ले जाते समय मौत हो गई। घटना में ईंट पत्थर और लाठी डंडे चलने से तीन महिलाओं सहित आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा भेजा गया है। जहां उनका इलाज चल रहा है। कोटे की दुकान पर हुई लड़ाई मृतक जयप्रकाश पाल के भाई तेजबिहारी पाल ने बताया कि कोटे की दुकान को लेकर दो प्रत्याशी लड़ रहे थे। और वह बाहर से आदमी लेकर आए और एसडीएम साहब ने कहा कि जो लोग यहां के हैं। वही यहां रहेंगे हम उनसे प्रमाण प्रूफ लेंगे, नहीं तो उसको लाइन से बाहर निकाल देंगे। जयप्रकाश पाल ने कहा कि प्रमाण पत्र मांगने पर कुछ लोग नाराज हो गए और एसडीएम से बहस करने लगे। आधा घंटा बाद लोग भागने लगे बलिया में फायरिंग के दौरान मची भगदड़ इसी दौरान धीरेंद्र प्रताप सिंह से जुड़े लोग ईंट पत्थर और गोली चलाने लगे उन्होंने कहा कि करीब करीब 15-20 फायर हुआ. उसमें एक बाहरी बदमाश है। उसे हम पहचानते नहीं हैं। एक अजय सिंह नाम का व्यक्ति फायर कर रहा था। पीड़ित का दावा है। कि धीरेन्द्र प्रताप हमारे भाई को गोली मार दिया आर्मी से रिटायर है। मुख्य आरोपी पुलिस के मुताबिक आरोपी धीरेन्द्र प्रताप सिंह आर्मी से रिटायर है। और विधायक सुरेंद्र सिंह के साथ में रहता है। जयप्रकाश पाल का आरोप है। कि वहां दस पुलिस के लोग थे। 2 महिला पुलिस भी थी। पुलिस आरोपियों को बचा रही थी। और हम लोगों को पीट रही थी। और जब आरोपी गोली मारकर भाग रहा था। तो पुलिस ने उसको पीछे से पकड़ लिया और उसके बाद बंधे पर ले जाकर छोड़ दिया और उसे वहां से भागने को कह दिया। आठ लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा पुलिस ने इस हत्याकांड में कुल आठ लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की एक दर्जन से ज्यादा टीमें लगाई गई हैं। देर रात डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे ने भी मौका ए वारदात का जायजा लिया और मृतक के परिजनों से बातचीत की डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे ने बताया कि इस घटना में 8 लोग नामित किए गए हैं। उसमें एक मुख्य हत्यारोपी है। जिसने फायर किया है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस घटना को चुनौती के रूप में लिया है। और इस मामले में पुलिस ऐसा एक्शन लेगी कि उदाहरण बन जाएगा एसडीएम, सीओ सस्पेंड सुभाष चंद्र दुबे ने घटना के समय जो लोग मौजूद थे। वह लोग भी निश्चित रूप से लापरवाही के दोषी माने जाएंगे उनके विरूद्ध कठोरतम अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी ताजा जानकारी के मुताबिक इस मामले में सरकार ने एसडीएम और सीओ को सस्पेंड कर दिया है। आरोपी का भागना स्थानीय पुलिस की लापरवाही-डीआईजी डीआईजी के मुताबिक दावा किया गया है। कि जिस हथियार की फायरिंग से शख्स की मौत हुई है। वह लाइसेंसी रिवॉल्वर थी। इसकी जांच आरोपी के पकड़े जाने और पिस्टल की रिकवरी के बाद ही हो पाएगी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी स्पष्ट हो जाएगा की गन शॉट की इंजरी किससे हुई है। सुभाष चंद्र दुबे ने कहा कि मृतक के भाई द्वारा बताया गया है। कि पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया था। इसके बाद भीड़ का फायदा उठाकर वह भाग गया। ये निश्चित रूप से पुलिस की लापरवाही है। और इस पर सख्त एक्शन होगा।           


सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली

सोरेन ने 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली  इकबाल अंसारी  रांची। झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन ने गुरुवार को शपथ ली। ...