मंगलवार, 13 अक्तूबर 2020

62,27,295 मरीज ठीक होकर घर पहुंचे

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। पिछले 24 घंटों में भारत में कोरोना वायरस के 55,342 नए मामले सामने आए। जिसके बाद देश में कुल मामलों की संख्या 71,75,880 हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को ये जानकारी दी। अगस्त के बाद ये अब तक के सबसे कम आंकड़े हैं। इससे पहले 31 जुलाई को भारत में 55,000 मामले दर्ज हुए थे। चार अगस्त को 52,050 और 18 अगस्त को (55,079) मामले दर्ज हुए। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, भारत में अब कोरोना वायरस के मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। 9 अक्टूबर को देश में सक्रिय मामलों की संख्या 9 लाख के नीचे चली गई थी। देश में सक्रिय मरीजों की संख्या फिलहाल 8,38,729 है, 62,27,295 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। पिछले 24 घंटों में 706 मौतों के बाद अब मरने वालों की कुल संख्या 1,09,856 हो गई है।             


जॉनसन ने बंद किया 'वैक्सीन' का ट्रायल

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका की चिकित्सा उपकरण निर्माता कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन ने कोविड-19 वैक्सीन का ट्रायल रोक दिया है। अपने बयान में कंपनी ने कहा कि ट्रायल के दौरान एक व्यक्ति के बीमार हो जाने के बाद कंपनी ने ये कदम उठाया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने सोमवार को एक बयान में कहा, हमने एक प्रतिभागी में बीमारी के लक्षण देखे, जिसके बाद तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल हमने रोक दिया। यह बताया गया है कि डॉक्टरों द्वारा रोगी की स्थिति की समीक्षा और मूल्यांकन किया जा रहा है। कंपनी में एक बयान में कहा, सुरक्षा के लिए हमारी मजबूत प्रतिबद्धता के आधार पर, जॉनसन एंड जॉनसन फार्मास्युटिकल कंपनी द्वारा किए गए सभी नैदानिक स्टडी में दिशा-निर्देश है कि अगर कोई अप्रत्याशित गंभीर प्रतिकूल घटना हो जाती है तो हम क्लीनिकल ट्रायल को रोक देते हैं। इसके बाद फिर से ट्रायल शुरू करने का निर्णय लेने से पहले सभी चिकित्सा जानकारी की सावधानीपूर्वक समीक्षा की जाती है। कंपनी ने हालांकि ये नहीं बताया कि ट्रायल के दौरान प्रतिभागी पर क्या प्रतिकूल असर पड़ा है। अमेरिका में ये दूसरा वैक्सीन ट्रायल है जिसे रोक दिया गया है। इससे पहले एस्ट्राजेनेका वैक्सीन ट्रायल को एक प्रतिभागी के यूके में बीमार पड़ने के कारण रोक दिया गया था।             


बरेलीः पिज्जा में गिरती है चर्बी, भेजी रिपोर्ट

राकेश शर्मा


बरेली। जनपद के लोगों को खाने में गुणवत्ता युक्त खाद्य पदार्थ मिले। जो कारोबारी गुणवत्ता से समझौता कर खाद्य पदार्थ बेच रहे हैं उनके विरुद्ध कार्रवाई करते हुए उन्हें सजा दिलायी जाए। इन उद्देश्यों की पूर्ति का जिम्मा खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग पर है। बरेली मंडल मुख्यालय भी है। यहां सहायक खाद्य आयुक्त और जिला अभिहित अधिकारी भी बैठते हैं। जिला अभिहित अधिकारी के अधीन कई खाद्य सुरक्षा अधिकारी भी कार्यरत हैं लेकिन जनपद के लोगों के साथ कारोबारी धोखा कर रहे हैं। साठगांठ का खेल सेहत से खिलवाड़ कर रहा है। इसका ताजा उदाहरण डोमिनोज पिज्जा के सैंपल फेल होने का मामला है। दो साल पहले लखनऊ लैब से पिज्जा सैंपल की जांच में यह पुष्टि हो गयी कि पिज्जा में जानवर की चर्बी मिली है। इसके बावजूद पिछले 24 महीनों से शहर के लोगों को चर्बी वाला पिज्जा परोसा जा रहा है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग ने लखनऊ लैब की रिपोर्ट आने पर डीडीपुरम स्थित डोमिनोज पिज्जा बेचने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की।             


शरीर के लिए सरसों का तेल है फायदेमंद

आयुर्वेद के अनुसार, नाभि में सरसों का तेल लगाने आपके होंठ मुलायम रहते हैं। आंखों की रोशनी बढ़ाने में मददगार हो सकता है। सोने से पहले नाभि में सरसों का तेल लगाना फायदेमंद होता है। बालों सरसों के तेल की मसाज करने से रूसी, बालों का झड़ना और असमय सफेद बाल की समस्‍या दूर हो जाती है। इसके लिए आप नियमित रूप से सप्‍ताह में 3 दिन सरसों का तेल से मसाज कर सकते हैं। सरसों का उबटन बहुत फायदेमंद होता है। इसका इस्‍तेमाल बच्‍चों के साथ-साथ वयस्‍क भी कर सकते हैं। यह ब्‍लड सर्कुलेशन, चेहरे की झुर्रियां, त्‍वचा संबंधी संक्रमण को दूर करने के साथ नमी को बरकरार रखता है। इसे आमतौर पर सर्दियों में लगाना फायदेमंद होता है। उबटन बनाने के लिए सरसों को पीसकर उसमें थोड़ी मात्रा में तेल मिलाकर तैयार किया जाता है। सरसों के तेल की शरीर में मालिश करने से न सिर्फ शरीर का ब्‍लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, बल्कि मांसपेशियां मजबूत हो जाती हैं। त्‍वचा में कसाव आता है। सप्‍ताह में 3 दिन आप सरसों का तेल मालिश कर सकते हैं। सरसों का तेल मालिश करने का सही तरीका यह है कि आप इसे एक कटोरी में गुनगुना कर लें और सुबह सवेरे उठकर सुर्योदय से पहले इसकी मालिश करें। अगर आप जोड़ों के दर्द से परेशान हैं तो जोड़ों में नियमित रूप से सरसों के तेल की मालिश करें।              


विधानसभा के सामने महिला ने लगाई आग

लखनऊ। उत्तरप्रदेश में एक 35 वर्षीय महिला ने विधानसभा के सामने मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह करने की कोशिश की। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने आग बुझाई। महाराजगंज जिले की निवासी महिला को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्राथमिक जानकारी के अनुसार, महिला ने अखिलेश तिवारी नाम के शख्स के साथ शादी की थी, लेकिन बाद में दोनों ने तलाक ले लिया था। महिला ने बाद में आसिफ नाम के व्यक्ति से शादी कर ली और इस्लाम धर्म कबूल कर लिया। जैसे ही आसिफ को सऊदी अरब में नौकरी मिल गई, उसके परिवार ने कथित रूप से उसे प्रातड़ित करना शुरू कर दिया। सूत्रों ने कहा उत्पीड़न से तंग आकर वह लखनऊ अपनी जान देने पहुंच गई।


यूपीः भैंस ने सुलझाया चोरी का मामला

उत्तर प्रदेश: भैंस ने सुलझाया चोरी का मामला।


कन्नौज। उत्तर प्रदेश में एक ऐसा चोरी का मामला सामने आया है, जिसका निर्णय पुलिस या कोर्ट ने नहीं, बल्कि एक भैंस ने किया है। कन्नौज जिले के जलेसर शहर के अली नगर निवासी वीरेंद्र ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा था कि उसके दोस्त धर्मेंद्र ने उसकी भैंस चुरा ली और उसे किसी और को बेच दिया। हालांकि, धर्मेंद्र ने इस आरोप का खंडन किया और जोर देकर कहा कि भैंस उनकी है। भैंस को सोमवार को पुलिस स्टेशन लाया गया और उसे खुला छोड़ दिया गया। इसके बाद वीरेंद्र और धर्मेंद्र दोनों को पुलिसकर्मियों ने भैंस को बुलाने के लिए कहा। कुछ समय बाद भैंस धर्मेंद्र के पास चली गई और उसके मालिकाना हक का मुद्दा सुलझ गया।
वरिष्ठ उप निरीक्षक विजयकांत मिश्रा ने कहा, “हमने भैंस को अपनी पसंद चुनने देने के इस अनूठे विचार को लेकर प्रयास किया। जब वीरेंद्र और धर्मेंद्र ने भैंस को बुलाया, तो उसने उन्हें देखा और धर्मेंद्र के पास चली गई और इस मुद्दे का फैसला हो गया।” वीरेंद्र ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि उसके दोस्त धर्मेंद्र ने उसकी भैंस चुराई थी, जिसने आगे रसूलाबाद गांव के मुस्लिम नाम के व्यक्ति को बेच दी थी।
मुस्लिम व्यक्ति जब रविवार को पशु मेले में भैंस को बेचने के लिए ले गया, तब वीरेंद्र ने उसे पकड़ लिया और उसके साथ यह दावा करते हुए हाथापाई करने लगा कि भैंस उसकी है। मुस्लिम व्यक्ति ने उसके दावे का खंडन किया और कहा कि उन्होंने धर्मेंद्र से यह भैंस खरीदी थी। पुलिस स्टेशन में धर्मेंद्र ने कहा कि भैंस उनकी है और उन्होंने कुछ दिन पहले पशु को 19,000 रुपये में बेच दिया था।                 


तमिलनाडु के सीएम की मां का हुआ निधन

चैन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी की माता थावुसयमल का मंगलवार तड़के एक निजी अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 93 वर्ष की थीं। थावुसयमल बीते लंबे समय से अस्वस्थ चल रही थीं। उऩ्हें कुछ दिन पहले सलेम के पास एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां दिल का दाैरा पड़ा और उन्होंने देर रात डेढ़ बजे अंतिम सांस ली। उनके पार्थिक शरीर को उनके गृहनगर सिलुवमपलायम गांव ले जाया गया जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया। मुख्यमंत्री पलानीस्वामी अपनी माता के निधन का समाचार मिलते ही चेन्नई से सिलुवमपलायम गांव के लिए रवाना हो गए, जहां नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। सीएम पलानीस्वामी के कैबिनेट सहयोगी, विधायक, अन्नाद्रमुक पार्टी के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में स्थानीय लोगाें ने दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी और बाद में उनका अंतिम संस्कार किया गया।राज्य के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित, उप मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम और विपक्ष के नेता एवं द्रमुक के अध्यक्ष एम के स्टालिन, एमडीएमके महासचिव वाइको, और अभिनेता रजनीकांत सहित विभिन्न राजनीति दलों के नेताओं ने मुख्यमंत्री के माता के निधन पर शोक व्यक्त किया। तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने भी मुख्यमंत्री पलानीस्वामी के मां के निधन पर उनके प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।             


'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया

'सीएम' शिंदे ने अपने पद से इस्तीफा दिया  कविता गर्ग  मुंबई। राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल सीपी राधा कृष्णन से मु...