जानिए आँखों की रौशनी बढ़ाने के ये छोटे-छोटे उपाय
मनोज सिंह ठाकुर
हमारे शरीर का बहुत ज़रूरी अंग हमारी आँखें हैं। खूबसूरत आँखें हमें एक अलग पहचान देती हैं। नजर कमजोर होना आजकल एक सामान्य सी बात है। इस समस्या को मजबूरी मान लेना समझदारी की बात नहीं है। क्योंकि सही खानपान की मदद से कमजोर नजर को ठीक किया जा सकता है। दृष्टि कमजोर होना आजकल की व्यस्ततम जीवन शैली का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गयी है। इसके लिए घंटो कंप्यूटर पर बैठ कर काम करना घंटो टीवी देखना आंखों की रोशनी को कमजोर करने का सबसे बड़ा कारण माना जाता है। इसके अलावा कम रोशनी में स्मार्टफ़ोन, टेलीविजन और कंप्यूटर पर काम करना आंखे की रोशनी को कम कर सकता है। इसके मुख्यकारण गर्मी शराब का सेवन, निरंतर पढना, पाचन विकार। विटामिन ए की कमी को बताया जाता है। जानिए ऐसे ही कुछ घरेलू उपाय जो आंखों की रोशनी बढ़ाने में आपकी सहायता करेंगे।
आंखों की रौशनी बढऩे के उपाय
रोज सुबह दूब वाली घास पर पड़ी ओस पर चलने से आंखों की रोशनी में वृद्धि होती है।
आखों के हर प्रकार के रोग जैसे पानी गिरना, आंखें आना, आंखों की दुर्बलता, आदि होने पर रात को आठ बादाम भिगोकर सुबह पीस कर पानी में मिलाकर पीने से आंखें स्वस्थ रहती हैं।
त्रिफला आंखों की रोशनी के लिए बहुत अच्छी औषधि है। इसके तहत त्रिफला के क्वाथ से प्रतिदिन आंखों को धोने से आंखों की ज्योति बढती है।
पैर के तलवों की रोजाना नारियल तेल या तिल के तेल से मालिश करने से आँखों की रोशनी बढती है।
बिलबेरी आँखों की रौशनी बढ़ाने के लिए एक और बेहतरीन उपाय है। यह रात में भी आँखों की रौशनी की समस्या को ठीक करता है। साथ ही यह मोतियाबिंद और ग्लूकोमा से भी आँखों को बचाता है।
हल्दी की गांठ को तुअर की दाल में उबालकर, छाया में सुखाकर पानी में घिसकर सूर्यास्त से पूर्व दिन में दो बार आंख में काजल की तरह लगाने से आंखों की लालिमा दूर होती है।
आंवला और बहेड़ा का नियमित प्रयोग नेत्र ज्योति को दुरस्त रखता है। आंवला बहेड़ा और हरीतकी तीनों के चूर्ण मिश्रण की 3 से 6 ग्राम मात्रा प्रतिदिन प्रयोग करने से भी आंखों की रोशनी दुरस्त होती है।
व्यायाम
आँखों के लिए बहुत व्यायाम हैं। जो आप अपनी दृष्टि को बढ़ाने के लिए कर सकते हैं। ऐसे ही एक अभ्यास के लिए एक आरामदायक स्थिति में बैठें और अपने अंगूठे के साथ अपने हाथ को बाहर खींछे। अब अपने अंगूठे पर ध्यान केंद्रित करें। धीरे-धीरे अपने अंगूठे को अपने करीब लाएं, हर समय ध्यान केंद्रित करते हुए जब तक आपका अंगूठा आपके चेहरे के सामने लगभग 3 इंच तक ना आ जाए और फिर दूर करें जब तक आपका हाथ पूरी तरह से फैल ना जाए। कुछ मिनटों के लिए यह करें।
यह व्यायाम ध्यान केंद्रित करने और आंख की मांसपेशियों में सुधार लाने में मदद करता है। एक और उपयोगी व्यायाम है। अपनी आँखो को बाएं किनारे से दाहिने किनारे तक ले जाएं। फिर ऊपर की तरफ भौं केंद्रित करें और फिर नीचे की ओर नाक की नोंक पर देखें। आप ये अभ्यास दैनिक रूप से दिन में कई बार कर सकते हैं।