सोमवार, 12 अक्टूबर 2020

डिजिटल लेनदेन का दिखने लगा असर

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक के अर्थव्यवस्था में नकद की जगह डिजिटल माध्यमों से लेनदेन को बढ़ावा देने की कोशिश का असर अब दिखने लगा है। केंद्रीय बैंक के ताजा सर्वे के अनुसार 2015-16 से 2019-20 के बीच डिजिटल भुगतान 55.1 प्रतिशत वार्षिक चक्रवृद्धि दर से बढ़ा है। आकड़ों के मुताबिक मार्च 2016 में 593.61 करोड़ से बढ़ कर मार्च 2020 तक 3,434.56 करोड़ हो गयी है। इसी दौरान लेनदेन का मूल्य 15.2 प्रतिशत की वार्षिक चक्रवृद्धि दर के साथ 920.38 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1,623.05 लाख करोड़ रुपये का हो गया है।
आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार 2016-17 में डिजिटल भुगतान इससे पिछले वर्ष की तुलना में 593.61 करोड़ से बढ़कर 969.12 करोड़ से बढ़कर 969.12 करोड़ हो गया है।               


बिग बॉस में आए मुंबई इंडियंस के खिलाड़ी

बिग बॉस14 में आए मुंबई इंडियंस के खिलाड़ी।


मुंबई। बिग बॉस में वीकेंड वार की रात को सलमान खान का गुस्सा घरवालों पर खूब जमकर बरसा, हालात ऐसे हो गए थे। की गुस्से में सलमान खान ने घर के सभी कंटेस्टेंट्स को घर से अपना सामान पैक कर निकल जाने तक को कहा। इस सीजन के दूसरे वीकेंड वार में सीनियर्स के द्वारा निक्की को कन्फर्म सदस्य के फैसले पर एजाज खान विरोध करते नजर आए। एजाज खान सिद्धार्थ शुक्ला और गौहर खान से बहस करते हैं। वहीं सलमान खान कहते हैं। की घर के फेशर्स को इस बात का दुख नहीं की वह कन्फर्म नहीं हुए बल्कि दुख इस बात का है की सीनियर्स ने गलत फैसला लिया हैं।
सलमान खान मुंबई इंडियंस के खिलाड़ी ईशान किशन, हार्दिक पांड्या और कृणाल पांड्या से जुड़ते हैं। सलमान तीनों क्रिकेटर्स से कुछ सवाल-जवाब करते हैं। और हंसी मजाक करते हैं। इसके बाद तीनों खिलाड़ी घर के सदस्यों से बातचीत करते हैं। सलमान खान कहते हैं की  ईशान किशन, हार्दिक पांड्या और कृणाल पांड्या  घरवालों के साथ गेम खेलेंगे। इस गेम में तीनों क्रिकेटर घरवालों से क्रिकेट की भाषा में सवाल करते हैं। और घरवाले उनका जवाब देते हैं।
हिना खान गौहर खान और सिद्धार्थ शुक्ला घर के फ्रेशर्स का रिपोर्ट कार्ड तैयार करते हैं। इस रिपोर्ट कार्ड में छह स्टेटमेंट हैं। जिन पर सीनियर्स अपनी राय देते हैं। अब सलमान खान घर की नई नवेली सीनियर्स निक्की तंबोली को घर के नए सदस्यों को गलतफहमी के बारे में बताते हैं। इसके बाद सलमान घर के सभी फेशर्स से अन्य सदस्यों की गलतफहमी के बारे में बताने के लिए कहते हैं। सलमान खान घरवालों को बताते हैं। की घर पर छोटी सरदारनी‘ के लीडिंग कैरेक्टर मेहर और सरबजीत सिंह आ रहे हैं। इसके बाद सलमान खान दोनों को घर में बुलाकर स्वागत करते हैं। मेहर और सरबजीत सिंह घरवालों से बात करते हैं। और कहते हैं। की वह उन लोगों के साथ गेम खेलने आए हैं। इसके बाद वह कहते हैं।पहले हम आपको गेम के रूल बताएंगे, फिर आपको टास्क देंगे फिर हम सीनियर को दो फ्रेशर्स देंगे और सीनियर्स उनके बारे में हमें कुछ ना कुछ बताएंगे और जो हमें उन में से पसंद आएगा उनको हम एक गिफ्ट भी देंगे और लास्ट में मेहर गौहर खान की तारीफ करती हैं। पवित्रा पुनिया घरवालों को बिग बॉस की तरफ से दिए गए टास्क को पढ़कर सुनाती हैं। टास्क में फ्रेशर्स को अपने आप को रैंक देना है। सीनियर्स का मानना है। की फ्रेशर्स ने इस टास्क में अपने लिए स्टैंड लिया है। सलमान खान सभी प्रेशर्स के खराब प्रदर्शन पर भड़कते हैं। इसके बाद वह घर के सभी 10 फ्रेशर्स को बैग पैक करके घर से निकलने का आदेश दे देते हैं। सीनियर्स ने भी प्रेशर्स को हिदायत दी है। की उन्हें टास्क को नजदीकी से समझना चाहिए। इस पर फ्रेशर्स टास्क को लेकर अपनी परेशानी बताते हैं। गौहर खान कहती हैं। की टास्क में सभी को अपने दिमाग का इस्तेमाल करना चाहिए था।             


बिहार सरकार के भाजपा विधायक का निधन

बीजेपी विधायक का निधन, दिल्ली में ली अंतिम सांस।


पटना। बिहार सरकार में मंत्री और बीजेपी के विधायक विनोद कुमार सिंह का देहांत दिल्ली के मेदांता अस्पताल में हुआ है। दरअसल, विनोद कुमार सिंह पिछले काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। ब्रेन हेमरेज की शिकायत के बाद उन्हें पिछले कुछ दिनों पहले ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
आपको बता दें विनोद कुमार सिंह कटिहार के प्राणपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के विधायक थे। कटिहार जिले के प्राणुपुर सीट से चार बार के विधायक महेंद्र नारायण यादव को हरा कर प्राणपुर में दोबारा कमल खिलाय था।               


28 दिनों तक जिंदा रहता है कोरोना वायरस

मोबाइल स्क्रीन, नोट और स्टील पर 28 दिनों तक जिंदा रहता है कोरोना वायरस।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के मामलों में आई तेजी को देखते हुए यह जानना बेहद जरूरी है। कि किस सतह पर कोरोना वायरस कोविड-19 कितने दिनों तक जीवित रहता है। उससे अपना बचाव कैसे करें। आस्ट्रेलिया में इस दिशा में किये गये शोध से पता चला है। कि बैंक द्वारा जारी पेपर से बने नोट, स्टील और मोबाइल की स्क्रीन पर कोरोना वायरस 28 दिनों तक जिंदा रहता है।
आस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय विज्ञान शोध एजेंसी (सीएसआईआरओ) ने आज यह जानकारी दी कि गिलौंग स्थित आस्ट्रेलियन सेंटर फोर डिजीज प्रीपेयर्डनेस (एसीडीपी) में किये गये शोध से पता चला है। कि कोरोना वायरस कोविड-19 प्लास्टिक के बैंकनोट के बजाये पेपर के बैंक नोट पर ज्यादा दिन टिका रहता है। यह विषाणु छिद्र रहित या चिकनी सतह जैसे कांच, स्टील, विनाइल आदि पर छिद्रयुक्त सतह की तुलना में अधिक दिनों तक जीवित रहता है। इसके अलावा वह कम तापमान पर अधिक दिनों तक जीवित रहता है। यह शोध रिपोर्ट वायरोलॉली पत्रिका में प्रकाशित हुई है। सीएसआईआरओ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ लैरी मार्शल ने कहा कि यह वायरस किस सतह पर कितनी देर जीवित रहता है। ये पता लग जाने से इसके प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी। यह साथ ही इस बात की जरूरत पर भी बल देता है। कि नियमित रूप से हाथ की सफाई करते रहें। शोध से पता चला है। कि 20 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर यह वायरस बहुत दिनाें तक जीवित रहा। जैसे जैसे तापमान बढ़ा, इस वायरस के जीवित रहने की अवधि कम होती गयी।             


फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान काल्रटन का निधन

भारतीय फुटबाल टीम के पूर्व कप्तान काल्रटन चैपमैन का निधन।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भारतीय फुटबाल टीम के पूर्व कप्तान काल्र्टन चैपमैन का 49 साल की उम्र में निधन हो गया। गोल डॉट कॉम के मुताबिक, उनका निधन बेंगलुरू में दिल का दौरा पड़ने के कारण हुआ है। टाटा फुटबाल अकादमी (टीएफए) से निकले चैपमैन अपने दिनों में देश के जाने-माने मिडफील्डर थे।
1990 में उन्होंने टीएफए का दामन थामा और तीन साल बाद वह ईस्ट बंगाल चले गए जहां से खेलते हुए उन्होंने ईरा के फुटबाल कल्ब अल जावरा के खिलाफ हैट्रिक लगाई। जेसीटी मिल्स के साथ 1995 से खेलते हुए उन्होंने 14 टूर्नामेंट जीते। 1997-98 में एक सत्र एफसी कोच्चिन के साथ खेला और फिर वापस ईस्ट बंगाल आ गए।
2001 में उनकी कप्तानी में टीम ने नेशनल फुटबाल लीग का खिताब जीता। इसके बाद उन्होंने पेशेवर फुटबाल से संन्यास की घोषणा कर दी। भारत के लिए वह 1995 से 2001 तक बतौर मिडफील्डर खेले। संन्यास लेने के बाद वह टीएफए टीम के कोच बने। दिसंबर 2017 में उनको कोझिकोड स्थित क्वार्टज इंटरनेशनल फुटबाल अकादमी का तकनीकी निदेशक बनाया गया।             


घुटनों के बल चले किसान, एक समान मुआवजा

एक समान मुआवजे की मांग को लेकर घुटनों के बल चले गाजियाबाद के किसान।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के प्रभावित किसानों का आंदोलन अब तेज हो गया है। कई माह से आंदोलनरत किसानों को एक समान मुआवजा नहीं मिल पा रहा है। कई बार एक्सप्रेस-वे का कार्य भी बंद भी करा दिया गया। पैदल मार्च कर जिला मुख्यालय तक प्रदर्शन कर चुके हैं लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। पूर्व घोषणा के तहत किसान आज राज चौपला पर एकत्र हुए। यहां से बड़ी संख्या में किसान घुटनों के बल चलते हुए तहसील मुख्यालय पहुंचे।  किसानों के इस अनोखे प्रदर्शन को लेकर विपक्षी पार्टियों को भी सरकार के खिलाफ बोलने का मौका मिल गया है। किसानों की हो रही दुर्दशा पर विपक्ष ने जमकर प्रहार किया है।
आपको बता दें कि एक समान मुआवजा व सर्विस रोड निर्माण की मांग को लेकर गांव मुरादाबाद स्थित एक्सप्रेस-वे की साइट पर किसानों का लगातार धरना चल रहा है। धरनास्थल पर बुधवार को एक पंचायत का आयोजन किया गया था, जिसमें निर्णय लिया गया कि 12 अक्तूबर को किसान घुटने के बल यात्रा करके तहसील पहुंचेंगे। पूर्व घोषणा के तहत किसानों ने आज घुटनों के बल यात्रा निकाली।
किसानों का आरोप है कि बार- बार एनएचएआई व प्रशासन वार्ता के लिए बुला लेता और सिर्फ आश्वासन देकर टरका दिया जाता है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य डॉ. बबली गुर्जर ने बताया कि किसान ट्रैक्टर-ट्राली में बैठकर मोदीनगर राज चौपला पहुंचे। इसके बाद राज चौपला से लेकर तहसील तक घुटने के बल यात्रा की और अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। इस मौके पर दलवीर सिंह, महेश प्रधान, रणवीर दहिया, शत्रुजीत सिंह, भूलेराम शर्मा, अरविंद पट्टी, सुनील प्रधान सहित अनेक किसान मौजूद रहे।             


कर्मचारियों को स्पेशल एडवांस का तोहफा

त्योहारों से पहले सरकारी कर्मचारियों को मिला स्पेशल एडवांस का तोहफा, निजी कंपनियों के कर्मचारी भगवान भरोसे। 


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। जहां निजी क्षेत्रों में काम करने वाले करोड़ों कर्मचारी अपनी नौकरी बचाने की जुगत में आधी तंख्वाह पर भी काम करने को राजी हैं। वहीं दूसरी ओर त्योहारों के सीजन से पहले मोदी सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को तोहफा दिया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि महामारी से अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है। अर्थव्यवस्था में मांग बढ़ाने के लिए दो प्रस्ताव पेश किए हैं। पहला ‘एलटीसी कैश वाउचर स्कीम’ और दूसरा ‘स्पेशल फेस्टिवल एडवांस स्कीम’ है। स्पेशल फेस्टिवल एडवांस स्कीम के तहत सरकारी कर्मचारियों को 10,000 रुपये फेस्टिवल एडवांस देगी। साथ ही कर्मचारियों को एलटीसी में टिकट किराये का भुगतान नकद में किया जाएगा।
न्यूज़ 18 की खबर के अनुसार वित्त मंत्री ने कहा कि एलटीसी नकद वाउचर योजना और विशेष त्योहार अग्रिम योजना शुरू की जाएगी। मांग को प्रोत्साहन के लिए एलटीए खर्च के लिए अग्रिम में राशि दी जाएगी। एलटीसी के लिए नकद पर सरकार का खर्च 5,675 करोड़ रुपये बैठेगा। सार्वजनिक उपक्रमों और बैंकों को 1,900 करोड़ रुपये दिए जाएंगे।  इसके साथ ही सरकारी कर्मचारियों को 10,000 रुपये फेस्टिवल एडवांस के तौर पर दिये जाएंगे। ताकि त्योहारों के समय सरकारी कर्मचारियों के पास खरीदारी के लिए पैसा हो।
महामारी ने अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव डाला। सरकार की कई घोषणाओं के जरिए गरीब और कमजोर तबकों की जरूरतों को पूरा किया गया। आपूर्ति की बाधा को कम किया गया लेकिन उपभोक्ता मांग को अभी भी प्रोत्साहित करने की जरूरत है।             


आह्वान, युवा राजनीति में मिशन लेकर आए: पीएम

आह्वान, युवा राजनीति में मिशन लेकर आए: पीएम  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि गलतियां मेरे से भी होती है। मैं...