एक समान मुआवजे की मांग को लेकर घुटनों के बल चले गाजियाबाद के किसान।
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के प्रभावित किसानों का आंदोलन अब तेज हो गया है। कई माह से आंदोलनरत किसानों को एक समान मुआवजा नहीं मिल पा रहा है। कई बार एक्सप्रेस-वे का कार्य भी बंद भी करा दिया गया। पैदल मार्च कर जिला मुख्यालय तक प्रदर्शन कर चुके हैं लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। पूर्व घोषणा के तहत किसान आज राज चौपला पर एकत्र हुए। यहां से बड़ी संख्या में किसान घुटनों के बल चलते हुए तहसील मुख्यालय पहुंचे। किसानों के इस अनोखे प्रदर्शन को लेकर विपक्षी पार्टियों को भी सरकार के खिलाफ बोलने का मौका मिल गया है। किसानों की हो रही दुर्दशा पर विपक्ष ने जमकर प्रहार किया है।
आपको बता दें कि एक समान मुआवजा व सर्विस रोड निर्माण की मांग को लेकर गांव मुरादाबाद स्थित एक्सप्रेस-वे की साइट पर किसानों का लगातार धरना चल रहा है। धरनास्थल पर बुधवार को एक पंचायत का आयोजन किया गया था, जिसमें निर्णय लिया गया कि 12 अक्तूबर को किसान घुटने के बल यात्रा करके तहसील पहुंचेंगे। पूर्व घोषणा के तहत किसानों ने आज घुटनों के बल यात्रा निकाली।
किसानों का आरोप है कि बार- बार एनएचएआई व प्रशासन वार्ता के लिए बुला लेता और सिर्फ आश्वासन देकर टरका दिया जाता है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य डॉ. बबली गुर्जर ने बताया कि किसान ट्रैक्टर-ट्राली में बैठकर मोदीनगर राज चौपला पहुंचे। इसके बाद राज चौपला से लेकर तहसील तक घुटने के बल यात्रा की और अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। इस मौके पर दलवीर सिंह, महेश प्रधान, रणवीर दहिया, शत्रुजीत सिंह, भूलेराम शर्मा, अरविंद पट्टी, सुनील प्रधान सहित अनेक किसान मौजूद रहे।