रविवार, 11 अक्टूबर 2020

सरकार सभी सरकारी मदरसे करेगी बंद

असम सरकार का बड़ा फैसला, सभी सरकारी मदरसे करेगी बंद।


दिसपुर। असम की भाजपा सरकार ने एक ऐसा फैसला लिया है। जिससे पूरे देश में सियासी बवाल खड़ा हो सकता है। सरकार का ये फैसला मदरसों से जुड़ा हुआ है।
असम की भाजपा शासित सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। मंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने घोषणा की है कि राज्य के सभी सरकारी मदरसे नवंबर से बंद कर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए जल्द अधिसूचना जारी करेगी। अभी सरकार ने इस फैसले के पीछे के कारणों का खुलासा नहीं किया है लेकिन इसको लेकर राजनीति शुरू हो गई है।
भाजपा शासित सरकार के इस फैसले पर विपक्ष हमलावर हो गया है। अब विपक्ष ने भाजपा को घेरने की तैयारी शुरू कर दी है। उधर मदरसों को बंद करने को लेकर सरकार ने किसी ठोस कारण का खुलासा नहीं किया है। अब असम सरकार इस मुद्दे को लेकर राजनीति के केंद्र में आ गई है।               


योगी ने पूर्व सैनिकों के लिए घोषणा की

योगी ने पूर्व सैनिकों के लिए पांच प्रतिशत आरक्षण की घोषणा की।


लखनऊ। योगी सरकार ने पूर्व सैनिकों के लिए समूह ‘ख’ के पदों पर नौकरियों में पांच प्रतिशत आरक्षण की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि थल सेना, नौसेना, वायु सेना तीनों सेवाओं से सेवानिवृत्त और पूर्व सैन्यकर्मी पांच प्रतिशत आरक्षण के लिए पात्र होंगे। नौकरी के लिए पात्र होने के लिए उत्तर प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए और प्रत्येक स्तर पर ‘क्षैतिज आधार’ पर आरक्षण प्रदान किया जाएगा।
एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा, “यह कदम पूर्व अधिकारियों और कर्मियों को प्रोत्साहित करेगा और उनके परिवारों की आर्थिक रूप से मदद करेगा।” उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश भी रक्षा सेवाओं में अधिकांश लोगों को भेजता है और वर्तमान में, राज्य में बड़ी संख्या में पूर्व सैन्यकर्मी रहते हैं। राज्य सरकार ने हाल ही में शहीद हुए सैनिकों के परिवार को दी जाने वाली वित्तीय सहायता को 25 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये कर दिया है। प्रवक्ता ने आगे कहा, “सरकार शहीद के परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी प्रदान कर रही है। यह निर्णय लिया गया कि किसी भी रक्षा सेवाओं और अर्धसैनिक बल से जुड़े 1 अप्रैल 2017 के बाद शहीद हुए सैनिक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। इस आशय से संबंधित एक आदेश 19 मार्च, 2018 को जारी किया गया था।” उन्होंने यह भी कहा कि पिछली सरकारों के शासन में ऐसा कोई प्रावधान नहीं था।             


भारतीय रेलवे का टिकट नियमों में बदलाव

भारतीय रेलवे के टिकट रिजर्वेशन नियमों में हुआ बदलाव, जानिए क्या हैं। नए नियम


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने यात्रियों को थोड़ी राहत प्रदान करते हुए शनिवार से नियमों में कुछ बदलाव किये हैं। रेलवे ने दूसरा रिजर्वेशन चार्ट तैयार करने का फैसला लिया है। रेलवे ने स्टेशन से ट्रेन के निर्धारित डिपार्चर समय से 30 मिनट पहले दूसरा रिजर्वेशन चार्ट तैयार करने का फैसला लिया है।
पिछले कुछ महीनों से कोरोना वायरस महामारी के चलते इसमें दो घंटे पहले ही बदलाव किया जाता था।
भारतीय रेलवे ने एक बयान में कहा कोरोना काल से पूर्व स्थापित निर्देशों के अनुसार पहला रिजर्वेशन चार्ट ट्रेन के निर्धारित डिपार्चर समय से कम से कम चार घंटे पहले तैयार किया जाता था। इसके बाद पीआरएस ( पीआरएस) सिस्टम या इंटरनेट के जरिए उपलब्ध बुकिंग पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर होती थी।
यह बुकिंग दूसरा रिजर्वेशन चार्ट बनने से पहले तक होती थी।
दूसरे रिजर्वेशन चार्ट्स ट्रेन के निर्धारित या पुनर्निर्धारित डिपार्चर समय से 30 से पांच मिनट पहले तक तैयार होते थे। पहले से बुक टिकटों का कैंसिलेशन भी रिफंड नियमों के प्रावधान के अनुसार इस अवधि के दौरान मान्य होता था।
कोरोना वायरस महामारी के चलते दूसरे रिजर्वेशन चार्ट के नियमों में बदलाव करते हुए ट्रेन के निर्धारित या पुनर्निर्धारित डिपार्चर समय से दो घंटे पहले दूसरा रिजर्वेशन चार्ट तैयार करने के निर्देश जारी हुए थे। अब दोबारा से नियम में बदलाव हुआ है। जिससे दूसरा रिजर्वेशन चार्ट ट्रेन छूटने के समय से 30 मिनट पहले तैयार होगा।
इस तरह अब ऑनलाइन और पीआरएस पर टिकट बुकिंग सुविधा दूसरे चार्ट के तैयार होने से पहले तक उपलब्ध रहेगी। रेल सूचना प्रणाली केंद्र ( सी आर आई एस) ने इस अनुसार सॉफ्टवेयर में आवश्यक बदलाव कर दिये हैं। इसका मतलब है । कि शनिवार से यात्री स्टेशन से ट्रेन चलने से 30 मिनट पहले तक अपना टिकट बुक करा सकते हैं। और जरूरत पड़ने पर दूसरा चार्ट तैयार होने से पहले बुक्ड टिकट कैंसिल भी करा सकते हैं।                             


शव मिलने पर विस अध्यक्ष ने शोक जताया

सोचने तक का मौका नहीं मिला तहसीलदार सुनैना राणा को, बामुश्किल मिले नहर में शव, विधानसभा अध्यक्ष ने किया शोक व्यक्त।


पंकज कपूर


नजीबाबाद/देहरादून। नैनीताल से लौट रही रुड़की की तहसीलदार सुनैना राणा, उनके अर्दली ओमपाल सिंह और ड्राइवर सुंदर की सरवनपुर नहर में डूबने से मौत हो गई। देर शाम उनकी कार अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरी।
उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने हादसे में रुड़की की तहसीलदार सुनैना राणा सहित तीन लोगों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है। इधर, स्थानीय लोगों की मदद से तीनों के शवों को व क्रेन से बोलेरो को नहर से बाहर निकाला गया। तहसीलदार सुनैना राणा नैनीताल में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेकर लौट रही थी।
इस दौरान उनकी बोलेरो कार अचानक कार अनियंत्रित होकर नहर की रेलिंग तोड़ते हुए नहर में जा गिरी। जिससे तीनों की नहर में डूबने से मौत हो गई। इदर, हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की है साथ ही तहसीलदार सुनैना राणा सहित अन्य मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी सांत्वना व्यक्त की है।             


जेपी ने आंदोलन का नेतृत्व कर रक्षा की

जब लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला हुआ, जेपी ने जन आंदोलन का नेतृत्व कर रक्षा की: 'पीएम'


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को लोक नायक जयप्रकाश नारायण को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी और कहा कि “जब हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला हुआ था, तो उन्होंने इसकी रक्षा के लिए एक मजबूत जन आंदोलन का नेतृत्व किया।” प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, “मैं लोकनायक जेपी को उनकी जयंती पर नमन करता हूं। उन्होंने भारत की आजादी के लिए बहादुरी से लड़ाई लड़ी और जब हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला हुआ, तो उन्होंने इसकी रक्षा के लिए एक मजबूत जन आंदोलन का नेतृत्व किया। उनके लिए, राष्ट्रहित और लोगों के कल्याण से ऊपर कुछ नहीं था।”
उन्होंने आगे कहा, “महान नानाजी देशमुख, लोकनायक जेपी के सबसे सच्चे अनुयायियों में से एक थे। उन्होंने जेपी के विचारों और आदशरें को लोकप्रिय बनाने के लिए अथक परिश्रम किया। ग्रामीण विकास के प्रति उनके स्वयं के कार्य हमें प्रेरित करते हैं। उनकी जयंती पर मैं भारत रत्न नानाजी देशमुख को याद करता हूं।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत को गर्व है कि लोकनायक जेपी और नानाजी देशमुख जैसे दिग्गज इस भूमि में पैदा हुए। आज का दिन हमारे राष्ट्र के लिए उनके दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए खुद को समर्पित करने का।"               


डिस्टेंसिंग भूलें, करा रहे पीसीएस प्री परीक्षा

बरेली: सोशल डिस्टेंसिंग भूल करा रहे पीसीएस प्री की परीक्षा।


बरेली। जिले के 49 केंद्रों पर पीसीएस प्री की परीक्षा शुरू हो गई है। इस परीक्षा में 22400 अभ्यर्थियों को शामिल होना है। पहली पाली सुबह 9:30 बजे शुरू कर दी गई है। यह पाली 11:30 बजे समाप्त होगी। इसके लिए सुबह 8:30 बजे से ही अभ्यर्थियों को प्रवेश देना शुरू कर दिया गया। मगर अधिकांश परीक्षा केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कराया गया। कई केंद्रों पर सैनिटाइजेशन का काम नहीं हो रहा था। अधिकांश केंद्रों पर बिना थर्मल स्क्रीनिंग के ही अभ्यर्थियों को प्रवेश दे दिया गया। सभी केंद्रों पर पुलिस का कड़ा पहरा है। इसके बाद दूसरी पाली दोपहर 2:30 बजे से शुरू होकर 4:30 बजे समाप्त होगी।             


हाथरस कांडः सीबीआई ने किया केस दर्ज

हाथरस कांडः गाजियाबाद की सीबीआई अदालत में केस दर्ज, डिप्टी एसपी सीमा पाहुजा करेंगी जांच


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। केंद्र सरकार ने हाथरस में एक दलित युवती के साथ तथाकथित गैंगरेप वाले मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है। अधिसूचना जारी करने के बाद रविवार को सीबीआई की गाजियाबाद ब्रांच ने अपने यहां हाथरस की घटना के संबंध में एक मामला दर्ज किया। सीबीआई मुख्य आरोपी संदीप व अन्य तीन आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप, हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। सूत्रों के अनुसार सीबीआई की डिप्टी एसपी सीमा पहुंच कर जांच करेंगी।
आपको बता दें कि योगी सरकार की अनुशंसा पर शनिवार को जांच सीबीआई ने अपने हाथ में ले ली थी। इस मामले में यूपी सरकार ने 3 अक्तूबर को सीबीआई से जांच कराए जाने का फैसला किया था। चार अक्टूबर को सरकार ने इसके लिए डीओपीटी को निर्धारित प्रारूप में सिफारिश भेजी थी। शनिवार को डीओपीटी ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी। सीबीआई जिन मुख्य बिन्दुओं पर जांच करेगी उनमें प्रमुख हैं। 14 सितंबर को खेत में लड़की को किसने मारा? लड़की ने पहले दिन वाले बयान में अपने साथ कथित बलात्कार की बात क्यों नहीं की? पीड़िता ने आखिरी बयान में बलात्कार की बात की लेकिन मेडिकल रिपोर्ट इसके विपरीत क्यों है? 29 सितंबर को पीड़िता की मौत के बाद आनन-फानन में रात के अंधेरे में उसकी लाश क्यों जला दी गई? सीबीआई को यूपी सरकार द्वारा गठित एसआईटी की अब तक की पड़ताल से मदद भी मिलेगी। लेकिन एक बड़ा पेच ये भी है कि पीड़िता के परिवार को सीबीआई जांच पर भरोसा ही नहीं है। पीड़ित परिवार बार-बार कह रहा है कि उन्हें सिर्फ न्यायिक जांच पर ही भरोसा है।             


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...