शनिवार, 10 अक्टूबर 2020

परिजनों ने किया अंतिम संस्कार करने से इनकार

राजस्थानः बाबूलाल के परिजनों ने किया अंतिम संस्कार करने से इनकार।


नरेश राघानी


जयपुर। राजस्थान के करौली जिले के सपोटरा इलाके में एक पुजारी को जिंदा जलाने के बाद पुजारी बाबूलाल के परिजनों ने पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है। परिवार ने अशोक गहलोत सरकार के सामने कुछ मांगें रखी हैं। और परिवार का कहना है। कि जब तक मांगें पूरी नहीं हो जाती हैं। वह अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
न्यूज एजेंसी एएनआई से पुजारी बाबूलाल के रिश्तेदार ललित ने कहा कि हम चाहते हैं। कि 50 लाख रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिले। सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और आरोपियों का समर्थन करने वाले पटवारी और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। पुजारी के परिवार को सुरक्षा भी मिलनी चाहिए। घटना सापोटरा के बूकना गांव की है। वहां बुधवार को एक मंदिर के पुजारी बाबू लाल वैष्णव पर पांच लोगों ने हमला किया। आरोप है। कि मंदिर के पास की खेती की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे इन लोगों ने पुजारी पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी।
पुलिस के मुताबिक, मरने से पहले पुजारी ने पुलिस को बताया था। कि कैलाश मीणा अपने साथियों शंकर, नमो, किशन और रामलखन के साथ मंदिर के बाड़े पर कब्जा कर छप्पर लगा रहा था। मैंने विरोध किया तो पेट्रोल डालकर आग लगा दी। मेरा परिवार मंदिर की 15 बीघा जमीन पर खेती कर अपना गुजारा करता है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस घटना को निंदनीय बताते हुए कहा है। कि राज्य की कांग्रेस सरकार को दोषियों को सख्त सजा दिलाकर परिवार को तुरंत न्याय दिलाना चाहिए।                   


गोरखपुर की गलियों का शिलान्यास लोकार्पण

लखनऊ। आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा का एजेंडा साफ कर दिया है, तो गलत नहीं होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में बड़े मंच से गोरखपुर की छोटी-छोटी सड़कों का शिलान्यास और लोकार्पण कर बड़ा संदेश दिया है। सीएम योगी के आयोजन से यह तय हो गया। कि चुनाव को ध्यान में रखकर भाजपा ने विकास और भ्रष्टाचार के मुद्दे के साथ जनता के दिल में जगह बनाने की शुरूआत कर दी है। आमतौर पर बड़ी-बड़ी परियोजनाओं के लिए बड़े मंच सजते देखे गए हैं। आपको बता दें बीते दिनों एक सहायक अभियंता को लेकर छिड़ी राजनीतिक जंग की सीधे तौर पर चर्चा न करते हुए मुख्यमंत्री ने उन नेताओं को कड़ी चेतावनी दी जिनके कृत्य से जनता के बीच पार्टी की छवि हुई। ऐसा करके मुख्यमंत्री ने विपक्ष की तरकस के उन तीरों को भी निष्क्रिय कर दिया।                


फरवरी में हो सकते हैं यूपी पंचायत 'चुनाव'

फरवरी में हो सकते हैं यूपी पंचायत चुनाव आयोग कर रहा है तारीखों पर मंथन।


लखनऊ। यूपी में पंचायत चुनाव फरवरी में करवाए जा सकते हैं। सरकार के स्तर पर फरवरी और मई की कुछ तारीखों पर मंथन किया जा रहा है। इसमें ज्यादातर लोगों का सुझाव है। कि मई में गर्मी ज्यादा पड़ेगी। इस वजह से चुनाव फरवरी में बोर्ड परीक्षा से पहले करवा लिए जाएं। पहले चुनाव दिसंबर में होने थे। वहीं इस बार खुलकर राजनीतिक दल भी हिस्सा ले सकेंगे। इससे चुनाव दिलचस्प होने के आसार हैं।
अब राज्य निर्वाचन आयोग के कार्यक्रम के अनुसार वोटर पुनरीक्षण का काम शुरू हो गया है। जिसे 29 दिसंबर तक फाइनल करने की तैयारी है। इसके बाद पंचायतों के आरक्षण का काम होगा। इसके बाद चुनाव प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
पंचायतों में बैठाए जाएंगे प्रशासक
दरअसल मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले ही टीम-11 की मीटिंग में कोविड संकट की वजह से पंचायत चुनाव टालने के निर्देश दिए थे। इसके बाद पंचायती राज विभाग ने चुनाव के लिए नई तारीखों पर मंथन शुरू कर दिया था। इसी बीच राज्य निर्वाचन आयोग ने एक अक्टूबर से वोटर लिस्ट का पुनरीक्षण शुरू कर दिया। आयोग ने जो कार्यक्रम जारी किया है। उसके हिसाब से 29 दिसंबर तक फाइनल वोटर लिस्ट तैयार होगी। इसके बाद पंचायती राज विभाग पंचायतों का परिसीमन, वार्ड के आरक्षण का काम करने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग को भेज दिया जाएगा। जब तक चुनावी प्रक्रिया शुरू नहीं होती। तब तक पंचायतों में प्रशासक बैठाए जाएंगे।
ऑनलाइन बन सकेंगे वोटर
आयोग ने पहली बार ऑनलाइन वोटर बनाने का भी विकल्प दिया है। इसके लिए आयोग की वेबसाइट http://sec.up.nic.in पर रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है। इन सूची को जिलों में बीएसओ सत्यापित करेंगे और सूचनाएं सही पाए जाने पर वोटर लिस्ट में नाम जुड़ जाएगा।
पंचायत चुनाव के लिए करीब 80 हजार मतदान स्थलों के 2 लाख मतदान केंद्रों पर 1 लाख बीएलओ की ड्यूटी लगाई जाएगी। आयोग ने पहली बार बीएलओ के लिए ई-बीएलओ ऐप विकसित किया है। जिसके जरिए वे सभी सूचनाएं फीड कर सकेंगे।
राजनीतिक दल भी लेंगे हिस्सा
अभी तक राजनीतिक दल पंचायत चुनाव में पर्दे के पीछे से ही समर्थन करते थे। लेकिन इस बार दल खुलकर हिस्सा लेने की योजना बना रहे हैं। इस वजह से चुनाव दिलचस्प होने की उम्मीद है। बीजेपी ने तो बाकायदा हर जिले में अपनी तैयारी शुरू कर दी है। पंचायत स्तर पर भी बैठकें शुरू कर दी गई हैं।             


दुष्कर्म के 7 आरोपियों को किया गिरफ्तार

केशकाल गैंगरेप मामला, दुष्कर्म के सभी 7 आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार।


केशकाल। केशकाल गैंगरेप के सभी आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बेमेतरा से 6वें आरोपी को पकड़ा गया था। इसके बाद अब सातवां आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। बता दें इस मामले में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। तत्कालीन थाना प्रभारी रमेश शोरी को सस्पेंड किया गया है। ये कार्रवाई मामले की जानकारी सीनियर अधिकारियों को नहीं देने पर की गई है। गौरतलब है कि कोंडागांव जिले के केशकाल में सामूहिक दुष्कर्म के बाद पीड़िता के सुसाइड मामले को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी संज्ञान में लिया है।
आयोग के सदस्य यशवंत जैन ने एसपी को पत्र लिखकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर जानकारी देने को कहा।
गौरतलब है। कि दो महीने पूर्व शादी समारोह में गई नाबालिग को 7 युवक उठा ले गए थे। जंगल में उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया उसके बाद नाबालिग ने आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद भी शिकायत दर्ज नहीं होने पर पीड़ित के पिता ने भी खुदकुशी की कोशिश की थी। तब जाकर मामले का खुलासा हो पाया। जिसके बाद हरकत में आए प्रशासन ने मामले में आगे की कार्रवाई की।


               


5 वर्षीय बच्ची के साथ युवक ने किया दुष्कर्म

पांच साल की बच्ची के साथ पड़ोसी युवक ने किया दुष्कर्म।


हरदोई। देश और प्रदेश में बढ़ते अपराध सरकार के लाख दावे के बाद भी थमने का नाम नही ले रहा है। आज शनिवार को एक ऐसी घटना सामने है। जिसे सुनकर दिल दहल जाएगा। हरदोई में शुक्रवार की शाम एक पांच वर्षीय बच्ची के साथ उसके पड़ोसी युवक ने दुष्कर्म किया।इस घटना से आक्रोशित लोगों ने आरोपित को घेरकर लिया।
आपको बता दें मामला संडीला कस्बे का है।जहां पर पांच वर्षीय बच्ची के साथ उसके पड़ोसी युवक ने दुष्कर्म किया। किसी तरह उसके चंगुल से छूटी बच्ची घर पहुंची और परिवारजन को पूरी बात बताई। राहुल का भाई बच्ची को ट्यूशन पढ़ाता है। उसके भाई व परिवार के लोग बाहर गए थे। 
घर पर राहुल ही अकेला था और बच्ची को चॉकलेट दिलाने के बाहने घर में ले गया। उसके घर में जो बच्चे थे। उन्हें बाहर भेज दिया और उसे कमरे में ले गया। आरोपित की हरकतों पर कमरे में बच्ची ने शोर मचाया तो उसकी पकड़ ढीली हुई और बच्ची घर से भाग आई। एसपी ने बताया कि तहरीर के आधार पर एफआइआर दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।             


डीएम के द्वारा भेजीं गई चिट्टी से होती है पुष्टि

बनारस। मामला कागज़ों पर 2002 में कागज़ों पर बने महाविद्यालय महादेव बरियासनपुर गांव के संबद्धता का है। ऐसा महाविद्यालय जो बना पर सिर्फ कागज़ों पर उसके पास जमीन ही नहीं इस बात की पुष्टि DM के द्वारा भेजे गये चिट्टी से होती है। जिसकी कॉपी हमारे पास उपलब्ध है। ये हैरान कर देने वाला मामला दिल्ली की संस्था बोधिसत्व फाउंडेशन की पड़ताल के बाद सामने आया जहाँ ये पाया गया कि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ इस तरह के फर्ज़ीवाड़े को संरक्षित कर रही है। और जानबूझकर आंखे मूंदे बैठी है। जिसमें उसके उच्च शिक्षा अधिकारी , रजिस्ट्रार और कुलपति की सहमति शामिल है। संस्था का आरोप है। कि शिक्षा बड़ा पवित्र पेशा है। और इसमें घालमेल की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए पर विश्विद्यालय और महादेव महाविद्यालय बरियासनपुर जिस तरह से नियमों और कानून को ताक पर रखकर फर्ज़ीवाड़ा कर रहे है। बिना भ्रस्टाचार के संभव नहीं है। इसमें नीचे प्रशासन से लेकर अधिकारियों तक और लखनऊ की संगलिप्ता जाहिर है। तभी कोई करवाई और उपाय नहीं किये गये। हमारे पास उपलब्ध कागज़ और साक्ष्य के द्वारा इस बात की पुष्टि होती है।कॉलेज शुरू हुआ 2002 में लेकिन डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के पास से  शिकायत के बाद जब विश्विद्यालय से कागज़ मांगा गया तो विश्विद्यालय ने 2005 की एनओसी की कॉपी उपलब्ध करवाई अब सारा पेंच यही है 2005 में महादेव महाविद्यालय के नाम खतौनी में दर्ज है पर उसी खतौनी में 2006 में अलग -अलग व्यक्तियों के नाम दर्ज है। जो ये बताता है। कि काशी विद्यापीठ में दाखिल कागज़ महादेव की तरफ से जमा किया गया है। वो फ़र्ज़ी है। उसको गलत मंशा से बनाया गया है।
बोधिसत्व फाउंडेशन के भ्रष्टाचार के आरोप की पुष्टि के लिए के देखना बड़ा दिलचस्प है। कि यूनिवर्सिटी से अधिकारी पैसे खाकर इस मामले की फ़ाइल दबाये बैठे है। और वो स्थानीय प्रशासन डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट को भी भुलावे में रखते हुये गलतबयानी करते है। जब मजिस्ट्रेट ने पूछा जा रहा है। कि बिना जमीन के महादेव महाविद्यालय की मान्यता कैसे हुई और इधर 2019 में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ महादेव महाविद्यालय को 2019 में फ़र्ज़ी कागज़ पर 4 साल के ITEP कोर्स शुरू करने के लिए NOC देता है। साथ ही इस जाली कागज़ पर NCTE की मान्यता भी महादेव महाविद्यालय बरियासनपुर गांव ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के साथ मिलकर फ़र्ज़ी खतौनी और सीएलयू आर्डर का फर्ज़ीवाड़ा कर के हासिल की। जो सिर्फ खुद में एक बड़ा घोटाला है। हमारी शिकायत उसपर भी कानूनी प्रक्रिया के तहत डाली गई है।
राजस्व विभाग और विश्विद्यालय जैसी विश्वसनीय संस्था आखिर क्या चंद पैसों में किसी की भी जेब में समा सकती है। हमें इस मामलें में पुख्ता सबूत मिले है। अधिकारी और विश्विद्यालय की तरफ से इसमें शामिल होने के जो फ़र्ज़ी दस्तावेज को दबा कर शिकायत पर करवाई और सरकारी नियम कायदों की धज्जियां उड़ा रहे है। बहूत जल्द हम उनके खिलाफ भी प्रधानमंत्री कार्यालय, मिनिस्ट्री ऑफ एडुकेशन, नोटिस राज्यपाल, और मुख्यमंत्री के साथ राजस्व विभाग में भी शिकायत हमारे द्वारा संप्रेषित की जा चुकी है।             


योगी ने लोगों की मृत्यु पर जताया शोक

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टप्पल जनपद अलीगढ़ में हुई एक सड़क दुर्घटना में लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को इस हादसे में घायल हुए लोगों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं।               


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