शुक्रवार, 9 अक्तूबर 2020

सरिया से लदा ट्रक फैक्ट्री में घुसा 2 की मौत

सरिया से लदा ट्रक फर्नीचर फैक्ट्री में घुसा दो की मौत।


पालूराम


नई दिल्ली। दिल्ली में शुक्रवार तड़के सरिया से लदा एक ट्रक एक फर्नीचर फैक्ट्री में जा घुसा इस हादसे में ड्राइवर और उसके हेल्पर की मौत हो गई। दक्षिण-पूर्व दिल्ली के डीसीपी आर.पी. मीणा ने कहा ड्राइवर आरिफ अली और हेल्पर मुमताज अली ने दुर्घटना में दम तोड़ दिया। दोनों उत्तर प्रदेश के हापुड़ के रहने वाले थे।
पुलिस के अनुसार ट्रक सुबह लगभग 4 बजे ओखला औद्योगिक क्षेत्र से निकलने के बाद आनंदमई मार्ग से आ रहा था। और हरियाणा के पलवल स्थित एक गोदाम में जा रहा था। दक्षिण-पूर्व दिल्ली के महरौली-बदरपुर रोड पर पहुंचने के बाद इसने नियंत्रण खो दिया और फर्नीचर फैक्ट्री में घुस गया। ऐसी आशंका है। कि ड्राइवर को नींद आ गई होगी जिसके कारण यह दुर्घटना हुई।                


आईपीएलः मुंबई इंडियन टॉप, किंग्स इलेवन डाउन

दुबई। आईपीएल 2020- इंडियन प्रीमियर लीग 2020 के अब तक 22 मुकाबले खेले जा चुके हैं। और सभी टीमों ने लगभग कम से कम पांच मैच खेले हैं। अंक तालिका में मुंबई इंडियन जहां सबसे ऊपर है। तो वही किंग्स इलेवन पंजाब छह में से पांच मुकाबले हारकर आखिरी पायदान पर है। पंजाब की इस हार के पीछे कोई और कारण नहीं उनके स्टार ऑलराउंडर बल्लेबाजों का न चल पाना है। यही नहीं पंजाब का अब प्लेऑफ में पहुंचना भी कठिन हो गया है।
इस सीजन में अब तक खेले गए मैचों में सबसे ज्यादा फ्लॉप खिलाड़ी पंजाब की टीम में 10. 75 करोड़ में खरीदे गए ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल साबित हुए हैं। वह आईपीएल के सबसे महंगे खिलाड़ी हैं। लेकिन इतनी बड़ी कीमत लगने के बावजूद भी इस सीरीज में मैक्सवेल अपने बल्ले से कोई जादू नहीं दिखा पाए अब तक मैक्सवेल द्वारा खेले गए छह मैच में महज 48 रन बनाए हैं। जिनमें 13 उनका सर्वाधिक स्कोर है। अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए पहचाने जाने वाले ऑस्ट्रेलियाई ग्लेन मैक्सवेल का अब तक आईपीएल के मैचों में औसत 12 का और स्ट्राइक रेट 86 की है। अगर गेंदबाजी की बात की तो उन्होंने छह मैचों में 42 गेंदें डाली है। और 65 रन देकर एक विकेट लिया है। यही नहीं ग्लेन मैक्सवेल के अलावा एक और विदेशी खिलाड़ी को पंजाब की टीम ने साढे आठ करोड़ में खरीदा है। जिनका नाम शेल्डन कॉट्रेल है। वह भी इस आईपीएल के मैचों में कोई कमाल नहीं कर पाए हैं।                


निर्माण साइटो पर एंटी-स्मॉग गन लगाना जरूरी

 कंस्ट्रक्शन साइटों पर एंटी-स्मॉग गन लगाना जरूरी नहीं तो होगी कार्रवाई।


संदीप मिश्र


लखनऊ। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) ने राज्य में डेवलपर्स को चेतावनी दी है। कि यदि उनके शहरों में निर्माण स्थल बिना एंटी-स्मॉग गन के पाए गए तो तुरंत कार्रवाई शुरू की जाएगी। सर्दियां आने से पहले यूपीपीसीबी द्वारा कंस्ट्रक्शन साइटों की जांच की जा रही है। क्योंकि इस दौरान प्रदूषण का स्तर अपने चरम पर होता है।
एंटी-स्मॉग गन 50 मीटर की ऊंचाई तक एटमाइज्ड वाटर (पानी की छोटी-छोटी बूंदें) का छिड़काव करती है। जिससे कृत्रिम धुंध पैदा होती है। जो हवा से फैलने वाले प्रदूषकों से चिपककर उन्हें नीचे जमीन पर लाने का काम करती है। यह डिवाइस हवा में पैदा होने वाले धूल के कणों को सड़कों की सतह पर लाने में मददगार है।
यूपीपीसीबी के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा। शहरों में जहां-जहां निर्माण जारी है। हम उन स्थलों का निरीक्षण करेंगे और अगर हमने पाया कि नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (क्रेडाई) ने पहले से ही सभी डेवलपर्स को अपने संबंधित निर्माण स्थलों विशेष रूप से नोएडा में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए एंटी-स्मॉग गन लगाने को कहा है।
सितंबर में यूपीपीसीबी ने डेवलपर्स को सभी साइटों पर एंटी-स्मॉग गन लगाने की याद दिलाया था। ताकि वायु प्रदूषण के स्तर की जांच हो सके। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आर.के. तिवारी ने जिला अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा था। कि डेवलपर्स इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की धज्जियां न उड़ाएं।                 


नहीं हो पाई रैली, धरना देकर जताया आक्रोश

जानिये किस वजह से नहीं हो पाई किसान रैली प्रदर्शन के जरिए जताया किसानों ने आक्रोश


किच्छा। कोरोना काल के इस किसानों के महाआंदोलन में केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए किसान बिल को लेकर पूरे देश भर में आंदोलन व्याप्त है। आज किच्छा में किसानों को परमिशन ना मिलने के चलते उधम सिंह नगर के किच्छा में किसानों का आक्रोश देखने को मिला। जहां किसान बिल के विरोध में किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए नगर में ट्रैक्टरों के साथ भारी संख्या में किसानों के टै्रक्टर मे शामिल होना था। लेकिन किच्छा उपजिलाधिकारी से परमिशन ना मिलने से जुलूस नहीं निकाल पाए और किच्छा में अनाज मंडी गेट पर धरना प्रदर्शन किया। आपको बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों के लिए कृषि बिल पारित किया है। जिसको लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। इसी के चलते किच्छा में किसान सड़को पर उतरे थे लेकिन उपजिलाधिकारी ने ट्रैक्टर रैली की परमिशन नहीं दी। जहां किसानों द्वारा किसान बिल के विरोध में प्रदर्शन करते हुए नगर में ट्रैक्टर और बाइक रैली नहीं निकाल पाए। जिसके बाद आक्रोशित किसान मंडी गेट पर  प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष नारायण बिष्ट, किसान नेता सुरेश पपनेजा गणेश उपाध्याय, अरुण कुमार, संजीव सिंह, रामबाबू शुक्ला, बंटी पपनेजा, जितेंद्र सिंह, बलवंत सिंह, रमेश तिवारी, दलीप बिष्ट, परमजीत सिंह, विनोद कोरंगा, विक्रम कोरंगा, मेजर सिंह, अक्षय बाबा, अकरम खान, फिरदोस सलमानी व अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।                 


कृषि बिल की जानकारी दी, यंत्रों की पूजा

किसान मोर्चा ने दी कृषि बिल की जानकारी ट्रैक्टर व कृषि यंत्रों की हुई पूजा।


रुद्रपुर। किसान मोर्चा द्वारा आज पूरे प्रदेश में ट्रैक्टर एवं कृषि यंत्रों की पूजा की गई एवं किसानों को कृषि बिल से होने वाले लाभ की जानकारी दी गयी। किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौहान ने बताया कि कृषि विधेयक किसानों के जीवन में बदलाब लाने के लिए अहम कदम है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतत्व में केंद्र सरकार ने विधेयकों के माध्यम से कृषि के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त किया है। उन्होंने कहा कि 2014 से यूपीए सरकार के पाँच साल उसके बाद एनडीए के पाँच साल से पता चलता है। कि किसानों की भलाई के लिए मोदी सरकार ने जितने काम किये है। उतने काम किसी सरकार ने नही किये। किसानों की आय दुगनी करने एवं कृषि सुधार के लिए मोदी सरकार के अनेक कदम उठाए हैं। स्वामीनाथन आयोग की जिन सिफारिशों को कांग्रेस सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया था। उसको मोदी सरकार ने स्वीकार किया। किसानों के लिए उनकी फसल का उत्पादन लागत का न्यूनतम 1.5 गुना रुपये एमएसपी निर्धारित करने की घोषणा की। इसके बाद प्रति वर्ष रवि ओर खरीब फसलों की एमएसपी में लगातार वृद्धि की जा रही है। मोदी सरकार ने कृषि सुधार से संबंधित महत्वपूर्ण विधेयकों को संसद में पारित करा कर किसानों के सशक्तिकरण का मार्ग प्रशस्त किया है। यही नही जल्द खराब होने वाली फल सब्जियों के लिए किसान रेल की शुरुआत महाराष्ट्र से बिहार के बीच शुरु की जा चुकी है। इन विधेयकों से किसान, कृषि क्षेत्र, कृषि इंफ्रास्टक्चर को मजबूती मिलेगी तथा साथ ही खेती किसानी में निजी निवेश होने से विकास कार्यों को और बल मिलेगा। उन्होंने बताया कि कांग्रेस द्वारा ट्रैक्टरों को जलाया जा रहा है। ट्रैक्टर हमारा अन्नदाता है। आज किसान मोर्चा द्वारा प्रदेश में किसानों के यहां ट्रैक्टरों की पूजा अर्चना की गई। इसी क्रम में आज गंगापुर, फुलसुंगा गांव में जाकर ट्रैक्टरों की पूजा की गई। इस दौरान महेंद्र, अजीत पाठक, मनीष पाठक, मनोज पांडेय, रोशन अरोरा, मनीष शुक्ला, ज्ञान सिंह, अमन पाठक, विजय कुमार, धर्मेंद्र कुमार आदि मौजूद थे।                 


संघर्ष विराम का उल्लंघन किया, दागे मोर्टार

पाकिस्तान ने फिर किया संघर्ष विराम का उल्लंघन दागे मोर्टार।


बारामूला। पाकिस्तानी सैनिक अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में बारामूला जिले के उरी सेक्टर में एक बार फिर उन्होंने संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए शुक्रवार तड़के गोलीबारी की। पाकिस्तानी सैनिकों ने उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा से लगे नागरिक इलाकों में और नानक चौकी को निशाना बनाते हुए तड़के एक बजे मोर्टार दागे और अन्य हथियारों से गाेलीबारी की। भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब दिया।
दोनों तरफ से करीब आधे घंटे तक गोलीबारी हुई। गोलीबारी के कारण कमालकोट गांव और उससे लगे क्षेत्रों के नागरिक दहशत में आ गये। उन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में बंकरों की संख्या बढ़ाने की मांग की है। ताकि पाकिस्तान की ओर से होने वाली गोलीबारी के समय वे शरण ले सकें।
सूत्रों ने बताया कि इस दौरान भारतीय क्षेत्र में जानमाल के नुकसान की रिपोर्ट नहीं है। सीमा पार हुए नुकसान के बारे में फिलहाल साफ नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सैनिक आतंकवादियों की घुसपैठ के लिए लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहे हैं।बर्फवारी की वजह से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मार्ग बंद हैं। अब आतंकवादी नियंत्रण रेखा के पास से घुसपैठ की कोशिश में है। घुसपैठ के प्रयासों को विफल करने के लिए भारतीय सेना पहले से ही हाई अर्लट पर है।                  


विधालय में 20 सीट दो आवेदन, नो ऐडमिशन

एमए वूमेन स्टडीज में 20 सीट के लिए सिर्फ दो आवेदन आए जिसमें से एक ने भी एडमिशन नहीं लिया है


भोपाल। बरकतउल्ला विवि में एडमिशन की प्रक्रिया चल रही है। 15 अक्टूबर तक ऑनलाइन एडमिशन दिए जाएंगे। अब पहले आओ। पहले पाओ के आधार पर एडमिशन दिए जा रहे हैं।
जो भी छात्र पहले आवेदन कर पहले फीस जमा कर देगा उसे खाली सीट होने पर एडमिशन मिल जाएगा। प्रमुख कोर्स को छोड़ दें तो कुछ कोर्स ऐसे हैं जिनमें 100 प्रतिशत तक सीटें खाली हैं। विवि के महिला अध्ययन विभाग में संचालित दोनों कोर्स में अभी तक एक भी एडमिशन नहीं हुआ है। एमए वूमेन स्टडीज में 20 सीट के लिए सिर्फ दो आवेदन आए। जिसमें से एक ने भी एडमिशन नहीं लिया है।                


अभिनेत्री नम्रता ने अपनी कुछ तस्वीरें शेयर की

अभिनेत्री नम्रता ने अपनी कुछ तस्वीरें शेयर की  कविता गर्ग  मुंबई। भोजपुरी सिनेमा की बोल्ड अदाकारा नम्रता मल्ला ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर ...