गुरुवार, 8 अक्तूबर 2020

फ्लाइट में महिला ने बच्चे को दिया जन्म

दिल्ली से बेंगलुरु जा रही इंडिगो की फ्लाइट में महिला ने बच्चे को दिया जन्म।


नई दिल्ली। इंडिगो की दिल्ली-बेंगलुरु की एक उड़ान में बुधवार को एक महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया। यह जानकारी एक आधिकारिक बयान में दी गई। पीटीआई के एक सवाल के जवाब में इंडिगो ने कहा, हम इसकी पुष्टि करते हैं कि दिल्ली से बेंगलुरु की उड़ान संख्या 6ई 122 में एक बच्चे का समयपूर्व जन्म हुआ। दिल्ली से बेंगलुरु जा रही इंडिगो की  फ्लाइट में महिला ने बच्चे को दिया जन्म, सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरें।
इस बारे में और कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। उड्डयन उद्योग के एक सूत्र ने पीटीआई से कहा, दिल्ली-बेंगलुरु उड़ान संख्या 6 ई 122 के रास्ते में एक बच्चे का जन्म हुआ। यह उड़ान आज शाम साढ़े सात बजे बेंगलुरु हवाई अड्डे पर उतरी। हवाई अड्डा पर पहुंचने पर एक विशेष दल पहुंचा और मां और बच्चे को सुरक्षित उतारा। बताया गया है कि फिलहाल मां और बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं।               


डीडीसीए अध्यक्ष पद के लिए नामांकनः रोहन

रोहन जेटली ने भरा डीडीसीए अध्यक्ष पद के लिए नामांकन।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली ने बुधवार को दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ ( डीडीसीए) के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भर दिया। इसके साथ ही उनका अध्यक्ष बनना तय है क्योंकि उनको संघ के अधिकतर गुटों का समर्थन प्राप्त है। रोहन जेटली ने कहा, मैंने नामांकन भर दिया है क्योंकि किसी को तो काम करना है। क्रिकेट प्रशासन आसान नहीं है। जो चीजें डीडीसीए के लिए जरूरी है वो की जानी चाहिए। रोहन के खिलाफ सिर्फ एक इंसान-सुनील कुमार गोयल ने नामांकन भरा लेकिन उम्मीद है कि वह 10 अक्टूबर को अपना नाम वापस ले लेंगे। रोहन को डीडीसीए के बाकी समूहों से समर्थन मिला है लेकिन बाकी पदो के लिए कोई आम सहमति नहीं बनी है। डीडीसीए में छह पदों के लिए 17 से 20 अक्टूबर के बीच चुनाव होने हैं। इसमें अध्यक्ष, कोषाध्याक्ष और चार निदेशक हैं।। कोषाध्यक्ष के लिए 19 लोगों ने नामांकन भरा है, लेकिन एक या दो लोगों के अंत तक इस रेस में बने रहने की उम्मीद है बाकी के लोग अपना नामांकन वापस ले सकते हैं। बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सीके. खन्ना की पत्नी शशि खन्ना ने इस पद के लिए नामांकन भरा है और वह मजबूत दावेदार लग रही हैं। शशि ने मीडिया से बात करते हुए कहा, मैं निश्चित तौर पर कोषाध्यक्ष पद के लिए लडूंगी। मैंने कागजों के दो सेट भरे हैं ताकि मैं सुरक्षित रह सकूं। कुछ और लोगों ने भी इस पद के लिए नामांकन भरा है लेकिन इनमें से ज्यादा लोग किसी ग्रुप के नहीं हैं। इसलिए उम्मीद है कि वह अपना नामांकन वापस ले लेंगे। निदेशकों के चार पदों के लिए कुल 19 लोगों ने नामांकन भरे हैं।             


कोरोना को लेकर ट्रंप ने चीन को दी चेतावनी

कोरोना महामारी को लेकर ट्रंप ने चीन को चेतावनी देते हुए कह दी ये बात।


वाशिंगटन डीसी। कोरोना महामारी को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर चीन को जमकर खरी खोटी सुनाई है। राष्ट्रपति ट्रंप ने राष्ट्र के नाम जारी एक वीडियो संदेश में कोविड-19 महामारी के लिए चीन को दोषी ठहराया, और कहा कि चीन ने दुनिया को जो कर दिया है उसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। बता दें कि इससे पहले भी कई मौके पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कोरोनावायरस को लेकर चीन को फटकार लगा चुके है। डोनाल्ड ट्रंप ने ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में कहा, “मुझे जो भी मिला है, मैं उसे आपके लिए भी लेना चाहता हूं और मैं इसे मुफ्त देने जा रहा हूं। आपको इसके लिए कोई भुगतान नहीं करना होगा। यह आपकी गलती नहीं है कि यह हुआ, यह चीन की गलती थी, और चीन को इसके लिए एक बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी, इस देश में जो उन्होंने किया और जो उन्होंने इस दुनिया में कर दिया है।”ट्रंप ने कहा कि उनका कोरोनावायरस संक्रमण “ईश्वर का आशीर्वाद” था क्योंकि इसने उन्हें बीमारी के इलाज के लिए संभावित दवाओं के बारे में शिक्षित किया। कोरोना वैक्सीन पर ट्रंप ने कहा कि जल्द से जल्द हमें कोरोना वैक्सीन मिलने वाला है। मुझे लगता है कि चुनाव से पहले वैक्सीन मिल जाना चाहिए था, लेकिन इस पर राजनीति हो रही है, ठीक है, वे अपना खेल खेलना चाहते हैं, इसलिए चुनाव के ठीक कोरोना वैक्सीन मिल जाना चाहिए।             


देश में आएं कोरोना के 78524 नए मामले

देश में कोरोना के 78524 नए मामले, 971 की मौत।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। देश में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। हर दिन हजारों की संख्या में संक्रमित सामने आ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 78,524 नए केस सामने आए हैं और 971 लोगों की मौत हो गई है।देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 68 लाख के पार पहुंच गई है। देश में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 68,35,656 हो गई है। इसमें 9,02,425 मामले सक्रिय हैं। वहीं, 58,27,705 लोगों के अब तक इलाज के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है। देश भर में कोरोना की चपेट में आकर अब तक 1,05,526 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।देश के अलग-अलग राज्यों से कोरोना के जो आंकड़े सामने आ रहे हैं वह बेहद चिंताजनक हैं। महाराष्ट्र में अब तक कोरोना के 14,80,489 केस सामने आ चुके हैं। कोरोना प्रभावित राज्यों में महाराष्ट्र पहले नंबर पर है। राज्य में कोरोना के 2,44,527 मामले सक्रिय हैं। अब तक 11,96,441 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है और 39,072 लोगों की मौत हो चुकी है।कोरोना प्रभावित राज्यों में आंध्र प्रदेश दूसरे नंबर पर है। आंध्र प्रदेश में कोरोना के अब तक 7,34,427 मामले सामने आ चुके हैं। राज्य में 49,513 सक्रिय केस हैं और 6,78,828 लोगों को अस्पताल से इलाज के बाद छुट्टी दी जा चुकी है। अब तक 6,086 लोगों की मौत हो चुकी है।कोरोना प्रभावित राज्यों में कर्नाटक तीसरे नंबर पर पहुंच गया है। कर्नाटक में अब तक कोरोना के 6,68,652 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 1,16,153 केस सक्रिय हैं और 5,42,906 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। राज्य में कोरोना से अब तक 9,574 लोगों की जान जा चुकी है।वहीं, तमिलनाडु कोरोना प्रभावित राज्यों में चौथे नंबर पर है। राज्य में अब तक कोरोना के 6,35,855 केस सामने आ चुके हैं। इनमें 45,135 मामले सक्रिय हैं और 5,80,736 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। राज्य में अब तक कोरोना से 9,984 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।             


कुर्सी पर ज्यादा देर तक बैठने पर कमर का र्दद

आज के समय में अधिकतर लोग घंटों कुर्सी पर बैठकर लगातार काम करते हैं। इसकी वजह उन्हें कई तरह की समस्याओं का सा के समय में अधिकतर लोग घंटों कुर्सी पर बैठकर लगातार काम करते हैं। इसकी वजह उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यही कारण है। कि लोगों को शुगर, मोटापा, ह्दय रोग आदि जैसी समस्याएं होने लगती हैं। यह इसलिए होता है। क्योंकि घंटों एक जगह बैठने पर मांसपेशियों को आराम नहीं मिलता है। जिसके कारण ये सब समस्या होती है। वहीं लगातार एक पोजिशन पर बैठने से शरीर के सभी अंगों को भरपूर ग्लूकोज बहुत कम मिल पाता है। यही कारण है। लोगों में टाइप 2 मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है।
आपको बता दें कि कोरोना काल में सभी लोगों को घरों से काम करना पड़ रहा है। इसके कारण लोगों को काफी समय तक परेशानी झेलनी पड़ रही है। एक जगह बैठे रहने पर लोगों के पीठ या कमर दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। विशेषज्ञों के अनुसार मोटापा बढ़ने का प्रमुख कारण लगातार बैठे रहना ही है। अगर आप भी वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। और घंटों कुर्सी पर चिपके रहते हैं। तो कुछ नियमों का पालन करें। ताकि आप तंदुरुस्त रह सके।
अगर आपको बैठकर ही काम करना है। तो थोड़े-थोड़े समय पर मूव करते रहें। लंबे समय तक एक ही अवस्था में नहीं बैठे रहें। थोड़े-थोड़े समय में वॉक जरूर करें।
अचानक से एक दम छटके के साथ ना उठकर बैठे ना ही उठें। कुछ देर के लिए पीठ और मासपेशियों को आराम देने वाला व्यायाम करें।
लम्बे समय तक बैठने से विभिन्न अंगों को नुकसान हो सकता है। लंबे समय तक बैठे रहने से उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) की समस्या हो सकती है। और कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ सकता है।
जब आप बैठे रहते हैं। तो पीठ और पेट की मांसपेशियां ढीली पड़ने लगती हैं। लगातार एक ही स्थिति में रहने से कूल्हे और पैरों की मांशपेशियां कमजोर पड़ने लगती हैं।
लंबे समय तक बैठे रहने से लोगों का वजन भी बढ़ता है। और इसके परिणामस्वरूप कूल्हे और इसके नीचे के अंगों की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं।
लंबे समय तक बैठे रहने से आपका दिमाग तेज काम नहीं करता। मांसपेशियों की सक्रियता से मस्तिष्क में ताजा खून और ऑक्सीजन की मात्रा पहुंचती है। जिससे ऐसे रसायन उत्पन्न होते हैं। जोकि दिमाग को सक्रिय बनाए रखते हैं।
 है। कि लोगों को शुगर मोटापा, ह्दय रोग आदि जैसी समस्याएं होने लगती हैं। यह इसलिए होता है। क्योंकि घंटों एक जगह बैठने पर मांसपेशियों को आराम नहीं मिलता है। जिसके कारण ये सब समस्या होती है। वहीं लगातार एक पोजिशन पर बैठने से शरीर के सभी अंगों को भरपूर ग्लूकोज बहुत कम मिल पाता है। यही कारण है लोगों में टाइप 2 मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है।
आपको बता दें कि कोरोना काल में सभी लोगों को घरों से काम करना पड़ रहा है। इसके कारण लोगों को काफी समय तक परेशानी झेलनी पड़ रही है। एक जगह बैठे रहने पर लोगों के पीठ या कमर दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। विशेषज्ञों के अनुसार मोटापा बढ़ने का प्रमुख कारण लगातार बैठे रहना ही है। अगर आप भी वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। और घंटों कुर्सी पर चिपके रहते हैं। तो कुछ नियमों का पालन करें। ताकि आप तंदुरुस्त रह सके।
अगर आपको बैठकर ही काम करना है। तो थोड़े-थोड़े समय पर मूव करते रहें। लंबे समय तक एक ही अवस्था में नहीं बैठे रहें। थोड़े-थोड़े समय में वॉक जरूर करें। अचानक से एक दम छटके के साथ ना उठकर बैठे ना ही उठें। कुछ देर के लिए पीठ और मासपेशियों को आराम देने वाला व्यायाम करें। लम्बे समय तक बैठने से विभिन्न अंगों को नुकसान हो सकता है। लंबे समय तक बैठे रहने से उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) की समस्या हो सकती है। और कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ सकता है।
जब आप बैठे रहते हैं। तो पीठ और पेट की मांसपेशियां ढीली पड़ने लगती हैं। लगातार एक ही स्थिति में रहने से कूल्हे और पैरों की मांशपेशियां कमजोर पड़ने लगती हैं। लंबे समय तक बैठे रहने से लोगों का वजन भी बढ़ता है। और इसके परिणामस्वरूप कूल्हे और इसके नीचे के अंगों की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। लंबे समय तक बैठे रहने से आपका दिमाग तेज काम नहीं करता। मांसपेशियों की सक्रियता से मस्तिष्क में ताजा खून और ऑक्सीजन की मात्रा पहुंचती है। जिससे ऐसे रसायन उत्पन्न होते हैं। जोकि दिमाग को सक्रिय बनाए रखते हैं।             


तालाबों को पुनर्जीवित करने का कार्य किया

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर वन क्षेत्रों में भू-जल संरक्षण और संवर्धन के लिए संचालित की जा रही नरवा विकास योजना के तहत वन क्षेत्रों में भू-जल संरक्षण तथा जल-स्त्रोतों नदी-नालों और तालाबों को पुनर्जीवित करने का कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में कैम्पा मद के अंतर्गत वर्ष 2019-20 में 137 नरवा का चयन कर 160.95 करोड़ रूपए की लागत से 31 वन मण्डल, एक राष्ट्रीय उद्यान दो टाइगर रिजर्व एक एलीफेंट रिजर्व एक सामाजिक वानिकी क्षेत्र में कुल 12 लाख 56 हजार भू-जल संरचनाओं में से 10 लाख 77 हजार संरचनाएं निर्मित की जा चुकी है। इस प्रकार 86 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं। इससे 3 लाख 12 हजार हेक्टेयर भूमि उपचारित हुई है।                 


जंगल का हाल जानकर कार्ययोजना बनाई

रायपुर। प्रदेश के जंगल में अवैध शिकार की ऐसी आग लगी है। कि वन्यप्राणियों को जान बचाने का भी मौका नहीं मिल रहा है। विभागीय अधिकारी कार्ययोजना पर कार्ययोजना बना रहे है। लेकिन पिछले 10 सालों में वन्य प्राणियों का जीवन सुरक्षित नहीं हो सका। लगातार शिकारी और तस्करों के जंगल में अनाधिकृत हस्तक्षेप वन्य जीवों के लिए मौत का फरमान बन चुका है। वन ग्रामों में आबादी होने से वहां शिकारियों को आसानी से शिकार का मौका मिल जाता है। और मौका मिलते ही टपका देते है। अभी हाल ही में वन विभाग ने एक कार्ययोजना बनाई है। जिसमें काले हिरण छोडऩे की योजना है। साथ ही वनग्रामों को हटाने की कोई कार्य योजना नहीं जो अवैध शिकार को बढ़ावा भी दे रहे है। ऐसे में वन्य विभाग के संरक्षक अधिकारी पीवी नरसिंहा राव से जनता से रिश्ता ने चर्चा की तो नरसिंहाराव ने कहा जब वन ग्राम हटा लेंगे और और काले हिरण छोड़ देंगे उसके बाद मीडिया को जानकारी देंगे। जंगल वन्य जीवों की शरण स्थली न होकर कब्रगाह बन चुका है। लगातार शिकारियों का हौसला बढ़ते जा रहा है।                


सीएम योगी ने 'दा साबरमती रिपोर्ट' मूवी देखी

सीएम योगी ने 'दा साबरमती रिपोर्ट' मूवी देखी  संदीप मिश्र  लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भी 'दा साबरमती रिपोर्ट' मूवी के टैक्स फ्री ...