बुधवार, 7 अक्टूबर 2020

सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को किया ढेर

कश्मीर में एनकाउंटर:शोपियां जिले के सगुन इलाके में सुरक्षाबलों ने 2 आतंकी मार गिराए 12 घंटे तक एनकाउंटर चला


श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले के सगुन इलाके में सुरक्षाबलों ने बुधवार को 2 आतंकी मार गिराए। एनकाउंटर मंगलवार से चल रहा था। आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर सिक्योरिटी फोर्सेज ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। पुलिस ने आतंकियों को सरेंडर करने का मौका दिया। लेकिन मंगलवार शाम 7.30 बजे उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी।
पिछले हफ्ते पुलवामा में 2 आतंकी मारे गए थे
पुलवामा जिले के अवंतीपोरा के संबूरा इलाके में 27 सितंबर को आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच एनकाउंटर हुआ था। सुरक्षाबलों ने 2 आतंकी मार गिराए थे। आतंकियों की फायरिंग में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया था। वहीं सोमवार को पुलवामा जिले के पंपोर में आतंकियों के हमले में CRPF के 2 जवान शहीद हो गए थे।                 


प्रवीण ने त्यागी को कहा पका हुआ गेंदबाज

त्यागी से उम्मीदें:बेन स्टोक्स बोले- कार्तिक त्यागी का रनअप ब्रेट ली और बॉलिंग इशांत शर्मा जैसी; प्रवीण कुमार ने त्यागी को पका हुआ गेंदबाज कहा था।


नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के रहने वाले कार्तिक त्यागी ने अंडर 19 वर्ल्ड कप में रफ्तार और स्विंग से ध्यान खींचा था। राजस्थान रॉयल्स ने इस पेसर को 1.3 करोड़ में खरीदा था। मंगलवार को उन्होंने पहला मैच खेला। आईपीएल सीजन 13 में भारत के एक और तेज गेंदबाज ने सबको प्रभावित किया है। उत्तर प्रदेश के रहने वाले और राजस्थान रॉयल्स के लिए आईपीएल खेल रहे कार्तिक त्यागी में मंगलवार रात मुंबई के खिलाफ पहला मैच खेला। उनकी गेंदबाजी ने वर्ल्ड नंबर 1 ऑलराउंडर बेन स्टोक्स को बहुत प्रभावित किया। स्टोक्स ने कहा- त्यागी का रनअप ब्रेट ली और बॉलिंग इशांत शर्मा जैसी है। कुछ महीने पहले टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार ने त्यागी को एकदम पका हुआ तेज गेंदबाज बताया था। डिकॉक को समझ नहीं आई त्यागी की गेंदः पहले मैच में त्यागी ने 4 ओवर में 36 रन देकर क्विंटन डिकॉक का विकेट लिया। डिकॉक और रोहित शर्मा ओपनिंग के लिए आए थे। त्यागी की तेज रफ्तार आउट स्विंगर डिकॉक के बल्ले का बाहरी किनारा लेती हुई विकेटकीपर जोस बटलर के ग्लव्स में समा गई थी। आउट होने के बाद डिकॉक भी हैरान नजर आए। हालांकि। इसके बाद त्यागी को कोई विकेट नहीं मिल सका। लेकिन बैटिंग फ्रेंडली विकेट पर रफ्तार और उछाल से मुंबई के बल्लेबाज परेशान नजर आए। सीधा रनअप और एक्शनः अंडर 19 वर्ल्ड कप के दौरान भी न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज शेन बॉन्ड और डैनी मॉरिसन ने त्यागी की तारीफ की थी। मॉरिसन ने कहा था- सिर्फ 18 साल की उम्र में उनकी रफ्तार और स्विंग देखिए। अगर वे फिटनेस पर फोकस करते रहे तो आने वाले दिनों में टीम इंडिया के पास एक बेहद खतरनाक पेसर होगा। बॉन्ड ने कहा था- उसका रनअप और एक्शन बिल्कुल सीधा है। मजबूत कंधे हैं। इसलिए वो विकेट पर कहीं से भी गेंद को उछाल सकता है।
प्रवीण कुमार ने भी तारीफ की थी। टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार भी यूपी से ही आते हैं। उन्होंने कार्तिक की गेंदबाजी को देखकर सुरेश रैना से बातचीत की थी। इसके बाद कार्तिक आगे बढ़ते चले गए। प्रवीण ने कहा था- ये लड़का एकदम पका हुआ गेंदबाज है। उसकी रफ्तार बढ़ती जाएगी। अब बेन स्टोक्स ने भी कार्तिक के रनअप और गेंदबाजी को सराहा है।             


मंडियों में अब लगेगा 0.5 फीसदी टैक्स

मंडी हड़ताल खत्म: प्रदेश की मंडियों में अब 1.70% की जगह 0.5 फीसदी टैक्स लगेगा, हड़ताल कर रहे व्यापारियों के साथ बैठक में सीएम ने की घोषणा


90 हजार व्यापारी नीलामी में भाग लेंगे, किसानों को बेचना पड़ा 1000 रुपए क्विंटल तक सस्ता सोयाबीन


भोपाल। प्रदेश में अब कृषि उपज की खरीद पर व्यापारियों को 1.70% की जगह 0.5% ही टैक्स लगेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को 12 दिन से हड़ताल पर बैठे मंडी व्यापारियों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ चर्चा के बाद यह घोषणा की। इसके बाद प्रदेश की सभी 272 मंडियों में व्यापारी हड़ताल खत्म करने पर सहमत हो गए। व्यापारी राज्य सरकार के नए माॅडल मंडी एक्ट के कुछ प्रावधानों से नाराज थे। इन प्रावधानों के तहत मंडी प्रांगण के बाहर व्यापारी और किसी कंपनी को प्राइवेट मंडी शुरू करने की अनुमति दे दी गई थी। लेकिन उन पर कोई मंडी टैक्स नहीं लगाया जा रहा था। हड़ताली व्यापारियों का कहना था। कि इससे तो मंडियां और उनमें कारोबार करने वाले व्यापारी पूरी तरह से खत्म हो जाएंगे। सरकार बाहर खरीदारी कर रहे बड़े व्यापारियों से मुकाबले के लिए मंडी टैक्स को घटाए। शिवराज ने व्यापारियों के साथ चर्चा में कहा कि प्राइवेट मंडियों की स्थापना करने वाले खुद ही मेंटेनेंस का काम कर रहे हैं। लेकिन सरकारी मंडियों में रखरखाव सरकार को करना होता है। यह खर्च मंडी टैक्स से आता है। इसलिए वे इसे पूरी तरह खत्म नहीं कर सकते। लेकिन सरकारी मंडियों के व्यापारी प्रतिस्पर्धा में बने रहें इसलिए मंडी टैक्स को एक निश्चित अवधि के लिए 1.5% से घटाकर 0.5% किया जा रहा है। इसके साथ मंडियों में लगने वाले 0.20% निराश्रित शुल्क को पूरी तरह से खत्म किया जा रहा है। भोपाल मंडी व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष हरीश ज्ञानचंदानी ने बताया कि सरकार ने उनकी मांग मान ली है। इसलिए बुधवार से मंडियों में फिर से नीलामी शुरू हो जाएगी। तुलावटिए और मंडी कर्मचारी भी अपनी हड़ताल खत्म कर चुके हैं। बैठक में प्रदेश के मंडी व्यापारियों के सकल महासंघ के अध्यक्ष गोपाल अग्रवाल, पूर्व मंडी डॉयरेकटर मनोज काला, इंदौर कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष संजय अग्रवाल समेत करीब 50 से अधिक मंडियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
किसानों को बेचना पड़ा 1000 रु. क्विंटल तक सस्ता सोयाबीन : मंडी व्यापारियों की 12 दिन से चल रही हड़ताल से किसान खासे परेशान रहे। सोयाबीन का उत्पादन अतिवृष्टि के कारण बेहद कम रहा था। इसके बाद नीलामी बंद होने से वे रबी की फसल के लिए खाद बीज नहीं खरीद पा रहे थे। ज्यादा जरूरतमंद किसानों को 1000 रुपए क्विंटल तक सस्ती सोयाबीन बेचनी पड़ी। सरकार को 1024 करोड़ का नुकसानः1450 करोड़ रु. की सालाना आय है सरकार की मंडी टैक्स से। 170 करोड़ रुपए निराश्रित शुल्क। यह कुल मंडी टैक्स में शामिल है। 426 करोड़ रुपए की राशि ही मिलेगी मंडी टैक्स में कमी से।1024 करोड़ रुपए का नुकसान होगा प्रस्तावित कटौती से।             


एमपीः मनमानी फीस वसूली पर सुनवाई पूरी

मनमानी फीस वसूली मामला: निजी स्कूलों की मनमानी फीस वसूली मामले पर सुनवाई पूरी


निर्णय सुरक्षित निजी स्कूलों और अभिभावकों की ओर से पेश किए गए प्रस्ताव


भोपाल। मप्र हाईकोर्ट में निजी स्कूलों की मनमानी फीस वसूली के खिलाफ दायर याचिकाओं पर मंगलवार को सुनवाई पूरी हो गई। एक्टिंग चीफ जस्टिस संजय यादव और जस्टिस राजीव कुमार दुबे की डिवीजन बैंच ने सुनवाई पूरी होने के बाद निर्णय सुरक्षित कर लिया है। इसके पूर्व निजी स्कूलों और अभिभावकों की ओर से अपने-अपने प्रस्ताव पेश किए गए। उल्लेखनीय है कि प्रारंभिक सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने ट्यूशन फीस के अलावा अन्य शुल्क वसूली पर रोक लगा दी थी। नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच और अभिभावकों की ओर से अलग-अलग याचिकाएँ दायर कर कहा गया है कि कोरोना काल में स्कूल बंद होने के बाद भी निजी स्कूलों द्वारा मनमानी फीस वसूली जा रही है। इस मामले में मप्र हाईकोर्ट की मुख्यपीठ जबलपुर और इंदौर खंडपीठ ने अलग-अलग आदेश जारी किए थे। दो अलग-अलग आदेशों से विरोधाभासी स्थिति बन गई थी। इसके बाद हाईकोर्ट ने सभी याचिकाओं की मुख्य पीठ जबलपुर में एक साथ सुनवाई शुरू की। प्रारंभिक सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने निजी स्कूलों में ट्यूशन फीस के अलावा अन्य शुल्क वसूली पर रोक लगा दी थी।
इसके बाद हाईकोर्ट ने निजी स्कूलों, अभिभावकों और अन्य पक्षों से ऐसा प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए कहा था। ताकि सभी पक्षों का हित सुरक्षित रहे। निजी स्कूल एसोसिएशन की ओर से अधिवक्ता सिद्धार्थ राधेलाल गुप्ता ने प्रस्ताव दिया कि कोरोना काल में केवल ट्यूशन फीस ली जा रही है। सामान्य स्थिति बहाल होने और स्कूल चालू होने पर शेष फीस किश्तों में ली जाएगी। कुछ याचिकाकर्ताओं ने केवल ट्यूशन फीस लेने तो कुछ ने कोरोना काल के दौरान फीस माफी का प्रस्ताव दिया। कुछ याचिकाकर्ताओं ने अपने प्रस्ताव में कहा कि हाईकोर्ट जो आदेश पारित करेगा। उसका पालन किया जाएगा। सुनवाई के बाद डिवीजन बैंच ने निर्णय सुरक्षित कर लिया।             


कुरियर के माध्यम से पहुंचेगी दवाएं व किट

क्या अब कुरियर के माध्यम से पहुंचेगी दवाएं और जांच किट


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। अनुमंडलीय अस्पताल में मंगलवार को आरोग्य दिवस ग्रीन चैनल के क्रियान्वयन के लिए सभी एएनएम और कुरियर के साथ बैठक की गई। कार्यक्रम की जानकारी विस्तार से एएनएम को दी गई। फार्मासिस्ट भंडार पाल जनार्दन कुमार मधुकर ने एएनएम को उनके कामों के बारे में समझाया।कार्यक्रम के तहत कुल 21 प्रकार की दवाएं और जांच किट कुरियर के द्वारा प्रतिरक्षण की तर्ज पर सीधे एएनएम को उनके कार्य स्थल तक पहुंचा दिया जाएगा। जिससे गर्भवती महिला बच्चे को सीधे उनके गांव में ही दवा उपलब्ध करा दी जाएगी। इस कार्यक्रम के तहत एनीमिया मुक्त भारत, क्रिमी दिवस, गर्भवती महिला को लाभ मिलेगा। आरोग्य दिवस पर कार्यरत एएनएम दवा का थैला कुरियर से प्राप्त कर टैलीशीट से मिलान करने के बाद प्राप्त दवाओं जांच किट एवं अन्य सामग्रियों की मात्रा टैलीशीट में अंकित करेंगी। आरोग्य दिवस के सत्र की समाप्ति के बाद एएनएम खपत हुई और बची हुई दवाओं जांच किट एवं अन्य सामग्रियों की मात्रा को टैलीशीट में अंकित करेंगी। एनएम ड्यूलिस्ट के अनुसार अगले सत्र के लिए आवश्यक दवाएं,जांच किट और अन्य समाग्रियों की मात्रा टैलीशीट में ही इंडेंट करेंगी। बची हुई दवाओं, जांच किट और अन्य सामग्रियों को टैलीशीट के साथ कुरियर को हैंडओवर करेंगी। भंडार पाल के द्वारा सभी सत्र में खर्च की गई दवाओं, जांच किट और अन्य सामग्रियों की मात्रा औषधि पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। बैठक में 32 एएनएम, एयर इंडिया के प्रतिनिधि संतोष कुमार, यूनिसेफ के प्रतिनिधि वीरेंद्र कुमार मौजूद थे।               


इसी साल खत्म होगा वैक्सीन का इंतजार

कोरोना वैक्सीन का इंतजार इस साल ही हो सकता है खत्म


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेबियस ने कहा है कि कोविड-19 वैक्सीन इस साल के अंत तक तैयार हो सकती है। उन्होंने वैक्सीन के उपलब्ध होने पर समान वितरण सुनिश्चित करने के लिए सभी नेताओं के बीच एकजुटता और राजनीतिक प्रतिबद्धता का आह्वान किया। टेड्रोस ने डब्ल्यूएचओ के कार्यकारी बोर्ड की बैठक में कहा कि हमें वैक्सीन की जरूरत होगी और आशा है कि इस वर्ष के अंत तक हमारे पास एक वैक्सीन हो सकती है। हमें इसकी उम्मीद है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की कोवैक्स परियोजना से दुनिया के 168 देश जुड़ चुके हैं। लेकिन अभी तक अमेरिका, रूस और चीन इस गठबंधन में शामिल नहीं हुए हैं। इसका मकसद वैक्सीन विकास निर्माण और हर किसी तक इसकी पहुंच बनाने की है। टेड्रोस ने कहा कि विकसित किए जा रहे टीके और अन्य उत्पाद को लेकर सबसे महत्वपूर्ण हथियार हमारे नेताओं की राजनीतिक प्रतिबद्धता है, खासतौर पर वैक्सीन के न्यायसंगत वितरण के मामले में हमें एक-दूसरे की जरूरत है। हमें एकजुटता की जरूरत है और हमें संक्रमण से लड़ने के लिए सभी ऊर्जा का उपयोग करने की जरूरत है।
कोरोना वायरस को लेकर सोमवार को हुई डब्ल्यूएचओ के 34 सदस्यीय कार्यकारी बोर्ड की बैठक में डॉ. माइकल रेयान ने कहा कि शहरी और ग्रामीण इलाकों में संख्या में परिवर्तन हो सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसका मतलब यह नहीं है कि दुनिया की बड़ी आबादी खतरे में है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में हर 10 में से एक व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकता है।             


सीएम ने सोशल मीडिया में संदेश जारी किया

सोशल मीडिया में सीएम त्रिवेंद्र ने जारी किया संदेश।


शगुफ्ता परवीन 


देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना वायरस का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीँ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सोशल मीडिया में संदेश जारी किया है। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से कोरोना के लक्षण नजर आने पर तत्काल जांच कराने की सलाह दी है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अभी तक कोरोना से हुई मृत्यु के मामलों में जो ट्रेंड देखने में आया है, उसमें सबसे अधिक मृत्यु दर उनकी है, जो उच्च रक्तचाप, मधुमेह, कैंसर व अन्य बीमारियों से पीड़ित थे। दरअसल सोशल मीडिया में एक संदेश जारी कर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से हुई मृत्यु के मामले का विश्लेषण किया गया। विश्लेषण में यह बात सामने आई कि जिनकी मौत हुई है, उनमें 50 वर्ष से अधिक आयु के ऐसे लोग, जो पहले से ही विभिन्न बीमारियों से ग्रसित थे और वृद्ध शामिल हैं। उनमें से कई ऐसे थे जिन्होंने न तो पहले कोरोना टेस्ट कराया और न ही चिकित्सालय में भर्ती हुए। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं ने लक्षण के बावजूद इलाज नहीं कराया। कई बिना लक्षण वाले ऐसे लोग थे जिन्होंने दवा लेने में लापरवाही बरती। बिना लक्षणों के ऐसे कई लोग थे जो दवाई लेन में लापरवाही कर रहे थे। इसे देखते हुए सभी के उपचार पर विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि लक्षण हों तो चिकित्सालय में तुरंत जांच कराएं। उन्होंने कहा कि हर प्रदेशवासी की जान मूल्यवान है। यह ध्यान देना होगा कि जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं। सभी इसमें सरकार का सहयोग करें। मास्क का उपयोग करें, शारीरिक दूरी के नियम का पालन करें, बार-बार हाथ धोएं और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।                 


सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...