मंगलवार, 6 अक्टूबर 2020

समर्सिबल निकालते समय युवक की दर्दनाक मौत

भानु प्रताप उपाध्याय


शामली। गांव पिंडोरा में ट्यूबेल पर समर्सिबल निकालते समय की तिखूंटी एचटी लाइन में टकरा गई। जिससे करंट लगने से युवक की दर्दनाक मौत हो गई सूचना पर पहुंची।पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया। गांव पिंडोरा निवासी अरुण कुमार पुत्र महेश पाल की ट्यूबवेल का समर सिविल पंप खराब हो गया। समरसेबल पंप को निकालने के लिए जैसे ही अरुण कुमार ने तिखूंटी को खड़ा किया तो वह ऊपर से गुजर रही हाई वोल्टेज की लाइन से टकरा गई जिससे तेज परवाह करंट लगने से युवक की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया। युवक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था युवक की दर्दनाक मौत से परिवार में कोहराम मचा है।             


हाईस्कूल और इंटर में कम हो गए परीक्षार्थी

गोरखपुर-बस्ती मंडल में हाईस्कूल और इंटर में कम हो गए परीक्षार्थी गोरखपुर। बस्ती मंडल में हाईस्कूल और इंटर में कम हो गए परीक्षार्थी।


सोमनाथ सोनकर


लखनऊ। यूपी बोर्ड परीक्षा 2021 में गोरखपुर-बस्ती मंडल में हाईस्कूल में 11379 छात्र तो वहीं इंटरमीडिएट में 16540 छात्रों की संख्या घट गई है। विभाग और विशेषज्ञ इसे कोरोना का प्रभाव और देहात क्षेत्र में दसवीं पास कर चुके छात्रों का रुझान रोजगारपरक तकनीकी शिक्षा के प्रति बढ़ने को मान रहे हैं। हालांकि, परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए विभाग छात्रों को लगातार तीसरी बार एक और मौका देने की योजना बना रहा है।यूपी बोर्ड प्रशासन ने 9 जून से पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। कोरोना की स्थिति को देखते हुए पंजीकरण की अंतिम तिथि में दो बार 5 अगस्त और फिर 10 सितम्बर का इजाफा हुआ। लेकिन नतीजा सुखद नहीं है। विभाग का कहना है। कि अगर पंजीकरण की तिथि बढ़ाकर छात्र-छात्राओं को और अवसर नहीं प्रदान किया गया होता तो यह संख्या काफी कम हो सकती थी। अब एक और मौका देने की बात चल रही है।
बस्ती जिले का उदाहरण लें तो 2019 में हाईस्कूल में 42017 ने पंजीकरण कराया था। जबकि इस साल 2020 में यह संख्या बढ़कर 42167 हो गई है। इंटर में जहां पिछले साल 34711 ने पंजीकरण कराया था। वहीं इस साल यह संख्या 34138 पर सिमट कर रह गई है। वहीं महराजगंज में स्थिति उलट है। वहां हाईस्कूल में महज 72 छात्र घटे हैं तो इंटर में रिकार्ड 3970 परीथार्थियों की संख्या पिछले साल की अपेक्षा बढ़ गई है।
सर्वाधिक गिरावट गोरखपुर जिले में हुई है। यहां 2019 के मुकाबले हाईस्कूल में 11961 छात्र घट गए हैं। वहीं इंटर में पिछले साल की अपेक्षा इस बार परीक्षार्थियों की संख्या में 5837 छात्रों की कमी आई है।
रोजगारपरक शिक्षा के प्रति बढ़ रहा झुकाव डीआईओएस डॉ. ब्रजभूषण मौर्या कहते हैं। कि इधर कुछ साल से खासकर देहात क्षेत्र के दसवीं पास युवा सबसे पहले आईटीआई और उसके बाद पॉलीटेक्निक को तवज्जो दे रहे हैं। घर वालों और उनका मानना होता है। कि जितना जल्दी रोजगार मिल जाए, वही बेहतर होता है। इंटर में छात्रों की संख्या घटने के पीछे यह भी एक महत्वपूर्ण बिंदु है। कहते हैं। कि कोरोना काल को देखते हुए बोर्ड परीक्षार्थियों को पंजीकरण के लिए अवसर प्रदान करते हुए दो बार अंतिम तिथि बढ़ाई गई थी। बावजूद इसके पिछले साल की तुलना में संख्या में कुछ अंतर है। कोरोना का प्रभाव है। परीक्षार्थियों की संख्या में कमी राष्ट्रपति शिक्षक पदक पुरस्कार विजेता डॉ. सर्वेष्ट मिश्रा कहते हैं। कि ऑनलाइन परीक्षा फार्म भरे जाने के चलते अधिकतर छात्र घर से बाहर निकले ही नहीं। या फिर यूं कहें कि एहतियातन उनके माता-पिता ने उन्हें घर से बाहर निकलने ही नहीं दिया। दूसरी वजह यह भी हो सकती है। कि अभी भी ग्रामीण इलाकों के छात्र ऑनलाइन फार्म भरने का तरीका नहीं जानते हैं। वहां साइबर कैफे भी नहीं होते हैं।


योगी पर अभद्रता, आरोपी को मिली जमानत

सीएम योगी पर अभद्र टिप्पणी और गांजा लेने का आरोप लगाने वाले सपा नेता लालू यादव को मिली जमानत।


वाराणसी। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपशब्द बोलने और अभद्र टिप्पणी के मामले में आरोपी सपा नेता लालू यादव की जमानत अर्जी मंजूर करते हुए 50-50 हजार की दो जमानतदार देने पर रिहा करने का आदेश दिया आरोपी के अधिवक्ता अनुज यादव, बिनीत सिंह व बृजपाल सिंह यादव के मुताबिक कोतवाली थाने के मैदागिन स्थित हिन्दुवाहिनी कार्यालय में बीते 21 सितम्बर की रात 10 बजे वादी हिन्दू युवा वाहिनी के अध्यक्ष अम्बरीष सिंह भोला बैठा था। तभी मोबाइल पर एक लिंक आया जिसमें मीडिया को साक्षात्कार देते हुए आरोपी सपा नेता लालू यादव ने मुख्यमंत्री व हिन्दू युवा वाहिनी के संरक्षक को अपशब्द कह रहा था। जिसमे ढोंगी बाबा की सरकार के खिलाफ धरना देकर ढोंगी बाबा की लुंगी खोंलने का काम किया। यह भी आरोप लगाया कि रात में ढोंगी बनारस समीक्षा करने आते है। तब नीलकंठ तिवारी से गांजा लेने आते है। ऐसा अपशब्द कहकर सार्वजनिक रूप से हंस रहा था। जिससे जनता में रोष है। अदालत में आरोपी के अधिवक्ता अनुज यादव की दलील थी। कि आरोपी पर मुख्यमंत्री पर अपशब्द कहने और गांजा लेने का आरोप है। जिसमे 3 वर्ष की सजा का प्रावधान है। मजिस्ट्रेट कोर्ट द्वारा विचारणीय अपराध है। अदालत ने दोनों पक्षो की दलीले सुनने के बाद जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया।                


बैठक में सदस्यता अभियान चलाने पर जोर

सपा की बैठक में बूथ स्तर पर मजबूती सदस्यता अभियान चलाने पर जोर।


बस्ती। समाजवादी पार्टी बस्ती सदर विधानसभा कमेटी की बैठक अध्यक्ष मो0 सलीम की अध्यक्षता में सोमवार को पार्टी कार्यालय पर सम्पन्न हुई। बैठक में बूथ सेक्टर स्तर की कमेटियों को सक्रिय करने सदस्यता अभियान तेज करने मतदाता सूची की बूथ स्तर पर जांच कर जिनके नाम छूटे हो या कट गया है। उन्हें शामिल कराने नये नाम बढवाने आदि पर विचार किया गया।
बैठक को सम्बोधित करते हुये सपा जिलाध्यक्ष महेन्द्रनाथ यादव ने कहा कि बूथ स्तर की मजबूती से ही 2022 में जीत का लक्ष्य पूरा हो सकेगा। कहा कि बूथ स्तर के पदाधिकारी लोगों के सीधे सम्पर्क में रहे और यदि किसी की कोई समस्या हो तो समाधान का प्रयास करें।
बस्ती सदर विधानसभा कमेटी की बैठक में पूर्व विधायक जितेन्द्र कुमार उर्फ नन्दू चौधरी, ज्ञान चन्द चौधरी, सिद्धेश सिन्हा, अरविन्द सोनकर, महेश तिवारी, अभिषेक उपाध्याय, जावेद, गुलाब सोनकर, आर.डी. निषाद, शैलेन्द्र दूबे, रजवन्त यादव, धु्रवचन्द्र चौधरी, बैजनाथ शर्मा, पवन यादव आदि ने महत्वपूर्ण सुझाव दिये।
बैठक में जितेन्द्र गौड़, एजाज अहमद, कोईल यादव, संदीप राजभर, रजनीश यादव, युगुल किशोर चौधरी, लालजी चौधरी, अजय यादव, अमित गौड़, वैजनाथ शर्मा, आमिश खान, जोखू लाल यादव, रामवृक्ष यादव, मो0 सलीम, उमर हारिश, धर्मदेव यादव, गोरख यादव, अनिल निषाद, अखिलेश यादव, अनवर जमाल, भुट्टुर प्रधान, निजामुद्दीन खन्ना, जहीर, रामअवध चौधरी मो. अकरम, परशुराम यादव, जुवैदा खातून, प्रशान्त यादव, रामकेश विश्वकर्मा, हनुमान यादव के साथ ही बूथ स्तर के पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल रहे।                


तहसील संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता

जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय तहसील सदर में तहसील संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता


मनोज कुमार शर्मा
लखनऊ। जनसामान्य की शिकायतों एवं समस्याओं का त्वरित गति के साथ निस्तारण संभव हो इस उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रम तहसील संपूर्ण समाधान दिवस आज जनपद की सभी तहसीलों में आयोजित किया जा रहा है। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय तहसील सदर में तहसील संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता करते हुए जनता की समस्याओं का गहनता के साथ सुनवाई करते हुए विभागीय अधिकारियों को मौके पर ही आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान कर रहे हैं। ताकि आम नागरिकों को सरकार के कार्यक्रम का भरपूर को लाभ मिल सके और उनकी शिकायतों एवं समस्याओं का निराकरण सरकार के इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम के माध्यम से संभव हो। सके। जिलाधिकारी के साथ अन्य जिला स्तरीय अधिकारी गण तहसील संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर उपस्थित हैं।


                 


निजीकरण का फैसला 3 महीने के लिए टला

उप्र: निजीकरण का फैसला तीन महीने के लिए टला, कार्य बहिष्कार खत्म
लखनऊ। बिजली कर्मियों के दो दिनों के कार्यबहिष्कार के बाद सरकार को पीछे हटना पड़ा। सरकर ने फिलहाल तीन महीने के लिए निजी हाथ में सौंपने का फैसला टाल दिया है। निजीकरण को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार और बिजली विभाग के अधिकारियों के बीच बैठक में बिजली व्यवस्था के निजीकरण को 15 जनवरी तक टाला गया। इस फैसले के बाद बिजलीकर्मियों की अनिश्चिकालीन हड़ताल को कर्मचारी संगठनों ने वापस ले लिया है।               


3 वैज्ञानिकों को मिला 'नोबेल पुरस्कार'

ब्लैक होल पर शोध के लिए तीन वैज्ञानिकों को मिला भौतिकी का नोबेल पुरस्कार


नई दिल्ली। इस वर्ष का भौतिकी का नोबेल पुरस्कार ब्लैक होल से जुड़े अनुसंधानों के लिए ब्रिटेन के रोजर पैनरोज जर्मनी के राइनहार्ड गैन्जेल और अमेरिका की आंद्रे गेज को दिया जाएगा। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज के महासचिव प्रोफेसर जी के हैन्सन ने मंगलवार को इस पुरस्कार की घोषणा की। गेज भौतिकी में नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाली चौथी महिला हैं। वर्ष 1903 में मैरी क्यूरी 1963 में मारिया गोयपर्ट और 2018 में डोना स्ट्रिकलैंड को इस पुरस्कार से नवाजा गया था।
हैन्सन ने कहा कि वर्ष 2020 के भौतिकी के नोबेल पुरस्कार को तीन वैज्ञानिकों में बांटा गया है और तीनों वैज्ञानिकों की खोज अंतरिक्ष में मौजूद ब्लैक होल से जुड़ी है। पुरस्कार समारोह का आयोजन 10 दिसंबर को ऑनलाइन होगा। ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर पेनरोज ने यह पता लगाया है कि ब्लैक होल का गठन सापेक्षता के सामान्य सिद्धांत का एक मजबूत पूर्वानुमान है। हैंन्सन ने कहा कि ब्रिटेन में पैदा हुए और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले रोजर पैनरोज ने पता लगाया है कि ब्लैक होल के निर्माण को सापेक्षता के सिद्धांत पर समझा जा सकता है। उन्हें पुरस्कार राशि का आधा हिस्सा प्रदान किया जाएगा।
जर्मनी के मैक्स प्लांक इंस्टीट्यूट फॉर एक्ट्रारेस्ट्रीयल फिजिक्स और अमेरिका के बेरकेले स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के राइनहार्ड गैन्जेल और लॉस एंजेलिस स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया की आंद्रे गेज को शेष पुरस्कार की राशि को संयुक्त रूप से दिया जाएगा। इन दोनों वैज्ञानिकों ने आकाशगंगा के केंद्र में एक सुपरमैसिव कॉम्पैक्ट ऑब्जेक्ट को खोज निकाला है। पुरस्कार की राशि 8,64,200 डॉलर है। राइनहार्ड गेंजल जर्मनी में पैदा हुए और माक्स प्लांक इंस्टीट्यूट के निदेशक हैं। गेज यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, लॉस एंजेलिस में प्रोफेसर हैं। अतिसूक्ष्म कणों से लेकर ब्रह्मांड के विशाल रहस्यों को सुलझाने के लिए भौतिकी का नोबेल पुरस्कार दिया जाता है। कनाडा में जन्में ब्रह्मांडविज्ञानी जेम्स पीबल्स और स्विस अंतरिक्षविज्ञानी मीषेल मेयर और डिडियर क्वेलोज को पिछले वर्ष यह पुरस्कार मिला। जेम्स पीबल्स को बिग बैंग के बाद शुरुआती समय पर काम करने के लिए यह पुरस्कार मिला तो मेयर और क्वेलोज को सौरमंडल के बाहर ग्रहों की खोज करने के लिए इससे सम्मानित किया गया।              


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...