बिजलीकर्मियों की हड़ताल, 36 मंत्रियों समेत पूर्वी यूपी ने रात गुजारी बिना बिजली के।
अश्वनी उपाध्याय
गाजियाबाद। बिजली विभाग का निजीकरण किए जाने का विरोध में कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। हड़ताल की वजह से सोमवार को यूपी में अधिकांश हिस्सों में बिजली की सप्लाई बाधित रही। जानकारी के मुताबिक राजधानी लखनऊ में उप मुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री समेत कुल 36 मंत्रियों के आवास में बिजली की सप्लाई नहीं हो पाई। सभी मंत्रियों के घर में अंधेरा छाया रहा। इसके अलावा हजारों घरों में भी पावर सप्लाई नहीं हो सकी। ऐसे में अंधेरा होने के चलते लोग सड़कों पर रात को टहलते दिखे। प्राप्त सूचना के अनुसार लखनऊ से लेकर गाज़ियाबाद और मेरठ से लेकर वाराणसी तक तमाम जिलों में 10 से 16 घंटे तक हुई बिजली कटौती हो रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रयागराज लखनऊ और वाराणसी सहित कई बड़े शहरों पावर स्टेशन ठप हो गए हैं। इससे लोगों को काफी परेशानी हो। रही है। वहीं जौनपुर, आजमगढ़, गाजीपुर, मऊ, बलिया, चंदौली समेत कई जिलों में सोमवार को सुबह 9 बजे से बिजली की सप्लाई बंद हो गई, जो रात भर जारी रही।
समझौता वार्ता रही बेअसर। देर रात तक ऐसी खबरें आईं थी कि मंत्री श्रीकांत शर्मा के हस्तक्षेप के बाद निजीकरण का फैसला फिलहाल वापस ले लिया गया है। लेकिन यह भी कहा गया कि पावर कॉर्पोरेशन के सीएमडी ने इस समझौते पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया।