मंगलवार, 6 अक्टूबर 2020

हड़तालः पूर्वी यूपी ने बिन बिजली रात गुजारी

बिजलीकर्मियों की हड़ताल, 36 मंत्रियों समेत पूर्वी यूपी ने रात गुजारी बिना बिजली के।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। बिजली विभाग का निजीकरण किए जाने का विरोध में कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। हड़ताल की वजह से सोमवार को यूपी में अधिकांश हिस्सों में बिजली की सप्लाई बाधित रही। जानकारी के मुताबिक राजधानी लखनऊ में उप मुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री समेत कुल 36 मंत्रियों के आवास में बिजली की सप्लाई नहीं हो पाई। सभी मंत्रियों के घर में अंधेरा छाया रहा। इसके अलावा हजारों घरों में भी पावर सप्लाई नहीं हो सकी। ऐसे में अंधेरा होने के चलते लोग सड़कों पर रात को टहलते दिखे। प्राप्त सूचना के अनुसार लखनऊ से लेकर गाज़ियाबाद और मेरठ से लेकर वाराणसी तक तमाम जिलों में 10 से 16 घंटे तक हुई बिजली कटौती हो रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रयागराज लखनऊ और वाराणसी सहित कई बड़े शहरों पावर स्टेशन ठप हो गए हैं। इससे लोगों को काफी परेशानी हो। रही है। वहीं जौनपुर, आजमगढ़, गाजीपुर, मऊ, बलिया, चंदौली समेत कई जिलों में सोमवार को सुबह 9 बजे से बिजली की सप्लाई बंद हो गई, जो रात भर जारी रही।
समझौता वार्ता रही बेअसर। देर रात तक ऐसी खबरें आईं थी कि मंत्री श्रीकांत शर्मा के हस्तक्षेप के बाद निजीकरण का फैसला फिलहाल वापस ले लिया गया है। लेकिन यह भी कहा गया कि पावर कॉर्पोरेशन के सीएमडी ने इस समझौते पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया।                 


गाजियाबाद बना नशे के तस्करों का गढ़

करोड़ का गाँजा बरामद, गाज़ियाबाद बन रहा है। नशे के तस्करों का गढ़।


अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। जनपद में कवि नगर पुलिस ने केले के पत्ते और गोभी की सब्जी में छिपाकर लाए जा रहे 1 करोड़ रुपये कीमत का गांजे को बरामद करने में सफलता पाई है। यह गाँजा उड़ीसा से गाज़ियाबाद और एनसीआर में खपत के लिए लाया जा रहा था। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को भी पकड़ा गया है। जबकि तस्करों के कुछ साथी भागने में कामयाब हो गए। गोभी की सब्जी और केले के पत्तों में छिपा था। गाँजा कवि नगर पुलिस के अनुसार 2 अक्टूबर को उड़ीसा से एक ट्रक के माध्यम से गांजे को गाजियाबाद के लिए रवाना किया गया था। ट्रक के भीतर गांजे को केले के पत्ते और गोभी की सब्जी से छिपाया गया था। तस्करों ने ट्रक को एस्कॉर्ट करने के लिए लग्जरी गाड़ी भी साथ रखी हुई थी। जो ट्रक के आगे-आगे चल रही थी। पुलिस कार्यवाही के बीच इस गाड़ी में बैठे तस्कर फरार होने में कामयाब हो गए। गाज़ियाबाद बना नशा तस्करों का गढ़ः नशे की इतनी बड़ी खेप पकड़े जाने से यह साफ है। कि गाज़ियाबाद को नशे के सौदागर नशे का बड़ा गढ़ बना चुके हैं। कोरोना काल में हाई सिक्योरिटी के बावजूद यह गोरखधंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा है। तस्करों के तार अन्य राज्यों से भी जुड़े हुए हैं। इससे पहले भी इस तरह की बड़ी खेप पकड़ी जा चुकी हैं। लेकिन सवाल यह है। कि कब इस गंदे तालाब की बड़ी मछली तक पुलिस पहुंच पाएगी।             


यूपी के हर जिले में बनेंगे निर्यात विकास केन्द्र

उत्तर प्रदेश के हर जिले में बनेंगे निर्यात विकास केन्द्र।


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जिले में एक्सपोर्ट हब की स्थापना की जाएगी। इसके लिए सभी जिले में उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केन्द्र में निर्यात विकास केन्द्रों के गठन का कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके माध्यम से स्थानीय शिल्पियों और कारीगरों के प्रशिक्षण में सुविधा मिलेगी। ई मार्केट प्लेस और उत्पादों की बिक्री आदि की सुविधा भी उपलब्ध करायी जाएगी। सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने बताया कि सभी केन्द्रों पर हाईस्पीड वाली इंटरनेट सुविधा होगी। कम्प्यूटर, प्रोजेक्टर आदि की भी व्यवस्था होगी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री की मंसा के अनुरूप प्रत्येक जिले को एक्सपोर्ट हब बनाने के विजन को लागू करने की दिशा में जिलास्तरीय निर्यात प्रोत्साहन समिति के साथ जिला निर्यात योजना की रूपरेखा तैयार की जा रही है। निर्यात विकास केन्द्र वैश्विक स्तर और स्थानीय ई मार्केट प्लेस कंपनियों, विदेश व्यापार और इंडिया पोस्टल विभाग के सहयोग से कार्य करेंगे। ई-कामर्स कंपनी ई-वे और आमेजन से एमओयू हो चुका है।
सहगल ने बताया कि उत्पादों को ई मार्केट प्लेस पर लाने के लिए ई कामर्स कंपनियों से केन्द्र संपर्क करेंगे। इसके लिए लेबलिंग, पैकेजिंग, इन्व्याइसिंग, जीएसटी और लॉजिस्टिक संबंधी मदद दी जाएगी। उद्यामियों के लिए अन्तरराष्ट्रीय व्यापार संबंधी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। नालेज पार्टनर के रूप में विशेषज्ञ संस्था फेडरेशन ऑफ इंडिया एक्सपोर्ट आर्गनाईजेशन (फियो) से सहयोग लिया जाएगा।               


सप्ताह में 3 बार जरूर पियें 'अनार का जूस'

सप्ताह में तीन बार जरूर पियें अनार जूस, यह हो रहा बड़ा फायदा। 


लंदन। हमेशा जवान और स्वस्थ दिखना है तो सप्ताह में दो से तीन बार अनार का जूस का सेवन करें। ऐसा करने से सफेद बालों से लेकर कमजोर हड्डियों और झुर्रियों की समस्या से काफी हद तक राहत मिलेगी। ब्रिटेन स्थित लैबोरेटरी ऑफ इंटीग्रेटिव सिस्टम्स फिजियोलॉजी (एलआईएसपी) के हालिया शोध में यह दावा किया गया है। रिसर्चर ने बताया कि अनार में ‘यूरोलिथिन-ए’ नाम का एक यौगिक भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह कोशिकाओं के बूढ़े होते या मृत पड़ चुके ‘माइटोकॉन्ड्रिया’ को रिसाइकिल करता है। ‘माइटोकॉन्ड्रिया’ किसी भी कोशिका का ऊर्जा केंद्र कहलाता है। उम्र ढलने के साथ इसकी कार्यक्षमता में गिरावट आने लगती है। कुछ मामलों में यह जहर में भी तब्दील हो सकता है। मुख्य शोधकर्ता जेसिका निब्स ने दावा किया कि ‘यूरोलिथिन-ए’ एकमात्र ऐसा ज्ञात यौगिक है, जो ‘माइटोकॉन्ड्रिया’ को रिसाइकिल करने की क्षमता रखता है। ‘माइटोकॉन्ड्रिया’ के हमेशा सक्रिय और ऊर्जावान बने रहने से हड्डी-मांसपेशियों में क्षरण, बाल पकने, आंखों की रोशनी घटने और त्वचा पर झुर्रियां पड़ने सहित बुढ़ापे से जुड़े तमाम लक्षण लंबे समय तक आसपास नहीं फटकते। विटामिन ए, सी और ई की मौजूदगी भी अनार को लंबी उम्र की सौगात देने में सक्षम बनाती है।
निब्स और उनके साथियों ने सी-एलिगन नस्ल के केंचुए पर ‘यूरोलिथिन-ए’ का असर आंका। यह केंचुआ जन्म के आठ से दस दिन के भीतर ही बूढ़ा होने लगता है। उन्होंने दस केंचुओं को लगातार एक हफ्ते तक ‘यूरोलिथिन-ए’ की खुराक दी। इससे उनकी उम्र औसतन 45 फीसदी तक बढ़ गई। ‘माइटोकॉन्ड्रिया’ की कार्यक्षमता में सुधार से मांसपेशियों का सक्रिय बने रहना इसकी मुख्य वजह था। अध्ययन के नतीजे ‘लाइफ एक्सटेंशन जर्नल’ के हालिया अंक में प्रकाशित किए गए हैं। कैंसर से बचाव में भी बहुत कारगर।
अनार अपने ट्यूमर-रोधी गुणों के लिए भी जाना जाता है। यह फ्री-रैडिकल को कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने से रोकता है। विभिन्न अध्ययनों में इसे कोशिकाओं में सूजन और जलन की समस्या दूर रखने में खासा असरदार पाया गया है। यूएस नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के एक अध्ययन में तो स्तन, प्रोस्टेट, आंत और फेफड़ों के कैंसर का खतरा घटाने के लिए नियमित रूप से अनार का सेवन करने की सलाह तक दी गई है।             


स्टार क्रिकेटर नजीब का निधन, लगा झटका

स्टार क्रिकेटर का निधन, क्रिकेट जगत को तगड़ा झटका। 


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। क्रिकेट जगत के लिए एक बुरी खबर है।
अफगानिस्तान के सलामी बल्लेबाज नजीब ताराकई का निधन हो गया है। नजीब जिंदगी की जंग हार गए और आज उनकी मृत्यु हो गई। 29 साल के ताराकई को अफगानिस्तान में एक सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वे आईसीयू में थे, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। ताराकई के निधन पर अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने गहरा दुख जताया है। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस बारे में जानकारी दी और अफगान क्रिकेट को हुए बड़े नुकसान पर दुख व्यक्त किया है। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने ट्विटर पर लिखा, “एसीबी और क्रिकेट प्रेमी देश अफगानिस्तान ने अपने आक्रामक ओपनिंग बल्लेबाज और बहुत ही उम्दा इंसान नजीब ताराकई को खो दिया है। एक दुखद ट्रैफिक दुर्घटना में उनकी मौत हो गई। अल्लाह उस पर अपनी कृपा करें।”             


हिंसा रोकने के लिए रात में किया अंतिम संस्कार

हाथरस पीड़िता का अंतिम संस्कार रात में क्यों किया, यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दी ये दलील।


नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश सरकार ने हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म और हत्या कांड की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच के निर्देश देने का उच्चतम न्यायालय से भी अनुरोध किया है। साथ ही पीड़िता का शव रात में जलाने पर कहा कि यदि युवती की लाश रात को नहीं जलाई जाती तो अगली सुबह हिंसा भड़क सकती थी। योगी सरकार ने कहा है कि इस घटना के बहाने कुछ मीडियाकर्मी और राजनीतिक दल जातीय और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के कुत्सित प्रयास में जुटे हैं।
सरकार ने कहा, प्रशासन को इस बात की खुफिया जानकारी थी कि बड़ी संख्या में कुछ राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता और कुछ अराजक तत्व जमा होने लगे थे। सुबह जातीय हिंसा भड़क सकती थी और सामाजिक सौहार्द बिगड़ सकता था। इसलिए पीड़िता के घरवालों की रजामंदी के बाद लाश का सांस्कृतिक रीति रिवाजों का पालन करते हुए अंतिम संस्कार किया गया था।
उत्तर प्रदेश सरकार ने हाथरस मामले की सुनवाई से पहले ही बगैर नोटिस के अपनी ओर से मंगलवार सुबह एक हलफनामा दायर किया, जिसमें कहा गया है कि हाथरस कांड के बहाने राज्य सरकार को बदनाम करने के उद्देश्य से सोशल मीडिया, टीवी और प्रिंट मीडिया पर आक्रामक अभियान चलाए गए। राज्य सरकार ने कहा कि कुछ मीडियाकर्मी और राजनीतिक दलों के लोग हाथरस कांड के बहाने अपने निहित स्वार्थ के लिए जातीय और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
हलफनामा में कहा गया है, ”क्योंकि यह मामला पूरे देश के आकर्षण के केंद्र में आ गया है, इसलिए इसकी केंद्रीय एजेंसी से जांच होनी चाहिए।” योगी सरकार ने हाथरस केस में हलफनामा दायर करके शीर्ष अदालत को सीबीआई जांच का निर्देश देने की मांग की। उसने मामले में अब तक हुई जांच का विस्तृत ब्योरा न्यायालय को सौंपा और दावा किया कि कुछ निहित स्वार्थ निष्पक्ष न्याय के रास्ते में रोड़ा अटका रही हैं। शीर्ष अदालत से सीबीआई जांच की निगरानी करने का भी आग्रह किया गया है।
हलफनामा में कहा गया है कि राज्य सरकार सीबीआई जांच की सिफारिश कर चुकी है ताकि निहित स्वार्थों की ओर से फैलाए जा रहे झूठ और प्रपंच से पर्दा उठ सके। राज्य सरकार ने विभिन्न मेडिकल रिपोर्टों का हवाला देकर कहा है कि युवती के साथ दुष्कर्म होने की प्रथम दृष्टया कोई रिपोर्ट नहीं है।             


पीड़िता के परिजनों को धमकाना नहीं करेंगे बर्दाश्त

हाथरस पीड़िता के परिजनों को धमकाया जा रहा, नहीं करेंगे बर्दाश्त कांग्रेस।


नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा पार्टी की उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हाथरस की पीड़ित युवती के परिजनों के साथ पुलिस के व्यवहार की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि उन्हें धमकाया तथा डराया जा रहा है। और इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया दुनिया की कोई भी ताकत मुझे हाथरस के इस दुखी परिवार से मिलकर उनका दर्द बांटने से नहीं रोक सकती। कांग्रेस नेता ने कहा। इस प्यारी बच्ची और उसके परिवार के साथ उप्र सरकार और उसकी पुलिस द्वारा किया जा रहा व्यवहार मुझे स्वीकार नहीं। किसी भी हिन्दुस्तानी को ये स्वीकार नहीं करना चाहिए।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा “उत्तर प्रदेश सरकार नैतिक रूप से भ्रष्ट है। पीड़िता को इलाज नहीं मिला समय पर शिकायत नहीं लिखी, शव को जबरदस्ती जलाया, परिवार कैद में है। उन्हें दबाया जा रहा है। अब उन्हें धमकी दी जा रही कि नार्को टेस्ट होगा। ये व्यवहार देश को मंजूर नहीं। पीड़िता के परिवार को धमकाना बंद कीजिए। इस बीच कांग्रेस ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी के सांसदों तथा अन्य वरिष्ठ नेताओं का एक दल आज हाथरस जाएगा और पीड़ित परिजनों के साथ हो रहे पुलिस बर्ताव के बारे में विस्तृत जानकारी लेगा।                 


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...