सोमवार, 5 अक्टूबर 2020

'सीएम' आवास का घेराव करेंगे पदाधिकारी

मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे पदाधिकारी।
शगुफता परवीन 


देहरादून। 14 दिनों से आंदोलन कर रहे राज्य के नेतृत्व वाले संगठन के पदाधिकारी मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे।इसके लिए जगह-जगह से 2000 के करीब ग्राम प्रधान देहरादून पहुंच गए हैं। संगठन 12 बजे गांधी पार्क से कूच करेगा। रविवार को धरना जारी रखते हुए प्रदेश अध्यक्ष भास्कर सम्मल ने बताया कि 21 सितंबर से शुरू हुए धरने प्रदर्शन में हर जिले से ग्राम प्रधान धरने में शामिल हुए लेकिन सरकार ने उनकी सुध नहीं ली। उन्होंने बताया कि प्रदेश प्रधान संगठन की 12 सूत्रीय मुख्य मांगों में जल जीवन मिशन में कार्यदायी संस्था ग्राम पंचायत को बनाया जाए। योजना में ठेकेदारी प्रथा को समाप्त कर मिशन के अंतर्गत बनने वाली योजना की राशि परियोजना की देखरेख योजना के निर्माण में पूर्ण रूप से ग्राम प्रधान का हस्तक्षेप रखा जाए व ग्राम प्रधानों को विश्वास में लेकर योजना निर्माण किया जाए।
मनरेगा में वर्तमान वर्ष में कार्य दिवस 100 दिन प्रति परिवार से बढ़ाकर 200 दिन प्रति परिवार किया जाए। वहीं मनरेगा कार्य में मजदूरी 202 से बढ़ाकर 400, कुशल श्रमिकों की मजदूरी 398 से बढ़ाकर 600 किया जाए। प्रदेश में ग्राम पंचायत विकास अधिकारी पंचायत कनिष्ठ अभियंता कंप्यूटर ऑपरेटर के पदों में तुरंत बढ़ोतरी की जाए।
वर्तमान में एक ग्राम पंचायत विकास अधिकारी के पास 25 ग्राम पंचायतों का चार्ज है। जिससे जनता को पंचायत से संबंधित कार्य में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।इसके अलावा प्रधानों का मानदेय 1500 से बढ़़ाकर पांच हजार किया जाए। यातायात भत्ते के रूप में 15000 अतिरिक्त ग्राम प्रधान को दिया जाए व पेंशन की सुविधा भी प्रधानों को मिले।               


चाइल्ड पोर्नोग्राफी का मामला, केस दर्ज किया

उत्तराखंड की धार्मिक राजधानी में सामने आया चाइल्ड पोर्नोग्राफी का मामला केस दर्ज।


देहरादून। उत्तराखंड में चाइल्ड पोर्नोग्राफी का मामला हरिद्वार में दर्ज किया गया है। खासबात यह है। कि फेसबुक ने इस मामले में स्वयं संज्ञान लेते हुए पुलिस के केंद्रीय आईटी सेल को शिकायत भेजी। इसके बाद छानबीन में पता चला कि यह पोस्ट उत्तराखंड की धार्मिक राजधानी हरिद्वार से डाली गई थी। फेसबुक ने पोस्ट को ब्लॉक कर दिया है। और अब नगर कोतवाली हरिद्वार में मामला दर्ज करने के बाद जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है। बताया गया है। कि पोस्ट में क्या है। इसकी एक वीडियो सीडी के माध्यम से पुलिस को भेजी गई है। अब पुलिस को यह पता करना है। कि यह वीडियो हरिद्वार के किसी फेसबुक यूजर ने डाली और उसका मकसद क्या था। यही नहीं अगर आपत्तिजनक कंटेन्ट वीडियो है। तो वह कहां शूट हुई और अगर वह तस्वीर है। तो वह कहां खींची गई। हालांकि पुलिस सूत्र बता रहे हैं। कि अभी सीडी को प्ले करके नहीं देखा गया है। लेकिन पुलिस ने फेसबुक की शिकायत के आधार पर अज्ञात शख्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।               


बीमारी की 8वीं शिकार बनी 12 वर्षीय बच्ची

गलघोंटू ने ली सिमखेत गांव की 12 वर्षीय बच्ची की जान, एसटीएच हल्द्वानी में तोड़ा दम, जानलेवा बीमारी की बनी 8वीं शिकार।


हल्द्वानी। बागेश्वर के गरूड़ तहसील की गलघोंटू (डिप्थीरिया) बीमारी से ग्रस्त एक 12 वर्षीय छात्रा ने यहां एसटीएच में कल रात दम तोड़ दिया। गरूड़ के सिमखेत की रहने वाले हरीश सिंह नेगी की बेटी हर्षिता इस बागेश्वर जिले में इस जानलेवा बीमारी की 8वीं शिकार है। परिजनों के अनुसार हर्षिता नामक इस 12 वर्षीय बच्ची को चिकित्सकों ने जब उसके टेस्ट कराए तो उन्हें बच्ची में डिप्थीरिया के लक्षण दिखे इस पर उन्होंने बच्ची को एसटीएच हल्द्वानी के लिए रेफर कर दिया। शनिवार को परिजन बच्ची को लेकर एसटीएच हल्द्वानी पहुंचे जहां उसका उपचार चल रहा था कल रात लगभग पौने बारह बजे बच्ची ने दम तोड़ दिया। बच्ची की मौत के बाद उसके घर में कोहराम मचा हुआ है।               


पेंट फैक्टरी में लगी भयंकर आग, फैला धुआं

पेंट फैक्टरी में लगी भयंकर आग कई सौ मीटर दूर से दिख रहा था धुआ


कानपुर। मंधना पचोर रोड पर आज सुबह एक पेंट फैक्ट्री में आग लग गई। पेंट में केमिकल होने के होने के कारण लगभग 50 धमाकों के साथ पूरा मंधना दहल गया। धुंआ का गुबार कई सौ मीटर की दूर से देखा जा सकता है। सूचना पर दमकल की आधा दर्जन से ज्यादा गाड़ियां मौके पर पहुंच चुकी है। फैक्ट्री में किसी मजदूर के न फंसे होने की बात अभी तक सामने आ रही है। कमल ग्रामोद्योग के नाम से पचोर रोड पर पेंट फैक्ट्री चलाई जा रही है। फैक्ट्री मालिक कमल धीर को घटना के बारे में जानकारी दी गई है। मजदूरों से मिली जानकारी के अनुसार सुबह लगभग 9:30 बजे वह लोग काम करने पहुंचे थे। सुबह के समय पांच मजदूर आए थे। जैसे ही उन्होंने फैक्ट्री का गेट खोला तो अंदर आग धधक रही थी। मजदूर बाहर की तरफ शोर मचाते हुए भागे और उन्होंने आसपास के लोगों को सूचना दी गई। ग्रामीणों ने पुलिस के अलावा फैक्ट्री मालिक को सूचना दी। इसी दौरान एक-एक कर लगभग 50 धमाके हुए।
ग्रामीण अपने घरों को छोड़कर सड़क की तरफ भाग निकले। धमाके इतने जोरदार थे। की ड्रम के टुकड़े उड़कर 100 मीटर से अधिक दूरी तक गिरे। दमकल की गाड़ियां ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू कर दिया है। अधिकारियों के मुताबिक शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका है। अभी तक किसी मजदूर के फंसे होने की बात पुष्ट नहीं हो सकी है।             


4 धाम यात्रा के लिए बढ़ा श्रद्धालुओं का कोटा

चार धाम यात्रा के लिए बढ़ा श्रद्धालुओं का कोटा। जानिए कहाँ करें रजिस्ट्रेशन।


नई दिल्ली। देवस्थानम बोर्ड ने चार धाम की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ा दी है। संबन्धित तीनों जिलों के जिलाधिकारियों की रिपोर्ट के आधार देवस्थानम बोर्ड ने यह फैसला लिया है। अब तक बदरीनाथ में रोज 1200, केदारनाथ में 800, गंगोत्री में 600 व यमुनोत्री में 450 श्रद्धालुओं को दर्शन की मंजूरी थी।
पिछले सप्ताहांत में धामों में उमड़ी भीड़ के मद्देनजर बोर्ड ने श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया। बोर्ड ने धामों में तय संख्या से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने के कारणों की पड़ताल कराई तो पता चला कि दो और तीन अक्तूबर की तारीख में दर्शन करने को लोगों ने 10 से 15 अक्तूबर के पास का प्रयोग कर लिया। इस पर बोर्ड ने तय किया कि पास की जांच हरिद्वार, ऋषिकेश, मुनिकीरेती, गौचर, सोनप्रयाग में होगी।  इस दौरान आगे की तारीख वाले पासधारकों को वहीं रोक दिया जाएगा। बोर्ड के रविनाथ रमन ने बताया कि यात्रियों की संख्या धामों में आवास, भोजन, शौचालय व अन्य जरूरतों के साथ ही सामाजिक दूरी के मानक के अनुसार तय की गई है।
तीन बजे के बाद सोनप्रयाग से आगे प्रवेश नहीं
केदारनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं को शाम तीन बजे के बाद सोनप्रयाग से आगे प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। ऐसा रात के समय में धाम में सीमित संख्या में ही श्रद्धालुओं की मौजूदगी सुनिश्चित कराने के लिहाज से किया जा रहा है।
हरिद्वार, ऋषिकेश से ही सख्ती से होगी पास की जांच
धामों में तय संख्या से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने के कारणों की बोर्ड ने पड़ताल कराई। तो मालूम चला कि लोगों ने दो तीन अक्तूबर की तारीख में दर्शन करने को 10 से 15 अक्तूबर की तारीख के पास का इस्तेमाल कर लिया। इस पर बोर्ड ने तय किया है। कि हरिद्वार, ऋषिकेश, मुनिकीरेती, गौचर, सोनप्रयाग में ही पास की जांच होगी। यदि पास आगे की तारीख के होंगे। तो श्रद्धालुओं को वहीं रोक लिया जाएगा। इसके लिए हरिद्वार, देहरादून और टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, चमोली के जिलाधिकारियों को सख्ती से व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए गए हैं।                 


सप्लाई बंद हो तो नंबर पर कर सकते हैं फोन

बिजली कर्मचारी हड़ताल पर सप्लाई बंद हो तो इस नंबर पर करें फोन।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। पूर्वी उत्तर प्रदेश में विभाग के प्रस्तावित निजीकरण का विरोध कर रहे विद्युत निगम के कर्मचारी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। गाज़ियाबाद जिले में हड़ताल पर जाने वाले विद्युत विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की संख्या लगभग 1200 है। इसके चलते कई इलाकों में विद्युत आपूर्ति बाधित होने की आशंका है।
हड़ताल को देखते हुए जिला प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी किया है। पूरे जिले को छह जोन में बांटकर अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। स्थिति पर नजर रखने के लिए मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) को नोडल प्रभारी बनाया गया है। शासन की तरफ से उन कंपनियों के नाम भी जिलों को उपलब्ध कराएं गए हैं ।जो पूर्व में मेंटेनेंस का काम देखती रही हैं। आपात स्थिति में प्रशासन की तरफ से विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराने के लिए इन फर्मों की मदद ली जाएगी।
10 दिनों से चल रहा है। आंदोलन
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले पिछले 10 दिनों से विद्युत कर्मी आंदोलन कर रहे हैं। तीन घंटे कार्य बहिष्कार के बाद अब आज से पूरे दिन कार्य का बहिष्कार होगा।जिससे उपभोक्ताओं की मुश्किल भी बढ़ सकती है। समिति के पदाधिकारियों ने निजीकरण के मुद्दे पर आरपार की लड़ाई का एलान किया है। विद्युत मजदूर संगठन भी संघर्ष समिति के बैनर से अलग कार्य का बहिष्कार कर रहा है। ऐसी स्थिति में शासन ने सभी जिलाधिकारी को निर्देश दिया है। कि वह अपने स्तर से पुख्ता इंतजाम करें और विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराएं। हड़ताल के मद्देनजर उपद्रव होने की भी आशंका है। जिसको देखते हुए पुलिस को भी अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।
जोन में बांटा जिला सब स्टेशनों पर रहेगी नजर
149 सब स्टेशन और 22 पारेषणों पर अधिकारियों की 24 घंटे ड्यूटी रहेगी। जिले को छह जोन में बांटकर उप जिलाधिकारी स्तर के अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में सब स्टेशनों और पारेषणों पर निगाह रखेंगे। इनके साथ एक-एक तकनीकी अधिकारी की ड्यूटी भी लगाई गई है। अपर जिलाधिकारी प्रशासन को ग्रामीण और अपर जिलाधिकारी नगर को शहरी क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा आईटीआई पास लोगों को भी समस्या के निस्तारण के लिए लगाया गया है।
आकस्मिक स्थिति के लिए बना कंट्रोल रूम
अपर जिलाधिकारी नगर के कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है। आपूर्ति बाधित होने पर 0120-2828411 पर कॉल कर सकते हैं। इसके साथ ही तकनीकी कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। जिसका प्रभारी सुरक्षा अधिकारी रमेश चंद को बनाया गया है। तकनीकी समस्याओं के लिए 6390004126 पर कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा जिले में अन्य कंट्रोल रूम भी बनाए गए हैं। डीएम अजय शंकर पाण्डेय ने बताया कि प्रस्तावित हड़ताल को देखते हुए संबंधित अधिकारियों के साथ लगातार बैठक की गई। सभी व्यवस्थाएं जिला प्रशासन ने की हैं। पुलिस को भी निर्देश दिए गए हैं। जिले को छह जोन में बांटा गया है। जिनकी निगरानी के लिए सीडीओ को नोडल ऑफिसर बनाया गया है।                     


तीन पैरों के बच्चें को देवता मान रहे हैं लोग

अंधविश्वासः तीन पैरों वाले बच्चे को देवता का रूप मान रहें हैं। लोग


गाजीपुर। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में तीन पैरों वाला एक बच्चे का जन्म हुआ है।  इस घटना से परिवार के साथ-साथ गांव वाले भी हैरान हैं। वहीं कुछ लोग इस बच्चे को देवता का रूप मान रहे हैं। धीरे-धीरे यह बात पूरे इलाके में फैल गई और तब से बच्चे को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी हुई है। वहीं कुछ लोग बच्चे को दैवीय रूप मानकर दूर से प्रणाम भी कर रहे हैं।
सूचना के अनुसार मामला बिरनो थाना क्षेत्र स्थित तियरा गांव का है। तियरा गांव निवासी प्रियंका देवी ने 29 सितंबर इस तीन पैर वाले बच्चे को जन्म दिया है। उनका कहना है। कि नवजात बच्चे के तीन पैर हैं। एक पैर बच्चे के गुप्तांग से जुड़ा हुआ है। खास बात यह है। कि तीसरे पैर में छह उंगलियां भी हैं। वहीं परिजनों का कहना है। कि बच्चा स्वस्थ है। वह सामान्य बच्चों की तरह ही व्‍यवहार कर रहा है।
दूर-दूर से देखने आ रहे लोग। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह बच्चा परिवार वालों के साथ-साथ गांव वालों के लिए भी कौतूहल का विषय बना हुआ है। लोग दूर-दूर से बच्चे को देखने के लिए आ रहे हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो बच्चे के पिता विवेकानंद राम आर्थिक रूप से काफी कमजोर हैं। विवेकानंद राम के पास बच्चे के इलाज कराने के लिए प्रयाप्त पैसे नहीं हैं। ऐसे में वे बच्चे का इलाज कराने के लिए लोगों से मदद मांग रहे हैं। साथ ही उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मदद की गुहार लगाई है। वहीं इस मामले में एसीएमओ उमेश कुमार ने बताया कि यह खास तरह की बीमारी है। इसे कंजेनिटल अनोमिली कहा जाता है। इसमें मरीज की जांच के बाद ही इलाज से ठीक होने की बात कही जा सकती है। प्रेग्नेंट महिला अगर रेडिएशन के संपर्क में आ जाए या फिर कोई दवा साइड इफेक्ट कर जाए तो ऐसे बच्चे पैदा होते हैं।               


सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...