शनिवार, 3 अक्टूबर 2020

लोकतंत्र की हत्या हाथरस की रेप घटना

भानु प्रताप उपाध्याय


सरकार द्वारा लोकतंत्र की हत्या हाथरस की घटना 


शामली। समाजवादी पार्टी कार्यलय पर 2अक्टूबर गाँधी जयंती के  उपलक्षय मे कार्यकर्त्ताओ द्वारा जिलाध्यक्ष अशोक चौधरी के नेतृत्व मे गाँधी जी की मूर्ति के समक्ष दो घंटे का सत्याग्रह किया। अशोक चौधरी जी ने कहा की भाजपा सरकार की नीति किसान विरोधी रही है, देश की आर्थिक व्यवस्था कमजोर हो गई है। चारों तरफ अपराध बढ़ रहा है।पिछड़ा वर्ग के जिलाध्यक्ष अब्दुल गफ्फार मलक ने कहा की हाथरस की घटना लोकतंत्र की हत्या मे गिनी जाएगी। मांगे राम मलिक (विधानसभा अध्यक्ष शामली ) ने भी सत्याग्रह मे मौन धारण रख कर सरकार और प्रशासन की  आलोचना की /रविंद्र प्रधान जोगी ने भी प्रदेश मे आरजकता का महोल बताया. मौन धारण मे श्री शेर सिंह राणा प्रमुख, अनुज जावला, डॉ. अनुज पवार, रवि बालियान, जबरदिन मलिक, सत्यपाल कश्यप, विपिन सैनी, जाकिर राणा, जाबिर राव, शेर मोहम्मद राव, खुशनुद, कपिल राणा आदि सपा कार्यकर्त्ता मौजूद रहे।               


महिलाओं पर अत्याचार के विरुद्ध मौर्चा

भानु प्रताप उपाध्याय 


लखनऊ। हाथरस बलरामपुर उत्तर प्रदेश के आदि जनपदों में महिलाओं पर अत्याचार दुष्कर्म किए जा रहे हैं। उसकी कड़े शब्दों में निंदा की है और हाथरस में मनीषा वाल्मीकि के साथ दुष्कर्म गैंगरेप 4 लोगों द्वारा किया गया और उन दरिंदों द्वारा मनीषा की गर्दन वे रीड की हड्डी तोड़ दी गई। जोगी समाज की बेटी के साथ भी गलत किया गया इसकी कड़े शब्दों में निंदा की गई और दोषी इन दरिंदों को फांसी दिलाने की मांग की गई और बढ़ते उत्तर प्रदेश में महिलाओं का उत्पीड़न बंद कराने की उत्तर प्रदेश सरकार से की मांग इस अवसर पर नमो नमो महिला मोर्चा उत्तर प्रदेश के जिला अध्यक्ष रीना उपाध्याय व राष्ट्रीय वाल्मीकि समाज प्रतिनिधि मंच की प्रदेश प्रभारी कुमारी काजल वाल्मीकि अनुराधा देवी नगर अध्यक्ष नमो महिला मोर्चा राजेश देवी नगर सचिव ,कुमारी करुणा ,जमुरत, रेशमा, रेखा देवी, अंजला देवी, कुमारी लक्ष्मी ,अनमोल उपाध्याय, राकेश कुमार ,हर्ष कश्यप, राजकली देवी ,सरोज देवी ,अर्जुन ,अरविंद झंझोट दलित नेता ,नंदू प्रसाद वाल्मीकि अरुण झंझोट ,सुशील कुमार आदि शामिल रहे!


आजाद ने बोला योगी सरकार पर हमला

चंद्रशेखर आजाद का योगी सरकार पर हमला बोले दलितों को अपनी सुरक्षा खुद करने के लिए 20 लाख लाइसेंसी हथियार दे सरकार।


लखनऊ। भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने हाथरस मामले को लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री जातिवादी है। इसलिए न्याय नहीं हो रहा है और पीड़ितों को मारा जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सबूतों के साथ छेड़छाड़ करना उससे भी बड़ा अपराध है। एविडेंस को खत्म करने के लिए ऐसा किया गया। उन्होंने कहा कि "मैं अपनी मां से वादा करके आया हूं कि जब तक इंसाफ नहीं मिलेगा मैं घर नहीं आऊंगा।"
इसके साथ ही उन्होंने मांग करते हुए कहा कि दलितों को 2000000 लाइसेंसी हथियार मिलने चाहिए ताकि वह अपनी सुरक्षा खुद कर सके। मैं वाल्मीकि समाज से कहूंगा कि जब तक इंसाफ ना मिले तब तक सफाई ना करें काम पर ना जाए।
आपको बता दें कि हाथरस मामले को लेकर शुक्रवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर बड़ा प्रदर्शन हुआ था। जिसमें चंद्रशेखर भी शामिल हुए जहां उन्होंने इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में रोजाना होने की मांग भी रखी और कहा कि इस मामले में जो दोषी है उन्हें जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए ताकि दूसरे लोग इस तरह का प्राप्त करने से पहले डरे।           


ज्यादा चीनी-मीठा खाने से बेहद खतरा

अधिकतर लोग मीठा खाने के शौकीन होते हैं। ऐसे में ज्यादातर मीठे पकवान चीनी के इस्तेमाल से ही बनाए जाते हैं। यह भी एक सच्चाई है। कि चीनी का ज्यादा इस्तेमाल सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। क्योंकि चीनी में बहुत अधिक मात्रा में कैलोरी होती है। ऐसे में यदि हमारी दिनचर्या बहुत अधिक शारीरिक मेहनत करने वाली नहीं है। तो चीनी शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकती है। ऐसे में इन दिनों सामान्य शक्कर के स्थान पर ब्राउन शुगर का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है।
चीनी से कैसे अलग है। ब्राउन शुगर
चीनी  गुड़ आदि गन्ने से तैयार किए जाते हैं। लेकिन चीनी मिलों में जब शक्कर तैयार की जाती है तो उसे साफ करने और ज्यादा मिठास पाने के लिए कई प्रकार के केमिकल मिलाए जाते हैं। चूंकि गुड़ प्राकृतिक रूप है। लेकिन केमिकल डालकर जब और अधिक मिठास वाले तत्व एकत्रित करते हैं। तो शक्कर में मिठास बढ़ती है। इसी कारण शक्कर में कैलोरी की मात्रा भी बढ़ जाती है। वहीं इसमें उपयोग किए जाने वाले केमिकल के साइड इफेक्ट का खतरा बना रहता है। वहीं ब्राउन शुगर वास्तव में गुड़ का ही एक शुद्ध रूप होता है। वास्तव में यह गुड़ और शक्कर के बीच का एक रूप है। जिसे बगैर केमिकल तैयार किया जाता है। और सेहत के लिए फायदेमंद भी होती है।             


मास्क लगाए, लक्षण दिखते हैं टेस्ट करवाएं

सतर्कता ही बचाव। बीपी, शुगर, दमा वालों की ही मौत का मिथक अब टूट गया, 40/ मौतें ऐसी जो सिर्फ कोरोना की वजह से ही हुई।


मास्क जरूर लगाएं लक्षण दिखते ही टेस्ट करवाएं।


नई दिल्ली। राजधानी और प्रदेश में कोरोना से हुई मौतों ने वह सारे मिथक तोड़ दिए हैं। जो शुरुआती दौर में स्थापित थे और कहा जाता था कि शुगर, बीपी, हाईपरटेंशन और दमा रोगियों के साथ अधिक उम्र वालों के लिए खतरा ज्यादा है। अब प्रदेश में 400 से ज्यादा मौतें ऐसे लोगों की हुई हैं। जो स्वस्थ थे। और सिर्फ कोरोना संक्रमण से कारण मौत से जंग हार गए। डाक्टरों का कहना है। कि कोरोना वायरस से संक्रमित स्वस्थ लोगों को सही समय पर इलाज नहीं मिला तो यह फेफड़ों को इतना नुकसान पहुंचा सकता है। कि जीवन बचाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। राजधानी।प्रदेश में कोरोना के इलाज में लगे डाक्टरों ने इस आंकड़े के आधार पर अपील की है कि कोरोना वायरस से सुरक्षा बहुत जरूरी है। और जब तक वैक्सीन नहीं आती, मास्क ही वैक्सीन है। यही नहीं अगर स्वस्थ लोगों को भी महसूस होता है। कि उन्हें कोरोना के लक्षण हैं। जो जांच में बिलकुल देरी नहीं करनी चाहिए क्योंकि जल्दी जांच से जान आसानी से बच सकती है।
राजधानी में 18 मार्च को पहला केस आया और 29 मई को पहली मौत हुई तो लगा था कि कोरोना उतना खतरनाक नहीं होगा। जितना पड़ोसी या दूसरे राज्यों में था। भास्कर ने कोरोना का इलाज कर रहे डॉक्टरों से जाना कि कोरोना से मरने वालों में सबसे ज्यादा किस बीमारी के लोग हैं। डायबिटीज व हाइपरटेंशन वाले मरीजों के लिए कोरोना काल साबित हो रहा है। इसके अलावा कैंसर, हार्ट, किडनी, लीवर व दूसरी बीमारियों से पीड़ित मरीजों की भी मौत हुई है। हाइपरटेंशन व डायबिटीज की चर्चा करना इसलिए भी जरूरी है। क्योंकि इसे कॉमन बीमारी माना जाता है। अनियमित खानपान व जीवनशैली से यह दोनों बीमारी होती है। एक खतरनाक आंकड़ा यह भी है कि कोरोना संक्रमण से मरनेवालों में अधिकांश 45 से 50 की उम्र के थे। हालांकि ज्यादा रिस्क 60 या इससे ज्यादा की उम्र वालों को है। लेकिन युवाओं की भी जान गई है। जानकारों का दावा है कि 150 से ज्यादा युवा होंगे, जिनकी मौत कोरोना से हुई। मृतकों में 18 वर्ष से कम उम्र के तीन से चार किशोर भी हैं।
एक्सपर्ट व्यू । स्वस्थ लोगों में भी लक्षण दिखें तो तुरंत जांच करवाएं।"मृतकों में आधे मरीज ऐसे हैं। जिन्हें डायबिटीज व हाइपरटेंशन था। डायबिटीज कैंसर, हार्ट या दूसरी बीमारी हो तो निश्चित रूप से कोरोना का रिस्क बढ़ जाता है। स्वस्थ लोगों को को लक्षण दिखने पर तुरंत जांच करनी चाहिए क्योंकि ऐसे में इलाज आसान होता है। पॉजिटिव आने पर अस्पताल या होम आइसोलेशन में रहकर इलाज कराएं। इससे मौतों की संख्या कम की जा सकती है। जो लोग लक्षण के बावजूद जांच में देरी कर रहे हैं। उनके लिए खतरा ज्यादा है। क्योंकि देरी से इलाज मौतों के मामले में बड़ा फैक्टर है। लोग जांच से घबराएं, बीमारी पता चल जाएगी तो आइसोलेशन अच्छा इलाज है।                 


हैदराबाद ने चेन्नई को 7 रन से हराया

हैदराबाद ने चेन्नई को 7 रन से हराया।धोनी IPL में छठवीं बार नॉटआउट रहते हुए टीम को नहीं जीता सके सीजन में चेन्नई की लगातार तीसरी हार। प्रियम गर्ग जीत के हीरो।


चैन्नई। आईपीएल के 13वें सीजन के 14वें मैच में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) ने चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) को 7 रन से हरा दिया। हैदराबाद ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए 165 रन का टारगेट दिया। जवाब में चेन्नई 5 विकेट पर 157 रन ही बना सकी।
चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी नाबाद पवेलियन लौटे, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके। आईपीएल में ऐसा उनके साथ छठी और इस सीजन में दूसरी बार हुआ है। इससे पहले वे राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ शारजाह में भी 29 रन बनाकर नाबाद लौटे थे। लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके। चेन्नई की सीजन में यह लगातार तीसरी हार है। जीत के हीरो युवा बल्लेबाज प्रियम गर्ग (51) रहे।
धोनी-जडेजा ने 72 रन की पार्टनरशिप की
एमएस धोनी और रविंद्र जडेजा ने 5वें विकेट के लिए 72 रन जोड़े। जडेजा ने 35 बॉल पर 50 रन बनाए। जडेजा को नटराजन ने आउट किया। धोनी 47 रन बनाकर नॉट आउट रहे। इन दोनों के अलावा सिर्फ फाफ डु प्लेसिस ही 22 रन बना सके। बाकी बल्लेबाजों ने टीम को निराश किया।
वॉटसन और रायडू सस्ते में आउट
शेन वॉटसन और अंबाती रायडू मैच में कुछ खास नहीं कर सके। वॉटसन की खराब फॉर्म इस मैच में जारी रही। वे सिर्फ एक रन ही बना सके। वॉटसन को भुवनेश्वर कुमार ने आउट किया। इसके बाद रायडू (8) को टी नटराजन ने पवेलियन का रास्ता दिखाया।
चेन्नई ने 10 ओवर में सीजन का सबसे कम स्कोर बनाया
चेन्नई ने 10 ओवर में 4 विकेट खोकर 44 रन बनाए। ये इस सीजन में 10 ओवर में सबसे कम स्कोर है। इससे पहले भी चेन्नई ने इसी मैदान पर दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 10 ओवर में 3 विकेट पर 47 रन बनाए थे। वहीं, दिल्ली ने दुबई में ही किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 3 विकेट पर 49 रन बनाए थे।
प्रियम ने लगाई पहली फिफ्टी, हैदराबाद का स्कोर 164/5
इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए हैदराबाद ने 5 विकेट पर 164 रन बनाए। हैदराबाद के लिए प्रियम गर्ग और अभिषेक शर्मा ने पांचवें विकेट के लिए 71 रन की पार्टनरशिप की। दोनों ने इसके लिए 43 बॉल खेलीं। प्रियम गर्ग ने आईपीएल के अपने चौथे ही। मैच में पहली फिफ्टी लगाई। उन्होंने 26 बॉल पर नाबाद 51 रन बनाए। वहीं, अभिषेक ने 24 बॉल पर 31 रन बनाए।
विलियम्सन और बेयरस्टो नहीं चले
हैदराबाद के बल्लेबाज इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। जॉनी बेयरस्टो (0) को मैच के पहले ही ओवर में दीपक चाहर ने आउट किया। इसके बाद मनीष पांडे (29) और डेविड वॉर्नर (28) अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल सके। मनीष को शार्दुल ठाकुर और वॉर्नर को पीयूष चावला ने आउट किया। केन विलियम्सन 9 रन ही बना सके। उन्हें अंबाती रायडू और एमएस धोनी ने रनआउट किया।
धोनी के नाम एक और रिकॉर्ड
धोनी आईपीएल में सबसे ज्यादा 194 मैच खेलने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने अब तक कुल 194 मैच खेले हैं। इसके बाद सुरैश रैना (193), रोहित शर्मा (192) और दिनेश कार्तिक (185) का नंबर आता है। रैना ने ट्विटर पर बधाई देते हुए लिखा कि मुझे खुशी है। कि मेरा रिकॉर्ड आपने तोड़ा।
सस्ते।महंगे खिलाड़ियों का परफॉर्मेंस
सीएसके में कप्तान धोनी सबसे महंगे खिलाड़ी रहे। फ्रेंचाइजी उन्हें एक सीजन के 15 करोड़ रुपए देगी। धोनी मैच में 36 बॉल पर 47 रन बनाकर नाबाद रहे लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके। 80 लाख रुपए कीमत वाले दीपक चाहर सबसे सस्ते खिलाड़ी रहे। उन्होंने मैच में 31 रन देकर 2 विकेट लिए।
वहीं  हैदराबाद के सबसे महंगे खिलाड़ी डेविड वॉर्नर हैं। उन्हें इस सीजन का 12.50 करोड़ रुपए मिलेंगे। वॉर्नर अच्छी शुरुआत के बावजूद कुछ खास नहीं कर सके और 29 बॉल पर 28 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। प्लेइंग इलेवन में टी नटराजन सबसे सस्ते प्लेयर रहे। उन्होंने 43 रन देकर 2 विकेट लिए।
चेन्नई ने 3 और हैदराबाद ने 2 बार खिताब जीता
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई ने लगातार दो बार 2010 और 2011 में खिताब जीता था। पिछली बार यह टीम 2018 में चैम्पियन बनी थी। वहीं चेन्नई पांच बार( 2008, 2012, 2013, 2015 और 2019) आईपीएल की रनरअप भी रही। दूसरी ओर हैदराबाद ने 2 बार (2009 और 2016) खिताब अपने नाम किया।               


छत्तीसगढ़ः कुल 2637 नए संक्रमित मिलें

पहलें 100 मौतें 80 दिन में, सिर्फ 47 दिन में गई 903 जानें, प्रदेश में 2637 नए मरीज।


रायपुर में 395 नए मरीज मिले, 16 की गई जान


रायपुर। छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को कोरोना से 16 जानें गईं और इसी के साथ मौतों की संख्या 1003 पर पहुंच गई है। पिछले डेढ़ महीने यानी केवल 47 दिन में 903 मरीजों की कोरोना से जान गई है। जबकि शुरुआती सौ मौतें 80 दिन में हुई थीं। कोरोना से प्रदेश में मृत्यु की दर 0.8 प्रतिशत है। हालांकि यह राष्ट्रीय मृत्यु दर 1.6 प्रतिशत से अभी आधी ही है। छत्तीसगढ़ में 17 अगस्त से 2 अक्टूबर तक हुई 903 मौतें रोजाना लगभग 19 के औसत से हुई हैं। जबकि 29 मई से 16 अगस्त तक केवल 1.25 फीसदी मरीजों की जान गई। रायपुर समेत प्रदेश में अगस्त व सितंबर में सबसे ज्यादा मौतें हुईं। दरअसल कोरोना के शुरुआती दौर यानी मार्च से जून तक हल्के या बिना लक्षण वाले मरीज ज्यादा थे। जिनका प्रतिशत अब घटकर 65 फीसदी हो गया है। अर्थात, अब अस्पतालों में पहुंचने वाले कुल मरीजों में से 35 फीसदी सांस में तकलीफ या बुखार के साथ पहुंच रहे हैं। इनमें भी सांस में तकलीफ वाले ज्यादा हैं। इन्हें ऑक्सीजन बेड के साथ आईसीयू और कई बार वेंटिलेटर की भी जरूरत पड़ रही है।
प्रदेश में 1.18 लाख संक्रमित
प्रदेश में शुक्रवार को 2637 नए कोरोना मरीजों की पहचान की गई जिसमें 395 मरीज रायपुर के हैं। रायपुर में 3 समेत 16 मरीजों की मौत भी हुई है। नए केस के बाद प्रदेश में मरीजों की संख्या 118792 हो गई है। जबकि एक्टिव केस 29693 है। वहीं इलाज के बाद 88095 मरीज स्वस्थ हुए हैं। दूसरी ओर, रायपुर में मरीजों की संख्या 34582 व एक्टिव केस 10254 है। 23891 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। 437 मरीजों की कोरोना से जान गई है।
गर्भवती महिलाओं के लिए महासमुंद में बने कोविड अस्पताल में संक्रमित महिला ने बच्ची काे दिया जन्म
महासमुंद। गर्भवती महिलाओं के लिए बनाए गए विशेष कोविड अस्पताल में गुरुवार की रात पहली डिलीवरी कराई गई। कोरोना पॉजिटिव महिला ने स्वस्थ बच्ची काे जन्म दिया। कोरोना के बढ़ते केस देखते हुए तुमगांव सीएचसी को प्रसूताओं के लिए कोविड हॉस्पिटल बनाया गया है। यहां उनकी जांच, इलाज के साथ इमरजेंसी में डिलीवरी की व्यवस्था भी है। एमआ डॉ. विकास चंद्राकर ने बताया कि ईमलीभाठा निवासी 32 वर्षीय महिला को 10 दिन से होम आइसोलेशन में थी। प्रसूता का वजन कम था। वह सदमे में भी थी। रायपुर एम्स या मेकाहारा में बेड नहीं हाेने पर यहीं डिलीवरी कराई गई। यहां टीम में एएमओ वीरेंद्र नायक, एएनएम अंकिता नेताम, रेखा बघेल और विनीता डोंगरे तैनात हैं।
मौत की रफ्तार
29 मई - पहली मौत
16 अगस्त - 100 मौतें
2 अक्टूबर- 1000 मौतें
ये है मौत होने की वजह
सीनियर गैस्ट्रोसर्जन डॉ. देवेंद्र नायक व चेस्ट एक्सपर्ट डॉ. आरके पंडा का कहना है। कि टेस्ट में देरी के कारण इलाज में देरी हो रही है। इसलिए अस्पताल में लोगों को बचाना मुश्किल हो रहा है। क्योंकि जब तक मरीज अस्पताल पहुंचते हैं। तब तक देर हो चुकी होती है। कई मरीजों ने अस्पताल पहुंचने के 10 से 12 घंटे के बीच दम तोड़ा है। वहीं 50 से ज्यादा मरीज मृत हालत में अस्पताल के दरवाजे तक पहुंचे हैं। कोरोना संक्रमितों का अस्पताल में ब्राॅट डेड पहुंचना इसलिए गंभीर है। क्योंकि इसी से साबित हो रहा है। कि लोग अब भी इस संक्रमण को लेकर उतने गंभीर नहीं हैं।                 


फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी

फिर से मेरे खिलाफ छापामार कार्यवाही की जाएगी  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भविष्यवाणी क...