गुरुवार, 1 अक्टूबर 2020

कानपुर के छोटे से गांव से राष्ट्रपति पद तक

कानपुर के एक छोटे से गांव से राष्ट्रपति बनने तक का सफर


नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का आज जन्मदिन है। उनका जन्म 1 अक्तूबर 1945 को  उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में हुआ था। इनके पिता जी का नाम स्वर्गीय माईकू लाल और माता जी का नाम स्वर्गीय कलावती कोविंद है। इनकी पत्नी का नाम सविता कोविंद है। कोविंद जी 20 जुलाई 2017 को देश के राष्ट्रपति चुने गए थे। आइए हम आपको बताते हैं कि कौन हैं रामनाथ कोविंद और कैसा रहा उनका राष्ट्रपति बनने तक का सफर। जन्म और पालन पोषणः14वें राष्ट्र्रपति रामनाथ कोविन्द का जन्म 1 अक्टूबर 1945 में उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले की (वर्तमान में कानपुर देहात जिला), तहसील डेरापुर के एक छोटे से गांव परौंख में हुआ था। उनका सम्बन्ध कोरी या कोली जाति से है जो उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति के अंतर्गत आती है। भूमिहीन रामनाथ कोविंद के पिता ने एक छोटी सी किराना की दुकान से इन्हें पढ़ाया लिखाया। जब ये 5 वर्ष के थे तब इनके घर में आग लग गई थी। इनकी मां का देहांत आग में जलने से हो गया था। इनके सभी भाई-बहनों का पालन-पोषण इनके पिता ने किया।वकालत से राजनीति तक का सफरः गवर्नर ऑफ बिहार की वेबसाइट के मुताबिक कोविंद दिल्ली हाई कोर्ट में 1977 से 1979 तक कोविंद केंद्र सरकार के वकील रहे थे। 1980 से 1993 तक केंद्र सरकार के स्टैंडिग काउंसिल में थे। 1994 में कोविंद उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए सांसद चुने गए। वह 12 साल तक राज्यसभा सांसद रहे। वे कई संसदीय समितियों के सदस्य भी रहे हैं। 16 साल वकालत करने के बाद उन्होंने राजनीति में पदार्पण किया। इस पृष्‍ठभूमि में जानें उनसे जुड़ी 5 अहम बातें। सिविल सर्विसेजः डिग्री हासिल करने के बाद सिविल सर्विसेस परीक्षा दी। पहले और दूसरे प्रयास में नाकाम रहने के बाद तीसरी बार में उन्‍होंने कामयाबी हासिल की। कोविंद ने आईएएस जॉब इसलिए ठुकरा दिया क्‍योंकि मुख्‍य सेवा के बजाय उनका एलाइड सेवा में चयन हुआ था। मोरारजी से नाताः वर्ष 1977 में जनता पार्टी की सरकार बनने के बादवे तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरार जी देसाई के निजी सचिव भी रहे। बाद में वे बीजेपी से जुड़े। पार्टी की टिकट से वे 2 बार चुनाव भी लड़ चुके हैं। लेकिन दुर्भाग्‍य से दोनों ही बार उन्‍हें हार का सामना करना पड़ा। बीजेपी से जुड़ावः1991 में बीजेपी में शामिल हुए। पार्टी के प्रवक्‍ता का पद भी उन्‍होंने संभाला है। कोविंद बीजेपी के दलित मोर्चे के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष का पद भी संभाल चुके हैं। कुष्‍ठ रोगियों के लिए काम करने वाली संस्‍था दिव्‍य प्रेम सेवा मिशन के कोविंद संरक्षक हैं।राज्‍यसभा से नाताः उच्‍च सदन राज्‍यसभा में 12 वर्ष तक कोविंद बीजेपी का प्रतिनिधित्‍व कर चुके हैं। वर्ष 1994 में पहली बार राज्‍यसभा के लिए चुने गए थे। उनके परिवार में एक पुत्र और एक पुत्री हैं। बिहार से राज्‍यपाालः में बिहार के राज्‍यपाल चुने गए। इस दौरान राज्‍य के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बेहतर तालमेल रहा। यही वजह रही कि जब एनडीए ने राष्‍ट्रपति पद के लिए कोविंद की उम्‍मीदवारी की घोषणा की तो नीतीश कुमार ने बेझिझक उनको समर्थन देने की घोषणा की। यूपी से आने वाले पहले राष्ट्रपति कोविंदः बीजेपी दलित मोर्चा और अखिल भारतीय कोली समाज के अध्यक्ष रह चुके कोविंद बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के तौर पर भी सेवाएं दे चुके हैं। अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी युग के रामनाथ कोविंद उत्तर प्रदेश में बीजेपी के सबसे बड़े दलित चेहरा माने जाते थे। कोविंद उत्तर प्रदेश से आने वाले पहले राष्ट्रपति हैं। कानपुर शहर से 80 किलोमीटर दूर कानपुर देहात के रनौख-परौख जुड़वां गांव हैं। यहीं परौख में जन्मे रामनाथ अब देश की सबसे बड़ी कुर्सी पर विराजमान हैं।                 


13 अक्टूबर तक अंतरराष्ट्रीय उड़ाने बंद

31 अक्टूबर तक बढ़ाया गया अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध।


नई दिल्ली। सरकार ने कोरोना के चलते अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं पर लगे प्रतिबंध को 31 अक्तूबर तक के लिए बढ़ा दिया है। अब इस तारीख तक आप हवाई यात्रा नहीं कर पाएंगे। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय यानि डीजीसीए ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर जारी प्रतिबंध को 31 अक्तूबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है। गौरतलब है कि विदेशी हवाई यात्रा पर काफी लंबे समय से प्रतिबंध चला आ रहा है। जिसके चलते विदेश यात्रा करनेवाले लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि देश में 25 मार्च को लॉकडाउन की शुरुआत हुई थी और इससे पहले ही 23 मार्च को सभी अंतरराष्ट्रीय और घरेलू हवाई यात्रा सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। 25 मई से घरेलू हवाई यात्रा सेवाएं तो शुरू कर दी गई थी लेकिन अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा सेवाएं अभी भी बहाल नहीं हो पाई हैं। ऐसे में हजारों लोग देश और विदेश में महीनों से फंसे हुए हैं।                       


फीस वसूलने पर 9 अक्टूबर तक लगाई रोक

जयपुर। राजस्थान हाईकोर्ट ने एकल पीठ के निजी स्कूलों को ट्यूशन फीस वसूलने के आदेश पर 9 अक्टूबर तक के लिए रोक लगा दी है। चीफ जस्टिस इंद्रजीत महांति और जस्टिस महेंद्र गोयल की बेंच ने गुरुवार को इस मामले की सुनवाई करते हुए रोक लगा दी। अब हाईकोर्ट सोमवार को सभी मामलों की एकसाथ सुनवाई करेगा। इस मामले में अधिवक्ता सुनील समदरिया ने अपील दायर की है।


एनएचआरसी ने योगी सरकार को दिया नोटिस

हाथरस की घटना पर एनएचआरसी ने योगी सरकार को दिया नोटिस।


लखनऊ। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने हाथरस में 19 साल की लड़की से हुए सामूहिक दुष्कर्म और बेहरमी से हत्या करने की घटना का संज्ञान लेते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार को नोटिस जारी किया है। आयोग ने राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि मामला दो समुदायों के बीच का है इसलिए मामले की गंभीरता को देखते हुए मृतका के परिवार और गवाहों को पर्याप्त सुरक्षा दें। सरकार को 4 हफ्तों के अंदर नोटिस का जवाब देने के लिए कहा गया है।
डीजीपी को व्यक्तिगत रूप से इस मामले को देखने के लिए कहा गया है ताकि शीघ्र सुनवाई सुनिश्चित की जा सके और दोषियों को बिना देरी के अदालत द्वारा दंडित किया जा सके। नोटिस में यह भी कहा गया है कि मौजूदा हालात को देखते हुए मृतका के परिवार के साथ-साथ गांव में रहने वाले अनुसूचित जाति के अन्य सदस्यों को भी उचित सुरक्षा दी जाए।
बता दें कि 14 सितंबर को अनुसूचित जाति की 19 वर्षीय लड़की के साथ कथित रूप से दुष्कर्म कर क्रूरता बरती गई थी। पहले उसे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया और फिर सोमवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां उसने मंगलवार को दम तोड़ दिया।
महानिरीक्षक पीयूष मोर्डिया ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए दुष्कर्म की बात से इनकार किया। उन्होंने कहा कि आरोपियों ने युवती का गला घोंटा था। उन्होंने कहा कि पीड़िता ने जिन 4 आरोपियों के नाम लिए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस ने कथित तौर पर देर रात अंतिम संस्कार कर दिया और इससे राष्ट्रीय आक्रोश फैल गया।
परिवार ने दावा किया कि उन्हें आखिरी बार लड़की का चेहरा देखने और विधि-विधान से दाह संस्कार करने की अनुमति नहीं दी गई। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी ने पीड़िता के पिता से बात कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। साथ ही परिवार के लिए 25 लाख रुपये मुआवजे और एक सदस्य के लिए नौकरी की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने इस घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया है।                 


आयकर विभाग ने नया नियम जारी किया

नई दिल्ली। एक अक्टूबर से इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने टैक्स कलेक्टेड ऐट सोर्स को लेकर नया नियम जारी किया है। नए नियम के मुताबिक, किसी भी ई-कॉमर्स ऑपरेटरको यह अधिकार दिया गया है, है कि वह एक अक्टूबर से गुड्स और सर्विस सेल पर एक फीसदी का टीसीएस काटे वित्त अधिनियम 2020 में इनकम टैक्स कानून 1961 में एक नई धारा 194-ओ जोड़ी गई है। इसके तहत ई- कॉमर्स ऑपरेटर को यह अधिकार दिया गया है कि एक अक्ट्रबर 2020 से उसके डिजिटल अथवा इलेक्ट्रॉनिक सुविधा अथवा प्लैटफॉर्म के जरिये होने वाले माल अथवा सेवा अथवा दोनों के कुल मूल्य पर एक फीसदी की दर से इनकम टैक्स लेना होगा। फाइनैंश ऐक्ट 2020 में इनकम टैक्स कानून की धारा 206सी में एक उप-धारा (1 एच) भी जोड़ी गई है। इसके तहत यदि बिक्री का मूल्य 50 लाख रुपये से अधिक है अथवा पिछले साल के दौरान ग्रॉस सेलिंग 50 लाख रुपये से अधिक था उसमें विक्रेता को खरीदार से 0.1 फीसदी की दर से कर वसूलना होगा। केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कहा कि उसे इस सबंध में ज्ञापन प्राप्त हुये थे कि कुछ एक्सचेंजों और क्लियरिंग कार्पोरेशन के स्तर पर स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) और स्रोत पर कर वसूली (टीसीएस) के प्रावधानों को अमल में लाने में परेशानी हो रही थी। यह बताया गया कि कई बार इस तरह के सौदों में खरीदार और विक्रेता के बीच सीधे संपर्क नहीं होता है। सीबीडीटी ने स्पष्ट किया है कि टीसीएस का नया प्रावधान जो लागू किया गया है वह मान्यता प्राप्त शेयर बाजारों में होने वाले जिंस अथवा प्रतिभूतियों के सौदों पर लागू नहीं होगा। यह प्रावधान बिजली नवीकरणीय ऊर्जा प्रमाणपत्रों और ऊर्जा बचत प्रमाणपत्रों के लेनदेन पर भी लागू नहीं होगा।


बीपीसीएल की बोली लगाने का समय बढ़ा

सरकार ने बीपीसीएल की बोली लगाने की समय सीमा 16 नवंबर तक बढ़ाई
नई दिल्ली। सरकार ने को भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) में हिस्सेदारी खरीदने के लिए प्रारंभिक बोली जमा करने की समयसीमा डेढ़ महीने बढ़ाकर 16 नवंबर तक कर दी है। एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, ''इच्छुक बोलीदाताओं (आईबी) के अनुरोध और कोविड-19 महामारी से पैदा हुई मौजूदा स्थितियों को देखते हुए अभिरुचि पत्र जमा करने की अंतिम तारीख को आगे 16 नवंबर 2020 (शाम पांच बजे) तक बढ़ा दिया गया है। बीपीसीएल के शेयर बीएसई में दोपहर के कारोबार के दौरान 6.55 प्रतिशत गिरकर 360.90 पर थे।               


इंदिरापुरम में ज्वेलर्स की दुकान में लूट

इंदिरापुरम में ज्वेलर्स की दुकान में बदमाशों ने लूटी लाखों की ज्वेलरी


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। इंदिरापुरम थाना क्षेत्र में आए दिन बदमाश किसी न किसी घटना को अंजाम देकर मौके से आसानी से फरार हो जाते हैं। जिसमें पुलिस लाख कोशिशों के बावजूद बदमाशों पर लगाम लगाने में असमर्थ दिखाई दे रही है। ऐसा ही एक ताज़ा मामला सामने आया है। जिसमें दुर्गा ज्वैलरी नामक ज्वेलरी शॉप में घुसकर बदमाशों ने हथियारों के बल पर लूट की घटना को अंजाम दे बदमाश आसानी से फरार हो गए।
आपको बता दें कि यह मामला न्याय खंड का है जहां पर हथियारबंद बदमाशो ने दुर्गा ज्वेलरी शॉप को अपना निशाना बनाया और लाखों के सोने चांदी के जेवर लेकर फरार हो गए सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची थाना इंदिरापुरम पुलिस पास में लगे सीसीटीवी कैमरा के आधार पर बदमाशों की तलाश करने की बात कह रही है। वहीं एसपी सिटी ने बताया कि तीन से चार बदमाश ग्राहक बनकर ज्वेलरी शॉप में आए और दुकानदार को डरा धमका कर डेढ़ सौ ग्राम सोना और कुछ किलो चांदी लेकर फरार हो गए वही एसपी सिटी ने बताया कि हमने कुछ टीमें बनाकर बदमाशों की धरपकड़ के लिए रवाना कर दी है और बदमाशों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।               


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...