गुरुवार, 1 अक्टूबर 2020

हाथरस कांड में सुप्रीम कोर्ट करें कार्रवाई

हाथरस कांड में सुप्रीम कोर्ट करे कार्रवाई: बसपा।


लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी(बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने हाथरस दुष्कर्म कांड में उच्चतम न्यायालय से कार्रवाई करने की मांग करते हुए गुरुवार को कहा कि दुष्कर्म पीडिता के शव को उसके परिजनों को नहीं सौंपना राज्य सरकार और पुलिस की भूमिका में सन्देह पैदा करता है।
मायावती ने यहां कहा कि उत्तरप्रदेश पुलिस द्वारा दलित पीड़िता के शव को उसके परिवार को न सौंपकर उनकी मर्जी के बिना और उनकी गैर-मौजूदगी में ही कल आधी रात को अन्तिम संस्कार कर देना लोगों में काफी संदेह तथा आक्रोश पैदा करता है। बसपा पुलिस के ऐसे गलत रवैये की कड़े शब्दों में निन्दा करती है।
उन्हाेंने कहा, " अगर माननीय उच्चतम न्यायालय इस संगीन प्रकरण का स्वयं ही संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे तो बेहतर होगा, वरना इस जघन्य मामले में उत्तरप्रदेश सरकार तथा पुलिस के रवैये से ऐसा कतई नहीं लगता है कि गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद भी उसके परिवार को न्याय तथा दोषियों को कड़ी सजा मिल पाएगी।"               


पंजाबः ट्रैक्टर रैलियों का नेतृत्व करेंगे राहुल

राणा ऑबरॉय


चंडीगढ़। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में लागू किए गए कृषि कानूनों का विरोध करने के मद्देनजर 3 से 5 अक्टूबर तक पंजाब में ट्रैक्टर रैलियों का नेतृत्व करेंगे, जिसमें पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह भी शामिल होंगे। पार्टी के सूत्रों ने यह जानकारी दी। पार्टी ने कहा, पंजाब के सभी मंत्री व कांग्रेस विधायक इस रैली में शामिल होंगे। इसमें पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। इस दौरान किसानों की नाराजगी और उनके दर्द के लिए आवाज को बुलंद किया जाएगा, जिनकी आजीविका और भविष्य को केंद्रीय कानूनों ने दांव पर लगा दिया है।


                     

योगी ने 75 जिलों में कार्यों की समीक्षा की

योगी ने प्रदेश के 75 जिलों में कार्यों की समीक्षा की।


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के सभी 75 जिलों में विकासात्मक परियोजनाओं की समीक्षा पूरी कर ली है। पिछले 27 दिनों से चल रहीं बैठकें बुधवार रात को झांसी मंडल की समीक्षा के साथ समाप्त हुईं। मुख्यमंत्री ने महामारी के दौरान वर्चुअल बैठकों के माध्यम से सभी डिवीजन में किए गए कार्यों की समीक्षा की। योगी आदित्यनाथ ने बैठकों में कहा कि उत्तर प्रदेश विकास, प्रगति, वृद्धि और समृद्धि में एक नया अध्याय लिखने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और डिफेंस कॉरिडोर बेरोजगारों और उद्यमियों के लिए नए अवसर लाएगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक डिवीजन में 50 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली 22 मेगा परियोजनाएं हैं। योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को जालौन जिले में वेंटिलेटर बनाने और तकनीशियनों को इस संबंध में प्रशिक्षित करने का निर्देश दिया। उन्होंने जिले में दो एनेस्थेटिस्ट की नियुक्ति करने को भी कहा।
उन्होंने कहा कि 1 अक्टूबर से शुरू होने वाले खनन कार्य में निर्णय लेने और कामकाज के संदर्भ में कुछ पारदर्शिता की आवश्यकता है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “आइए हम सभी इस बात को अच्छी तरह से समझें कि जब तक कोई दवा या वैक्सीन बाजार में नहीं आता है, तब तक हमारे सामने सुरक्षात्मक उपाय ही एकमात्र विकल्प है। प्रभावी निगरानी प्रणाली और संपर्क ट्रेसिंग कोविड से हर स्तर पर व्यापक जागरूकता फैलाने के अलावा कई लोगों की जान बचा सकती है।”
सभी परियोजनाओं के समय-सीमा को ध्यान में रखने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि उपयोग प्रमाणपत्र परियोजना के भौतिक सत्यापन के बाद ही प्रस्तुत किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं को समय पर पूरा करने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए, लेकिन साथ ही काम की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के लिए इस्तेमाल होने वाले धन का उपयोग कहीं और नहीं किया जाना चाहिए, अन्यथा सरकार कठोर कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा, “मनरेगा के तहत काम के अवसर पैदा करें और अधिक से अधिक प्रवासी मजदूरों को इसमें शामिल करें।” मुख्यमंत्री ने हर संभव तरीके से पानी का संरक्षण करने का निर्देश दिया और कहा कि प्राकृतिक जल निकायों, तालाबों और कुओं को पुनर्जीवित करने की तत्काल जरूरत है। उन्होंने कहा कि बारिश खत्म होने के बाद सड़कों की मरम्मत युद्धस्तर पर की जानी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को एमएसएमई इकाइयों को स्थापित करने के लिए उद्यमियों को ऋण देने की सुविधा देने का भी निर्देश दिया और जिलों को संगठित रूप से ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ (ओडीओपी) के तहत उत्पादों का प्रदर्शन, विकास और मार्केटिंग करने के लिए कहा।               


टाटा मोटर्स का यूपी के विकास में योगदान

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री अशोक कटारिया ने कहा है कि टाटा मोटर्स कंपनी का उत्तर प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इस कंपनी द्वारा प्रदेश में अनेक इकाइयां स्थापित की गई हैं, जिनमें बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार उपलब्ध है। श्री कटारिया यहां सुल्तानपुर रोड पर हाईवे स्थित कबीरपुर में टाटा मोटर्स द्वारा अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त नवनिर्मित गुंजन सर्विस सेन्टर का उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह सर्विस स्टेशन उच्च गुणवत्ता का एक बेहतर उदाहरण है। प्रदेश सरकार की औद्योगीकरण नीति से इस उद्यम को प्रोत्साहन मिला है। उन्होंने कहा कि इसमें बीएस-6 वाहनों के लिए प्रदेश की पहली रीजनरेशन-वे की स्थापना की गई है। इस सर्विस स्टेशन की इस क्षेत्र में बड़ी आवश्यकता थी, जिसे टाटा कंपनी ने मूर्तरूप दिया।


परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में औद्योगीकरण को नई गति देने के लिए कटिबद्ध है। इसमें वृहत औद्योगिक इकाईयों का सहयोग अपेक्षित है। राज्य सरकार ने उद्यमियों और निवेशको को हर स्तर पर आवश्यक सहूलियतें और सुविधाएं प्रदान करने की व्यवस्था की है। उन्होंने प्रदेश और देश के विकास में टाटा कंपनी के योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि यह कंपनी विकास के कार्यक्रमों को उद्योगों की स्थापना करके अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि इस अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त इस सर्विस सेंटर के माध्यम से लोग भरपूर लाभ उठा सकेंगे।


संचारी रोग नियंत्रण अभियान का तीसरा चरण

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज ‘विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान’ के तृतीय चरण का शुभारम्भ किया। इस मौके पर उन्होंने विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान से सम्बन्धित जागरूकता वीडियो का लोकार्पण भी किया। यह अभियान 01 अक्टूबर, 2020 से 31 अक्टूबर, 2020 तक संचालित किया जाएगा। इससे पूर्व, मार्च, 2020 एवं माह जुलाई, 2020 में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के क्रमशः प्रथम व द्वितीय चरण संचालित किये गये थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के नेतृत्व में विभिन्न विभागों के समन्वय, डब्ल्यू0एच0ओ0, यूनीसेफ जैसी संस्थाओं के सहयोग एवं जनसहभागिता के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा विगत 03 वर्षाें से संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए अभियान संचालित किया जा रहा है। इन अभियानों से प्रदेश में संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण हुआ है। इस दिशा में राज्य की सफलता देश व दुनिया के लिए एक उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के 38 जनपदों में प्रतिवर्ष संचारी रोगों से बड़ी संख्या में लोग प्रभावित होते थे। पूर्वी उत्तर प्रदेश 40-45 वर्षाें से दिमागी बुखार से प्रभावित होता रहा। गोरखपुर सहित आसपास के जनपदों में वर्ष 1977 से वर्ष 2017 तक प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में लोग दिमागी बुखार से प्रभावित होते थे। वर्ष 2017 में वर्तमान प्रदेश सरकार ने दिमागी बुखार के मरीजों के उपचार के साथ-साथ संक्रमण से बचाव की दिशा में प्रयास प्रारम्भ किया। इसके अन्तर्गत स्वास्थ्य विभाग को नोडल विभाग बनाकर ग्राम्य विकास, पंचायतीराज, कृषि, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, नगर विकास आदि विभागों के अन्तर्विभागीय समन्वय से स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन, शुद्ध पेयजल की उपलब्धता तथा बीमारी के प्रति जन जागरूकता के कार्यक्रम प्रारम्भ किये गये। साथ ही, स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रभावी सर्विलान्स की व्यवस्था भी प्रारम्भ की गयी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2016 एवं वर्ष 2017 में क्रमशः 4,353 एवं 5,417 लोग दिमागी बुखार से प्रभावित हुए थे एवं 715 तथा 748 दिमागी बुखार से पीड़ित मरीजों की मृत्यु हुई थी। इसकी तुलना में वर्ष 2020 में 823 लोग दिमागी बुखार से प्रभावित हुए। इनमें से मात्र 25 की मृत्यु हुई। दिमागी बुखार से ग्रसित होने वालों की संख्या तथा इस रोग की मृत्यु दर में राज्य सरकार के प्रयासों के फलस्वरूप काफी गिरावट आयी है। उन्होंने कहा कि दिमागी बुखार के विरुद्ध सफलता अन्तर्विभागीय समन्वय और टीम वर्क से प्राप्त हुई है। इस उपलब्धि को अन्य क्षेत्रों में भी दोहराया जा सकता है।
कार्यक्रम में अपने स्वागत सम्बोधन में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि माह अक्टूबर, 2020 में संचारी रोग नियंत्रण अभियान का तृतीय चरण संचालित किया जा रहा है। इस समय डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, दिमागी बुखार जैसी कई संक्रामक बीमारियां होती हैं। इस संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान के तहत टीकाकरण से छूटे बच्चों व माताओं को सूचीबद्ध किया जा रहा है। भविष्य में अभियान चलाकर उनका टीकाकरण कराया जाएगा।             


हदः यूपी में बढ़ रही हैं गैंगरेप की वारदाते

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में इन दिनों अपराध का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हाथरस के बाद अब बलरामपुर में 22 साल की छात्रा के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई,इसे लेकर राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने योगी सरकार पर हमला बोला है। मायावती ने कहा,”योगी आदित्यनाथ को मैं बताना चाहती हूं कि आपने एक महिला के पेट से जन्म लिया है,आपको दूसरों की बहन-बेटी को अपनी बहन-बेटी समझना चाहिए,यदि आप उनकी हिफाज़त नहीं कर सकते तो बेहतर यही है कि आपको खुद ही पीछे हट जाना चाहिए।खुद ही इस्तीफा दे देना चाहिए,उन्होंने कहा,मुझे 99 नहीं 100% भरोसा हो गया है कि वर्तमान में यूपी के CM,सरकार चलाने में सक्षम नहीं है,बेहतर यही है कि आप या तो नेतृत्व परिवर्तन करें और यदि आप नहीं कर पा रहे हैं तो यहां पर राष्ट्रपति शासन लगाएं. कम से कम उत्तर प्रदेश की जनता के ऊपर रहम करें,यही मेरी अपील है।
मायावती ने कहा,’हाथरस की घटना के बाद मुझे ऐसा लग रहा था कि शायद यूपी सरकार कुछ हरकत में आएगी,यूपी के मनचले लोग जो बहन-बेटियों का उत्पीड़न कर रहे हैं,उन पर अंकुश लगाएगी,पर ऐसा नहीं हुआ।आज सुबह मैंने बलरामपुर की एक घटना न्यूज़ में देखी जिसने मुझे झकझोर कर रख दिया.उन्होंने कहा, ”अगर वह महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकते तो यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को इस्तीफा दे देना चाहिए। मैं केंद्र सरकार से आग्रह करती हूं कि उन्हें उनके स्थान पर भेजा जाए- गोरखनाथ मठ,यदि वह मंदिर पसंद नहीं करते,तो उन्हें राम मंदिर निर्माण का कार्य दिया जाना चाहिए। बसपा प्रमुख ने कहा, ”उत्तर प्रदेश में वर्तमान भाजपा सरकार में कानून का नहीं बल्कि गुंडों, बदमाशों, माफियाओं, बलात्कारियों एवं अन्य अराजक तत्वों का राज चल रहा है,यहां की कानून व्यवस्था पूरी तरह से दम तोड़ चुकी है,खासकर इस सरकार में यहां की बहन-बेटियां बिलकुल सुरक्षित नहीं है।             


धोनी और उनकी पत्नी में अलग योजना बनाई

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान, महेंद्र सिंह धोनी और उनकी पत्नी साक्षी ने क्रिकेट से परे विभिन्न और अन्य खेलों में रन बनाने की योजना बनाई है। वे एक वेब श्रृंखला के साथ ओटीटी अंतरिक्ष में प्रवेश कर रहे हैं। साक्षी और एमएसडी ने अपने बैनर धोनी एंटरटेनमेंट को 2019 में डॉक्यूमेंट्री 'द रोम ऑफ द लायन' के साथ लॉन्च किया। अब, वह एक वेब श्रृंखला लेकर आ रहा है, जो एक नवोदित लेखक द्वारा लिखित एक अप्रकाशित पुस्तक का रूपांतरण है। साक्षी ने कहा, 'मैंने रचनात्मक कार्रवाई में विचारों और सोच को पेश करने की प्रक्रिया पर अधिक ध्यान दिया है। स्क्रीन पर जीवन के लिए एक अवधारणा को देखने की खुशी मुझे रोमांचित करती है, और हम यह सुनिश्चित करते हैं कि प्रक्रिया गुणवत्ता-उन्मुख है। जब हम 'द रोअर ऑफ द लायन' विकसित कर रहे थे, तो हमने सोचा कि मनोरंजन उद्योग में प्रवेश करने का यह सही समय है। ' उन्होंने कहा, 'नई परियोजना असाधारण रूप से अच्छी तरह से लिखी गई है और लेखक द्वारा बनाई गई दुनिया रोमांचक है जिसे हम आपकी स्क्रीन पर लाने का इंतजार कर रहे हैं, यह जादुई यथार्थवाद है। यह एक पौराणिक विज्ञान-कथा है जो एक रहस्यमय 'अघोरी' की यात्रा के बारे में बताती है। दिलचस्प बात यह है कि धोनी को कंपनी का अल्फा कहा जाता है और साक्षी को कंपनी का अल्फा कहा जाता है। साक्षी ने कहा, 'माही का सेना के प्रति प्यार जगजाहिर है। हमने पदनाम को एक रैंक देने और इसे एक अलग स्पर्श देने के बारे में सोचा। यह सशस्त्र बलों के लिए हमारे सम्मान और प्रशंसा का विस्तार है।               


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...