बुधवार, 23 सितंबर 2020

डेढ़ लाख परिवारों के पास नहीं है शौचालय

दिल्ली में डेढ़ लाख परिवारों के पास शौचालय नहीं  ।


नई दिल्ली। दिल्ली सरकार कासामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण, 2018-2019 जारी हुआ है। सर्वे के अनुसार इस शहर में 20.05 लाख परिवार हैं। 42.6 प्रतिशत परिवार 10 हजार रूपये तक प्रति महीना पर जिंदगी गुजारता है। 47.3 प्रतिशत 10 से 25 हजार रूपये प्रति महीना खर्च करते हैं। सिर्फ 1.6 प्रतिशत ही 50 हजार या उससे अधिक प्रति महीने खर्च करते हैं। उत्तरी और पश्चिमी दिल्ली में कम आय वाले समूह के सबसे अधिक लोग रहते हैं। जबकि मध्यम आय वाले लोग दक्षिण-पश्चिम और दक्षिणी दिल्ली में अधिक रहते हैं। ऊंची आय वाले लोग नई दिल्ली और उत्तरी-पश्चिम दिल्ली में रहते हैं। कुल 21.2 प्रतिशत के पास ही कंप्यूटर है। यानी 15.7 लाख परिवारों के पास कंप्यूटर या लैपटाॅप नहीं है। इसमें भी नई दिल्ली क्षेत्र में 29.6 और उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 14.1 प्रतिशत के पास कंप्यूटर था। इनमें से से लगभग 80 प्रतिशत लोग इंटरनेट से जुड़े हुए हैं।शहर के गिने गये इन परिवारों के 66.6 प्रतिशत के पास अपना घर है। अपने घर के मालिक सबसे अधिक शाहदरा में 76.3 प्रतिशत और उसके बाद मध्य दिल्ली में 72.3 प्रतिशत है। अपने घर का खुद मालिकाना से घर के प्रकार का मसला हल नहीं होता। संभव है कि ये घर गैर पंजीकृत मोहल्ले में हों या स्लम वाले मकान भी हों। यहां सभी तरह की रिहाइश को जोड़ लिया गया है। किराये के मकान में रहने वाले सबसे अधिक नई दिल्ली और दक्षिण पूर्वी दिल्ली में हैं। इस विशाल आबादी का 1.22 लाख परिवार सामुदायिक शौचालय पर निर्भर है। 11, 497 परिवार अभी भी खुले में नित्य काम करने के लिए बाध्य है। सिर्फ 40.7 प्रतिशत परिवारों के पास ही राशन कार्ड है। इसका 85.9 प्रतिशत हिस्सा पीडीएस से राशन हासिल करता है।
दिल्ली के 51.7 प्रतिशत के पास अपनी गाड़ी है। शाहदरा में यह सबसे अधिक है जबकि उत्तरी दिल्ली में सबसे कम 41.5 प्रतिशत है। दोपहिया और चार पहिया दोनों ही गाड़ी रखने वाले लोग कुल 6.6 प्रतिशत हैं। इसमें भी शाहदरा 9.6 और दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में 3.6 प्रतिशत से सबसे ऊपर और नीचे हैं। लेकिन केवल चार पहिया वाहन रखने वाले 4.3 प्रतिशत हैं। जिसमें नई दिल्ली सबसे ऊपर है। 40.3 प्रतिशत के पास दो पहिया वाहन हैं।जिसमें उत्तर पूर्वी दिल्ली और शाहदरा सबसे आगे हैं। दिल्ली में लगभग आधे लोगों के पास किसी तरह का वाहन नहीं है। इसमें भी उत्तरी दिल्ली के 58.4 प्रतिशत परिवारों के पास कोई वाहन नहीं है। 3.3 प्रतिशत परिवारों के पास किसी भी तरह का फोन नहीं है। दिल्ली में 22.2 प्रतिशत लोग एयरकंडिशनर का प्रयोग करते हैं। इसमें दक्षिण-पश्चिम जिले में सर्वाधिक और उत्तर पूर्वी दिल्ली में सबसे कम है। सबसे घनी आबादी शाहदरा और सेंट्रल दिल्ली की है। कुल रिहाइशों के लगभग 71 प्रतिशत को ही टोटी के माध्यम से पानी पहुंचता है। लगभग 6 प्रतिशत लोग पानी सप्लाई व्यवस्था से ही बाहर हैं।ध्यान में रखना  होगा  कि कोविड-19 महामारी का प्रभाव दिल्ली पर खूब पड़ा है। खासकर, अनौपचारिक क्षेत्र रेहड़ी और घरेलू कामों में आई कमी की वजह से 10 हजार से कम आय के लोगों की स्थिति बदतर हुई है। इसी तरह सेवा क्षेत्र में काम के लगभग बंद हो जाने और अब भी उसमें बहुत सुधार न होने से 10 से 25 हजार की आय वाले लोगों की आय में भारी गिरावट आई है। आर्थिक आधार के खराब होने से न सिर्फ मकान वाहन कंप्यूटर और इंटरनेट सेवा आदि की मांग में कमी आई है। इसका असर निश्चय ही उपभोक्ता सामानों पर भी पड़ा है। इस रिपोर्ट को इस नजरिये से पढ़ना जरूरी है।             


4 बड़ें अस्पतालों पर प्रशासन का चाबू

लखनऊ के चार बड़े निजी कोविड अस्पतालों पर प्रशासन का चला चाबुक,मरीजो की हो रही मौतों पर डी एम ने लिया समज्ञान।


लखनऊ। चार बड़े निजी कोविड अस्पतालों पर प्रशासन का चला चाबुक,मरीजो की हो रही मौतों पर डी एम ने लिया संज्ञान लखनऊ। देस में चल रही महामारी कोविड-19 के प्रकोप ने पूरी तरह से अपना प्रभाव डाला है और इस महामारी का असर सामान्य जन जीवन पर पड़ा है। वहीं इसके बचाव को लेकर देश और प्रदेश की सरकारों द्वारा जहां निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। वही कुछ स्वार्थी किस्म के लोग मौके का फायदा उठाते हुये इसके बचाव और इलाज के नाम पर लोगों का शोषण कर मात्र धन उगाही में लिप्त पाये जा रहे हैं ।इसी सम्बन्ध में राजधानी लखनऊ में कोविड मरीजों का इलाज कर रहे कुछ निजी अस्पतालों को लेकर आ रही शिकायतों का संज्ञान लेते हुये जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने लखनऊ के चार प्रमुख अस्पतालों में इलाज के दौरान मरने वाले मरीजों को लेकर नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया है।सूत्रों के मुताबिक इस सम्बंध में जिलाधिकारी द्वारा चंदन अस्पताल चरक मेयो और अपोलो अस्पताल में पिछले कुछ दिनों में 48 कोविड मरीजों की मौत के बारे में जानकारी मांगी है जिसके बारे में यहां कोविड के 48 मरीज रेफर कर भर्ती कराये गये थे। जहां सभी 48 मरीजों की मौत हो गयी थी। सूत्रों ने इसका विवर्म देते हुए बताया कि चरक अस्पताल में 10 संक्रमित भेजे गए सभी की हुई मौत चंदन हॉस्पिटल में 11 कोरोना संक्रमित भेजे गए सभी की हुई मौत अपोलो हॉस्पिटल में 17 संक्रमित भेजे गए सभी की हुई मौत और इसी तरह मेयो हॉस्पिटल में 10 मरीज भेजे गए थे। जहां भी सभी ने तोड़ा था दम।जिलाधिकारी लखनऊ ने इन चारों अस्पतालों से जवाब मांगा था जिसकी अवधि समाप्त होने व मिले जवाबों के आधार पर इन सभी के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करने की बात कही है। इन मृतक रोगियों की मृत्यु के सम्बंध में जिलाधिकारी ने पाया कि प्रथम दृष्टया लापरवाही परिलक्षित होती है। रोगी का कोविड टेस्ट विलम्ब से कराया जाना टेस्ट पाज़िटिव आने के बाद भी समय से मरीज को कोविड उपचार हेतु तत्काल कोविड 19 हास्पिटल रेफर न करना साबित चिकित्सालय में प्रोटोकॉल के अनुरूप चलित ट्राईड एरिया/होल्डिंग एरिया का न होना/मानकों के अनुरूप कार्य न होना भी जांच में पाया गया है। इन सभी तथ्यों को देखते हुए इन सभी अस्पतालों के खिलाफ विधिक कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये हैं।               


'दर्जाप्राप्त' मंत्री को जान से मारने की धमकी

भानु प्रताप उपाध्याय


शामली। हिंदू युवा वाहिनी जिला शामली राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त श्री राजेश्वर सिंह को जान से मारने की धमकी मिलने पर गहरा रोष प्रकट करता है। प्रशासनिक अधिकारियों से आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कठोर से कठोर कार्रवाई व माननीय मंत्री जी को सुरक्षा प्रदान करने की मांग मान्य मुख्यमंत्री से करता है। हिंदू युवा वाहिनी के राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त श्री राजेश्वर सिंह को लखनऊ में असामाजिक तत्व शकील अहमद द्वारा जान से मारने की धमकी देने पर हिंदू युवा वाहिनी जिला शामली के कार्यकर्ताओं में गहरा आक्रोश है। हिंदू युवा वाहिनी जिला शामली के सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता माननीय श्री राजेश्वर सिंह समर्थन में साथ है।
इसलिए बिट्टू कुमार चौधरी रविंदर सिंह कॉलखंडे अरविंद कौशिक सुधीर राणा, अमित गर्ग, अनुज गोयल, प्रदीप निरवाल वरुण वशिष्ठ, अनुराग गोयल, सन्नी गर्ग, पंकज गुप्ता उपेंद्र द्विवेदी, मनोज रोहिल्ला राजेश गुप्ता, महेश गोयल, विनय कौशिक अमरीश शर्मा, मांगेराम नामदेव, अमरपाल सिंह, मान अरविंद बंजारा, सुनील बंजारा, भानु प्रताप उपाध्याय आदि ने माननीय श्री आदित्यनाथ योगी ( मुख्यमंत्री) उत्तर प्रदेश से मांग करता है श्री राजेश्वर सिंह को धमकी देने वाले आरोपियों  के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कठोर से कठोर कार्रवाई करें  श्री राजेश्वर जी को सुरक्षा प्रदान करें।             


अज्ञात महिला का शव मिलने से मचा हड़कंप

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी


अज्ञात महिला का शव मिलने से मचा हड़कंप


हापुड़। थाना बाबूगढ़ क्षेत्र अंतर्गत कुचेसर रोड चौपला के पुल से उतरने के बाद सड़क किनारे एक अज्ञात महिला का शव मिला है। जिसकी उम्र करीब 35 से 40 वर्ष के करीब है जो गुलाबी रंग का सूट सलवार पहने हैं। रंग सांवला कद करीब 5 फीट 2″ है, दोनों हाथों में चूड़ियां पैरों में सफेद धातु की पाजेब कान में पीली धातु की बाली ,एवं पैरों की उंगलियों में बिछिया एवं हाथों व पैरों पर मेहंदी लगी हुई है, शरीर पतला है। आसपास के लोगों से शिनाख्त करने की कोशिश की, लेकिन अभी तक शव की शिनाख्त नहीं हो सकी है। अगर किसी को इस संबंध में कोई जानकारी हो तो कृपया थाना प्रभारी बाबूगढ़ के मोबाइल नंबर 9454 40 3407, 8860 429203 एवं चौकी प्रभारी चौकी कुचेसर चोपला के मोबाइल नंबर 7318154255 पर सूचित करने का कष्ट करें।                 


हॉस्पिटल में कोविड-19 में योद्धा का सम्मान किया

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी


हापुड़। जिला इकाई हापुड़ के तत्वधान में सिटी मेडिकेयर सेंटर (सी.एम.सी. अस्पताल) जाकर कोरोना योद्धा डॉ. आस मोहम्मद को शाल उढ़ाकर सम्मानित किया गया। डॉ साहब ने इस महामारी के समय में भी मरीजों की सेवा उचित ख़र्च पर एवं गरीबों की सामाजिक रूप से भी मदद की थी। इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष मुकेश त्यागी, जिला कोषाध्यक्ष मुकेश प्रजापति, नगरसूचना मंत्री श्याम बर्मा, अमित,ललित चौधरी उपस्थित रहे।               


कहासुनी हुई तो महिला ने लगाई फांसी

मिर्जापुर। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में बुधवार की सुबह महिला ने फांसी लगाकर जान दे दी। मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जिले के मड़िहान थाना क्षेत्र के निकरिका गांव निवासिनी फुलवंती देवी(52) पत्नी स्व. विनय पांडेय मड़िहान तहसील में चतुर्थ श्रेणी की कर्मचारी हैं। बुधवार को फुलवंती देवी मड़िहान तहसील ड्यूटी जाने के लिए निकलने की तैयारी कर रही थीं। उनका मोबाइल फोन नहीं मिल रहा था। जिसे खोजने को लेकर बेटी के साथ कहासुनी हुई।
गुस्से में आकर फुलवंती देवी अपने ही घर के कमरे में अंदर से दरवाजा बंद कर दुपट्टे के सहारे फांसी के फंदे पर झूल गई। घरवालों की चीख-पुकार सुन कर इकट्ठा हुए लोगों की सहायता से दरवाजा तोड़कर फांसी के फंदे से झूल रही फुलवंती देवी को उतारकर राजगढ़ सीएचसी लाया गया। जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।             


यूपी समेत चार राज्यों में की छापेमारी

लखनऊ। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो यानी सीबीआई की टीम बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई की टीम ने गाजियाबाद समेत देश कई शहरों में एक साथ छापेमारी कर रही है। मिली जानकारी के मुताबिक प्रतिबंधित मवेशियों की तस्करी से जुड़े इस मामले में बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स (बीएसएफ) की 36वीं बटालियन के एक पूर्व कमांडेंट समेत चार आरोपियों के खिलाफ खिलाफ सीबीआई ने नामजद मामला दर्ज किया है।             


'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ

'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ  गणेश साहू  कौशाम्बी। मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बुधवार को जिल...