बुधवार, 23 सितंबर 2020

भाई ने किया विरोध तो पीट-पीटकर हत्या की

सुल्तानपुरः विधवा बहन पर छींटाकशी करते थे शोहदे, भाई ने किया विरोध तो पीट-पीटकर की हत्या।


सुल्तानपुर / लखनऊ। सुल्तानपुर के सुल्तानपुर में क्राइम थमने का नाम नहीं ले रहा। यहां धम्मौर थाना क्षेत्र में शोहदों ने एक विधवा के साथ अश्लीलता और छींटाकशी की। भाई ने विरोध किया तो शोहदे घर तक चढ़कर आए और मारपीट किया। इस दौरान बीच बचाव में आए विधवा के भाई की शोहदों ने हत्या कर दी। आरोप है कि शोहदे धारदार हथियार से लैस थे। हालांकि पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।
मामला जिले के धम्मौर थाना अन्तर्गत अमेठा बहेलिया गांव का है। इस गांव की निवासी विधवा मंजू देवी का आरोप है कि गांव के ही जय प्रकाश और अर्जुन उस पर छींटाकशी और अश्लीलता करते थे। विरोध पर गालियां देते और जान से मारने की धमकी देते थे।
घर में घुसकर की मारपीट
सभी बीते सोमवार को लाठी-डंडे और धारदार हथियार से लैस होकर विधवा के घर पर आए और गाली गलौज करने लगे। विधवा ने विरोध किया तो आरोपी अपने साथियों के साथ घर में घुस आए। जहां सभी ने मारापीट शुरू कर दिया। बीच बचाव में विधवा की मां और भाई आ गए तो आरोपियो ने उन्हें भी पीटा।
मंगलवार को इलाज के दौरान हुई मौत।
आरोप है कि विधवा के भाई भरत लाल समेत कई इस मारपीट में घायल हो गए। आनन-फानन में सभी को अस्पताल ले जाया गया। जहां मंगलवार को इलाज के दौरान विधवा के भाई भरत की मौत हो गई। इस मामले मे एसपी ने बताया कि पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियो की तलाश शुरू कर दिया है।                 


पत्रकार की बेटी को जिंदा जलाने का मामला

पत्रकार की बेटी को जिंदा जलाने का मामला, परोल पर आए पिता ने किया अंतिम संस्कार, कठघरे में पुलिस।


सुल्तानपुर। परोल पर बाहर आए पत्रकार ने अपनी बेटी का अंतिम संस्कार किया। इस दौरान उन्होंने सुलतानपुर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। सोमवार को पत्रकार की बेटी को जिंदा जलाने का मामला सामने आया था। इस मामले में तीन आरोपी हिरासत में हैं।
यूपी के सुलतानपुर में पत्रकार की बेटी को जिंदा जलाने का मामला
पिता ने परोल पर जेल से बाहर आकर किया बेटी का अंतिम संस्कार।
पीड़ित पिता ने थाना प्रभारी और चौकी इंचार्ज पर लगाए गंभीर आरोप।
कहा- अब तक पुलिस ने इस मामले में नहीं की कोई भी गिरफ्तारी।
सुलतानपुर।
यूपी के सुलतानपुर जिले में पत्रकार की बेटी को जिंदा जलाने का मामला चर्चा में है। मृतका का मंगलवार को अंतिम संस्कार किया गया। इस बीच जेल में बंद मृतका के पिता ने परोल पर पहुंचकर अंतिम संस्कार में हिस्सा लिया। उन्होंने इस दौरान बल्दीराय थाने के प्रभारी और देहली बाजार चौकी इंचार्ज पर गंभीर आरोप लगाए। फिलहाल पुलिस ने हत्याकांड से जुड़े चार में से तीन आरोपियों को पकड़ने की बात कही है।
मंगलवार की रात हुआ अंतिम संस्कार।
मंगलवार रात बल्दीराय थाना क्षेत्र का टरणसा मजरे ऐंजर गांव छावनी में तब्दील था। भारी संख्या में पुलिस बल लगाकर पत्रकार प्रदीप सिंह की बेटी श्रद्धा सिंह का अंतिम संस्कार कराया गया। यहां लोगों की भारी भीड़ जमा थी। इस बीच परोल पर बेटी के अंतिम संस्कार में पहुंचे प्रदीप को देखकर उनकी पत्नी फूट-फूटकर रोने लगीं। उन्होंने पति से पुलिस की कथित बर्बरता का जिक्र करते हुए कहा कि एसओ कुछ भी करा सकते हैं।
पिता बोले- गिरफ्तारी न होने से बढ़ा आरोपियों का मनोबल
लड़की के पिता पत्रकार प्रदीप सिंह ने मीडिया को बताया, 'पहले जो एफआईआर हुई थी, उसमें आजतक पुलिस ने कोई गिरफ्तारी नहीं की। एसओ बल्दीराय ने धारा बदल दी। आरोपियों की गिरफ्तारी न होने का ये नतीजा है कि आज जो मनोबल बढ़ा है।' प्रदीप ने आरोप लगाया कि पूर्व में जो घटना हुई उसमें चौकी इंचार्ज ने बदलाव कर नई तहरीर ली है। पहली तहरीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। सभी के पास मौजूद है नहीं होगी तो हम उपलब्ध करा देंगे। चौकी इंचार्ज खुर्शीद अहमद पूरी तरह से विरोधियों से मिले हुए हैं। उन्होंने ये भी कहा कि एसओ ने मुकदमा 302 में चार्जशीट किया है, जबकि मुकदमा 304 का है।
मेडिकल के आधार पर पुलिस ने कम की धारा।
दरअसल 2 जून को हुई घटना में स्थानीय पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगा था। बाद में प्रदीप की पत्नी अर्चना की तहरीर पर आईजी रेंज फैजाबाद डॉक्टर संजीव गुप्ता के निर्देश पर जानलेवा हमले समेत आईपीसी की 10 धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। इसमें बेटी के हत्यारोपी भी शामिल हैं। पुलिस अधिकारी के अनुसार मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर बाद में 307 की धारा आरोपियों पर से हटा दी गई थी। जो हत्यारोपियों के लिए संजीवनी का काम कर गई। अन्य धाराओं में लॉकडाउन की ढाल लेकर पुलिस ने उन्हें बाहर घूमता छोड़ दिया।
मामले के तीन आरोपी हिरासत में
फिलहाल सोमवार को बिटिया श्रद्धा को जिंदा जलाने वाले दरिंदों के खिलाफ पुलिस ने मां की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय से दी गई जानकारी के अनुसार नामजद 3 आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जबकि एक आरोपी पिछले एक महीने से हरियाणा में रह रहा है। वैसे पूरे मामले में सुस्त पुलिस अब नया मामला दर्ज होने के बाद एक आरोपी के हरियाणा में होने की बात कर रही है। इस पूरे मामले में पुलिसिया कार्रवाई चौतरफा सवालों के घेरे में है।             


वेब के माध्यम से कांग्रेस की दो बड़ी बैठकें

रायपुर। मोंदी सरकार के किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ आंदोलन की रणनीति पर चर्चा हेतु आज 23 सितंबर बुधवार को शाम 4 बजे प्रदेश काग्रेस कार्यकारिणी, सांसदों, विधयकों, प्रदेश कांग्रेस के विभिन्न विभाग प्रमुखों और मोर्चा-संगठन प्रमुखों की बैठक रखी गई है।

शाम 5 बजे से दूसरी बैठक में प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी के सभी सदस्यों, जिलों के प्रभारी पदाधिकारियो और सभी जिला कांग्रेस अध्यक्ष शामिल होंगे। दोनों ही बैठकों में छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मोहन मरकाम उपस्थित रहेंगे। दोनों ही बैठकें वेब द्वारा होगी।               


सेक्टर-21 में बनायेंगे फिल्म सिटीः योगी

लखनऊ। उतर प्रदेश में फिल्म सिटी के लिए यमुना अथारिटी का प्रस्ताव सबसे अच्छा रहा अब यमुना अथारिटी ही सेक्टर 21 मे बनाएगी फिल्म सिटी।

फ़िल्म जगत की हस्तियों ने किया स्वागत, किसने क्या कहा.

अनुपम खेर,अभिनेता आज का मौका उत्सव का है। योगी जी की क्षमता पर सभी को भरोसा है। यूपी की फ़िल्म सिटी यूपी में तो होगी लेकिन पूरी दुनिया इसे अपना मानेगी। यह ताजमहल की तरह ही दुनिया भर को आकर्षित करने वाली हो। इसकी स्थापना की पहली बैठक में आमंत्रित कर योगी जी ने हमें इतिहास में दर्ज कर दिया। योगी जी के इस सपने को साकार करने में अगर मैं भी भागीदार हो सका तो यह मेरा सौभाग्य होगा।

परेश रावल, चेयरमैन नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा:बहुत स्वागतयोग्य कदम है। योगी जी यह स्वप्न पूरा भी करेंगे, मुझे विश्वास है। फ़िल्म पटकथा लेखन को लेकर योगी जी कोई प्रयास करें तो बहुत सहायता मिलेगी। यह रीजनल सिनेमा को भी पुनर्जीवन देने वाला आयाम सिद्ध होगा।

राजू श्रीवास्तव, अध्यक्ष उत्तर प्रदेश फ़िल्म विकास निगम मुझे हर्ष है ।कि योगी जी ने फ़िल्म जगत को नया विकल्प देने की दिशा में कोशिश की है। यह छोटे-छोटे शहरों की अद्भुत प्रतिभाओं के हौसलों, सपनों को पंख देने वाला होगा। मैं हर समय, पूरी क्षमता के साथ सेवा के लिए प्रस्तुत रहूंगा। योगी जी को आभार, अभिनन्दन।

मनोज जोशी, अभिनेता अद्भुत और अनुपम प्रयास है। पंजाबी, बंगाली, हिंदी, सहित 12 भारतीय भाषाओं के फिल्मोद्योग का महाद्वार होगी यह फ़िल्म सिटी। इसे इको-फ्रेंडली बनाने की कोशिश हो। आज ओटीटी प्लेटफार्म पर हिंदी पट्टी की कहानियां छायी हुई हैं। आज 70 फीसदी टेक्नीशियन उत्तर प्रदेश के हैं। रंग कर्म में यूपी अत्यंत समृद्ध है। इन सभी को ‘आत्मनिर्भर’ बनाने में यह नवीन फ़िल्म सिटी अत्यंत उपयोगी हो सकती है। यह प्रदेश के औद्योगिक, पर्यटन विकास को नई दिशा प्रदान करने वाली होगी।

अनूप जलोटा, गायक:

बहुत अभिनन्दनीय प्रयास है। इसके लिए पूरी दुनिया के फ़िल्म सिटीज का अध्ययन किया जाना चाहिए। उनकी खूबियों, कमियों को समझना चाहिए। आवश्यकताओं के लिहाज से सुविधाएं दी जाएं। यह दुनिया के लिए महत्वपूर्ण प्रयास है। मेरी शुभकामनाएं।

कैलाश खेर, गायक: आज जब योगी स्वयं नेतृत्व कर रहे हैं, तो कोई भी कार्य असाध्य नहीं है।दुनिया में फ़िल्म सिटी के नाम पर लाखों किले खड़े हैं, लोगों ने 70 साल में क्या हाल कर दिया कि घिन आती है, शर्म आती है। उत्तर प्रदेश देवताओं की पुण्य भूमि है। दुनिया को राह दिखाने वाली है।योगी जी की यह दुनिया भारतीय संस्कृति को पोषित करने वाली हो। कला साधकों को सम्मान मिले। ऐसा जरूर होगा, यह मेरा विश्वास है। बाकी योगी जी आदेश करें, हम धावक हैं दौड़ पड़ेंगे।

सतीश कौशिक, निर्माता निर्देशक: यूपी शूटिंग फ्रेंडली जगह रही है। मैंने बहुत काम किया है यहां। आज का दिन पूरी दुनिया के कला क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक है। योगी जी फ़िल्म जगत को एक नवीन विकल्प दे रहे हैं। आज जो प्रेजेंटेशन दिखाया गया, वह हमें एक बेहतर भविष्य की छवि दिखा गया। आपने हम कलाकारों को एक नया आधार दिया है। यूपी की संस्कृति ने भारतीय फिल्मों को शुरू से ही प्रभावित किया है, अब यहां की फ़िल्म सिटी पूरी दुनिया को प्रभावित करेगी। मेरी बहुत शुभकामनाएं, योगी जी को बहुत धन्यवाद।

उदित नारायण, पार्श्व गायक:योगी जी ने बहुत कम समय में बहुत खूबसूरत काम किया है। ऐसे में फ़िल्म सिटी की घोषणा से हम सभी का उत्साहित होना लाजिमी है। मैं 40 साल फ़िल्म जगत का हिस्सा रहा हूँ। योगी जी के इस बड़े सपने को साकार करने में अगर मैं भी कुछ योगदान कर सका तो जीवन को धन्य समझूंगा।

मनोज मुन्तशिर, गीतकार:योगी जी ने करोड़ों प्रतिभाओं को पंख दे दिए। 75 साल से हिंदी पट्टी इसका इंतजार कर रही थी। यूपी की भाषा तो दुनिया में फैल गई, लेकिन यूपी की कहानियां नहीं सुनाई गईं। योगी जी से अनुरोध है कि एक फ़िल्म इंस्टिट्यूट और म्यूजिक इंस्टिट्यूट की स्थापना की दिशा में भी विचार करें। आल्हा ऊदल, महामना मालवीय जैसे महामानवों से नई पीढ़ी को परिचित कराने की कोशिश हो।मुझे आज यूपी वाला होने पर बहुत गर्व है।

ओम राउत, फ़िल्म निर्माता:बहुत शानदार विजन है। हम इस फ़िल्म सिटी में आर्टिस्ट, टेक्नीशियन आदि की ट्रेनिंग की व्यवस्था भी कर सकें, तो बेहतर होगा। यूपी में अब भी फिल्मों का प्रसार बहुत कम है। Nथियेटर कम हैं। यहां विकास की बहुत संभावना है। यूपी की यह फ़िल्म सिटी नई प्रतिभाओं को मंच देने वाली होगी।           

पिस्टल नोक पर नाबालिक से रेप, आत्महत्या

नरेश राघानी


धौलपुर। राजस्थान के धौलपुर जिले के एक गांव में 14 वर्षीय नाबालिग से पिस्टल की नोक पर रेप के मामले में दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। नाबालिग ने सदमे में आकर सोमवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। दुष्कर्म की ये वारदात पूरे प्रदेश में सुर्खियों में रही थी। वारदात के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी कांग्रेस सरकार पर कानून व्यवस्था बिगड़ने पर कड़ा प्रहार किया है। तो वहीं राजस्थान बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष धौलपुर पुलिस से प्रसंज्ञान लिया और मामले की रिपोर्ट मांगी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर मंगलवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों आरोपियों को पीसी रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस ने मामले की रिपोर्ट बाल कल्याण समिति को भी भेजी है।


बता दें, बसेड़ी थाना इलाके के एक गांव में रविवार-सोमवार की देर रात करीब 12-1 बजे के बीच में आरोपी 22 वर्षीय बंटी और 19 वर्षीय हरिकेश एक युवती के कमरे में घुस गए। दोनों आरोपियों ने नाबालिग को जगाकर अवैध पिस्टल की नोक पर बारी-बारी से दुष्कर्म किया। कमरे से चीखने-चिल्लाने की आवाज आने लगी। इस दौरान परिवार के अन्य सदस्य भी आवाज सुनकर जाग गए। जब उन्होंने कमरे का दरवाजा खोला तो दोनों आरोपी हथियार सहित निकलते हुए दिखाई दिए। दोनों आरोपी परिजनों को देख भागने लगे। इस दौरान परिजनों ने दौड़कर बंटी को दबोच लिया। वहीं, दूसरा आरोपी हरिकेश अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। परिजनों को नाबालिग कमरे में काफी नाजुक स्थिति में मिली थी। नाबालिग ने परिजनों को बताया कि दोनों आरोपियों ने उसके साथ हैवानियत को अंजाम दिया है।


परिजनों ने एक आरोपी बंटी को पकड़कर हाथ-पैर बांधकर जमकर मारपीट कर दी और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। परिजनों ने आरोपी बंटी के दोनों पैर बांधकर उल्टा लटका कर पेड़ से बांध दिया। उसके बाद आरोपी के साथ परिजनों और ग्रामीणों ने जमकर मारपीट की। वारदात के बाद 14 वर्षीय नाबालिग ने सदमे में आकर पंखे से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।


वारदात से पूरे जिले में सनसनी फैल गई. हालांकि, एक आरोपी को परिजनों ने पकड़कर पुलिस को सुपुर्द किया था। पुलिस उप अधीक्षक प्रवेंद्र ने बताया कि सोमवार को ही दोनों आरोपियों के खिलाफ 376 डी, 306 आईपीसी और 3,4 पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज किया था। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है। उधर जिले की वारदात पूरे प्रदेश में सुर्खियों में हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार पर तीखे प्रहार किए हैं। उन्होंने ट्विटर के माध्यम से कहा कि प्रदेश में गैंगरेप, दुष्कर्म, बलात्कार, आत्महत्या, बजरी माफियाओं के दुस्साहस, लूट, मिलावट, सट्टा, झांसा, नकबजनी, चोरी जैसी घटनाएं आम हो गई हैं। अशोक गहलोत के नेतृत्व में अपराधियों ने कोरोना आपदा को अवसर मान लिया है। तो वहीं, राजस्थान बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ने धौलपुर पुलिस से मामले की रिपोर्ट मांगी थी, जो पुलिस ने भेज दी।


चुनाव आयोग ने जारी की गाइडलाइन

यूपी पंचायत चुनाव:चुनाव आयोग ने बीएलओ के लिए जारी की ये गाइडलाइन।


लखनऊ। यूपी में होने वाले त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के लिए पहली अक्तूबर से वोटर लिस्ट पुनरीक्षण शुरू होगा। अगर आपके घर पर बूथ लेबल आफिसर (बीएलओ) नहीं आता है तो आप उसे फोन कर घर पर बुला सकते हैं। राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट http//sec.up.nic.in पर पंचायतवार हर वार्ड के लिए तय बीएलओ का नाम व उसका मोबाइल नम्बर उपलब्ध रहेगा।
अपर निर्वाचन आयुक्त वेद प्रकाश वर्मा ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट http//sec.up.nic.in पर जाकर ‘सर्च बीएलओ’ पेज पर जाकर आप अपनी पंचायत के अपने वार्ड के बीएलओ का नाम व फोन नम्बर पता कर सकते हैं। अगर बीएलओ ठीक से काम नहीं कर रहा है या उससे आपको कोई शिकायत है तो आप प्रशासन से उसकी शिकायत भी कर सकते हैं। आयोग के नम्बर– 0522-2630130, फैक्स नम्बर–0522- 2630115 , 2630134 और ई-मेल आईडी पर भी–secup@secup.in, secup@up.nic.in पर भी सम्पर्क किया जा सकता है।
चुनाव आयोग की तरफ से बीएलओ व अन्य कार्मिकों के लिए गाइड लाइन।
-वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के काम में लगे बीएलओ व अन्य कार्मिकों को अपने मोबाईल फोन पर आरोग्य सेतु डाउनलोड रखना होगा।
-कोई कार्मिक जब फील्ड में जाए तो उसे फेस मास्क लगाए रखना होगा।
-किसी भी घर के एक या दो सदस्यों से ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दो गज की दूरी से ही बात की जाएगी।
-अनावश्यक भीड़ इकट्ठा करके एक साथ कई परिवारों का विवरण दर्ज नहीं किया जाएगा।
-हैण्ड सैनिटाइजर की शीशी साथ रखनी होगी। किसी भी दस्तावेज को देखने या उस पर हस्ताक्षर कराने के बाद हाथों का सैनिटाइज किया जाएगा।
वोटरों का ब्यौरा देने के लिए घर के मुखिया को सलाह
-बीएलओ जब आपके घर आए तो दो गज का फासला बनाकर चेहरे पर फेस मास्क लगाकर उसके प्रश्नों का उत्तर दें।
-प्रयास यही हो कि घर का मुखिया अपने पूरे परिवार के सभी सदस्यों के नाम, पिता का नाम, लिंग व आयु का विवरण दे।
– पिछले पांच वर्ष में अगर आपके परिवार में माता-पिता या किसी अन्य सदस्य का देहांत हुआ तो उसका भी विवरण भी बीएलओ को दें।
-बीएलओ के मांगने पर उसे निवास का प्रमाण-पत्र, आधार कार्ड, राशन कार्ड आदि उपलब्ध करवाएं।
-जब बीएलओ आपके घर आए तो आसपास के पड़ोसियों की भीड़ एकत्रित न होने दें।               


बच्चों को रैशेज, घर पर ऐसे बनाए रैशेज क्रीम

डायपर से हो रहे बच्चे को रैशेज तो घर पर ऐसे बनाएं रैशेज क्रीम


जब आप पहली बार मां बनती हैं। तो आप अपने नवजात का ख्याल 24 घंटे रखती हैं। आजकल के दौर में कामकाजी माताओं के पास समय की कमी होने की वजह से वह अपने शिशु को हमेशा डायपर पहनाकर रखती हैं। ताकि वह गीलेपन की समस्या से छुटकारा पा सकें। लेकिन डायपर को लंबे वक्त तक पहने रहने की वजह से शिशु को डायपर रैश की समस्या से दोचार होना पड़ता है। यह रैश त्वचा में स्थित नमी और बैक्टीरिया के कारण पैदा होते हैं। रैशज की वजह से बच्चे को रेडनेस, जलन और दर्द झेलना पड़ता है।
कई बार शिशु की नाजुक त्वचा की वजह से माताएं किसी क्रीम या मेडिकल ट्रीटमेंट का इस्तेमाल करने से बचती हैं। ऐसे में हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ प्रभावी होममेड डायपर रैशेज क्रीम बनाने की विधियां, जो आपके शिशु को रैशेज की समस्या से छुटकारा दिलाने में सुरक्षित और कामगार हैं।
जिंक ऑक्साइड के साथ रैश क्रीम: जिंक ऑक्साइड के साथ रैश क्रीम आपके बच्चे को रैश की जलन और सूजन से राहत दिलाने में प्रभावी है क्योंकि इसमें कसैला, सुखदायक और रक्षात्मक गुण होते हैं। यह एक अकार्बनिक रसायनिक यौगिक है जिसका इस्तेमाल अक्सर दवाओं में घटक के रूप में किया जाता है।
सामग्री।नॉन-नैनोपार्टिकल जिंक ऑक्साइड के 3 बड़े चम्मच।
1 बड़ा चम्मच वर्जिन कोकोनट ऑयल।
द कप कच्चा आर्गेनिक शीया बटर।
कैमोमाइल एसेंशियल ऑयल की 2-3 बूंदें।
लैवेंडर एसेंशियल ऑयल की 2-3 बूंदें।
बनाने की विधि: एक कांच के बाउल में सभी सामग्रियोंं को डाल लें। इन सभी को अच्छे से मिला लें। जब यह मिश्रण क्रीम की तरह बन जाए तो इसे किसी कंटेनर में स्टोर कर लें और बच्चे के रैशेज वाली जगह पर इसे लगाएं। यदि आपके बच्चे को बैक्टीरियल इंफेक्शन हो गया है।तो आप कैमोमाइल या लैवेंडर की जगह टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल करें। हालांकि, यदि आपका बच्चा 3 महीने से कम उम्र का है तो आप किसी भी तरह के एसेंशियल ऑयल को उपयोग करने से बचें।
मोम के साथ रैश क्रीम: यह एक गाढ़ी क्रीम है और इसे रैश स्टिक के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। यह उपयोग करने के लिए बहुत सुविधाजनक है और यह कम गंदा भी होता है।             


'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ

'सैनिक बंधू' की बैठक आयोजित की: सीडीओ  गणेश साहू  कौशाम्बी। मुख्य विकास अधिकारी अजीत कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में बुधवार को जिल...