मंगलवार, 22 सितंबर 2020

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण




यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)












 सितंबर 23, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-40 (साल-02)
2. बुधवार, सितंबर 23, 2020
3. शक-1943, अश्विन, शुक्ल-पक्ष, तिथि-षष्ठी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 60:00, सूर्यास्त 06:30।


5. न्‍यूनतम तापमान 28+ डी.सै.,अधिकतम-37+ डी.सै.। आद्रता बनी रहेंगी।


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सोमवार, 21 सितंबर 2020

सरकारः विरोध में विपक्ष ने भरी हुंकार

योगी सरकार की नाकामी गिनाने सपा कार्यकर्ताओं ने कचहरी पर दिया धरना
लखनऊ। उप ज़िलाधिकारी सदर को महामहिम राज्यपाल को सम्बोधित ११ सूत्रिय मांग का ज्ञापन सौंपा गया। जुलूस लेकर धरना स्थल कूच करने वाले जॉन्टी यादव को चौफटका से किया गिरफ्तार। युवा नेता मक़सूद अहमद के मोटर साईकिल जुलूस निकालने पर पुलिस ने रोक कर पैदल भेजा गया। रिचा सिंह पुलिस को चकमा देकर पहुँची धरना स्थल। समाजवादी पार्टी अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश सचिव मो०शारिक़ दर्जनो कार्यकर्ताओं के साथ बैनर प्लेबोर्ड ले कर लछमी टाकीज़ से पैदल मार्च करते हुए पहोँचे धरना स्थल। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आहृवान पर ज़िला मुख्यालय सहित सभी तहसीलों पर एक दिवसीय धरना देने के पूर्व घोषित कार्यक्रम को लेकर कई दिनों से तय्यारी चल रही थी। महानगर अध्यक्ष सै०इफ्तेखार हुसैन के नेत्रित्व में प्रातः दस बजे से ही कचहरी स्थित टेम्पो स्टैण्ड पर सपाईयों का जमावड़ा लगना शुरु हो गया था। भारी पुलिस बल की मौजूदगी के बावजूद लोगों का जुलूस लेकर धरना स्थल पर पहोँचने का क्रम चलता रहा। पूर्व विधायक हाजी परवेज़ अहमद,सांसद प्रत्याशी रहे राजेन्द्र पटेल,पूर्व सांसद धर्मराज पटेल,के के श्रीवास्तव,कमल सिंह यादव,विनोद चन्द्र द्वबे,रिचा सिंह  समेत सभी वरिष्ठ नेता गण धरने में शामिल हुए। महानगर के नवनियुक्त महासचिव रविन्द्र यादव की अगुवाई में बड़ी संख्या में अधिवक्ता भी एक दिवसीय धरने में शामिल हुए।दो घंटे तक चले धरना स्थल पर पहोँचे उपज़िलाधिकारी व  आलाधिकारीयों की मौजूदगी में महानगर अध्यक्ष सै०इफ्तेखार हुसैन ने महामहिम राज्यपाल को सम्बोधित ११ सूत्रिय मांग सूना कर सौंपा। सपा की मांग थी के अतिवृष्टि,ओलावृष्टि,बाढ़ से नष्ट फसलों के लिए किसानों की क्षतिपूर्ति का तत्काल प्रबन्ध हो,गन्ना किसानों का बकाया और नियमानूसार देय ब्याज का भुगतान शीघ्रातिशीघ्र किया जाय,बिजली की दरों में बेतहाशा वृद्धि रोकी जाय,बुनकरों को फ्लैट  रेट पर बिजली दी जाए। कोरोना संकट काल में बकाया बिल वसूली को रोका जाए। फर्ज़ी एनकाउन्टर बंद.हो,हिरासत में मौतों की न्यायिक जाँच हो,छात्रों की पाँच महीने लॉकडाउन अवधि की फीस माफ की जाए,बड़े स्कूलों में पात्र ग़रीब छात्रों को प्रवेश दिलाया जाए। बी एड व अन्य पाठ्यक्रमों मे दलित छात्रों को निशुल्क प्रवेश की पुरानी व्यवस्था बहाल हो,अपराधों की रोक थाम हो,खास कर महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं पर पुलिस प्रशासन को प्रभावी एवं सख्त कार्यवाही के आदेश दिए जाएँ। अपराधियों की ज़मानत न हो,इसके लिए अभियोजन पक्ष की तस्दीक़ की जाए।सरकारी सेवाओं में वर्ग 'ख' और 'ग' के कर्मचारियों की संविदा पर भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगे।समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का फर्ज़ी केस लगा कर उत्पीड़न तत्काल बन्द हो।जेल में बन्द पूर्वमंत्री एवं सांसद मोहम्मद आज़म खान और उनके परिवार को बदले की भावना से किया जा रहा उत्पीड़न बन्द हो।जब तक राज्य सरकार बेरोज़गारों युवाओं को रोज़गार की व्यवस्था सुनिश्चित न करे तब तक उनकी आजीविका के लिए बेरोज़गारी भत्ता दिया जाए।वहीं क्षेत्रिय समस्याओं से सम्बन्धित कुछ बिन्दूओं पर भी ध्यान आकरषित किया गया।जैसे छः महीने से कोविड 19 महामारी के प्रभाव से अदालतें सुचारु रुप से संचालित नहीं हो पा रही हैं जिस्से अधिवक्तागण आर्थिक संकट से गुज़र रहे हैं ऐसे में प्रदेश सरकार से मांग की गई के अधिवक्ता संघ को आर्थिक पैकेज भेज कर अधिवक्ताओं को बीस बीस हज़ार  की सहायता कराई जाए।कोरोना से प्रभावित अधिवक्ताओं का सुचारु रुप से इलाज हो ।कोरोना काल में आर्थिक मंदी झेल रहे लोगों के तीन माह के बिजली और ग्रहृकर को माफ किया जाए।बिजली के वर्तमान बिलों पर सरचार्ज को समाप्त किया जाए।रोड पटरी पर कारोबार करने वाले,रेहड़ी लगाने वाले ग़रीब व्यवसाईयों को बीस हज़ार रुपये प्रतिमाह की आर्थित मदद की जाए। कोरोना का भय दिखाकर मास्क के नाम पर वाहनों के चालान करने पर और पुलिस की धन उगाही पर तत्काल प्रभावी ढ़ंग से रोक लगाई जाए।बेरोज़गारों को रोज़गारी भत्ता दिया जाए।कोरोना काल मे शिक्षण शुल्क माफ किया जाए। ज्ञापन सौंपने और धरना प्रदर्शन मे प्रमुख रुप से डॉ०मान सिंह यादव,रविन्द्र यादव रवि,सन्दीप यादव,महबूब उसमानी,आर एन यादव,रेखा उपाध्याय,निर्मला यादव,इन्दू यादव,मंजू यादव,नेहा यादव,निशा शुक्ला,मो०शारिक़,विक्रम पटेल,मुशीर अहमद,शाहिद प्रधान,सै०मो०अस्करी,वज़ीर खान,अब्बास नक़वी,देव बोस,मो०ज़ैद,आक़िब जावेद खान,त्रिलोकी यादव,मो०अज़हर, अब्दुल समद,सैफ फरीदी,वीरु पासी,राकेश वर्मा,डॉ०अच्छे यादव,अभिमन्यू पटेल,देव बोस,जी एस यादव,नौशाद सिद्दीक़ी,रमाकान्त पटेल,लछमण सिंह यादव,रुपनाथ यादव,जिज्ञान्शू यादव,डॉ०सरताज आलम,काशान सिद्दीक़ी,सै०मो०हामिद,तारीक़ खान,कल्लू यादव,रामा यादव,पप्पू पासी,रमीज़ अहसन,अब्दुल्ला तेहामी,रुपनाथ यादव,संतोष यादव,नदीम अली,अभिषेक रंजन,मोईज़ अख्तर,लालू यादव,अनिल यादव,नीरज वर्मा,चन्द्रजीत कुशवाहा,विशाल निषाद,सुधीर निषाद,नयूम बाबा,सुभाष चन्द्र केसरवानी,देशराज पटेल,ओम प्रकाश यादव,जय भारत यादव,मंजीत कुमार,अमित यादव आदि प्रमुख रुप से शामिल रहे।


2-4 नहीं, 200 लड़कियों से संबंधः कश्यप

2-4 नहीं, 200 लड़कियों से संबंध है। मेरे अनुराग कश्यप।


मुंबई। माही, ऋचा, हुमा 200 से भी ज्यादा लड़कियों से मेरे संबंध रहे हैं।पायल का दावा एक समय था। जब मोदी समर्थकों पर Metoo का बैनर लेकर हमले किये जा रहे थे।लेकिन अब पासे पलटते नज़र आ रहे हैं। मोदी समर्थकों पर होते यौन शोषण के आरोपों पर मोदी विरोधी उन्हें जेल भेजने का शोर मचा रहे थे। परन्तु अब पलट वार होने पर वही लोग छुपे फिर रहे हैं। इस चकाचौंध वाली दुनियां अंदर से कितनी भयानक है।कई वर्षों बाद अब उजागर हो रहा है। क्योकि यौन शोषण आज कोई नई या हैरान करने वाला समाचार नहीं हैं। जिसका उल्लेख पिछले ब्लॉगों में करता भी रहा हूँ। फिल्मकार अनुराग कश्यप पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली अभिनेत्री पायल घोष ने मीडिया के साथ आपबीती साझा की है। उन्होंने कहा है।कि अनुराग ने उन्हें आपत्तिजनक वीड‍ियो दिखाए थे। साथ ही दावा किया है।कि अनुराग के 200 से ज्यादा लड़कियों से संबंध थे। और अब यह संख्या 500 से ज्यादा हो सकती है।पायल ने न्यूज नेशन को दिए इंटरव्यू में कहा कि यह वाकया साल 2014-15 के बाद का है। उस वक़्त अनुराग कश्यप बॉम्बे वैलवेट की शूटिंग कर रहे थे। उन्होंने कहा। अनुराग ने मुझे बताया था कि 200 से अधिक लड़कियों के साथ उनका अच्छा सम्बन्ध रहा है। अनुराग ने मुझे कहा था कि 200 से अधिक लड़कियों के साथ उन्होंने अच्छा टाइम बिताया है।बकौल पायल अब उनके संबंध 500 के करीब लड़कियों के साथ हो सकते हैं।
पायल ने इंटरव्यू में कहा मैं पहली बार उनके ऑफिस में अपने मैनेजर के साथ मिलने गई थी। इसके बाद एक दिन उन्होंने मुझे अपने घर बुलाया। उन्होंने मुझे खाना परोसकर खिलाया और पूछा कि तुम क्या बनना चाहती हो। एक्ट्रेस या स्टार। उनकी बातें सुनकर किसी भी लड़की को ऐसा लगता कि उसे किसी का सपोर्ट मिल गया है।पायल ने आगे कहा इसके बाद अनुराग ने मुझे अगले दिन फिर बुलाया और अपने कम्प्यूटर रूम दिखाया। फिर एक अलग कमरे में ले गए। जहाँ वीडियो कैसेट्स वगैरह दिखाए। इसके बाद उन्होंने कुछ आपत्तिजनक फिल्म चला दी।जिससे मैं असहज महसूस करने लगी। इसके बाद अनुराग ने कुछ उन एक्ट्रेस के नाम बताए। जिन्हें उन्होंने लॉन्च किया था। अनुराग ने मुझसे कहा कि ये सभी मेरे साथ अच्छे से और कूल रहती हैं। इस दौरान उन्होंने माही गिल, ऋचा चड्ढा और हुमा कुरैशी के नाम लिए। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि उनके साथ 200 से भी ज्यादा लड़कियों के संबंध रहे हैं। ये बात वे बहुत गर्व के साथ बोल रहे थे।पायल ने आगे कहा।वे मुझे भी मनाने की कोशिश कर रहे थे। तो मैंने उससे विनती की कि सर मैं आपसे बाद में मिलती हूँ। आज मुझे जाना पड़ेगा। उसके बाद फिर धीरे-धीरे मैंने उनसे बात करना बंद कर दिया। मैं उन्हें ट्विटर पर फॉलो करती थी।फिर वो भी छोड़ दिया।पायल घोष का कहना है। कि अब उन्हें अपनी जान का डर सता रहा है। उन्होंने कहा।मुझे डर है इन लोगों से। ये लोग मुझे किसी भी तरह नुकसान पहुँचा सकते हैं। इसीलिए मैं सुरक्षा की माँग करूँगी।
पायल ने कहा है। कि वो अपनी सुरक्षा के लिए चिंतित हैं और जब उन्होंने अनुराग कश्यप के खिलाफ MeToo के साथ ट्वीट किया तो उनके परिवार वालों ने उन्हें शांत रहने के लिए कहा। पायल कहती हैं।जो भी लोग दिखावा कर रहे हैं कि वो महिलाओं का बेहद सम्मान करते हैं। और उनकी इज्जत की परवाह करते है।ये ही वो लोग हैं।जो वास्तव में औरतों के साथ बुरा व्यवहार करते हैं। बॉलीवुड में लॉबी चलती है।और कोई मेरी मदद के लिए आगे नहीं आया। मेरी कुछ दोस्तों और परिवारजनों के अलावा किसी ने मुझे कॉल नहीं किया।लेकिन मैं किसी से कुछ उम्मीद नहीं करती। पायल के आरोपों के बाद महिला आयोग ने इस मामले का संज्ञान लिया है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कल रात मैंने पायल घोष का ट्वीट देखा। उन्होंने अनुराग कश्यप पर 2015 में यौन शोषण करने का आरोप लगाया। उनके जवाब में मैंने कहा कि वो मुझे पहले शिकायत भेजें फिर हम इस मामले को देखेंगे।                 


अदित्य ठाकरे को बचाने में लगे हैं उद्धव

धृतराष्ट्र बनकर आदित्य ठाकरे को बचाने में लगे हैं ।उद्धव ठाकरे।


मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में सबसे ज्यादा मुखर अभिनेत्री कंगना रनौत ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर बड़ा हमला किया है। मुंबई स्थित दफ्तर तोड़े जाने से पहले कंगना सिर्फ मुंबई पुलिस और सरकार को निशाना बनाती थी। लेकिन अब वह सीधा शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर वार करने लगी है। कंगना ने अब उद्धव ठाकरे की दुखती रग को छेड़ दिया है। कंगना रनौत ने इस लड़ाई में काफी आक्रामक रूप से उद्धव ठाकरे के बेटे को भी लपेट लिया है। कंगना ने कहा है।कि सुशांत सिंह राजपूत के हत्यारों, मूवी माफियाओं और उसके ड्रग रैकेट का पर्दाफाश किया है। और इन लोगों के साथ सीएम के बेटे आदित्य ठाकरे पार्टी करते हैं। अपने ट्वीट में कंगना ने लिखा, ‘महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की असल समस्या यह है कि मैंने मूवी माफिया, सुशांत सिंह राजपूत के हत्यारों और ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया है।जिनके साथ सीएम के प्यारे बेटे आदित्य ठाकरे पार्टी करते हैं। यही मेरा सबसे बड़ा अपराध है। इसलिए वे मुझे फिक्स करना चाहते हैं। देखते हैं ।कौन किसको फिक्स करता है।इतना ही नहीं कंगना ने राज्य की गठबंधन सरकार पर जोरदार निशाना साधते हुए कहा कि सत्ता में कुछ भी स्थायी नहीं है। एक अन्य ट्वीट में कंगना ने लिखा कि क्या आपको लगता है। कि आप इस तरह से तानाशाही कर सकते हैं। यह आपके और आपकी पूरी सोनिया सेना के सत्ता से बाहर होने का समय भी हो। सकता है। नहीं क्या यह राजनीति में आम नहीं है। सत्ता गतिशील है और हर वक्त बदलती है। क्या आपको लगता है कि यह आपके पास स्थायी रूप से रहने वाली है ।               


कोरोनाः ग्राम पंचायतों से अवैध उगाही

कोविड 19 के नाम पर अधिकारी का फरमान , ग्राम पंचायतों से अवैध उगाही। परमानंद जांगड़े।


अश्वनी उपाध्याय


रांची। कोविड 19 के नाम पर अधिकारी का फरमान , ग्राम पंचायतों से अवैध उगाही। राज्य सरकार के सख्त निर्देश के उपरांत अधिकारी शासकीय राशि की फिजूल खर्च करने से बाज नही आ रहे है। एक ओर प्रदेश सहित पूरा देश कोविड 19 के महामारी से जूझ रही है। जहाँ अधिकारी कोविड के आड़ में अपना तिजौरी भरने में आमादा है। कोविड 19 के प्रचार प्रसार में गंभीर आर्थिक वित्तीय अनिमितता की शिकायत क्षेत्र की जागरूक पूर्व जिला पंचायत सदस्य परमानंद जांगड़े तक पहुची। जिस पर संज्ञान लेते हुए उक्त मामला को राज्य के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टीएस सिंह देव जी सहित प्रदेश के आला अधिकारियों को उक्त फर्जीवाड़ा को लेकर शिकायत प्रेषित किया गया तथा संज्ञान में लेते हुए उक्त मामले पर आवश्यक जांच कार्यवाही कराते हुए भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही करने का आग्रह किया है। ताजा मामला अभी प्रकास में आया है जिसमे गॉव की मूलभूत नागरिक सुविधा के लिए शासन से मिलने वाली राशि का कोविड 19 के आड़ में हजम किये जाने मामला समनेआई है। ग्राम पंचायतों से 14 वे वित्त योजना की शासकीय राशि की दुरपयोग का फर्जीवाड़ा बड़ा रोचक है ।क्योंकि कोविड के रोकथाम हेतु प्रचार प्रसार में पंचायतो से लगभग 15 हजार प्रति पंचायत अवैध वसूली जनपद पंचायत के अधिकारी के निर्देश में ग्राम पंचायतों ने संदर्भित फर्म को राशि भुगतान किया है। यह कि आरंग के 144 ग्राम पंचायतों से 21900 रुपये 4*3 के साईज के दो फ्लेक्स बोर्ड के एवज में ग्राम पंचायतों से दबंगई पूर्वक वसूला गया है। जनप्रतिनिधियों ने दबे जुबान अवगत कराया कि अधिकारी का फरमान से मजबूर होकर महज अधिकतम 2000 से 5000 रुपये के प्रचार फ्लेक्स बोर्ड के लिए 21900 का भुगतान कराया गया है। जो की जनपद पंचायत द्वारा अवैध उगाही किया गया है। जिसकी जांच की मांग पूर्व जिला पंचायत सदस्य परमानंद जांगड़े ने मुख्यमंत्री भुपेश बघेल  पंचायत मंत्री टी .एस. सिंह देव जी सहित मुख्य सचिव कों पत्र के माध्यम से शिकायत पत्र प्रेषित कर जांच की आग्रह किया है।             


नागरिकों का एनएचएआई के खिलाफ धरना

अशोक नगर निवासियों का एनएचएआई के खिलाफ धरना जारी मांग रहे हैं । बेघर होने का मुआवजा


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। गाज़ियाबाद में डासना देहात के आकाश नगर पुल के पास एनएचएआई के खिलाफ स्थानीय लोगों द्वारा अनिश्चितकालीन धरने पर महिलाओं ने डेरा डाल दिया। महिलाओं का आरोप है।कि एनएचएआई ने उनके मकानों को तो तोड़ दिया पर अभी तक उन्हें मुआवजा तक नहीं दिया गया।वो लोग घर से बेघर होने को मजबूर हैं। इस बीच किसान यूनियन ने भी महिलाओं के इस धरने को समर्थन देकर एनएचएआई के कार्य को बंद करने का दावा भी किया है।
दिल्ली।मेरठ एक्सप्रेस। वे का कार्य चलने की वजह से पुल के नीचे बने मकानों को एनएचएआई द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से मुआवजा देकर अधिग्रहण किया था। वहीं स्थानीय महिलाओं का आरोप है कि एनएचएआई द्वारा जब मकान लिए गए थे। तो उनका पूरा मुआवजा देने का वादा किया गया था मगर उन्हें अभी तक उनका मुआवजा नहीं मिला और वह लोग आज घर से बेघर होकर किराए पर रहने को मजबूर हैं। यही नहीं आरोप है। कि जब तक एनएचएआई उनका मुआवजा नहीं दे देता वह लोग अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे।
रेखा, ओमवती, पुष्पा, सरोज गोयल, सरोज राघव, विनीता और किसान नेता प्यारेलाल, मनोज कुमार, सुनील, सहित लोगों का आरोप है।कि पिछले वर्ष नवंबर माह में एनएचएआई द्वारा करीब डेढ़ सौ मकानों को चिन्हित किया था। लोगों के पेपर मंगाकर उन्हें जल्द ही मुआवजा देने का वादा कर उनके मकानों को तोड़ने का कार्य किया गया था।
मकान के मलबे के पैसे एनएचएआई की टीम द्वारा दे दिए गए थे। मगर सर्किल रेट 13 हजार 500 से देने का दावा किया गया था। मगर उनको मुआवजे की रकम नहीं दी गई है। तब से लेकर अब तक वह लोग दर-दर की ठोकर खाकर किराए के मकान में रहने के लिए मजबूर हैं। अपनी गाढ़ी कमाई से उन्होंने जैसे- तैसे आकाश नगर में जमीन खरीदी थी।और किसी तरह अपने परिवार का पालन पोषण करने के उद्देश्य से मकान बनाकर छत के नीचे रहने का जो सपना संजोया था। उसको एनएचएआई और जिला प्रशासन की टीम ने तहस नहस कर दिया।जिला प्रशासन से भी कई बार इस मामले में शिकायत दर्ज कराई गई और उन्होंने भी कोई सुनवाई नहीं की। इसी उद्देश्य के चलते अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है। अगर जल्द ही जिला प्रशासन एवं एनएचएआई ने हमारी मांगों को नहीं माना तो बड़ा आंदोलन कर जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पर भी धरना दिया जाएगा। एनएचएआई के कार्य को बंद करा दिया गया है। जब तक मुआवजा नहीं मिल जाता उनका धरना जारी रहेगा।
धरने पर केपी पांडे, रजनी शर्मा, रेखा, दान बहादुर, नसरुद्दीन, ओमवती, पुष्पा, अनीता देवी, प्रकाश कुमार, ममता देवी, नरेंद्र सिंह, अरुण कुमार, माया देवी सहित काफी संख्या में महिला व पुरुष धरनारत रहे।               


राज्यपाल के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

सपाईयों ने कृषि अध्यादेशों के खिलाफ तहसील पर धरना प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम एसडीएम को सौपा ज्ञापन।


मनोज तोमर


गाजियाबाद। गौतम बुध नगर दादरी तहसील में सपाइयों ने भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन कर महामहिम राज्यपाल के नाम दादरी एसडीएम को गौतम बुध नगर जिला अध्यक्ष वीर सिंह यादव के नेतृत्व में एक ज्ञापन सौपा गया वही जिला अध्यक्ष ने कहा है कि मोदी सरकार के कृषि अध्यादेशों के खिलाफ सपा कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदेश में जगह जगह प्रदर्शन किया जा रहा उसी क्रम में आज दादरी में भी प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया गया है।धरना को संबोधित करते हुए जिला उपाध्यक्ष सुधीर तोमर ने कहा कि मोदी सरकार कृषि को बड़े पूंजीपतियों तथा विदेशी कंपनियों के हवाले करके कृषि भूमि पर कब्जा कराना चाहती है। किसी विधेयक कारपोरेट खेती और ठेका खेती का रास्ता खोलेंगे। जिससे किसान बर्बाद हो जाएगा । अंत में कर्ज में डूबा किसान कंपनियों को अपनी जमीन देने पर मजबूर हो जाएगा।और फसल खरीद में मंडी से बाहर बड़ी कंपनियों की घुसपैठ से जमाखोरी और मुनाफाखोर कंपनी पूरे कृषि बाजार पर कब्जा कर लेंगे। जिससे कृषि व्यापारी व उपभोक्ता दोनों बर्बाद होंगे। समाजवादी पार्टी के युवजन जिलाध्यक्ष दीपक नगर ने कहा की सपाइयों पर झूठे मुकद्दमें किये जा रहे उत्पीड़न किया जा रहा यह सब रोका जाए।धरना में सर्वसम्मति से कृषि विधेयकों के खिलाफ आज आये सभी कार्यकर्ताओं द्वारा किये गए धरना प्रदर्शन को सफल बनाने पर आभार व्यक्त किया इस अवसर पर फकीर चंद नागर ,वीर सिंह यादव, सुधीर तोमर, दीपक नागर ,विजेंद्र नागर ,सुमित राणा, आदि तमाम सपाई कार्यकर्ता उपस्थित हुए।             


अभिनेत्री नम्रता ने अपनी कुछ तस्वीरें शेयर की

अभिनेत्री नम्रता ने अपनी कुछ तस्वीरें शेयर की  कविता गर्ग  मुंबई। भोजपुरी सिनेमा की बोल्ड अदाकारा नम्रता मल्ला ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर ...