सोमवार, 21 सितंबर 2020

नाखुशः जेडीयू कार्यालय का किया घेराव

पटना। बिहार के सीएम नीतीश कुमार अक्सर जब अपनी उपलब्धियों का जिक्र करते हैं तो मदरसा शिक्षकों को लेकर बिहार सरकार के काम को जरूर गिनाते हैं। जेडीयू की ओर आयोजित वर्चुअल रैली में भी उन्होंने अपनी उपलब्धियां गिनायी थी और बताया था कि मदरसा शिक्षकों के लिए उन्होंने क्या क्या किया है। उन्होंने कहा था कि हमने इनको सम्मान दिया। मदरसा शिक्षक डेढ़ सौ रूपये में काम कर रहे थे उनका वेतन हमने बढ़ाया। उन्हें सम्मानजनक वेतन देने की शुरूआत हमने की। 


लेकिन दूसरी तरफ मदरसा शिक्षक सीएम नीतीश कुमार की नीतियों से नाराज हैं और आज जेडीयू कार्यालय का घेराव कर रहे हैं। जेडीयू कार्यालय का घेराव करने पहुंचे मदरसा शिक्षकों ने कहा कि सरकार ने वादा किया था कि अगर सरकार बनी तो सभी को वेतन भुगतान करेंगे लेकिन सरकार का वादा वादा हीं रहा। दूसरी तरफ लाॅकडाउन में एलपीसी और ट्रस्ट बनवाकर हमारे पैसे खर्च करवाए गये लेकिन सरकार की तरफ से कोई भुगतान नहीं हुआ। 33 साल से हमलोग काम कर रहे हैं लेकिन सरकार की तरफ से कुछ नहीं दिया गया।                               


बिहारः शिक्षकों के 4638 पदों पर भर्ती होगी

पटना। बिहार के 13 विश्वविद्यालयों में 52 विषयों के 4638 रिक्त पदों पर सहायक प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति होगी। राज्य सरकार ने रविवार को छुट्टी होने के बावजूद बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग को इन पदों पर नियुक्ति की अधिसूचना भेज दी है।                          


नैया पार लगाने के चक्कर में पड़ गया विरोध

पटना। कांग्रेस छोड़कर नीतीश कुमार के चेहरे पर विधानसभा चुनाव की नैया पार करने की इच्छा रखने वाले विधायक जी बुरे फंसे हैं। बरबीघा विधानसभा से कांग्रेस के विधायक रह चुके सुदर्शन पिछले दिनों जेडीयू में शामिल हो गए थे। मंत्री अशोक चौधरी के करीबी माने जाने वाले सुदर्शन ने जेडीयू की सदस्यता टिकट की गारंटी के साथ ली है लेकिन अब क्षेत्र में ही उन्हें विरोध का सामना करना पड़ रहा है। बरबीघा विधानसभा क्षेत्र में विधायक के सुदर्शन को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को उनके साथ कठौत गांव में ऐसा ही वाकया हुआ। विधायक जी यहां जनसंपर्क के लिए पहुंचे थे लेकिन जनता ने 5 साल के कामकाज का उनसे हिसाब मांगना शुरू कर दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि विधायक जी ने 5 साल तक गांव की तरफ मुड़ कर देखा भी नहीं। विरोध इतना जबरदस्त था कि विधायक सुदर्शन को जवाब देते नहीं बना।


सुदर्शन कुमार कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे राजू सिंह के पोते हैं।विधानसभा का पिछला चुनाव उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर लड़ा और जीत भी हासिल की। तब मंत्री अशोक चौधरी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष थे। अशोक चौधरी के जेडीयू में शामिल होने के बाद से ही लगातार ये कयास लगाया जा रहा था कि सुदर्शन कुमार भी देर सवेर जदयू का दामन थाम सकते हैं और आखिरकार चुनाव के पहले उन्होंने वहीं कदम उठाया लेकिन सुदर्शन कुमार कि जेडीयू में एंट्री से पार्टी के अंदर भी नाराजगी है। पार्टी के जिला और विधानसभा इलाके में स्थानीय नेताओं के बीच इस बात से नाराजगी है कि कांग्रेस के साथ 5 साल का वक्त गुजारने वाले सुदर्शन कुमार को अब नीतीश कुमार जेडीयू का टिकट देंगे। सुदर्शन एक तरफ ग्रामीणों के विरोध का सामना कर रहे हैं तो दूसरी तरफ से उन्हें यह डर भी सता रहा है कि जेडीयू के स्थानीय नेता उनके साथ भितरघात न कर दें।               


बिहार को तोहफा और शिलान्यास भी किया

नई दिल्ली। बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार राज्य को तोहफा दे रहे हैं। प्रधानमंत्री आज 179 राष्ट्रीय राजमार्ग योजनाओं का शिलान्यास कर रहे हैं। इसके अलावे प्रधानमंत्री पटना रिंग रोड और गांधी सेतु के समानांतर नए पुल का शिलान्यास भी कर रहे हैं। लेकिन इन योजनाओं के शिलान्यास कार्यक्रम के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री को 5 साल पुराने वादों की याद दिलाई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 2014 के चुनाव में किए गए विशेष राज्य के दर्जा और 2015 के विधानसभा चुनाव के दौरान स्पेशल पैकेज पर किए गए वादे की याद दिलाई है। तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा है।2014 के चुनाव में विशेष राज्य का दर्जा, 2015 में बहुचर्चित विशेष पैकेज जो अभी तक नहीं दिया। बिहार के पथ निर्माण मंत्री के कुछ स्क्रीनशॉट है जो पता नहीं कितनी बार चुनावों,उपचुनावों के वक्त एक ही पुल के अनेक यथाशीघ्र टेंडर निकलवा चुके है।आज फिर 5 वर्ष बाद पुन: पैकेजिंग हो रही है.बिहार के पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव के पुराने ट्वीट को शेयर करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा है कि जिस योजना का ऐलान 1 साल पहले पथ निर्माण मंत्री कर चुके हैं उसके बाद शिलान्यास कब किया जा रहा है यह सब कुछ पैकेजिंग का खेल है ।                          


2000 के नोट को लेकर दी जानकारी

2000 के नोट को लेकर आई बड़ी खबर।मोदी सरकार ने दी यह जानकारी।


नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद सरकार ने 2000 का नोट जारी किया था। इसके बाद कई बार खबरें आई कि केंद्र सरकार 2000 के नोट को बंद करने वाली है। हालांकि सरकार ने इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया। लेकिन इस बार केंद्र ने 2 हजार के नोट को लेकर जारी अफवाहों पर विराम लगा दिया है। मोदी सरकार ने 2,000 रुपए मूल्यवर्ग के नोटों को लेकर आधिकारिक पुष्टि की है। केंद्र सरकार ने कहा है। कि उसने उच्च मूल्यवर्ग के नोटों (2000 के नोट) को बंद करने का फैसला नहीं किया है। हालांकि, 2,000 रुपए के मूल्यवर्ग के नोटों की छपाई में काफी कमी आई है।शनिवार को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि किसी विशेष मूल्यवर्ग के बैंक नोट को छापने को फैसला सरकार भारतीय रिजर्व बैंक से परामर्श लेकर करती है। उन्होंने कहा कि 2019-20 और 2020-21 के दौरान प्रेस से 2,000 रुपए के नोट छापने का कोई ऑर्डर नहीं मिला है। हालांकि सरकार की ओर से 2,000 रुपये के नोट को न जारी रखने का कोई फैसला नहीं लिया गया है।वित्त राज्यमंत्री ने बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से सूचित किया गया था। कि कोविड-19 महामारी से बचाव और रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण स्थायी रूप से 2,000 रुपए के नोट की छपाई रोक दी गई थी। लेकिन केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से जारी गाइडलाइंस के आधार पर प्रेस ने चरणबद्ध तरीके से नोटों की छपाई करना शुरू कर दिया था।             


भारत वायरस के स्ट्रेन में नहीं आयाः कोरोना

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन बोले भारत में कोरोना वायरस के स्ट्रेन में नहीं आया है। कोई बड़ा बदलाव।


नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन ने रविवार को कहा।कि भारत में कारोना वायरस के ‘स्ट्रेन में कोई बड़ा या महत्वपूर्ण बदलाव नहीं पाया गया है।उन्होंने कहा कि आईसीएमआर कोविड-19 संक्रमण का पता लगाने के लिए लार आधारित जांच कराने के विषय में सक्रियता से इसकी पड़ताल कर रहा है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने फॉलोवरों के साथ संवाद के दौरान यह भी कहा कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमपी) पिछले कुछ महीनों के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर जुटाए गए ‘स्ट्रेनों’ (वायरस का स्वरूप) का बड़े पैमाने पर अध्ययन करने में जुटा हुआ है।
उन्होंने कहा कि वायरस के स्वरूप में बदलाव (म्यूटेशन) के संबंध में शुरुआती अक्टूबर में जानकारी उपलब्ध होगी। ‘संडे संवाद।मंच पर प्रश्नों का उत्तर देते हुए हर्षवर्द्धन ने कहा कि देश में ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है और स्वास्थ्य मंत्रालय स्थिति पर नजर रख रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक मंत्री ने यह भी कहा कि मंत्रालय ने खासकर ऑक्सीजन संबंधी व्यवस्था का मुद्दा सामने आने के बाद देश के ग्रामीण हिस्सों में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर (विशेष चिकित्सा उपकरण) भेजे हैं। कोविड-19 की लार संबंधी जांच के बारे में पूछे जाने पर हर्षवर्द्धन ने कहा कि आईसीएमआर ने कुछ टेस्ट को परखा है।लेकिन उन्हें भरोसेमंद नहीं पाया गया तथा अमेरिका के एफडीए से टेस्ट के संबंध में मंजूरी प्राप्त करने वाली कंपनियों ने भारत सरकार से अब तक संपर्क नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि देश का शीर्ष स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान इस पद्धति के संबंध में और जानकारी जुटाने के लिए सक्रियता से काम कर रहा है। और ठोस जानकारी मिलने पर सूचित किया जाएगा।भारत में पोलियो उन्मूलन के भारत सरकार के अभियान के संबध में एक प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि पोलियो के विपरीत कोरोना वायरस एक नया वायरस है।और उस पर ज्यादा अनुसंधान अब तक नहीं हुआ है।                 


योगेश देशमुख बने इंदौर के नए आईजी

मध्यप्रदेश में 4 पुलिस महानिरीक्षकों के तबादले।योगेश देशमुख बने इंदौर के नए आईजी।


भोपाल। उपचुनाव से पहले मध्यप्रदेश में अधिकारियों के तबादलों का दौर जारी है। राज्य सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए हैं। गृह विभाग ने रविवार को तबादलों सूची जारी की। इसमें भारतीय पुलिस विभाग के 4 अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। इंदौर पुलिस महानिरीक्षक विवेक शर्मा को पुलिस मुख्यालय भेज दिया गया है। योगेश देशमुख इंदौर के नए आईजी बनाए गए।               


'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला

'पीएम' मोदी ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला  इकबाल अंसारी  नई दिल्ली। संसद सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर...