शनिवार, 19 सितंबर 2020

विष्णु को अतिप्रिय है पुरुषोत्तम मास

अक्षय फल प्रदान करता है।इस माह 
इस माह किया गया दान।


श्री हरि भगवान विष्णु को पुरुषोत्तम मास अतिप्रिय है। दान, पुण्य, पूजा पाठ के लिए यह माह पवित्र माना जाता है। इस माह में भगवान श्री हरि विष्णु की उपासना और श्रीमद्भ भागवतकथा का श्रवण करने से कई गुना फल की प्राप्ति होती है। इस माह किया गया दान अक्षय फल प्रदान करने वाला माना जाता है। पुरुषोत्तम माह में किसी देवस्थान के दर्शन करना चाहिए। इस पूरे माह व्रती को व्रत का पालन करना होता है। जमीन पर शयन करना, एक समय सात्विक भोजन ग्रहण करना होता है। पुरुषोत्तम माह में भगवान श्री हरि की पूजा, मंत्र जाप, हवन, श्रीमद्भागवत, श्री रामायण, विष्णु स्तोत्र, रूद्राभिषेक का पाठ अवश्य करना चाहिए। मान्यता है।कि पुरुषोत्तम माह में किए गए धार्मिक कार्यों का किसी भी अन्य माह में किए गए पूजा-पाठ से 10 गुना ज्यादा फल मिलता है। इस माह मौन रखने से मानसिक शक्ति में वृद्धि होती है। इस माह मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं।धार्मिक अनुष्ठान स्नान दान उपवास आदि किए जाते हैं। अधिकमास में शुक्ल एकादशी पद्मिनी एकादशी एवं कृष्ण पक्ष एकादशी परमा एकादशी कहलाती हैं। मान्यता है। कि इन एकादशी का व्रत पालन करने से खुशहाल जीवन व्यतीत होता है। इस माह में विवाह, मुंडन। नववधु गृह प्रवेश।नामकरण जैसे संस्कार करने की मनाही है। नया वस्त्र धारण करना। नई खरीदारी करना।वाहन आदि का क्रय करना भी निषेध माना जाता है। अधिक मास में सामर्थ्यनुसार दान अवश्य करें।                     


समुदाय को निशाना बना सकती है मीडिया

क्या मीडिया को पूरे समुदाय को निशाना बनाने की अनुमति दी जा सकती है ।


 पालूराम


नई दिल्ली। सुदर्शन टीवी मामले में न्यायालय ने कहा।यह बोलने की आज़ादी नफ़रत में तब्दील हो गई है। आप समुदाय के सभी सदस्यों की एक छवि नहीं बना सकते हैं। आपने अपने विभाजनकारी एजेंडे के जरिये अच्छे सदस्यों को भी अलग-थलग कर दिया।
नयी दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को बिंदास बोल’ कार्यक्रम के संदर्भ में सुदर्शन टीवी से पूछा कि क्या मीडिया को पूरे समुदाय को निशाना बनाने की अनुमति दी जा सकती है। बता दें कि बिंदास बोल कार्यक्रम के प्रोमो में दावा किया गया है। कि सरकारी सेवाओं में मुस्लिमों की घुसपैठ का बड़ा खुलासा किया जाएगा। शीर्ष अदालत ने कार्यक्रम को लेकर की शिकायत पर सुनवाई करने के दौरान कहा कि चैनल खबर दिखाने को अधिकृत हैं। लेकिन ‘पूरे समुदाय की छवि नहीं बिगाड़ सकता और इस तरह के कार्यक्रम कर उन्हें अलग-थलग नहीं कर सकता।
मामले की सुनवाई कर रही पीठ की अध्यक्षता कर रहे न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा।यह वास्तविक मुद्दा है। जब भी आप उन्हें प्रशासनिक सेवा से जुड़ते दिखाते हैं।आप आईएसआईएस (इस्लामिक स्टेट) को दिखाते हैं। आप कहना चाहते हैं कि प्रशासनिक सेवा से मुस्लिमों का जुड़ना गहरी साजिश का हिस्सा है। क्या मीडिया को एक पूरे समुदाय को निशाना बनाने की अनुमति दी जा सकती है।पीठ ने कहा।सभी उम्मीदवारों को एजेंडा के साथ दिखाना नफ़रत को दिखाता है।और यह तत्व चिंता का विषय है।इस पीठ में न्यायमूर्ति इंदु मल्होत्रा और न्यायमूर्ति केएम जोसेफ भी शामिल हैं।न्यायालय ने कहा।यह बोलने की आज़ादी नफ़रत में तब्दील हो गई है। आप समुदाय के सभी सदस्यों की एक छवि नहीं बना सकते हैं। आपने अपने विभाजनकारी एजेंडे के जरिये अच्छे सदस्यों को भी अलग-थलग कर दिया।पीठ ने सुदर्शन टीवी का पक्ष रख रहे। श्याम दीवान से कहा कि अदालत को आतंकवाद से जुड़े संगठनों द्वारा वित्तपोषण संबंधी खोजी पत्रकारिता से समस्या नहीं है ।लेकिन यह नहीं कहा जाना चाहिए कि मुस्लिम एजेंडे के तहत यूपीएससी सेवा में जा रहे हैं।
पीठ ने कहा मीडिया में संदेश जाना चाहिए कि समुदाय विशेष को निशाना नहीं बनाया जा सकता। हमें भविष्य के राष्ट्र को देखना है।जो एकजुट और विविधता से युक्त हो।
अदालत ने कहा यह संदेश मीडिया को जाना चाहिए कि देश ऐसे एजेंडे से जीवित नहीं रह सकता।
पीठ ने कहा हम अदालत हैं ।और हमने देखा कि आपातकाल के दौरान क्या हुआ और यह हमारा कर्तव्य है। कि मानव सम्मान सुरक्षित रहे।दीवान ने चैनल के प्रधान संपादक सुरेश चव्हाण द्वारा दायर हलफनामा का उल्लेख किया।हलफनामे में चैनल ने कार्यक्रम का बचाव करते हुए कहा कि उसने यूपीएससी जिहाद का इस्तेमाल आतंकवाद से जुड़े संगठनों द्वारा जकात फाउंडेशन को मिले चंदे के आधार पर किया है।
जकात फांउडेशन प्रशासनिक सेवा में शामिल होने के अकांक्षी विद्यार्थियों जिनमें अधिकतर मुस्लिम होते को पठन सामग्री और प्रशिक्षण देता है।
वीडियो कांफ्रेंस से हुई सुनवाई के दौरान दीवान ने कहा कि चैनल को कोई समस्या नहीं है।अगर किसी भी समुदाय का व्यक्ति प्रतिभा के आधार पर प्रशासनिक सेवा से जुड़ता है।
उन्होंने कहा।चैनल प्रसारण पूरा करना चाहता है। हम कहीं भागे नहीं जा रहे हैं। अब तक चार एपिसोड देखे गए हैं।और पूरे प्रकरण में इसे देखा जाना चाहिए न कि किसी शब्द के आधार पर अदालत को प्रसारण पूर्व प्रतिबंध लगाने के अपने न्यायाधिकार क्षेत्र का इस्तेमाल करना चाहिए।
हालांकि। पीठ ने कहा।बयानों को देखिए। दर्शक सभी बातें बता देंगे जो इस कार्यक्रम के माध्यम से बताया गया है। हमें गैर सरकारी संगठन या वित्तपोषण के स्रोत से समस्या नहीं है। यहां मुद्दा यह है।आप पूरे समुदाय पर प्रभाव डालेंगे क्योंकि आप प्रशासनिक सेवा को लेकर यह कर रहे हैं।पीठ ने कहा।कुछ तस्वीरे हमें आहत करती हैं। जैसे हरे टी-शर्ट और मुस्लिमों द्वारा पहने जाने वाली टोपी।साथ ही कहा कि हम सेंसर बोर्ड नहीं है।अदालत ने पाया कि कुछ आपत्तिजनक सामग्री को हटाया जाना चाहिए।दीवान ने पीठ से कहा कि अदालत द्वारा कार्यक्रम में रेखांकित की गई। कथित आपत्तिजनक सामग्री के संबंध में चैनल हलफनामा दाखिल करेगा।
इससे पहले उच्चतम न्यायालय ने गैर सरकारी संगठन जकात फाउंडेशन से पूछा कि क्या वह सुदर्शन टीवी मामले में हस्तक्षेप करना चाहता है। क्योंकि इसमें उसकी भारतीय शाखा पर विदेश से आतंकवाद से जुड़े संगठनों से वित्तीय मदद मिलने का आरोप लगाया गया है।
बता दें कि जकात फाउंडेशन प्रशासनिक सेवा में शामिल होने के इच्छुक मुस्लिम उम्मीदवारों को प्रशिक्षण मुहैया कराता है।


कब मिलेगी कोरोना वायरस से मुक्ति ?

कब मिलेगी कोरोना वायरस से मुक्ति। विश्व स्वास्थ्य संगठन की वैज्ञानिक ने बताया सबकुछ


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। कोरोना वायरस को खत्म करने वाली प्रभावी वैक्सीन आखिर कब तक मिलेगी यह एक बड़ा सवाल अब भी बना हुआ है। पूरी दुनिया को इसका इंतजार है।ताकि लोग इस जानलेवा वायरस की चपेट में आने से बच सकें। रूस और चीन में तो लोगों को वैक्सीन दी भी जा रही है।जबकि उनका तीसरे चरण का ट्रायल अभी पूरा भी नहीं हुआ है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने वैक्सीन को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि साल 2022 से पहले पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन का मिल पाना मुश्किल है। जिससे लोग फिर से सामान्य जीवन में लौट सकें।
सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के कोवाक्स प्लान के तहत अलग-अलग देशों में बराबर रूप से वैक्सीन पहुंचाने का काम किया जाएगा लेकिन इसके लिए अगले साल के मध्य तक वैक्सीन की करोड़ों खुराक तैयार करनी होंगी और 2021 के अंत तक वैक्सीन की दो अरब खुराक हासिल कर लेने का लक्ष्य रखा जाएगा।
स्वामीनाथन ने कहा कि फिलहाल लोगों को ऐसा लग रहा है। कि अगले साल की शुरुआत में दुनिया को वैक्सीन मिल जाएगी और लोग फिर से अपने सामान्य जीवन में लौट पाएंगे जबकि ऐसा है। नहीं। 2021 की शुरुआत में तो वैक्सीन के प्रभावी नतीजों को देखना शुरू किया जाएगा और उसके बाद उसके वितरण के बारे में सोचा जाएगा।स्वामीनाथन ने कहा कि अभी जिन वैक्सीन के ट्रायल चल रहे हैं। उनमें कम से कम 12 महीने का वक्त लगेगा। इस दौरान वैक्सीन के प्रभाव और उसके दुष्प्रभावों को देखा जाएगा।क्योंकि लोगों की सुरक्षा सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि अमेरिका का फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन बहुत जल्द वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल के लिए गाइडलाइन जारी करेगा।
इससे पहले हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक चेतावनी जारी करते हुए कहा था। कि हमारे मानदंडों के मुताबिक क्लिनिकल परीक्षण के एडवांस स्टेज पर पहुंची कोई भी वैक्सीन कोरोना वायरस के खिलाफ 50 फीसदी भी असरदार नहीं है। संगठन के प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस ने कहा था। कि एक भी वैक्सीन ऐसी नहीं है जिसे प्रभावी बताया जा सके। उन्होंने यह भी कहा था ।कि 2021 के मध्य तक भी व्यापक टीकाकरण की कोई उम्मीद नहीं है।                


यूपी में लव जिहाद का शिकार बनी 3 बहनें

यूपी में लव जिहाद का शिकार बनी छत्तीसगढ़ की तीन बहनें।हरदोई। जिले के संडीला थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी।
रायपुर। छत्तीसगढ़ की तीन बहनों के यूपी में लव जिहाद का शिकार होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस मामले में उत्तर प्रदेश जिले के हरदोई जिले के संडीला थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई है। छत्तीसगढ़ के बिलापुर रेज के आईजी दीपांशु काबरा ने मामले की पुष्टि किया है।
श्री काबरा ने बताया कि तीना बहनों का चिन्हित कर लिया गया है। तीनों बहने महासमुंद जिले के पिथौरा की रहने वाली हैं। उन्हें हरदोई से वापस लाने के लिए पुलिस टीम रवाना कर दी गयी है।संडीला थाने में दर्ज एफआईआर के मुताबिक छत्तीसगढ़ की रहने वाली तीन बहनों पूनम यादव, दिव्या यादव और मुस्कान यादव से हरदोई के शकील, इमरान और नूर आलम ने नाम बदलकर दोस्ती की।
धर्म को छिपाया और नौकरी दिलाने के नाम पर लखनऊ बुलाया। 16 सितंबर 2020 को तीनो बहनें लखनऊ पहुंची तो शकील, इमरान और नूर आलम तीनों बहनों को लेकर हरदोई जिले के संडीला थाना क्षेत्र के काशीराम नगर कालोनी पहुंचे।
यहां तीनों बहनों को एक कमरे में बंद कर दिया गया। आरोपियों ने तीनों बहनों के साथ दुष्कर्म करने की भी कोशिश किया। किसी तरह से तीनों बहने वहां से छिपकर भाग निकलीं और थाने मेें पहुंचकर प्राथमिकी दर्ज कराया। घटना की जानकारी होते ही तीनों बहनों को वापस लाने के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस सक्रिय हो गयी है।               


2 दर्जन अधिकारियों के ख़िलाफ़ मुकदमा

महामेधा बैंक – गबन और वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में 2 दर्जन अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज।


माधोपुरा। घंटाघर कोतवाली क्षेत्र की नई बस्ती स्थित महामेधा अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के पूर्व अधिकारियों, कर्मचारियों व बैंक प्रबंधकों द्वारा बरती गई वित्तीय अनियमितताओं एवं बैंक के विनिमयकारी अधिनियम-1949 के उल्लंघन के मामले में सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक (सहकारिता) देवेंद्र सिंह ने दो दर्जन लोगों के विरुद्ध करोड़ों रुपए के धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। नामजद गबन आरोपियों में बैंक के मालिक पप्पू भाटी का निधन हो चुका है।
आपको बता दें कि महामेधा बैंक द्वारा किए गए गबन एवं वित्तीय अनियमितताओं तथा विनिमयकारी अधिनियम-1949 के उल्लंघन के चलते भारतीय रिजर्व बैंक ने 11 अगस्त 2017 को बैंक का लाइसेंस निरस्त कर दिया था। इसके बाद अपर आयुक्त एवं अपर निबंधक सहकारिता लखनऊ के 31 अगस्त 2017 के निर्देश पर मेरठ मंडल के उपायुक्त एवं उपनिबंधक ने बैंक में प्रशासक नियुक्त किया था। उसके बाद बैंक में हुए गबन एवं वित्तीय अनियमितताओं की सीए द्वारा विशेष ऑडिट एनालिसिस कराए जाने की अनुमति दी गई। जिसके आधार पर सीए द्वारा की गई ऑडिट रिपोर्ट प्रशासक के समक्ष प्रस्तुत की गई।
ऑडिट रिपोर्ट में आयुक्त एवं निबंधक सहकारिता के निर्देश पर उत्तर प्रदेश सहकारी समिति अधिनियम-1965 की धारा-68 के तहत दोषियों का दायित्व निर्धारित करते हुए सन्निहित धनराशि की वसूली तथा दोषियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश दिए गए थे। इसी क्रम में 6 दिसंबर 2019 को सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता गाजियाबाद द्वारा दोषियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए गए।
मैसर्स एमआरएस एंड कंपनी द्वारा पेश विशेष ऑडिट रिपोर्ट में धोखाधड़ी दुर्विनियोग कूट रचित सदस्यों के नाम पर सदस्यों की बिना अनुमति के उनकी रकम एफडीआर भुनाकर रिजर्व बैंक के मानकों का उल्लंघन कर प्रतिकर की धनराशि जमा कराकर तथा तृतीय पक्ष ऋणों का समायोजन एवं फर्जी बिल बाउचर खारिज कर जमा कर्ताओं के साथ धोखाधड़ी करके करीब 9,98,512,347 रुपए का गबन किया गया।              


किसानों के लिए पशु बने बड़ी समस्या

खुले घूम रहे पशु किसानों के लिए बने बड़ी समस्या, बरबाद कर रहे हैं मुंजी की फसल।


मुरादनगर। ग्रामीण क्षेत्रों में खुले घूम रहे आवारा पशु किसानों के लिए बहुत बड़ी समस्या बने हुए हैं। आवारा पशु किसानों की मेहनत से खड़ी की गई फसलों को बर्बाद कर देते हैं। आवारा पशुओं से किसान हुए परेशान मुरादनगर के खुर्रमपुर सलेमाबाद गांव निवासी किसान गोलू ने बताया कि वह आवारा पशुओं की समस्या से परेशान हैं क्योंकि आवारा पशु खेतों में घुसकर उनकी मुंजी की फसल चर रहे हैं। इसके साथ ही आवारा पशु खेतों में ईख, ज्वार की फसल बर्बाद कर देते हैं।
किसानों का कहना है कि सरकार गांव के प्रधानों को गौशाला बनाने के लिए रुपये तो दे रही हैं, लेकिन इसके बावजूद भी आवारा गाय, सांड उनके खेतों में आकर फसल बर्बाद कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि वह दिन में दो से तीन बार आवारा पशुओं को भगाने के लिए खेतों पर आते रहते हैं। किसान अब सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि इन आवारा पशुओं का कुछ प्रबंध किया जाए।             


फोटो जर्नलिस्ट एसोसिएशन का गठन किया

फोटो जर्नलिस्ट एसोसिएशन गाजियाबाद का गठन-नवीन सेठी अध्यक्ष और राकेश बने उपाध्यक्ष।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। प्रिंट मीडिया में कार्यरत फोटो जर्नलिस्टों के हितों की रक्षा करने और उनके कल्याण के उद्देश्य से फोटो जर्नलिस्ट एसोसिएशन गाजियाबाद का शनिवार को गठन किया गया।
फोटो जर्नलिस्टों की बैठक में जिसमें सर्वसम्मति से नवीन सेठी को अध्यक्ष (युग करवट) राकेश लाहोरिया उपाध्यक्ष (दैनिक हिंद आत्मा) शाहबाज खान महासचिव (दैनिक करंट क्राइम) जावेद खान सचिव (दैनिक मनस्वी वाणी) पप्पू नेहरा महामंत्री (दैनिक हिंट) नरेश सिंघानिया कोषाध्यक्ष (जनसागर टुडे) नितिन मंत्री (दैनिक प्रलंयकर) नरेश बबली सचिव (नेशनल रफ्तार) अकरम अली सचिव (एकता ज्योति) हरी सिंह प्रचार मंत्री (दैनिक मनस्वी वाणी) के अलावा सुनील पंवार दैनिक हिंट, वरुण लाहोरिया दैनिक युग करवट, शशांक करंट क्राइम, अनिल, नवनीत आप अभी तक को सदस्य नियुक्त किया है।
एसोसिएशन में कमल सेखरी  सम्पादक (हिंट टीवी) सलामत मियां सम्पादक (युग करवट) संदीप सिंघल सम्पादक (दैनिक मनस्वी वाणी ग्रुप) राजवीर चौधरी सम्पादक (भावी सत्ता) दिनेश कुमार गोयल प्रधान सम्पादक (दैनिक प्रलंयकर) अशोक कौशिक सम्पादक (हिंद आत्मा) दीपक भाटी सम्पादक (करंट क्राइम) कपिल त्यागी चेयरमैन (हिंट व निवाण) इमरान खान सम्पादक (आप अभी तक) राजकुमार राणा सम्पादक (एकता ज्योति) यथार्थ शर्मा सम्पादक (नेशनल रफ्तार) पंकज ठाकुर सम्पादक (जनसागर टुडे) को संरक्षक मंडल में रखा गया है।             


'मन की बात' कार्यक्रम का 116वां संस्करण सुना

'मन की बात' कार्यक्रम का 116वां संस्करण सुना  पंकज कपूर  देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को हाथीबड़कला में प्रधानमं...