शुक्रवार, 18 सितंबर 2020

फेडरर ने विज्ञापन के लिए गाया क्लासिक

फेडरर ने विज्ञापन के लिए गाया बीटल्स क्लासिक।


नई दिल्ली। 21 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता स्विस टेनिस स्टार रोजर फेडरर ने एक विज्ञापन के लिए एक बीटल्स क्लासिक गाना गाकर अपने फैन्स क आश्चर्यचकित कर दिया। फेडरर ने ज्यूरिक स्थित स्विस टेलीकॉम प्रोवाइडर सनराइज के लिए बीटल्स क्लासिक विद ए लिटिल हेल्प फ्रॉम माई फ्रेंड्स गाया।
यह पहला मौका नहीं है।जब स्विस स्टार ने कोई गाना रिकार्ड किया है। एटीपी टूर वेबसाइट के मुताबिक 39 साल के फेडरर ने 2017 में ग्रिगोर दिमित्रोव और टॉमी हास के साथ बीएनपी परिबास ओपन (इंडियन वेल्स) के दौरान बैकहैंड ब्वाएज का एक गाना गाया था।
इन तीनों ने 1982 शिकागो हिट ‘हार्ड टू से आई एम सॉरी’ गाया था। और इस दौरान हास के ससुर तथा विश्व के विख्यात प्रोड्यूसर तथा म्यूजिशियन डेविड फोस्टर प्यानो पर थे।
फेडरर घुटने की चोट के कारण 2020 में नहीं खेल रहे हैं। फेडरर ने कहा है। कि वह 2021 में वापसी करेंगे और इस तरह 2020 उनके करियर का दूसरा ऐसा साल होगा। जब वह एक भी खिताब नहीं जी सकेंगे।                  


ढांचा गिराने के आरोपियों को मिले माफी

अयोध्याउत्तर प्रदेश
विवादित ढांचा गिराने के आरोपियों को माफी मिले इकबाल।


संतलाल मौर्य


अयोध्या। अयोध्या में रामजन्मभूमि की जमीन के मालिकाना हक में बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे हाशिम अंसारी के बेटे इकबाल अंसारी ने सीबीआई के विशेष जज से विवादित ढांचा गिराने के आरोपियों के लिये माफी का आग्रह किया है। उन्होंने कहा। कि उच्चतम न्यायालय का फैसला रामजन्मभूमि के पक्ष में आने के बाद इस मुकदमे का कोई मतलब नहीं रह गया है।
इकबाल अंसारी ने कहा। कि जब मूल मुकदमे का फैसला आ गया तो ढांचा गिराने का मुकदमा भी खत्म किया। जाना चाहिये। हामिद अंसारी के निधन के बाद इकबाल अंसारी इस मुकदमें में मुस्लिम पक्षकार बने थे।
दूसरी ओर विध्वंस मामले के आरोपी और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद रामविलास वेदांती ने कहा। कि 6 दिसम्बर 1992 को जो ढांचा गिराया गया वो मस्जिद नहीं थी। यह बात उच्चतम न्यायालय के आदेश आने के बाद स्पष्ट हो गई है। सीबीआई की विशेष अदालत इस मामले में 30 सितम्बर को फैसला सुनायेगी। अदालत ने सर्वश्री लालकृष्ण आडवाणी, कल्याण सिंह, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती समेत सभी आरोपियों को फैसले के समय में मौजूद रहने का आदेश दिया है।                   


चिकित्सा पद्धति का उचित प्रचार-प्रसार

भारतीय चिकित्सा पद्धति के प्रचार प्रसार के लिए सरकार प्रतिबद्ध हर्षवर्धन।


अश्वनी उपाध्याय


नई दिल्ली। राज्यसभा ने भारतीय चिकित्सा पद्धति के प्रचार प्रसार के आश्वासन के साथ होम्योपैथी केन्द्रीय परिषद (संशोधन) 2020 विधेयक और भारतीय चिकित्सा केन्द्रीय परिषद (संशोधन) विधेयक 2020 को आज ध्वनिमत से पारित कर दिया। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने इन दोनों विधेयकों पर एक साथ हुयी चर्चा का जबाव देते हुये कहा कि सरकार भारतीय चिकित्सा पद्धति के प्रचार प्रसार के लिए प्रतिबद्ध है।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व्यक्तिगत स्तर पर इसको वैश्विक स्तर पर प्रचारित करने में लगे हुये हैं। और भारतीय चिकित्सा पद्धति को पूरी दुनिया में लोकप्रिय बनाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति और योग को भी प्राथमिकता दी जा रही है। और इसके लिए अलग आयोग बनाने की तैयारी चल रही है। इस पर काम जारी है।डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि आयुष मंत्रालय को लेकर कई सवाल उठाये गये हैं। उन्होंने कहा कि आयुष मंत्रालय को जिस उद्देश्य से गठन किया गया था।वह अपने उद्देश्यों को पूरा करने में सफल रहा है। मंत्री ने कहा कि आयोग के संचालक मंडल में किसी तरह का आरक्षण का प्रावधान नहीं है। और इसमें किसी जाति या मजहब के नाम पर किसी को पद देने का प्रावधान नहीं है।केन्द्रीय मंत्री ने इससे पहले दोनों विधेयक पेश करते हुए कहा कि होमियोपैथी परिषद अपने दायित्वों को पूरा करने में विफल रहा और उस पर अनियमितताएं, पारदर्शिता का अभाव तथा भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। इसलिए परिषद के स्थान पर संचालक मंडल की स्थापना की गयी थी। इसके बाद सदन ने इन दोनों विधेयकों को ध्वनिमत से पारित कर दिया जो होम्योपैथी केन्द्रीय परिषद (संशोधन) अध्यादेश और भारतीय चिकित्सा केन्द्रीय परिषद (संशोधन) अध्यादेश का स्थान लेंगे।इसके पहले इलामारम करीम। के के रागेश, विनय विश्वम और केसी वेणुगोपाल ने पिछले दिनों जारी होमियोपैथी केंद्रीय परिषद (संशोधन) अध्यादेश तथा भारतीय चिकित्सा केंद्रीय परिषद (संशोधन) अध्यादेश को नामंजूर करने के लिए संकल्प पेश किया जिसे अस्वीकृत कर दिया गया।                 


आईपीएल शुरू होने से पहले सजा सट्टा बाजार

आईपीएल के शुरू होने से पहले सज चुका है सट्टा बाजार, यह टीम है सबकी फेवरेट।


रोशन कुमार प्रजापति


नई दिल्ली। आईपीएल का 13वां सीजन शनिवार से शुरू हो रहा है और इसी के साथ सट्टेबाजी का बाजार भी शुरू होने की पूरी संभावना है। शहर के आसपास मौजूद सट्टेबाजों की मानी जाए तो मौजूदा विजेता मुंबई इंडियंस सट्टेबाजों की पहली पसंद है और उस पर 4.90 रुपये का भाव है जबकि मुंबई के बाद सनराइजर्स हैदराबाद है जिस पर 5.60 रुपये का भाव है। यूएई में होने वाले आईपीएल के शुरू होने से कुछ दिन पहले ही गुरुग्राम पुलिस ने अपनी इंटेलिजेंट विंग, क्राइम ब्रांच यूनिट और सभी जिलों के स्टेशन हाउस ऑफिसर एसएचओ) को सट्टेबाजों पर नजर रखने के लिए कह दिया है,और अपराधियों के बारे में जानकारी इकट्ठा करने को कह दिया है।
वहीं दूसरी तरफ सट्टेबाजों ने पुलिस की नजर से दूर रहते हुए काम शुरू कर दिया है।
मुंबई इंडियंस की पिछले प्रदर्शन को देखते हुए उन्होंने रोहित शर्मा को अपना पसंदीदा खिलाड़ी चुना है।
नाम न छापने की शर्त पर एक सट्टेबाज ने बताया, “आईपीएल में मुंबई इंडियंस की मौजूदा कीमत 4.90 रुपये है। उनके बाद सनराइजर्स हैदराबाद हैं जिसकी कीमत 5.60 रुपये है। इसके बाद चेन्नई सुपर किंग्स पांच रुपये, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को 6.20 रुपये, दिल्ली कैपिटल्स 6.40 रुपये, कोलकाता नाइट राइडर्स 7.80 रुपये, किंग्स इलेवन पंजाब 9.50 रुपये और राजस्थान रॉयल्स 10 रुपये के हिसाब से है।   
उन्होंने कहा, “जिस टीम की कीमत सबसे कम होती है उसे काफी मजबूत माना जाता है। अगर कोई मुंबई इंडियंस पर 1000 रुपये लगाता है कि मुंबई जीतेगी और मुंबई जीत जाती है तो उसे 4,900 रुपये मिलेंगे। मैच रेट ऊपर-नीचे हो सकती हैं।
सट्टेबाज ने उनके लिए आईपीएल के महत्व को समझाते हुए कहा, “आईपीएल हमारे लिए और हमारे क्लाइंट के लिए बड़ा टूर्नामेंट है और इसका रद्द होना बड़ा झटका लगता है। कई लोग इन मैचों के लिए पैसा इकट्ठा करते हैं ताकि वो उधार चुका सकें और यह पैसा व्यवसाय में लगा सकें।
मेट्रोपोलिटन सिटी और छोटे शहर जैसे गुरुग्राम में सट्टेबाजी के बड़े गढ़ बन चुके हैं। आईपीएल में करोड़ों रुपये का सट्टा लगता है, लेकिन पुलिस इन लोगों पर लगाम लगाए रखने के लिए काफी सख्त है।
सूत्रों की मानें तो कई सट्टेबाजों जिनमें आगरा के श्याम वोहरा और उनके पिता वत्सल वोहरा का नाम शामिल है, ने गुरुग्राम में शरण ले ली है, क्योंकि दिल्ली और नोएडा में पुलिस की ज्यादा सख्ती है।
इंफॉर्मेशन ब्यूरो आईबी) के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, “सट्टेबाज श्याम वोहरा का नेटवर्क उत्तर प्रदेश और राजस्थान में है। यह बाप-बेटों का जोड़ा अपना सट्टेबाजी का कारोबार चलाने के लिए शहर में छुपा हुआ है। इसके अलावा कई राज्यों के सट्टेबाज शहर के बाहरी इलाकों में छुपे होंगे। आईपीएल मैचों में 40 हजार करोड़ का सट्टा लगाए जाने का अनुमान है।
इसी तरह के इनपुट के दम पर गुरुग्राम की पुलिस हाई अलर्ट है और इंटेलिजेंट यूनिट के पुलिस इन चार्ज को एरिया में निगरानी बढ़ाने को कहा है।
आधिकारिक डाटा के मुताबिक, “गैम्बलिंग एक्ट में कुल 148 मामले दर्ज हुए हैं और अभी तक इस साल में कुल 235 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पिछले साल, 446 मामले पंजीकृत हुए थे और 700 लोग गैम्बलिंग एक्ट के तहत गिरफ्तार हुए थे।
गुरुग्राम पुलिस की डीसीपी हेडक्वाटर्स) ने कहा कि पुलिस इस समय कोविड-19 में व्यस्त है लेकिन उनकी यूनिट गैरकानूनी नेटवर्क पर नजर बनाए हुए हैं।
उन्होंने कहा, “हमने अपनी पुलिस को गैरकानूनी काम करने वाले सिंडीकेट पर नजर रखने को कह दिया है। हमारी टीम सभी तरह के साइबर ऑपरेशन पर नजर रखे हुए हैं। साथ ही लोगों को एक जगह पर इकट्टा न होने के संबंध में निर्देश भी दे दिए गए हैं।
क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया पुलिस अपने सूत्रों के नेटवर्क से सट्टेबाजों की जानकारियां इकट्ठा करती हैं, क्योंकि सट्टेबाजों की हरकतों पर नजर बनाए रखना काफी मुश्किल होता है।
आईपीएल की शुरुआत 29 मार्च से होनी थी, लेकिन कोविड-19 के कारण इसे सितंबर में संयुक्त अरब अमीरात यूएई) में कराया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि सट्टेबाज बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।


आरएसएस नेता से मांगी दो करोड़ की रंगदारी

अल्मोड़ा जेल में बंद कुख्यात बदमाश ने आरएसएस नेता से मांगी दो करोड़ की रंगदारी, नहीं देने पर हत्या की धमकी। जानिए पूरा मामला।


अल्मोड़ा। जेल में बंद कुख्यात बदमाश ने आरएसएस नेता एवं प्रॉपर्टी डीलर से दो करोड़ की रंगदारी वाट्सएप पर मांगी। डीलर ने पुलिस को उक्त नम्बर दे दिया। पुलिस ने उक्त नम्बर की जांच करते-करते तीन बदमाशों को दबोच लिया। तीनों बदमाश जेल में बंद कुख्यात के शूटर निकले हैं।
हरिद्वार के ज्वालापुर में एक प्रॉपर्टी डीलर मोनू त्यागी रहते हैं, मोनू राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बड़े नेता भी है। सात सितंबर की रात उनके घर के पास बाइक सवार बदमाशों ने हवाई फायरिंग कर दी और फरार हो गए। मोनू ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस जांच कर रही थी कि इसी बीच मोनू त्यागी के व्हाट्सएप पर अज्ञात नंबर से दो करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने का मैसेज आया। मैसेज देख कर मोनू के होश उड़ गए। मैसेज में दो करोड़ में से पहले एक करोड़ रुपये देने को कहा था। साथ ही धमकी दी गई थी कि अगर इसका खुलासा किया तो जान से मार दिए जाओगे। लेकिन मोनू ने धमकी की परवाह किए बगैर उक्त मैसेज को पुलिस के लिए दिखाया। पुलिस ने वह नंबर सर्विलांस पर लगा दिया, नंबर की लोकेशन उधम सिंह नगर जिले के सितारगंज में मिली। पुलिस उसी नंबर पर जांच में जुट गई उसके बाद वह नंबर हरिद्वार में भी ट्रेस किया गया। गुरुवार को पुलिस ने ताना-बाना बुन तीनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया।
ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी ने बताया कि बदमाशों ने कबूल किया है की उनके द्वारा मांगी गई रंगदारी अल्मोड़ा जेल में बंद कुख्यात बदमाश कलीम पुत्र सलीम निवासी मंगलौर जिला हरिद्वार के कहने पर मांगी है। यह तीनों कलीम के शूटर हैं। उन्होंने बताया कि जांच की जा रही है। जल्द और लोग भी शिकंजे में होंगे। पूछताछ के लिए कलीम को रिमांड पर लेने का प्रयास किया जाएगा।               


यूके को बस चलाने की अनुमति नहीं मिली

यूपी को उत्तराखंड सरकार ने रोडवेज बस चलाने की अनुमति नहीं दी, बताई ये वजह।


पंकज कपूर


लखनऊ/देहरादून। यूपी को उत्तराखंड में बस सेवाएं शुरू करने की अनुमति नहीं मिलेगी। कोरेाना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए यूपी के प्रस्ताव को मंजूरी न देने का निर्णय किया गया है। परिवहन सचिव शैलेश बगौली ने इसके संकेत दिए। उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव पर अभी निर्णय नहीं लिया जा रहा है। सू्त्रों के अनुसार उत्तराखंड को यूपी के बजाए दिल्ली में बस सेवाएं शुरू करने में ज्यादा फायदा है।
दूसरा, इस वक्त कोराना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। इसलिए भी सरकार इच्छुक नहीं है।
सूत्रों के अनुसार यूपी उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों में 100 बस सेवाएं शुरू करना चाहता है। इसके लिए कुछ समय पहले यूपी रेाडवेज ने राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा है। यूपी का कहना है कि इसी प्रकार उत्तराखंड भी अपनी बस सेवाएं यूपी के लिए शुरू कर सकता है। कुछ समय पहले सरकार ने राज्य रोडवेज के अधिकारियों से इस बाबत प्रस्ताव मांगा था। सूत्रों के अनुसार राज्य को यूपी के बजाए दिल्ली बस सेवाएं शुरू करने में ज्यादा फायदा है। इसलिए राज्य रोडवेज भी ज्यादा इच्छुक नहीं है। इस बीच राज्य में कोरेाना के संक्रमण में काफी तेजी आई है। सरकार का मानना है कि यदि ऐसे में बसे चलाने की अनुमति दे दी गई तो यात्रियों की जांच करना और नियंत्रण करना काफी मुश्किल हो जाएगी।                  


लखनऊ छात्र नेता की गोली मारकर हत्या

लखीमपुर खीरी: लखनऊ विवि के छात्र नेता की गोली मारकर हत्या, आरोपी गिरफ्तार।


लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में गुरुवार देर रात लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र नेता अमन बाजपेई की गोली मार कर हत्या कर दी गई। इस मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। लखीमपुर खीरी के पुलिस अधीक्षक के पीआरओ ने बताया कि मामला गोला कस्बे का है।
लक्ष्मीनगर मोहल्ला निवासी रामराखन बाजपेई अपने दो पुत्र विजय और अभय के साथ रहते हैं। जबकि रामराखन की दूसरी पत्नी से पुत्र कुलदीप बाजपेई कुछ दूरी पर अलग मकान में अपने परिवार के साथ रहता है। इन दिनों कोरोना के चलते विजय का बेटा लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र नेता अमन बाजपेई के लखनऊ स्थित घर आया हुआ था।
रात में खाना खाने के बाद घर से बाहर टहलने के लिए निकला था। लगभग सौ कदम की दूरी पर घर के बाहर सौतेले चाचा से पैतृक संपत्ति को लेकर कहा सुनी हो गयी थी। जिसके बाद अमन की गोली मार कर हत्या कर दी गयी। आनन फानन में परिजन अमन को अस्पताल लेकर भागे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आरोपी चाचा को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और आरोपी को हिरासत में ले लिया है। मृतक के बाबा रामराखन बाजपेई गन्ना समिति में कई बार संचालक और केन ग्रोवर्स नेहरू डिग्री कॉलेज में प्रबंधक रह चुके हैं।
मृतक के पिता विजय बाजपेई केन ग्रोवर्स नेहरू डिग्री कॉलेज में छात्र संघ के अध्यक्ष रह चुके हैं। मृतक अमन बाजपेई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का पूर्व नगर सयोजक और लखनऊ विश्वविद्यालय में एलएलबी कर रहा था।                


सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...