बुधवार, 16 सितंबर 2020

डीजल से अंतिम संस्कार कर रहा है प्रशासन

शर्मनाकःडीजल डालकर कोरोना मृतकों को जला रहा प्रशासन।


करनाल। हिंदू-रीति के अनुसार अंतिम संस्कार लकड़ी, रॉल, धूप, घी आदि से किया जाता है, लेकिन हरियाणा के करनाल जिले के नगर निगम ने इन मान्यताओं के मायने ही बदल दिए हैं। निगम के रिकॉर्ड के अनुसार, कोरोना से मृतकों का अंतिम संस्कार डीजल से किया जा रहा है। नगर निगम की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। यहां दाह संस्कार की परंपरा का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है। 
परिजनों का आरोप है कि शमशान घाट पर डीजल डालकर कोरोना मृतकों की चिताएं जलाई जा रही हैं। उनकी राख (फूल) के ऊपर से एंबुलेंस निकाली जा रहीं हैं। इसे सीधे तौर पर सनातनी दाह संस्कार परंपरा का अपमान बताकर कई समाजसेवियों ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए उसकी उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। 
बलड़ी शमशान घाट पर कोरोना संक्रमण से मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए सुबह यहां तीन शव लाए गए। वहां उनके परिजन भी मौजूद थे, जिन्होंने कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में उपचार और नगर निगम द्वारा कराए जा रहे दाह संस्कार की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किए हैं।
एक मृतक की बेटी ने आरोप लगाए है कि पिता की डॉक्टरों की लापरवाही के कारण मृत्यु हो गई। इसके बाद आज सुबह जब बलड़ी शमशान पहुंचे तो यहां नगर निगम की कोई व्यवस्था नहीं थी। यहां पहुंचते ही कर्मचारी ने डीजल लाने को कहा। उन्हें नहीं मालूम था कि डीजल का क्या करेंगे, जबकि वह तो दाह संस्कार के लिए सामग्री लेकर पहुंची थी। आरोप है कि कर्मचारियों ने चिता पर कुछ लकड़ी रखीं और डीजल डालकर आग लगा दी।
आरोप है कि जब शव श्मशान घाट पहुंचे तो वहां कुत्ते घूमते मिले। अंतिम संस्कार के लिए देशी घी व अन्य सामग्री लाए लेकिन यहां स्टाफ ने सबसे पहले डीजल की मांग की। आनन-फानन में जैसे तैसे शव के ऊपर कुछ लकड़ी रखकर डीजल डालकर आग लगा दी। बहुत कहने पर दो परिजनों को पीपीई किट दी तो वह शव के पास गए। यहां शव की राख (फूल) पड़ी थी, उसके ऊपर से वाहन गुजर रहे हैं, स्टाफ जूते पहनकर निकलता है। घटना की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। 
करनाल जन सेवा दल के प्रधान चरणजीत बाली ने कहा कि यह तो अमानवीयता की हद है, सरकार कोरोना के मृतकों के शवों का दाह संस्कार कराने में अक्षम है तो जनसेवा दल के अपना आशियाना को यह जिम्मेदारी सौंप दें। हम, लोग अपने परिजनों की तरह सभी शवों का रीति रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार करेंगे। 
शव को डीजल डालकर जलाना सनातन दाह संस्कार परंपरा का अपमान है। शव को डीजल डालकर जलाना, अस्थियों व चिता की राख के ऊपर से गाड़ियों का गुजरना, स्टाफ का जूते पहनकर फूल रौंदना, उनके ऊपर से पशुओं का घूमना, शमशान घाट पर पहली डिमांड डीजल होना, आखिर यह सब क्या है।ऐसा अपमान तो शायद ही किसी ने देखा और सुना होगा। वहीँ करनाल नगर निगम के सफाई निरीक्षक प्रवेश कुमार का कहना है कि यहां घासफूस तो है नहीं, इसलिए चिता की लकड़ियों पर डीजल डालना पड़ता है लेकिन शव के ऊपर नहीं डालते हैं। नगर निगम से पांच क्विंटल लकड़ी, दो लीटर डीजल मिलता है। किसी से डीजल नहीं मंगाते हैं। पीपीई किट व मास्क, ग्लब्स आदि रेडक्रास से मिलते हैं। स्थान की कमी है, सिर्फ पांच दाह संस्कार स्थल है लेकिन शव कई आते हैं, पिछले 12 दिनों में 41 शव आ चुके हैं। फूल बीनने की परंपरा तीन या पांच दिन के बाद होती है, इसलिए बाहर खुले में चिता लगानी पड़ती है।               


नॉएडाः झाड़ियों में चल रहा है सेक्स रैकेट

ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर में झाड़ियों में चल रहा है सेक्स रैकेट, पुलिस बेखबर।


नोएडा। सूरजपुर थाना कोतवाली क्षेत्र के औद्योगिक पुलिस चौकी क्षेत्र में कई जगह झाड़ियों में सेक्स रैकेट का धंधा खुलेआम जोरों पर है। पुलिस प्रशासन इस नापाक धंधे को बंद करवाने में नाकाम साबित है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए संदेश को सूरजपुर थाना पुलिस नहीं मानती वही उधर झाड़ियों में सेक्स रैकेट के इस धंधे को चलाने वाला आखिर एक सफेदपोश का चेहरा प्रकाश में आया है। बिना नंबर की प्लैटिना मोटरसाइकिल सवार युवक खुद को एक पार्टी का नेता बताते हुए सेक्स संचालिका को कहता है कि पुलिस की जिम्मेदारी मेरी है तुम खुलेआम अपना कार्य करती रहो ऐसे में साबित होता है कि सेक्स रैकेट को चलाने में सफेदपोश भी शामिल है।                


मार्मिकः मासूम के साथ मां की आत्महत्या

बांदा- मां नें मासूम बेटी सहित फांसी लगाकर की आत्महत्या।


बांदा। जिले के चिल्ला कस्बे में दो वर्षीय पुत्री के साथ मां ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने कमरे का बंद दरवाजा तोड़कर दोनों शव कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम कराया। घटना के पीछे जहां सौतन से कलह की चर्चा है तो पति टीबी की बीमारी से तंग आकर आत्महत्या की दलील दे रहा है। कस्बा चिल्ला निवासी रजनी (25) पत्नी शिवदास ने रात में मकान की पहली मंजिल पर सीलिंग फैन में साड़ी बांधकर पहले अपनी दो वर्षीय बेटी शालिनी को फांसी पर लटकाया और फिर दूसरे छोर पर खुद फांसी पर झूल गई।
पति के मुताबिक, वह तड़के घर आया तो बंद कमरे में दोनों के शव फांसी पर लटके थे। पति शिवदास ट्रक चालक और गायक है। उसने दो शादियां कीं। पहली शादी बांदा शहर निवासी शिवकांती के साथ वर्ष 2000 के आसपास की थी।उसके चार बच्चे हैं। दूसरी शादी वर्ष 2012 में तिंदवारी कस्बे के प्रेमनगर की रहने वाली रजनी से की थी। यह कोर्ट मैरिज थी। रजनी से मात्र दो वर्षीय पुत्री शालिनी थी। शिवदास अपनी दोनों इन पत्नियों को चिल्ला कस्बे में एक ही मकान में रखे था। रजनी मकान के ऊपरी हिस्से में रहती थी और शिवकांती निचले हिस्से में रहती है। ग्रामीणों के मुताबिक, दोनों में पटती नहीं थी। एक-दूसरे को सौतन की निगाह से देखती थी। आए दिन दोनों में विवाद होता था। घटना से कुछ घंटे पहले दोनों के बीच विवाद हुआ था। चिल्ला थाना पुलिस ने रजनी के शव का पोस्टमार्टम कराकर पति को सौंप दिया। चिल्ला इंस्पेक्टर रामाश्रय सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया मां-बेटी की आत्महत्या ही प्रतीत हो रही है। घटना के पीछे गृह कलह बताया।               


बीजेपी नेता पर गेंगरेप का आरोप लगाया

बीजेप नेता और डॉक्टर पर लगा छात्रा से गैंगरेप का आरोप एफ आई आर दर्ज कराई।


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। संगम नगरी प्रयागराज में बीए में पढ़ने वाली एक छात्रा से। गैंगरेप का सनसनीखेज मामला सामने आया है। छात्रा के साथ गैंगरेप का आरोप बीजेपी के एक नेता और उनके डॉक्टर साथी पर लगा है। जानकारी के अनुसार मामला साल भर पुराना है। प्रयागराज पुलिस ने इस मामले में अब जाकर आरोपी बीजेपी नेता और डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस ने पीड़ित छात्रा का मेडिकल करा दिया है। हालांकि।नामजद रिपोर्ट दर्ज होने के बावजूद पुलिस ने अभी तक रसूखदार बीजेपी नेता और आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार नहीं किया है। आरोपी बीजेपी नेता ने खुद को बेगुनाह बताते हुए इसे सियासी साजिश करार दिया है। पीड़ित छात्रा द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक़, बीजेपी नेता डॉ श्याम प्रकाश द्विवेदी और उनके साथी डॉ अनिल द्विवेदी ने कई बार पिस्टल की नोक पर उनके साथ शारीरिक संबंध बनाए। इस दौरान मुंह खोलने व शिकायत करने पर उन्‍हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दी जाती थी। पीड़ित छात्रा के मुताबिक़, श्याम द्विवेदी उन्‍हें अपने होटल में बुलाता था। और वहां अपने दोस्त डॉ अनिल द्विवेदी के साथ मिलकर यौन संबंध बनाता था। पीड़ि‍ता की शिकायत के अनुसार, 8 मार्च को दोनों जबरन उनके घर में घुस आए थे। और अपनी हवस का शिकार बनाया था।परिवार वालों की जान का खतरा होने के डर की वजह से वह काफी दिनों तक अपना मुंह बंद रखे हुए थीं। आरोपी बीजेपी नेता डॉ श्याम प्रकाश द्विवेदी की गिनती प्रयागराज के रसूखदार नेताओं में होती है। वर्तमान समय में वह बीजेपी युवा मोर्चा के काशी प्रांत के उपाध्यक्ष हैं। श्‍याम प्रकाश के पिता रामरक्षा द्विवेदी प्रयागराज में बीजेपी के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। श्याम द्विवेदी का अपना होटल है और साथ ही कई दूसरे कारोबार भी हैं।उन्‍होंने सोशल मीडिया पर पीएम और सीएम के साथ ही पार्टी के कई दूसरे कद्दावर नेताओं संग अपनी फोटो लगा रखी है। श्याम द्विवेदी का साथी डॉ अनिल द्विवेदी शहर के सोहबतियाबाग इलाके में एक प्राइवेट अस्पताल चलाता था। हालांकि।यह अस्पताल इन दिनों बंद रहता है. पीड़ित छात्रा द्वारा दर्ज शिकायत के मुताबिक़ दोनों आरोपी प्रतापगढ़ की एक ज़मीन को बिकवाने के नाम पर उनसे मिलते थे। छात्रा की शिकायत पर बीजेपी नेता और उनके डॉक्टर साथी के खिलाफ कर्नलगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। प्रयागराज के एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह के मुताबिक़ जल्द ही पीड़िता का मजिस्ट्रेटी बयान कराया जाएगा। उनके मुताबिक़ शुरुआती जांच के बाद ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। दूसरी ओर आरोपी बीजेपी नेता डॉ श्याम द्विवेदी का कहना है। कि वह पिछले कई वर्षों से धर्मांतरण रोकने की एक मुहिम में लगे हुए हैं। इसलिए साजिश के तहत उन्‍हें फंसाया जा रहा है।             


जैन मंदिर से अष्टधातु की मूर्ति व छत्र चोरी

सिकंदराबाद में जैन मंदिर में अष्टधातु की मूर्ति और चांदी के छत्र चोरी।


केपी खोकरान


बुलंदशहर। सिकंदराबाद नगर के मोहल्ला केसरीवाडा स्थित श्री जैन श्वेतांबर मंदिर में मंगलवार रात चोरों ने धावा बोलकर लाखों रुपये कीमत की अष्टधातु की मूर्तियां,चांदी के छत्र और दानपात्र में से नगदी चोरी कर ली। मंदिर में चोरी की घटना से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिस के आला अफसर जांच के लिए मौके पर पहुंचे। नगर के मोहल्ला केसरीबाड़ा में श्री जैन श्वेताम्बर मंदिर स्थित है। बुधवार की सुबह पुजारी मंदिर को खोला तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई । मंदिर से अष्टधातु की मूर्तियां, चांदी के छत्र समेत अन्य कीमती सामान गायब था। पुजारी चंदन कुमार झा ने मामले की सूचना मंदिर के ट्रस्टी को दी। बताया जाता है। कि चोर मंदिर में छत के रास्ते जंगला को तोड़कर घुसे। घटना को लेकर जैन समाज के लोगों में आक्रोश फैल गया। सीओ नम्रता श्रीवास्तव, कोतवाल जितेंद्र कुमार सिंह समेत फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और मामले की बारीकी से जांच की। पुलिस ने चोरी के सामान की बाबत लोगों से पूछताछ की। सीओ नम्रता श्रीवास्तव ने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है।             


दबंगों ने पंजीकृत शराब विक्रेता को पीटा

मुरादनगर में दबंगों के हौसले बुलंद। मुफ्त शराब न मिलने पर पीटा ठेका संचालक को।


मुरादनगर। दबंगों के हौसले काफी बुलंद हैं। दबंगों ने बीच रोड पर शराब ठेके के संचालक को जमकर पीटा। मामले से जुड़ा हुआ एक लाइव वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में दिख रहा है। कि बीच रोड पर ठेके के संचालक की जमकर पिटाई की जा रही है। वीडियो से साफ है। कि ठेका संचालक खुद को बचाने की कोशिश कर रहा है। लेकिन कई लड़के यहां पर मौजूद हैं।जो लाठी-डंडे लेकर ठेका संचालक को घेर रहे हैं। ठेका संचालक के अपहरण की नाकाम कोशिश की भी गयी।


दबंग चाहते थे। मुफ्त में शराब
ठेका संचालक का कहना है। कि ये दबंग मुफ्त में शराब मांगते हैं। लेकिन जब शराब देने से मना किया गया तो मारपीट पर आमादा हो गए। आरोप यह भी है। कि ये दबंग इलाके में अवैध शराब बेचने की भी कोशिश करते हैं। इससे पहले भी आरोपियों ने मारपीट की कोशिश की थी। मौके पर पहुंची पुलिस जांच पड़ताल में जुटी हुई है।


लोगों की मदद से बचा अपहरण
पहले तो कुछ लोग वीडियो बनाते रहे। लेकिन बाद में लोगों की मदद से ही। दबंग मौके से भाग निकले। नहीं तो हो सकता था। कि वे दबंग ठेका संचालक का अपहरण भी कर लेते, क्योंकि आरोपी पूरी कोशिश कर रहे थे। कि वो ठेका संचालक को कहीं और ले जाएं। जहां पर ज्यादा मारपीट भी हो सकती थी।               


ट्रांसफार्मर की चपेट में आयें मासूम की मौत

ट्रांसफार्मर की चपेट में आकर 13 साल के मासूम की मौत।कब जागेगा नींद से जिला प्रशासन।


अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। बिना चारदीवारी के रखे हुए। ट्रांसफार्मर की वजह से एक और मौत हो गई। मामला विजयनगर इलाके का है। बिजली विभाग की लापरवाही का शिकार हुए 12 वर्षीय मासूम आकाश के घर मातम पसरा हुआ है। उसकी मां का रो-रो कर बुरा हाल है। बिजली की जर्जर तारों ने ली जान
दरअसल बीती शाम, आकाश अपने पिता की दुकान पर जा रहा था और उसी दौरान रास्ते में जर्जर पड़े बिजली के ट्रांसफार्मर की चपेट में आ गया। उसे अस्पताल ले जाया गया।जहां उसने दम तोड़ दिया। इससे पहले भी गाजियाबाद में बिजली की जर्जर तारों की वजह से लोगों की जान जा चुकी है। सवाल ये है। कि बिजली विभाग इस तरफ कब गंभीरता से ध्यान देगा। आकाश के परिवार ने उसको लेकर बहुत सारे सपने देखे थे।आकाश के पिता कहते थे। कि वह ज्यादा पढ़ लिख नहीं पाए, लेकिन अपने बेटे आकाश को पढ़ा लिखा कर एक अच्छे ओहदे पर जरूर पहुंचाएंगे। इसलिए वो आकाश की पढ़ाई को लेकर भी काफी गंभीर रहते थे। लेकिन एक लापरवाही ने आकाश को उसके परिवार से हमेशा के लिए छीन लिया।


4 दिन पहले अर्थला में हुआ हादसा
4 दिन पहले अर्थला की संजय कॉलोनी में भी बिजली की तारों की चपेट में आने की वजह से पूरा परिवार घायल हो गया था। घर का मुखिया अस्पताल में होने की वजह से परिवार के सामने आर्थिक संकट भी गहरा गया।                


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...