मंगलवार, 15 सितंबर 2020

यमुना नदी में 6 लोग हुए लापता, मौत

 पानीपत में हंसती-खेलती जिंदगियों ने जान गवांई
पानीपत। हरियाणा प्रदेश के पानीपत जिले के समालखा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले गांव जलमाना में यमुना नदी में 6 लोग लापता हो गए। जिनमें से तीन लोगों को ढूढ़ निकाला गया है लेकिन अफसोस वह अब इस दुनिया नहीं रहे हैं।बाकी के तीन लोगों का पता लगाया जा रहा है।गोताखोरों की एक टीम यमुना नदी में तलाश अभियान चला रही है।इधर मौके पर पुलिस के कई बड़े आलाधिकारी भी मौजूद हैं।


बतादेंकि, आजकल नाले, नहरें और नदियां उफान पर हैं।तेज बहाव में लिप्त हैं।ऐसे में इनके पास जाकर लापरवाही दिखाना खतरे से भरा हुआ हो सकता है। बरहाल, इस खबर को लेकर विस्तृत जानकारी अभीतक नहीं मिल पाई है इसलिए इस खबर से जुड़े अपडेट मिलने पर यह खबर अपडेट होती जाएगी।              


प्याज की बढ़ी कीमतें, हरकत में सरकार

प्याज की कीमतें आसमान छूने लगीं, हरकत में आई सरकार, एक्सपोर्ट पर लगाई रोक।


कविता गर्ग


नई दिल्ली। प्याज की कीमतों ने आसमान छूना शुरू कर दिया है। इसको देखते ही सरकार चौकन्नी हो गई है। अब सरकार ने तत्काल प्रभाव से प्याज की सभी किस्मों के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।
दरअसल, सरकार प्याज की बढ़ती कीमतों को देखकर तुरंत एक्शन में आ गई। सरकार ने इसलिए देश में प्याज की उपलब्धता को बढ़ाने और घरेलू बाजार में इसकी लगातार बढ़ती कीमत को नियंत्रित करने के लिए तुरंत प्याज के निर्यात पर बैन लगाने का फैसला लिया है। विदेश व्यापार महानिदेशालय ने जानकारी देते हुए बताया कि ‘प्याज की सभी किस्मों के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाया जाता है।’
दरअसल, इस बार महाराष्ट्र समेत दक्षिण भारत के राज्यों में भारी बारिश के चलते प्याज की फसल को काफी नुकसान हुआ है। इसके चलते घरेलू बाजार में प्याज की कीमतें भी आसमान छूने लगी हैं। थोक मंडियों में भी प्याज की कीमत बढ़ रही है। गौरतलब है कि भारत ने अप्रैल से जून के बीच लगभग 20 करोड़ डॉलर के प्याज का निर्यात किया है।                           


दुनिया में संक्रमितों की संख्या-2.91 करोड़

दुनियाभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2.91 करोड़ के पार।


वाशिंगटन। दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 2 करोड़ 91 लाख के पार पहुंच गई है। जबकि 927,000 से अधिक लोग इस बीमारी से जान गंवा चुके हैं। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी ने यह जानकारी दी। यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम्स साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने अपने नवीनतम अपडेट में खुलासा किया।कि मंगलवार सुबह तक कुल मामलों की संख्या 29,182,198 रही और मरने वालों की संख्या बढ़कर 927,015 हो गई।               


भारतः संक्रमितो का आंकड़ा 59 लाख पार

भारत में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 49 लाख पार


24 घंटे में 1054 मरीजों की मौत।


हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस महामारी तेजी से फैल रही है।अबतक 80 हजार से ज्यादा कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है और संक्रमितों का आंकड़ा पचास लाख के करीब पहुंच गया है।देश में पिछले 24 घंटों में 83,809 नए मामले सामने आए हैं।इससे पहले 11 सितंबर को रिकॉर्ड 97,570 संक्रमण के मामले दर्ज हुए थे। वहीं 24 घंटे में 1054 लोगों की जान चली गई है। देश में दो सितंबर से लगातार हर दिन एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो रही है।अच्छी खबर ये है कि 24 घंटे में 79,292 मरीज ठीक भी हुए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में अब कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 49 लाख 30 हजार हो गई है।इनमें से 80,776 लोगों की मौत हो चुकी है।एक्टिव केस की संख्या 9 लाख 90 हजार हो गई और 38 लाख 59 हजार लोग ठीक हो चुके हैं। संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या करीब चार गुना अधिक है।
5 करोड़ 83 लाख से ज्यादा सैंपल टेस्ट
आईसीएमआर के मुताबिक, 14 सितंबर तक कोरोना वायरस के कुल 5 करोड़ 83 लाख सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 11 लाख सैंपल की टेस्टिंग कल की गई. पॉजिटिविटी रेट 7 प्रतिशत से कम है। कोरोना वायरस के 54% मामले 18 साल से 44 साल की उम्र के लोगों को हैं लेकिन कोरोना वायरस से होने वाली 51% मौतें 60 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों में हुईं हैं।
मृत्यु दर में गिरावट
राहत की बात है कि मृत्यु दर और एक्टिव केस रेट में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। मृत्यु दर गिरकर 1.63% हो गई। इसके अलावा एक्टिव केस जिनका इलाज चल है उनकी दर भी घटकर 20% हो गई है। इसके साथ ही रिकवरी रेट यानी ठीक होने की दर 78% हो गई है। भारत में रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है।
देश में सबसे ज्यादा एक्टिव केस महाराष्ट्र में हैं महाराष्ट्र में दो लाख से ज्यादा संक्रमितों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इसके बाद दूसरे नंबर पर तमिलनाडु, तीसरे नंबर पर दिल्ली, चौथे नंबर पर गुजरात और पांचवे नंबर पर पश्चिम बंगाल है। इन पांच राज्यों में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं।एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का दूसरा स्थान है।कोरोना संक्रमितों की संख्या के हिसाब से भारत दुनिया का दूसरा सबसे प्रभावित देश है।मौत के मामले में अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत का नंबर है।                  


सीमा झगड़े पर चारों खाने चित किया ड्रैगन

सीमा पर चारों खाने चित हुआ ड्रैगन,अब चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की कुर्सी खतरे में।


नई दिल्ली। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की रातों की नींद उड़ी हुई है। कहने को तो जिनपिंग चीन के सर्वशक्तिशाली, सर्वमान्य नेता हैं लेकिन अंदर ही अंदर उन्हें एक डर खाए जा रहा है।चालाक और शातिर जिनपिंग ने 2012 में सत्ता हासिल करने के बाद कैसे अपनी ताकत बढ़ाई दुनिया जानती है। लेकिन जिनपिंग की तानाशाही अब उनपर भारी पड़ रही है।
शी जिनपिंग का काउंटडाउन शुरू।
ब्रिटिश अखबार एक्सप्रेस का दावा है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को अपनी कुर्सी छोड़नी पड़ सकती है।कम्युनिस्ट पार्टी के दबाव की वजह से जिनपिंग की कुर्सी खतरे में है। दरअसल कम्युनिस्ट पार्टी का आरोप जिनपिंग कोरोना को सही तरीके से संभाल नहीं पाए। ऐसे में जिनपिंग को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
आपको बता दें, जिनपिंग के इशारों पर ही चीन ने कोरोना का सच पूरी दुनिया से छिपाया, पिछले साल सितम्बर से ही कोरोना फैलना शुरू हो गया था। लेकिन जिनपिंग ने इस सच को दुनिया से छिपाया और पूरी दुनिया को कोरोना के मुंह में झोंक दिया।
दुनिया को डराने वाला खुद क्यों डरा हुआ है।
चीन में बिना जिनपिंग की मर्ज़ी के पत्ता भी नहीं हिल सकता।लेकिन सत्ता का यही केंद्रीकरण अब जिनपिंग की सत्ता हिलाने वाला है। चीनी जनता हो या चीनी कम्युनिस्ट पार्टी सब जिनपिंग की डिक्टेटरशिप से आजिज़ आ चुके हैं।
आतंक एक्सपोर्ट करने वाला क्यों खुद आतंकित है।
जिनपिंग को भी इस सच्चाई का एहसास है और यही वजह है कि जिनपिंग डरे हुए हैं.आतंकित हैं क्योंकि सत्ता से चिपके रहने के लिए जिस जिनपिंग ने संविधान में बदलाव करवा लिया और आजीवन राष्ट्रपति बने रहने का प्रावधान करा लिया वो उसी सत्ता से बेदखल होने के डर से विचलित हैं।
क्या जिनपिंग को है बगावत का डर।
खुद कम्युनिस्ट पार्टी में जिनपिंग के खिलाफ बगावत की चिंगारी सुलग रही है। 2022 में होने वाले नेता के चुनाव में जिनपिंग को डर है कि पार्टी से उन्हें कितना समर्थन मिलेगा। जिनपिंग को लेकर जनता में जिस तरह का सेंटीमेंट है वो कम्युनिस्ट पार्टी का रवैया तय करेगा।क्योंकि भले ही जनता सीधे राष्ट्रपति के चुनाव में हिस्सा नहीं लेगी लेकिन उसका मूड काफी हद तक पार्टी का रुख तय करेगा और जनता का मौजूदा मूड जिनपिंग के कत्तई खिलाफ है।
13 करोड़ से ज़्यादा लोग बेरोज़गार हो चुके हैं। बेरोज़गारी की दर 12 फीसदी से ज़्यादा है।1990 के बाद चीन ने ऐसी बेरोज़गारी नहीं देखी।कोरोना को लेकर जनता में भारी नाराज़गी है। उसकी बानगी वुहान के आसपास विरोध प्रदर्शनों में दिखी. इसलिए शी जिनपिंग को डर है कि उनकी कुर्सी कभी भी खिसक सकती है।               


'बयान' बहादुरों ने जमकर भड़ास निकाली

 राम नगरी में सतही सियासत बनी मौका।


अयोध्या। महाराष्ट्र प्रांत के शिवसेना सुप्रीमो और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे तथा बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के बीच चल रही बयानबाजी में राम नगरी के बयान बहादुरों ने जमकर भड़ास निकाली। जो शिवसेना उग्र हिंदुत्व के लिए नई पीढ़ी के साधु संतो की पहली पसंद हुआ करती थी।हाल यह हुआ कि बयान बहादुरों ने उसी शिवसेना सुप्रीमों उद्धव ठाकरे के श्रीराम की नगरी में घुसने पर अघोषित प्रतिबंध लगा दिया।                 


वित्त वर्ष में 9 फ़ीसदी की आएगी गिरावट

चालू वित्त वर्ष में भारत के जीडीपी में 9 फीसदी की आएगी गिरावट।एडीबी


नई दिल्ली। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने चालू वित्त वर्ष में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में नौ फीसदी की गिरावट आने का अनुमान जताते हुए ।आज कहा कि काेरोना वायरस महामारी का भारतीय आर्थिक गतिविधियों ओर उपभोक्ताधारणा पर बहुत गंभीर प्रभाव पड़ा है।             


न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...