मंगलवार, 15 सितंबर 2020

गाजियाबादः वायरस के 278 नए संक्रमित

सोमवार को गाज़ियाबाद में मिले 278 नए संक्रमित, यहाँ देखें अपडेटेड कंटेनमेंट ज़ोन की लिस्ट।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। सोमवार को ग़ाज़ियाबाद में 278 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आने बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।ज़िले में एक्टिव कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 2126 है। रिपोर्ट के अनुसार ज़िले में अब तक कोरोना के 11064 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।अब तक गाजियाबाद में 8865 कोरोना संक्रमित मरीज पूरी तरह से स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज किए जा चुके हैं।                   


कोरोनाः हॉस्पिटलों में बेडो के लिए मारामारी

गाज़ियाबाद में कोरोना संक्रमितों की बढ़ी परेशानी, अस्पतालों में शुरू हुई बिस्तरों के लिए मारामारी।


गाज़ियाबाद। पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमितों की संख्या की बाढ़ सी आ गई है। जिसकारण न तो सरकारी अस्पतालों में और ना ही प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों को जगह मिल पा रही है। प्रशासन की ओर से संतोष मेडिकल को कोविड अस्पताल के रूप में परिवर्तित किया गया है। पिछले कुछ दिनों से अस्पताल के सारे बेड्स फुल हो चुके हैं।
सोमवार को कोरोना संक्रमण के लक्षण लिए 19 मरीज संतोष अस्पताल पहुंचे थे लेकिन किसी को भी एडमिट नहीं किया गया। कारण बताया गया कि अस्पताल में बेड्स नहीं है। जिस कारण संक्रमित होने के लक्षण लिए लोग इधर-उधर भटकते रहे। यही हाल जिला एमएमजी अस्पताल का भी है। वहां भी कई दिनों से मरीजों को भर्ती नहीं कराया जा रहा है। कोरोना संक्रमण का लक्षण के साथ जाने वाले लोगों को किसी और अस्पताल में जाने के लिए कहा जा रहा है।
दरअसल गाज़ियाबाद में सितंबर के मध्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या अचानक बढ़ने लगी। हर दिन सैंकड़ों की संख्या में लोग लक्षण के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं लेकिन उन्हें जगह नहीं मिल पा रही है। कौशांबी स्थित एक नामी अस्पताल में भी अब बेड्स उपलब्ध नहीं है। वसुंधरा के एक निवासी को कोरोना के शुरुआती लक्षण आने के बाद उन्होंने कौशांबी के एक अस्पताल में दिखाया तो अस्पताल की ओर से बताया गया कि अभी बेड नहीं है। पांच दिनों तक घर में ही आईसोलेशन में रहिए। पांच दिन बाद फिर से जांच होगी। तब तक अगर बेड उपलब्ध हो जाता है तो भर्ती कराया जाएगा।
इस समय कोरोना से गंभीर रूप से प्रभावित लोगों की संख्या में तेजी से बढ़ौतरी हो रही है। गंभीर मरीजों को ऑक्सीजन और प्लाज्मा से ही बचाया जा सकता है। लेकिन सरकारी अस्पताल एमएमजी में प्लाज्मा की कोई व्यवस्था नहीं है। प्लाज्मा के लिए लोगों को दर-दर भटकना पड़ रहा है। दिल्ली सरकार ने व्यवस्था की है कि वहां के अस्पतालों में पहले दिल्ली के रहने वालों को प्लाज्मा दिया जाएगा। ऐसे में गाजियाबाद से दिल्ली इलाज के लिए जाने वालों को वहां भी प्लाज्मा नहीं मिल रहा है।                 


लापता का शव बरामद, आरोपी अरेस्ट

लापता हुई महिला का शव बरामद, पुलिस ने हत्यारोपी पति को किया गिरफ़्तार।


बार-बार होता था पति-पत्नी का आपस में झगड़ा, पति ने गला दबाकर ली अपनी पत्नी की जान


अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। गत् 31 अगस्त को रेशमा खातून नामक महिला अचानक कहीं लापता हो गई थी। जिसके संबंध में रेशमा खातून की गुमशुदगी थाना भोजपुर में दर्ज कराई गई थी। जिसके उपरांत रेशमा का कोई सुराग ना मिलने पर एसएसपी कलानिधि नैथानी ने इस मामले में संज्ञान लिया था। जिसके अनुपालन में एसपी ग्रामीण नीरज कुमार जादौन के नेतृत्व में कई टीमों का गठन किया गया था। जिसी क्रम में पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए विवेचना से संकलित साक्ष और मुखबिर की सूचना पर सद्दाम हुसैन पुत्र अफसर हुसैन निवासी थाना भोजपुर को गिरफ़्तार कर लिया हैं।
कड़ाई से पूछताछ करने पर सद्दाम हुसैन ने बताया कि उसकी शादी को 8 वर्ष हो गए हैं, तभी से उसका और उसकी पत्नी रेशमा खातून का आपस में झगड़ा होता आ रहा था। तंग आकर झगड़े को समाप्त करने के लिए सद्दाम हुसैन ने अपनी पत्नी को मौत के घाट उतारने की योजना बनाई और फिर योजना के अनुसार अभियुक्त सद्दाम हुसैन अपनी पत्नी को घर से बाहर सामान खरीदने के बहाने ले गया।
गौरतलब है कि रास्ते में ग्राम देहरा के जंगल की नहर की पटरी के पास सुनसान जगह पर सद्दाम हुसैन पेशाब करने के बहाने रुका और उसने आस-पास में अपनी नज़र मारी, जैसे ही सद्दाम हुसैन को मौका मिला तो सद्दाम ने अपनी पत्नी रेशमा खातून का अपने हाथों से गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया। सद्दाम हुसैन नेम अपनी पत्नी रेशमा खातून के शव को वही झाड़ी में छिपा दिया था।
थाना भोजपुर प्रभारी निरीक्षक धर्मेद्र कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि अभियुक्त गण को ग्राम फरीदनगर गेट के पास से गिरफ़्तार किया गया हैं। पुलिस ने इसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करके इसको जेल भेज दिया हैं।                 


5 शातिर चोर पकड़े, सैंटरो कार बरामद

पुलिस ने पकड़े पांच शातिर चोर, सैंट्रो कार बरामद।


फाईज़ अली सैफी


गाज़ियाबाद। एसएसपी कलानिधि नैथानी एवम् एसपी सिटी अभिषेक वर्मा के आदेश अनुसार वाहन चोरों के विरुद्ध सिटी थानाक्षेत्रों में चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत थाना कोतवाली नगर पुलिस ने चेकिंग के दौरान दिल्ली गेट के जीटी रोड से पांच शातिर चोर को उस समय गिरफ़्तार कर लिया, जब वह थानाक्षेत्र में सक्रिय थे। पुलिस को इनके पास से चोरी की एक सेंट्रो कार बरामद हुई हैं।
पुलिस को पकड़े गए अभियुक्तों ने अपना नाम मनन अरोड़ा पुत्र अनिल अरोड़ा, दूसरे ने गुलशन पुत्र कल्लू राम, तीसरे ने रवि कुमार पुत्र विनोद कुमार, चौथे ने मनोज कुमार पुत्र मोहनलाल और पांचवें ने विकास कुमार पुत्र विनोद कुमार निवासी थाना रूप नगर दिल्ली बताया हैं।
थाना कोतवाली नगर प्रभारी निरीक्षक संदीप कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पकड़े गए अभियुक्त शातिर किस्म के अपराधी हैं, जिनका एक गिरोह हैं और वह दिल्ली एनसीआर में पहले तो रेकी किया करते हैं और फिर जैसे ही उन्हें मौका मिलता हैं तो वह एकांत में खड़े दुपहिया वाहनों के ताले तोड़कर उन्हें चोरी कर लिया करते हैं।
इतना ही नहीं, अभियुक्त गण चोरी किए गए वाहनों की नंबर प्लेट बदलकर उनकी फर्जी आरसी तैयार कर चोरी के वाहनों को जालसाजी से बेच भी दिया करते हैं। पुलिस ने इनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज करके इनको जेल भेज दिया हैं।                   


अतिक्रमणकारियों पर चली रेलवे की जेसीबी

अवैध अतिक्रमणकारियों पर चला रेलवे का जेसीबी।


हर्रैया। गोरखपुर-गोण्ड़ा रेल लाइन पर गौर रेलवे स्टेशन से चकचई ओवरब्रिज तक रेलवे की जमीन पर दशको से लोगो ने कब्जा जमा रखा था। अतिक्रमणकारी भवन बनाकर दुकान चलाने के साथ-साथ निवास भी कर रहे थे। रेल विभाग द्वारा पीक्यूआरएस मशीन खड़ी करने के लिए अतिरिक्त डबल लाइन बिछाने का प्रस्ताव होने के साथ ही अतिक्रमणकारियों को जमीन खाली कराने का नोटिस दिया गया लेकिन बार-बार नोटिस के बावजूद कुछ ही लोगो ने भवन खाली किया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शनिवार को सहायक सुरक्षा आयुक्त आरपीएफ गोरखपुर श्रेवांश चितवाड़े एवं थानाध्यक्ष गौर अनिल कुमार दूबे के नेतृत्व में भारी पुलिस बल पहुँच गया। तत्पश्चात एईएन बिबेकनन्दन एवं आईडब्लू बस्ती नरेन्द्र सिंह चन्देल क¢ नेतृत्व में जसीबी द्वारा रेलवे की जमीन में बनी दुकानों को ढहाने का काम शुरू हुआ जो देर शाम खबर लिखे जाने तक चल रहा था। श्री नन्दन ने बताया कि रेलवे की जमीन से अतिक्रमण हटाया गया है।                 


लोगों को बचाना पहली प्राथमिकता होगी

कोविड-19 के संक्रमण से जिले के लोगों को सुरक्षित बचाना सबसे पहली प्राथमिकता होगी –जिलाधिकारी दिव्या मित्तल।


संतकबीर नगर। जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल ने कहा है कि कोविड-19 के संक्रमण से जिले के लोगों को सुरक्षित बचाना उनकी सबसे पहली प्राथमिकता होगी। इसके साथ ही लोगों को न्याय दिलाना तथा विकास कार्यक्रमों को तेजी से आगे बढ़ाने का कार्य किया जायेगा। वे कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों को सम्बोधित कर रही थीं। रविवार की देर शाम कोषागार में कार्यभार ग्रहण करने के बाद सोमवार को अधिकारियों की पहली परिचयात्मक बैठक को सम्बोधित करते हुये उन्होंने कहा कि अधिकारी का हर स्तर पर सहयोग किया जायेगा। अधिकारी खुलकर अपनी समस्या उनके सामने रखें, उसका पूरी तरह निदान किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिये मास्क लगाना तथा दो गज की दूरी बनाये रखना अनिवार्य है। हमें लोगों को इसके प्रति जागरूक करना होगा। मास्क लगाकर तथा दो गज की दूरी बनाये रखकर हम अपने परिवार तथा समाज को अधिक से अधिक सुरक्षित रख पायेंगे। उन्होंने कहा कि जिले के नागरिकों को कोविड-19 से बचाव के लिये एवं इलाज के लिये बेहतर सुविधा उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है, इसमें किसी प्रकार की शिथिलता क्षम्य नहीं होगी।
जिलाधिकारी नें सभी अधिकारियों का परिचय प्राप्त किया। उन्होंने निर्देश दिया कि शासन के निर्देशानुसार सभी अधिकारी समय से अपने कार्यालय में बैठें तथा लोगों की समस्याओं को सुने एवं उनका निराकरण करें। बिना उनसे अनुमति लिये कोई भी अधिकारी मुख्यालय नहीं छोड़ेगा। 15 सितम्बर से तहसील दिवस शुरू हो रहा है, सभी अधिकारी इसमें उपस्थित रहें। इस दौरान पुलिस अधीक्षक ब्रजेश सिंह, अपर जिलाधिकारी संजय कुमार पाण्डेय, डी.एफ.ओ डा. टी.रंगाराजू, सी.डी.ओ. अतुल मिश्रा, सभी उप जिलाधिकारीगण, तहसीलदारगण, विकास विभाग के जिलास्तरीय अधिकारी गण उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी नें पत्रकारों से वार्ता के दौरान के बताया कि वे 2013 बैच की आई.ए.एस. अधिकारी हैं। उन्होनें दिल्ली आई.आई.टी. से इन्जीनियरिंग किया है तथा एम.बी.ए. भी किया है। लंदन में नौकरी करने के बाद 2013 में आई.ए.एस. बनीं। उन्होंने सीतापुर में ट्रेनिंग ली। मेरठ में ज्वाइन्ट मजिस्ट्रेट रहीं। गोंडा में सी.डी.ओ. रहीं। संत कबीर नगर आने से पहले वे बरेली विकास प्रधिकरण में उपाध्यक्ष थीं। उन्होंने महान संत कबीर के महापरिनिर्वाण स्थली संत कबीर नगर में अपनी तैनाती को परम सौभाग्य बताया तथा उन्होंने आश्वस्त किया कि वे कबीर चौरा के विकास के लिये भरपूर प्रयास करेंगी।
उन्होंने प्रेस प्रतिनिधियों का स्वागत किया। उन्होने कहा कि जिले में नये-नये तरीके से कार्य करने के लिये वे प्रयत्न करेंगी। वर्तमान समय में कोविड-19 से लोगों को बचाना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रवासी कामगारों तथा स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराकर उनके जीवन को सुखी बनाया जायेगा। विभिन्न विवादों में लोगों को न्याय दिलाने के लिये वे सतत प्रयत्नशील रहेंगी। इसमें सभी प्रेस प्रतिनिधियों के सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने प्रेस प्रतिनिधियों से अपील किया कि वे नियमित रूप से मास्क लगायें तथा दो गज की दूरी बनाये रखें तथा अपने समाचार पत्र एवं संचार माध्यमों से लोगों को जागरूक करें।
उन्होंने बताया कि उन्होंने रविवार की शाम को ही कोविड-19 आपदा नियंत्रण केन्द्र एवं कण्ट्रोल रूम की व्यवस्था देखा है। आज सुबह भी उन्होंने जिला अस्पताल स्थित एल-2 कोविड अस्पताल का निरीक्षण किया है। प्रशासन द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी नियमित रूप से प्रेस प्रतिनिधियों को मिलती रहे इसके लिये वे प्रयास करती रहेंगी।                 


महिलाओं को 1000 दिन के पोषण का ज्ञान

गर्भवती व धात्री महिलाओं को दिया 1000 दिनों के पोषण की जानकारी।


संतकबीरनगर। राष्‍ट्रीय पोषण माह के दौरान सोमवार को जिले के विभिन्‍न क्षेत्रों में कोविड–19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने गर्भवती व धात्री महिलाओं के घरों में जाकर 1000 दिनों के पोषण की जानकारी दी। 1000 दिनों का पोषण भ्रूण के गर्भ में आने से लेकर उनसे दो वर्ष की आयु के पूर्ण करने तक होता है।
पोषण माह की गतिविधियों के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पोषण सखी, सुपरवाइजर तथा पोषण से जुड़े अन्‍य अधिकारी जिले की गर्भवती तथा धात्री महिलाओं के घर पहुंचे। वहां जाकर महिलाओं को यह बताया गया कि वह किस तरह से गर्भकाल में आहार लें ताकि बच्‍चों का पोषण किसी प्रकार से प्रभावित न हो। डीपीओ विजयश्री बताती हैं कि गर्भकाल से लेकर 2 साल की उम्र तक बच्‍चों को उचित पोषण की आवश्‍यकता होती है। कारण यह है कि इसी दौरान बच्‍चे का सम्‍पूर्ण विकास होता है। इसलिए उनके पोषण पर ध्‍यान देने की आवश्‍यकता होती है। आंगनबाड़ी केन्‍द्र बड़गो की आंगनबाडी कार्यकर्ता सुमित्रा ने गर्भवती सरिता व अन्‍य लोगों के घर जाकर उनको पोषण के बारे में जानकारी दी तथा उनको 1000 दिनों के पोषण के साथ ही बढ़ते हुए शिशुओं के विकास में पोषण के महत्‍व के बारे में बताया। पोषण सखी, जिला पोषण विशेषज्ञ इस दौरान तकनीकी सहयोग प्रदान करते रहे। सुपरवाइजर बन्‍दना सिंह ने बताया कि गौसपुर, बेलपोखरी, महुआर तथा अन्‍य क्षेत्रों में उन्‍होने निरीक्षण किया।
1000 दिनों का इस प्रकार होता है विभाजन।
एक शिशु के विकास के 1000 दिनों का विभाजन शिशु के जन्‍म से दो साल तक के लिए होता है। इसमें 270 दिन यानी 9 महीने तक गर्भावस्‍था के दौरान पोषण तथा दो साल यानी 730 दिनों के लिए विकास की विभिन्‍न प्रक्रियाओं के दौरान पोषण का होता है।
विभिन्‍न स्‍तरों पर 1000 दिन इस प्रकार दें पोषण।
जिला संयुक्‍त चिकित्‍सालय संतकबीरनगर के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील कुमार बताते हैं कि बच्‍चे के विकास के 1000 दिनों के पोषण को विभाजित किया गया है। माता अपनी गर्भावस्था में आयरन व फोलिक एसिड से भरपूर भोजन ले जो कि गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास व बढ़त के लिए जरूरी है। माँ का दूध 6 माह तक बच्चे की सभी पोषक तत्वों की आवश्यकताओं की पूर्ति करता है। अतः 6 माह तक शिशु को केवल स्तनपान कराना चाहिए। 6 माह से 2 साल तक मां के दूध के अलावा  फल, फलियाँ व प्रोटीनयुक्त पदार्थ  जैसे अण्‍डा इत्‍यादि  बच्चों को दिया जाना चाहिए जो कि उनके सम्पूर्ण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं।
रखें यह सावधानियां।
गर्भावस्था की पहचान होने पर अतिशीघ्र निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर पंजीकरण करना, नियमित जांच कराना, पौष्टिक व संतुलित आहार का सेवन करना, स्तनपान के संबध में उचित जानकारी प्राप्त करना, चिकित्सक द्वारा दिए गए परामर्शों का पालन करना सुनिश्चित करना, जन्म के 1 घंटे के भीतर बच्चे को स्तनपान कराएं। बच्‍चों को 6 माह तक केवल स्तनपान कराना चाहिए। 6 माह के बाद ऊपरी आहार की शुरुआत करना चाहिए। नियमित स्वास्थ्य जांच कराना चाहिए। शिशु व बच्चे का नियमित व समय से टीकाकरण करवाना चाहिए।                 


पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया

पूर्व पीएम सिंह को इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को बृहस्पतिवार को ...