रविवार, 13 सितंबर 2020

दस्तावेज तैयार करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

ट्रक चोरी कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़, 5 गिरफ्तार कब्जे से ट्रक बरामद


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। कीटगंज पुलिस को आज बड़ी सफलता हाथ लगी मुखबिर के सुचना पर कीटगंज पुलिस मय हमराहियों के साथ परेड में दबिश मारी। मौके से 5 अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीछक के अनुसार पकडे गए अभियुक्त ट्रक चोरी करने के बाद फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेच दिया करते थे। पकडे गए अभियुक्तों का नाम अब्दुल वाहिद शाहगंज, सहवान सोरांव, समशेर सोरांव नदीम नवाबगंज, संतोष द्विवेदी धूमनगंज के रहने वाले है। इनके खिलाफ विभिन्न थानों में भी कई मुक़दमे दर्ज है।
               


पीड़ितों के प्रति पूर्व विधायक की संवेदना

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी
बड़ौदा सिहानी हादसे पर पूर्व विधायक गजराज सिंह ने जताया दुख, पीड़ितों के लिए की मुआवजे की मांग


बड़ौदा सिहानी हादसे के पीड़ितों को बेहतर इलाज और मुआवजा से प्रशासन- गजराज सिंह


हापुड़। बड़ौदा सिहानी में बॉयलर फटने से हुए दर्दनाक हादसे के बाद पीड़ितों से मिलने के लिए पूर्व विधायक गजराज सिंह देवनंदनी अस्पताल और मधु नर्सिंग होम पहुंचे। देवनंदनी अस्पताल में 6 घायल लाएं गए थे। जिनमें से 11 साल की बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं 5 मरीजों का इलाज अभी चल रहा है। मधु अस्पताल में 13 घायलों का इलाज चल रहा है, इनमें से एक 6 साल की बच्ची की हालात गंभीर बनी हुई है। पूर्व विधायक गजराज सिंह ने इस हादसे पर दुख जताया और प्रशाशन से पीड़ित परिवारों को मुआवजे की मांग की और साथ ही जांच करने की अपील की। पूर्व विधायक गजराज सिंह ने मृतक के परिजनों को 10 लाख, गंभीर रूप से घायलों के लिए 5 लाख और घायलों के लिए 2 लाख के मुआवजे की मांग की है। हादसे में आसपास के लोगों के पशुओं को भी गंभीर चोटें लगी हैं। उसके पश्चात गांव में जाकर उस जगह को भी देखा।             


'गंगा' नदी में कूदकर आत्महत्या का प्रयास

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी


आत्महत्या का प्रयास, गंगा में कूदकर बचाई जान


हापुड़। गृहक्लेश के चलते एक युवक ने तीर्थ नगरी ब्रजघाट में पहुंचकर गंगा में कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया, परन्तु नाविकों ने उसे बचा लिया। जानकारी के अनुसार गुलावठी निवासी मनीष गृहक्लेश के चलते ब्रजघाट पहुंच गया और गंगा के पुल से गंगा में कूदकर आत्महत्या करनें का प्रयास किया ,तभी करने के लिये गंगा में युवक ने लगाई छलांग, युवक को कूदता देख नाविकों ने सकुशल गंगा से निकाल कर उसकी जान बचा ली।             


धान खरीद में 600 करोड़ का घोटाला हुआ

धान खरीद में हुआ करीब 600 करोड़ का घोटाला – डॉ. उपाध्याय।


किच्छा। उत्तराखंड में बीते वर्ष धान खरीद में बिचोलियों व अधिकारियों की सांठ-गांठ के चलते कृषि क्षेत्र में करीब 600 करोड़ का बड़ा घोटाला हुआ है। किसान नेता व पूर्व दर्जा राज्य मंत्री डा. गणेश उपाध्याय ने पत्रकारों से वार्ता के माध्यम से प्रदेश सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उनके द्वारा बार-बार अधिकारियों से किसानों के धान खरीद के लिए खतौनी को अनिवार्य करने की मांग की गई थी परंतु अधिकारियों ने निजी स्वार्थों के चलते उनकी मांग को अनदेखा किया।
डॉ. गणेश उपाध्याय ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि अधिकारियों तथा बिचौलियों की मिलीभगत के चलते किसानों को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि अगर खतौनी को अनिवार्य किया होता तो कोई भी बिचौलिया आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस व राशन कार्ड की आड़ में दलाली नहीं कर पाता। डॉ. उपाध्याय ने कहा कि हैरानी की बात यह है कि सूचना अधिकार में धान खरीद की जानकारी मांगने पर अधिकारियों द्वारा बहानेबाजी व टालमटोली की जा रही है, जबकि पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में आज भी खतौनी से ही किसानों का धान खरीदा जाता है।
उन्होंने कहा कि इस बार यदि धान खरीद से पहले किसानों की खतौनी को अनिवार्य नहीं किया गया तो वे जनहित याचिका दायर कर माननीय उच्च न्यायालय में किसानों के हितों की रक्षा के लिए गुहार लगाएंगे। डॉ. उपाध्याय ने जानकारी देते हुए बताया कि कुमांऊ में बीते वर्ष 2019 की धान खरीद में निर्धारित पांच महिने में 5.5 लाख मैट्रिक टन का लक्ष्य रखा गया था, जबकि ग्राउण्ड स्तर पर धान की खरीद निर्धारित लक्ष्य के विपरीत न केवल मात्र डेढ़ महिने में पूरा कर दिया, बल्कि सारे मानकों को ताक पर रख पूर्व निर्धारित लक्ष्य से अधिक लगभग 9.5 लाख मीट्रिक टन की खरीद कर डाली।
मामला अधिकारियों तक पहुंचा तो आनन-फानन में जांच के नाम पर बीच में ही धान की खरीद रूकवा दी गयी। वर्ष 2019 में प्रदेश सरकार ने शासन स्तर से कुमांऊ में कमीशन एजेंट को कुल धान खरीद का लक्ष्य माह अक्टूबर से फरवरी तक पांच महिने में 5.5 लाख मैट्रिक टन तथा गढ़वाल में 0.5 मैट्रिक टन खरीदने का रखा था, इसके साथ ही ई-पोर्टल पर धान की खरीद के लिए किसानों से आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर कार्ड तथा राशन कार्ड की व्यवस्था दी गयी थी।
लेकिन जब कुमांऊ में ग्राउण्ड लेवल पर धान खरीद शुरू हुई तो मात्र तिहाई समय अर्थात डेढ़ माह में ही निर्धारित लक्ष्य से अधिक करीब 9.5 लाख मीट्रिक टन धान खरीद लिया गया। मामले में कमिशन एजेंट व राइस मिलों की भूमिका शक के दायरे में आने पर संभागीय खाद्य निदेशक आरएफसी कुमांऊ ने धान खरीद बंद कर मामले की जांच बिठा दी। जांच में कमिशन एजेंट व राइस मिलों की संदिग्ध भूमिका पाये जाने पर माह नवम्बर 2019 में उप संभागीय विपणन अधिकारी हल्द्वानी के आदेश पर जसपुर व आस-पास की पांच राइस मिलों के खिलाफ कार्यवाही कर तत्काल उनके बिलों पर रोक लगायी थी।
जबकि इसके साथ ही खरीद प्रणाली को किसानों के अनुरूप सुविधाजनक एवं सशक्त बना कर नियम अनुसार केवल खतौनी, जोतबही अथवा किसान सहकारी समिति की स्थायी सदस्यता पर पहले खरीद का मौका बिचौलियों को न देकऱ केवल किसानों को देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि वही खरीद व्यवस्थाओं की मार झेल रहे अधिकांश छोटे किसान बिचौलिए दलालों को घाटे में अपनी फसल बेचने के लिए मजबूर हो जाते हैं, जबकि सरकारी रेटों का दोहरा लाभ पिछले दरवाजे से बिचौलिये उठाते रहे हैं।
उपाध्याय ने मांग करते हुए कहा कि सरकार को किसान हित में जल्द ठोस एवं फूलप्रूफ नीति बनाकर किसानों को मजबूत करना चाहिए। उत्तराखंड की मंडियों से प्रतिदिन जो धान की खरीद डेढ़ माह मे 95 लाख कुंटल की आवति की गई थी, उसकी रिपोर्ट सूचना के आधार पर डेढ़ माह में एक मंडी ने कितना धान तोला, अभी तक उसका उत्तर नहीं दिया गया है।
सूचना के अधिकार इसका स्पष्ट जवाब नहीं दिया है। इस परिपेक्ष में डॉ. गणेश उपाध्याय ने खाद्य सचिव उत्तराखंड को पत्र लिखकर पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है परंतु डेढ़ माह का समय बीतने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही किसानों की लड़ाई के लिए माननीय उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर करेंगे।                


घर लौटे श्रमिकों को काम दे सरकारः माया

घर लौटे श्रमिकों को काम का मौका दे सरकार: मायावती।


पालूराम


लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने केन्द्र और राज्य सरकारों से अपील की है कि वे घर लौटे उत्तर प्रदेश और बिहार के मनरेगा श्रमिकों को काम के अवसर प्रदान करें।
मायावती ने रविवार को ट्वीट किया “आँकड़े फिर गवाह हैं कि देश के करोड़ों श्रमिक संघर्षशील जीवन व मेहनत की रोटी खाने की परम्परा पर लगातार डटे हैं। खासकर यूपी व बिहार में घर लौटे प्रवासी श्रमिक मनरेगा के तहत श्रम करके परिवार का पेट जैसे-तैसे पाल रहे हैं। अतः केन्द्र व राज्य सरकारें उन्हें उचित अवसर जरूर प्रदान करें।
एक रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार अब सरकारी नौकरी में बड़े बदलाव की तैयारी में हैं जिसके तहत नई नौकरी पाने वालों की पांच वर्ष तक संविदा पर तैनाती होगी। इन पांच वर्ष के दौरान भी हर वर्ष में छह-छह महीने में उनका मूल्यांकन होगा। उसमें भी हर बार 60 प्रतिशत अंक लाना यानी फर्स्ट डिवीजन में पास होगा बेहद जरूरी होगा। प्रदेश सरकार की अब प्रस्तावित नई व्यवस्था के तहत पांच वर्ष बाद ही मौलिक नियुक्ति की जाएगी।               


निर्धारित पैकेज में करें संक्रमितो का इलाज

निजी अस्पताल निर्धारित पैकेज में करें कोरोना संक्रमितों का इलाज: योगी।


पालूराम


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्राइवेट अस्पतालों द्वारा कोविड संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए निर्धारित पैकेज के अनुसार ही धनराशि ली जाए। अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा बैठक में योगी ने रविवार को कहा कि लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज, कानपुर और मेरठ में संक्रमण की स्थिति को देखते हुए विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
लखनऊ में कोविड अस्पताल बनाये गये सभी प्राइवेट अस्पतालों द्वारा संक्रमित मरीजों के लिए मानक के अनुरूप स्तरीय सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होने कहा कि सभी कोविड अस्पतालों में पीपीई किट, मास्क, ग्लव्ज, सेनिटाइजर आदि की उपलब्धता निरन्तर बनी रहे। कोविड अस्पतालों में आक्सीजन की आपूर्ति निरन्तर बनाये रखने की प्रभावी व्यवस्था की जाए। आक्सीजन की उपलब्धता 48 घण्टे के बैकअप के साथ रहनी चाहिए। आक्सीजन की कालाबाजारी प्रत्येक दशा में रोकी जाए। ऐसी गतिविधियों में संलग्न व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
योगी ने कहा कि सरकार आमजन को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं सुलभ कराने के लिए कृतसंकल्प हैं। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव व उपचार के लिए राज्य सरकार द्वारा हर सम्भव कदम उठाया जा रहा है हालांकि कोरोना से बचाव के लिए इसके प्रति पूरी सावधानी बरते जाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के प्रति जागरूकता के लिए पुलिस और प्रशासन मिलकर पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से अभियान चलाएं। मास्क न पहनने वालों के प्रति सद्भावनापूर्ण ढंग से प्रवर्तन कार्रवाई की जाए। इसका उद्देश्य लोगों को कोरोना काल में मास्क पहनने के महत्व से परिचित कराना होना चाहिए।
प्रदेश में कोविड-19 के टेस्ट की संख्या 75 लाख से अधिक होने पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि निरन्तर अधिक से अधिक टेस्ट किये जाएं। जितने अधिक टेस्ट किये जाएंगे, कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार पर उतना ही प्रभावी नियंत्रण किया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 से बचाव व उपचार की गतिविधियों को प्रभावी ढंग से संचालित करने के लिए प्रशिक्षित व कुशल मानव संसाधन को बढ़ाये जाने की आवश्यकता है। इसके मद्देनजर चिकित्सकों, पैरामेडिक्स तथा अन्य चिकित्सा कर्मियों को अधिक से अधिक संख्या में प्रशिक्षित कराया जाए। सभी कोविड अस्पतालों में एचएफएनसी (हाई फ्लो नेज़ल कैन्युला), दवाई आदि सहित सभी आवश्यक वस्तुओं की निरन्तर उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।                       


नहर में बहता हुआ मिला महिला का शव

नहर में बहता हुआ मिला महिला का शव , पुलिस मामले की जांच में जुटी।
 रायबरेली। बछरावां थाना क्षेत्र के बाछूपुर गांव में देर शाम ग्रामीणों ने बछरावां रजबहा में एक युवती का शव बहता हुआ देखा। लोगों ने शव की फोटो और वीडियो बना ली, और उसे वायरल कर दिया। फोटो वीडियो वायरल होते ही बछरावां पुलिस हरकत में आई। 
देर रात लगभग 10 बजे शव को नहर से बाहर निकाला गया। पुलिस शिनाख्त के लिए प्रयास करती रही। रविवार की सुबह लगभग 10 बजे मीरख नगर थाना निगोहा जनपद लखनऊ के रहने वाले मोहम्मद असलम सिद्दीकी ने शव की शिनाख्त अपनी बेटी शाहिदा बानो उर्फ रूबी (21) वर्ष के रूप में की। 
शिनाख्त होते ही पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मीरख नगर थाना निगोहा जनपद लखनऊ निवासी मोहम्मद असलम ने बताया कि बेटी शाहिदा बानो की शादी 2018 में उन्होंने मुसंडी कालूखेड़ा थाना मौरावा निवासी मोहम्मद अरशद से की थी, जिससे उसका 1 साल 8 माह का लड़का बिलाल है। दामाद अरशद मुंबई में टेलर का काम करता है। ईद के त्योहार पर रूबी मायके आई थी तब से यहीं पर थी। शनिवार की सुबह उसकी अपने पति से फोन पर बातचीत हुई और कुछ कहासुनी हुई। 
दोपहर लगभग एक बजे रूबी घर से दवा लेने की बात कहकर निकली और देर शाम तक वापस नहीं आई तो उसकी खोजबीन की जाती रही। आज पता चला कि बछरावां थाने में लाश मिली है। पहचान की तो यह लाश उनकी लड़की रूबी की ही है। 
पिता असलम सिद्दीकी का कहना है कि पति से नाराज होकर ही रूबी ने नहर में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली है। कोतवाल राकेश सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह सामने आएगी। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।                   


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...