शनिवार, 12 सितंबर 2020

रूस को चौतरफा घेरने में जुटा 'अमेरिका'

मास्‍को। अमेरिका और रूस के बीच तनाव गहराता जा रहा है। पिछले कुछ महीनों से दोनों ही देश एक-दूसरे के एयरस्‍पेस के पास लगातार फाइटर जेट भेज रहे हैं। उधर, अमेरिका ने पूर्वी और पश्चिमी दोनों ही तरफ रूसी सीमा के पास परमाणु बॉम्‍बर तैनात कर दिया है जिससे दोनों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। रूस को यह डर सता रहा है कि नाटो के साथ मिलकर अमेरिका उसके ऊपर हमले की तैयारी कर रहा है।


अमेरिका ने रूस के पूर्वी और पश्चिमी दोनों ही हिस्‍सों की ओर बॉम्‍बर भेजकर अपना दबाव तेज कर दिया है। इस बीच व‍िश्‍लेषकों का कहना है कि अमेरिका अपने फाइटर जेट को भेजकर हमला करने के लिए रूसी ठिकानों की पहचान कर रहा है। रूसी सीमा पर अमेरिकी जासूसी विमानों की बढ़ती संख्‍या से भड़के रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने कहा कि आकाश में अमेरिकी गतिविधि खतरनाक है।


आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप बंद करें अमेरिका

हमारे आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करना बंद करे अमेरिका: चीन।


माॅस्को/ बीजिंग/ नई दिल्ली। चीन ने कहा है कि उसने अमेरिका के आंतरिक मामलों में कभी हस्तक्षेप नहीं किया है और अमेरिका को भी ऐसा नहीं करना चाहिए। चीनी के विदेश मंत्री वांग यी ने रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ वार्ता के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चीन ने अन्य देशों के आंतरिक मामलों में कभी हस्तक्षेप नहीं किया है और निश्चित रूप से उसने अमेरिका के आंतरिक मामलों में कभी दखल नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि यह चीन की कूटनीतिक परंपरा और मामलों को संभालने का अपना तरीका है, साथ ही अंतरराष्ट्रीय संबंधों का मूलभूत सिद्धांत भी है। वांग ने कहा कि अब समय आ गया है कि चीन अमेरिका से अपने आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करने के लिए कहे।
विदेश मंत्री ने कहा कि चीन की शीर्ष विधायिका नेशनल पीपुल्स कांग्रेस ने कभी भी अमेरिका के आंतरिक मामलों पर चर्चा नहीं की और न ही कोई विधेयक पेश किया, लेकिन अमेरिकी कांग्रेस चीन के आंतरिक मामलों पर लगातार विधेयक पेश कर रही है। अमेरिका इस मामले में बहुत आगे चला गया है। वांग ने कहा कि अमेरिका में कुछ लोगों को अंतरराष्ट्रीय संबंधों के मानदंडों का पालन करते हुए पहले अपने मामलों का प्रबंधन करना चाहिए औरर अन्य देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करना बंद करना चाहिए।               


विश्व में पत्रकारों पर हमला शर्मनाक, गुटेरेस

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने वैश्विक स्तर पर पत्रकारों के खिलाफ हो रहे अपराधों की निंदा की।


नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने वैश्विक स्तर पर पत्रकारों के खिलाफ हो रहे अपराधों की निंदा की है। गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने यह जानकारी दी है।
दुजारिक ने बयान जारी कर कहा कि गुटेरेस वैश्विक स्तर पर लगातार पत्रकारों और मीडियाकर्मियों के खिलाफ बढ़ते अपराधों को देखकर चकित हैं।
बयान में यह भी कहा गया है कि हाल ही में मेक्सिकन पत्रकार जुलियो वालडीविया रोड्रिगुएज की हत्या इसकी मिसाल है कि वैश्विक स्तर पर पत्रकार किस तरह के कठिन और खतरनाक परिस्थितियों में काम करते हैं। गुतरेस ने इन सभी अपराधों की कड़ी निंदा करते हुए संबंधित प्रशासन से आह्वान किया कि वह सुनिश्चित करे कि इन मामलों की जांच हो और दोषियों को सजा मिले।
गुतरेस ने अपनी इस बात को भी दोहराया कि शांति, न्याय, विकास और मानवाधिकारों के लिए प्रेस की आजादी जरूरी है। कोई भी लोकतंत्र प्रेस की आजादी के बिना काम नहीं कर सकता है। जब मीडियाकर्मियों पर हमले होते हैं तो समाज को इसकी कीमत चुकानी पड़ती है।
उल्लेखनीय है कि न्यूयॉर्क आधारित एक एनजीओ की रिपोर्ट के अनुसार इस साल 17 पत्रकारों की मौत हुई है। इनमे से 11 की हत्या की गई है और अन्य खतरनाक असाइनमेंट कवर करते हुए मारे गए हैं।               


नबी को महासचिव पद से हटायाः काग्रेंस

गुलाम नबी आजाद को महासचिव पद से हटाया गया।


नई दिल्ली। कांग्रेस के दिग्गज गुलाम नबी आज़ाद जिन्हें गांधी परिवार के नेतृत्व पर सवाल उठाने वाले असंतुष्ट नेताओं में प्रमुख माना जाता है, उन्हें पार्टी में हुए बड़े बदलावों के बीच पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी ने महासचिव पद से हटा दिया है। सोनिया गांधी द्वारा हस्ताक्षरित एक पत्र में कहा गया, “पार्टी पूरे दिल से निवर्तमान महासचिवों गुलाम नबी आजाद, मोती वोरा, अंबिका सोनी, मल्लिकार्जुन खड़गे और लुइजिन्हो फलेइरो के योगदान की सराहना करती है।
गुलाम नबी आज़ाद कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य बने रहेंगे। जो कि पार्टी के शीर्ष निर्णय लेने वाला पैनल है। असंतुष्ट नेताओं के समूह के एक अन्य सदस्य जितिन प्रसाद को परमानेंट इनवाइटी बनाया गया है। जितिन प्रसाद को भी महासचिव के रूप में भी नामित किया गया है, लेकिन उन्हें उत्तर प्रदेश से बंगाल स्थानांतरित कर दिया गया है, जहां अगले साल चुनाव होने हैं। प्रियंका गांधी वाड्रा यूपी की प्रभारी महासचिव हैं।
कांग्रेस पार्टी में ये बड़ा फेरबदल उस घटना के एक महीने बाद हुआ है जब पार्टी के 23 वरिष्ठ सदस्यों ने बागी तेवर दिखते हुए कांग्रेस की आंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी के आंतरिक चुनाव करवाने और पूर्णकालिक पारदर्शी नेतृत्व की मांग की थी। आज हुए बदलावों में मुकुल वासनिक जो कि 23 पत्र-लेखकों में से एक थे, उन्हें कांग्रेस ने मध्य प्रदेश का प्रभारी महासचिव बनाया है।
 मुकुल वासनिक उन 6 नेताओं में शामिल किया गया हैं जो कांग्रेस अध्यक्ष को संगठनात्मक और संचालन मामलों में सहायता करेंगे। जैसा कि सोनिया गांधी ने 24 अगस्त की बैठक में कहा था।इस पैनल के अन्य नेताओं में एके एंटनी, अहमद पटेल, अंबिका सोनी, केसी वेणुगोपाल और रणदीप सिंह सुरजेवाला हैं।
यह विशेष समिति असहमति पत्र के किसी भी प्रभाव का एकमात्र संकेत है, जिसने पार्टी को बीच में से विभाजित कर दिया और पत्र लेखकों को पार्टी में अलग-थलग कर दिया। रणदीप सिंह सुरजेवाला फेरबदल के सबसे बड़े लाभार्थियों में से हैं।उन्हें कर्नाटक का प्रभारी महासचिव नामित किया गया है और वह विशेष समिति में हैं और इसके साथ ही मुख्य प्रवक्ता के रूप में भी अपना कार्यकाल जारी रखेंगे।
गुलाम नबी आज़ाद और पत्र पर अन्य हस्ताक्षरकर्ताओं पर सीडब्ल्यूसी की 24 अगस्त की बैठक में “विश्वासघाती” के रूप में हमला किया गया था, जिसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी दोनों उपस्थित थे। यह बैठक इस घोषणा के साथ समाप्त हुई थी कि अगले छह महीनों में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी एआईसीसी सत्र तक सोनिया गांधी अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष बनी रहेंगी।
इस बैठक में कथित तौर पर यह भी तय किया गया था कि पार्टी पत्र लेखकों की शिकायतों की जांच करेगी। ऐसे में आज घोषित विशेष समिति उसी वादे को संबोधित करने के लिए है।                 


एचसीः सुदर्शन टीवी का प्रसार रहें प्रारंभ

दिल्ली हाई कोर्ट ने सुदर्शन टीवी के ‘ यूपीएससी जिहाद’ वाले शो पर रोक लगाने से किया इनकार।


नई दिल्ली। दिल्ली हाई कोर्ट ने सुदर्शन टीवी के उस ‘बिंदास बोल’ कार्यक्रम के प्रसारण पर इस चरण में रोक लगाने से शुक्रवार को इनकार कर दिया।
जिसके प्रोमो में दावा किया गया था कि चैनल ‘सरकारी सेवाओं में मुसलमानों की घुसपैठ के षड्यंत्र पर बड़ा खुलासा’ प्रसारित करने जा रहा है।
दिल्ली हाई कोर्ट न्यायमूर्ति नवीन चावला ने सरकारी सेवाओं में मुसलमानों के प्रवेश संबंधी कार्यक्रम के प्रसारण के लिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय की मंजूरी को चुनौती देने वाली याचिका पर केंद्र और सुदर्शन टीवी को नोटिस जारी किया और उनसे जवाब मांगा। याचिका में सरकार के 9 सितंबर के आदेश को खारिज करने का अनुरोध किया गया है।
सरकार ने कहा- कार्यक्रम पर प्रसारण से पहले रोक की व्यवस्था नहीं।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने कहा कि टीवी चैनलों पर प्रसारित किसी भी कार्यक्रम पर प्रसारण से पूर्व रोक की व्यवस्था नहीं है। इस बाबत मंत्रालय ने सुदर्शन चैनल से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि उसका शो कार्यक्रमों के लिए निर्धारित संहिता का उल्लंघन नहीं करे।
चैनल ने किया है ‘सरकारी सेवाओं में मुस्लिमों की घुसपैठ’ का दावा।
सुदर्शन चैनल के एक विवादास्पद कार्यक्रम के प्रोमो में ‘सरकारी सेवाओं में मुस्लिमों की घुसपैठ को लेकर साजिश पर बड़ा खुलासा’ करने का दावा किया था। पिछले महीने यह कार्यक्रम सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाई कोर्ट की न्यायिक जांच के घेरे में आ गया था। सर्वोच्च न्यायालय ने ‘बिंदास बोल’ प्रसारित करने से सुदर्शन टीवी पर पहले से रोक लगाने से इनकार कर दिया लेकिन हाई कोर्ट ने एक अंतरिम आदेश में कार्यक्रम के प्रसारण पर रोक लगा दी थी।               


प्रियंका को बनाया यूपी कांग्रेस महासचिव

प्रियंका गांधी को मिली बड़ी जिम्मेदारी, पार्टी ने बनाया यूपी कांग्रेस का महासचिव।


नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए गुलाम नबी आजाद समेत चार वरिष्ठ नेताओं को महासचिव की जिम्मेदारी से मुक्त किया तो साथ ही रणदीप सुरजेवाला, तारिक अनवर और जितेंद्र सिंह के तौर पर तीन नए महासचिव नियुक्त किए।
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक, अब तक महासचिव प्रभारी (उप्र-पूर्व) की जिम्मेदारी निभा रहीं प्रियंका गांधी वाड्रा को अब पूरे प्रदेश के प्रभारी का जिम्मा आधिकारिक रूप से सौंप दिया गया है।पहले प्रदेश के पश्चिमी हिस्से का प्रभार ज्योतिरादित्य सिंधिया संभाल रहे थे जो कुछ महीने पहले ही भाजपा में जा चुके हैं।
सुरजेवाला को कर्नाटक की कमान।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सुरजेवाला को कर्नाटक के लिए महासचिव प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है तो पिछले लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से कांग्रेस में वापसी करने वाले अनवर को महासचिव बनाकर केरल एवं लक्षद्वीप का प्रभार सौंपा गया है।
जितेंद्र सिंह को असम की जिम्मेदारी
अब तक ओडिशा के प्रभारी की जिम्मेदारी संभाल रहे जितेंद्र सिंह को महासचिव बनाकर असम की जिम्मेदारी दी गई है।असम के लिए महासचिव प्रभारी की भूमिका निभा रहे उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को पंजाब का प्रभार सौंप दिया गया है।               


केकेआर में 2 विदेशी स्टार खिलाड़ी खेलेंगे

आईपीएल 2020: केकेआर के CEO वेंकी मैसूर ने किया कंफर्म, पहले मैच में  खेलेंगे टीम के ये दो स्टार विदेशी खिलाड़ी…


नई दिल्ली। कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) वेंकी मैसूर ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में 23 सितंबर को खेले जाने वाले टीम के पहले मुकाबले के लिए स्टार खिलाड़ी इयोन मोर्गन और पैट कमिंस उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने बताया कि अबुधाबी के अधिकारी खिलाड़ियों के क्वारंटाइन पीरियड को 14 की जगह छह दिन का करने पर सहमत हो गए हैं। अधिकारियों से इस अवधि को और कम करने के लिए बातचीत जारी है। मैसूर ने कहा कि इसको लेकर अधिकारियों से अभी बातचीत जारी है, लेकिन हम इस बात को समझ रहे हैं कि हमारे तीन खिलाड़ियों को क्वारंटाइन में रखा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि ये खिलाड़ी 17 सितंबर को यहां पहुंचेंगे, लेकिन हमारा पहला मुकाबला 23 सितंबर को है, उस समय तक इन तीनों का क्वारंटाइन पीरियड पूरा हो जाएगा। यह हमारे लिए और टूर्नामेंट के लिए अच्छा है। इन तीन खिलाड़ियों में कमिंस और मोर्गन के अलावा इंग्लैंड के बल्लेबाज टॉम बैंटन भी शामिल है। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज 16 सितंबर को मैनचेस्टर खत्म हो जाएगी। ये खिलाड़ी चार्टर्ड विमान से यहां पहुंचेंगे। अबुधाबी में नियमों के मुताबिक यूएई से बाहर से आने वालों को 14 दिनों के लिए अनिवार्य रूप से क्वारंटाइन में रहना होता है। रिपोर्ट के मुताबिक इस बात पर सहमति बन गई है कि खिलाड़ी छह दिनों की पृथकवास अवधि के बाद टीम-बबल (जैव-सुरक्षित माहौल) में अभ्यास कर सकते हैं।
दुबई में अनिवार्य क्वारंटाइन पीरियड का कोई नियम नहीं है। यह तभी होता है जब जांच में कोई कोविड-19 पॉजिटिव मिलता है। इसलिए, दुबई पहुंचने वाले खिलाड़ी पहले दिन से ही अपनी टीमों के लिए उपलब्ध रहेंगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा इसलिए संभव हुआ क्योंकि ये खिलाड़ी एक बायो-बबल (मैनचेस्टर में) से आ रहे हैं। केकेआर और मुंबई इंडियन्स केवल दो टीमें है जो अबू धाबी में स्थित हैं। मुंबई इंडियन्स की टीम में ऐसा कोई खिलाड़ी नहीं है जो इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज का हिस्सा है। बाकी छह अन्य टीमें दुबई में स्थित हैं।
इससे पहले, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के चेयरमैन संजीव चूड़ीवाला ने भी पुष्टि की थी कि ब्रिटेन से दुबई आने वाले खिलाड़ियों को आईपीएल नियमों के तहत पृथकवास में नहीं रहना होगा। मैसूर ने कहा कि हमने जो भी किया वह एक योजना थी और इसे आईपीएल मेडिकल टीम के साथ साझा किया गया था। उन्होंने कहा कि हमने उन्हें बताया कि वे ब्रिटेन में जैव-सुरक्षित माहौल में हैं। अगर हम उन्हें एक चार्टर विमान से लाएं और आव्रजन, परीक्षण, संपर्क रहित सामान और उन्हें आने की अनुमति देने वाले सभी चीजों का ध्यान रख कर उन्हें यहां बबल में शामिल कर सकते हैं।
मैसूर ने कहा कि आईपीएल ने इस बात को समझा और इसके लिए एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) तैयार की जिसके मुताबिक एक बबल से दूसरे बबल में आने के लिए अनिवार्य पृथकवास की जरूरत नहीं होगी। मैसूर त्रिनिदाद एंड टोबैगो में कैरेबियाई प्रीमियर लीग (सीपीएल) खेल कर यहां आने वाले खिलाड़ियों के लिए भी ऐसा ही नियम चाहते है। सीपीएल गुरुवार को समाप्त हो गया और खिलाड़ी शनिवार को यूएई के लिए उड़ान भरेंगे। वहां से केकेआर की टीम में आंद्रे रसेल, सुनील नारायण और क्रिस ग्रीन जुड़ेंगे।             


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...