शनिवार, 12 सितंबर 2020

3 बच्चों की मां को लड़कें से हुआ प्यार

यूपी- 3 बच्चो की माँ को यंग लड़के से हुआ प्यार, कहा- शादी करलो वरना दे दूंगी जान।


लखनऊ। 3 बच्चों की विधवा मां को अपने से कम उम्र के आशिक के साथ ऐसी मोहब्बत हुई कि वो उसे पाने के लिए हर हद से गुजर गई।प्रेमी से शादी की जिद पर अड़ी महिला ने जहर तक खा लिया।
पूरा मामला यूपी के गोरखपुर का है।पीपीगंज इलाके के एक गांव की रहने वाली महिला की शादी महराजगंज जनपद के पनियरा थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवक से करीब सात वर्ष पहले हुई थी। उसके पति की तीन साल पहले किसी बीमारी से मौत हो गई है। 35 वर्षीय महिला दो बेटियों और एक बेटे की मां है।बीमारी के दौरान ही तीमारदारी में उसके पति का मैसेरा भाई हॉस्पिटल से लेकर घर तक मौजूद रहता था। इसी दौरान महिला का उससे सम्बंध हो गया। पीपीगंज इलाके के ही एक गांव के रहने वाले पति के मौसेरे भाई की उम्र करीब 18 साल है और मजदूरी करता है।
दोनों अक्सर पति-पत्नी की तरह ही रहते थे।उन्होंने शादी का भी फैसला कर लिया था। दोनों के बीच संबंधों की जानकारी के जब युवक के घरवालों को हुई तो उन्होंने महिला से दूरी बनाने के लिए बेटे पर दबाव डाला।उनका कहना था कि वह तीन बच्चों की मां से बेटे की शादी नहीं करेंगे।
हालांकि महिला का उसके घर आना-जाना जारी रहा। शुक्रवार को वह युवक के घर पहुंची।आरोप है कि उसके मां-बाप के साथ युवक ने भी शादी करने से इनकार कर दिया। उसके बाद महिला अपनी फरियाद लेकर पीपीगंज थाना पर पहुंच गई।आरोप है कि थाना परिसर में ही उसने जहरीला पदार्थ खा लिया। जब वह उल्टी करने लगी तब पुलिसवाले उसके पास पहुंचे तो महिला ने कहा कि उसने जहर खा लिया है। उसकी बात सुनकर पीपीगंज पुलिस सकते में आ गई और फौरन महिला को पीपीगंज थाने के एसआई सदानन्द सिन्हा ने इलाज के लिए मेडिकल कालेज में भर्ती कराया। जहां महिला का इलाज चल रहा है।               


अज्ञात 40 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। ट्रॉनिका सिटी थाना क्षेत्र के बदरपुर गांव में पुलिस कस्टडी से जबरन हिस्ट्रीशीटर को छुड़ाकर ले जाने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की चार टीमें फरार आरोपियों की तलाश कर रही हैं। वहीं मुख्य आरोपी और उसके परिवार के दर्जन भर लोग अपने घरों में ताला लगाकर फरार हो गए है। गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं पुलिस पर हमले के बाद गांव में भय का माहौल है। गाँव में जरूरी समान की ज्यादातर दुकानें बंद रहीं। ट्रॉनिका सिटी थाना एसएचओ ओपी सिंह ने बताया कि पुलिस कस्टडी से जबरन हिस्ट्रीशीटर को छुड़ाकर ले जाने के मामले में पुलिस ने गांव की प्रधान सारजहां समेत 17 नामजद और 40 अज्ञात महिला-पुरूष के खिलाफ धारा 395, 397, 353, 332, 326, 427, 504, 506, 307, 7 क्रिमनल लॉ में रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस ने मामले में मुख्य आरोपी नसरूद्दीन उर्फ काले के रिश्तेदार शमीम और असलम को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसएचओ ने बताया कि पुलिस फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है। मुख्य आरोपी और उसके साथी फरार है।


आपको बता दें कि पुलिस की टीम बदरपुर गांव में दबिश देने गई थी। दबिश के दौरान पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर आरोपी काले को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद आरोपी के परिवार वालों और आसपास के लोगों ने पुलिस की गाड़ी को घेरकर जबरन उसे छुड़वाया था। इस दौरान लोगों ने पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट करते हुए गाड़ी से शीशे तोड़े और क्षतिग्रस्त की थी। आरोपियों ने पुलिस का वायरलेस सेट भी लूट लिया था। इसके बाद मौके पर भारी पुलिस बल बुलाया गया लेकिन तब तक आरोपी को लोग ले जा चुके थे।            


एफआईआर के मांंगे 15 हजार, किया सस्पेंड

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। एसएसपी कलानिधि नैथानी इन दिनों भ्रष्टाचार के खिलाफ बहुत सख्त नज़र आ रहे हैं। शनिवार (12 सितंबर) को उन्होंने रिश्वत लेने के आरोप में पुलिस विभाग में कार्यरत एक कंप्यूटर ऑपरेटर को सस्पेंड कर दिया वहीं तथ्य छुपा कर पुलिस में


FIR दर्ज करने के मांगे ₹ 15 हज़ार


एसएसपी कलानिधि नैथानी को सूचना मिली कि लोनी बार्डर थाने में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटर गजेन्द्र सिंह एक पीड़ित से FIR दर्ज कर उसकी कॉपी देने के बदले ₹ 15,000 की मांग कर रहा है।  एसएसपी ने सूचना मिलते ही उसकी गोपनीय जांच कराई।  जांच में पीड़ित का पक्ष सही पाने पर कंप्यूटर ऑपरेटर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।


तथ्य छुपा कर पुलिस में भर्ती होने वाला सिपाही बर्खास्त


दूसरी घटना में 2015 में भर्ती एक आरक्षी को तथ्य छुपा कर नौकरी पाने के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया। आरक्षी अक्षय कुमार जो 2012 में बीएसएफ में भर्ती हुआ था और लगातार गैरहाजिर होने के चलते 2014 में बीएसएफ की सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। जिसके बाद उक्त आरक्षी 2015 में उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में बर्खास्तगी के तथ्यों को छिपाते हुए भर्ती हो गया था।


संपूर्ण प्रकरण की जांच पुलिस अधीक्षक नगर द्वारा कराई गई तो उक्त आरक्षी पर लगाए गए आरोप सत्य पाए गए। आरोपों की गंभीर प्रकृति होने के चलते उक्त आरक्षी 2088 नागरिक पुलिस अक्षय कुमार को  सेवा से बर्खास्त किया गया है।           


मोमबत्ती-लालटेन जलाओ, युवा को जगाओ

नई दिल्ली। माननीय भावी मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के आवाहन पर आज रात 9 बजकर 9 मिनट राष्ट्रीय जनता दल के जिला अध्यक्ष चंद्रशेखर यादव जी के नेतृत्व में अपने आवास कार्यालय स्थित अपने गेट पर लालटेन मोमबत्ती जला कर बेरोजगार युवाओं को जगाने का काम किया एवं सभी बेरोजगार युवाओं ने यह ठाना है। इस निकम्मी सरकार को हटाना है सुशासन की सरकार को बदलना है युवाओं के आईकॉन आदरणीय तेजस्वी यादव जी को बिहार का मुख्यमंत्री बनाना है इस अवसर पर सभी बेरोजगार युवकों एवं कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारे भी लगाए।


इस अवसर पर राजद जिला अध्यक्ष चंद्रशेखर यादव के साथ भागलपुर जिला मीडिया प्रभारी प्रवीण कुमार बिहार प्रदेश महिला प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव श्रीमती रिंकू राज बेरोजगार युवक अमन कुमार सूरज यादव रूपेश कुमार शशांक शेखर राज सोनू रोहित कुमार कुमार अमिसा कुमारी प्रतिभा कुमारी मयंक कुमार प्रिंस कुमार सद्भावना कुमारी महेंद्र यादव सहित दर्जन युवा मौजूद थे।              


मेडिकल वेस्ट के खिलाफ लोगों में गुस्सा

अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। जनपद के सीमांत विहार में स्थानीय लोगों ने रेहड़ी में मेडिकल वेस्ट ले जाते हुए दो लोगों को पकड़ लिया। उन्होंने गंदगी फैलाने और खुले में वेस्ट एकत्रित करने पर जमकर गुस्सा जाहिर किया। इस बीच आस-पास सोसायटी के लोगों की भीड़ जुट गई। मामले की सूचना डायल-112 पर पुलिस को दी गई। उधर, पार्षद मनोज गोयल के साथ नगर निगम की टीम भी पहुंच गई। पुलिस ने मेडिकल वेस्ट जब्त कर दोनों को पकड़ लिया। निजी अस्पताल की तरफ से इस तरह मेडिकल वेस्ट ना ले जाने का भरोसा दिया गया। लोगों ने शिकायत देकर कार्रवाई की मांग कार्रवाई की है।


स्थानीय निवासी भृगु सिंह ने बताया कि वैशाली के एक निजी अस्पताल का मेडिकल वेस्ट भोवापुर के एक अवैध गोदाम में एकत्रित किया जाता है। इससे सीमांत विहार और कौशांबी के हजारों लोगों को स्वास्थ्य खराब होने का खतरा है। पिछले दिनों नगर निगम की टीम ने कार्रवाई करते हुए मेडिकल वेस्ट को उठवाया था। इसे पकड़कर लोगों ने पुलिस को सौंप दिया। वहीं से कौशांबी थाने की डायल-112 पुलिस को सूचना दी गई।


मौके पर पहुंची पुलिस ने रेहड़ी समेत दोनों लोगों को अपने कब्जे में ले लिया। इस बीच निजी अस्पताल के प्रबंधन से एक पदाधिकारी भी थाने पहुंच गए। वहां उन्होंने पुलिस के समक्ष स्थानीय लोगों को भरोसा दिलाया कि अब मेडिकल वेस्ट इस तरह खुले में एकत्रित नहीं किया जाएगा। मामले में सुरेंद्र सिंह, अजय प्रताप सिंह, भृगु सिंह, प्रभात कुमार, अमित चौधरी समेत अन्य लोगों ने अपने हस्ताक्षर के साथ कौशांबी थाने में लिखित शिकायत देकर मेडिकल वेस्ट फेंकने वालों पर कार्रवाई की मांग की है।              


आदेश के बाद लेखपाल छब्बूराम बनें छब्बे

रायबरेली। विद्यालय क़ी बाउंड्रीवाल क़े निर्माण में लेखपाल क़ी हीलाहवाली बाधा बन रही। जिससें विद्यालय का विकास बाधित हो रहा।
मामला विकास खण्ड के प्रा वि मोन का है । जहां विद्यालय की बाउंड्री निर्माण में भूमाफियाओं से लेखपाल छब्बूराम की सेटिंग बाधा बन रही। बाउंड्री निर्माण का मामला पिछले दो वर्षों से लंबित है जबकि उपजिलाधिकारी से लेकर जिलाधिकारी तक ने प्रकरण की जांच कर संवैधानिक कार्यवाही किये जाने के निर्देश लेखपाल को दिए फिर भी अवैध कब्जेदारों से लेखपाल की तगड़ी डीलिंग के चलते लेखपाल पिछले दो वर्षों से मामले को गंभीरता से न लेकर बार बार नजरंदाज किया जा रहा है। मालूम हो क़ी विद्यालय की बाउंड्री निर्माण हेतु प्रधानाध्यापक द्वारा क्रमशः उपजिलाधिकारी से लेकर जिलाधिकारी से मामले की जांच कराकर कार्यवाही की मांग की। मार्च में जिलाधिकारी ने भी आवश्यक कार्रवाई हेतु निर्देशित किया। वही पूर्व उपजिलाधिकारी विनय कुमार सिंह ने भी लिखित रूप से लेखपाल को निर्देश दिए कि प्रकरण को गंभीरता से लेकर बाउन्डी निर्माण सुनिश्चित कराया जाए। वही ग्रामप्रधान द्वारा पंचायत सदस्यों से अनुमोदन कराकर विद्यालय के नाम भूमि दर्ज किए जाने हेतु प्रस्ताव भी दे दिया। फिर भी लेखपाल महोदय ने मामले में गंभीरता नही दिखाई। जिसके चलते आए दिन विद्यालय में लगे पेड़, पौधे व संपत्ति का नुक़सान एवं अतिक्रमण हो रहा है ।              


पुलिस ने 3 अभियुक्तों को किया गिरफ्तार

सन्दीप मिश्रा


रायबरेली। पुलिस अधीक्षक रायबरेली के निर्देशन में तथा अपर पुलिस अधीक्षक रायबरेली के कुशल नेतृत्व तथा क्षेत्राधिकारी सलोन के निकट पर्यवेक्षण में अपराध एवं अराधियो के विरुद्ध कृत कार्यवाही के अन्तर्गत थाना सलोन पुलिस टीम द्वारा मुखविरखास की सूचना पर दिनांक 08 अगस्त 2020 को थाना स्थानीय पर पंजीकृत मुकदमा गोवध निवारण अधिनियम से सम्बंधित 20-20 हजार रुपये (कुल-60 हजार रुपये) के इनामिया 03 अभियुक्तों नूर मोहम्मद पुत्र फतेअली व कमाल पुत्र जलाल मोहम्मद और गौस मोहम्मद पुत्र वली निवासीगण आशिकाबाद थाना सलोन रायबरेली को नहर कोठी के पास से नियमानुसार गिरफ्तार कर थाना स्थानीय पर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है। गिरफ्तारशुदा अभियुक्तों पर पूर्व में ही पुलिस अधीक्षक रायबरेली द्वारा 20-20 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में थानाध्यक्ष पंकज त्रिपाठी थाना सलोन , उप-निरीक्षक शुभम सिंह यादव थाना सलोन , मुख्य आरक्षी चालक कृष्ण नारायण मिश्रा थाना सलोन , आरक्षी पुष्पेन्द्र सिंह थाना सलोन , आरक्षी मुकेश द्वितीय थाना सलोन , आरक्षी कर्मवीर सिंह थाना सलोन , आरक्षी रवि चौरसिया थाना सलोन , आरक्षी अभिषेक निषाद थाना सलोन , महिला आरक्षी सोनिया थाना सलोन की सराहनीय भूमिका रही है ।           


यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें

यूक्रेन द्वारा कजान पर ड्रोन के माध्यम से हमलें  सुनील श्रीवास्तव  मॉस्को। यूक्रेन द्वारा अमेरिका के 9 /11 जैसा अटैक करते हुए कजान पर ड्रोन ...