शुक्रवार, 11 सितंबर 2020

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण




यूनिवर्सल एक्सप्रेस   (हिंदी-दैनिक)









 सितंबर 12, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-29(साल-02)
2. शनिवार, सितंबर 12, 2020
3. शक-1943, अश्विन, कृृष्ण-पक्ष, श्राद्ध पक्ष, तिथि- दसमी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:35, सूर्यास्त 07:00 ।


5. न्‍यूनतम तापमान 23+ डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै.।


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गुरुवार, 10 सितंबर 2020

चीनी 'ड्रैगन' पर ट्रंप ने किया तगड़ा वार

बीजिंग/ वाशिंगटन डीसी। चीन औऱ अमेरिका के बीच छि़ड़े ट्रेड वार और वर्ड वार के बीच अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के तहत 1000 चीनी नागरिकों का यूएस वीजा रद्द कर दिया गया है। बुधवार को विदेश विभाग के प्रवक्ता ने बयान जारी कर बताया कि 29 मई के राष्ट्रपति पद की घोषणा के तहत 1000 से अधिक चीनी नागरिकों के अमेरिकन वीजा को रद्द कर दिए गए हैं। बताया गया है कि यह कदम सुरक्षा को खतरे के मद्दनेजर उठाया गया है।


महीनों पुराने प्रस्ताव पर विचार करते हुए यह फैसला लिया गया हैः अमेरिका
अमेरिकी गृह विभाग के कार्यवाहक मंत्री चेड वोल्ड ने मामले पर कहा कि अमेरिका चीन के खुफिया विभाग अथवा पीपुल्स लिबरेशन आर्मी से संबद्ध चीन के शैक्षणिक संस्थानों से जुड़े स्नातक छात्रों और शोधार्थियों के वीजा रद्द करने के महीनों पुराने प्रस्ताव पर विचार करते हुए यह फैसला लिया है, क्योंकि वो जासूसी या बौद्धिक संपदा की चोरी जैसे खतरा पैदा कर सकते हैं। चेड वोल्फ ने चीन पर अन्यायपूर्ण व्यापार व्यवहार, औद्योगिक जासूसी और कोरोना रिसर्च चुराने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह चीन-अमेरिका द्वारा छात्रों को दिए जा रहे वीजा का दुरुपयोग कर रहा है।


चीनी छात्रों और शोधार्थियों की चीनी सेना के साथ मिलीभगत हैः अमेरिका
1000 से अधिक चीनी छात्रों के वीजा रद्द करने की कार्रवाई पर अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से कहा गया है कि उक्त फैसला राष्ट्रपति ट्रंप की 29 जुलाई की घोषणा के तहत किया गया है, ताकि उन्हें अनुसंधान से जुड़ी जानकारियों को चुराने से रोका जा सके। चीनी छात्रों और शोधार्थियों पर यह आरोप भी लगाया गया है कि उनकी चीनी सेना के साथ मिलीभगत है।           


यूरोपीय देशों ने रूस को चेतावनी दी

मास्को। रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी पर हमले को लेकर यूरोपीय देशों ने रूस को चेतावनी दी है। रूस के नेता नवलनी को जहर देने के मामले में व्लादिमीर पुतिन की मुसीबतें बढ़ती ही जा रही हैं। इस मामले को लेकर यूरोप के कई देश पुतिन के खिलाफ सीधे तौर पर सामने आकर उनकी आलोचना कर रहे हैं। वहीं जर्मनी रूस पर कुछ प्रतिबंध लगाने की सोच रहा है। जर्मनी फिलहाल यूरोपीय यूनियन का प्रमुख है। जर्मनी के विदेश मंत्री हीको मास ने इस मामले पर साफ कहा है कि मॉस्को की ओर से इस बारे में कोई स्पष्टीकरण नहीं आता है तो हम जर्मनी पर कुछ प्रतिबंध लगाने का विचार करेंगे। जिसमें जर्मन-रूसी गैस पाइपलाइन परियोजना पर पुनर्विचार कर सकता है।  नवालनी के मामले में जर्मनी  डॉक्टर न कहा है कि इनको मारने में नोविचोक नर्व एजेंट जैसा रासायनिक पदार्थ उपयोग किया जा सकता है। फिर यूरोपीय यूनियन ने पिछले सप्ताह रासायनिक हथियार के इस्तेमाल की कड़ी निंदा की थी। और इसको अंतरराष्ट्रीय नियम का गंभीर उल्लंघन बताया था।


एक राजनायिक ने बताया कि यूरोपीय यूनियन ने जिन प्रतिबंधात्मक उपायों की बात कर रहा है इसका मतलब कुछ व्यक्तियों पर प्रतिबंध से है। अगर इसे लागू किया गया तो इन लोगों पर ईयू यात्रा पर रोक लगा दी जाएगी साथ ही क्षेत्र में उनकी किसी भी संपत्ति को जब्त कर लिया जाएगा।               


फ्रांस ने भारत को सामरिक साझेदार बताया

नई दिल्ली/ पेरिस। फ्रांंस ने बुधवार को भारत को एशिया में अपना ‘‘अग्रणी'' सामरिक साझेदार करार देते हुए कहा है कि उनकी रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली की आसन्न यात्रा का मकसद भारत के साथ ‘दूरगामी' प्रभाव वाले रक्षा सहयोग को और मजबूत बनाना है।


पार्ली गुरुवार को भारत आ रही हैं जहां वह अंबाला में एक समारोह में हिस्सा लेंगी जिसमें पांच राफेल विमान के पहले दस्ते को भारतीय वायु सेना में शामिल किया जाएगा। फ्रांस की रक्षा मंत्री अपने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ वार्ता भी करेंगी।             


अमेरिका में 'राष्ट्रपति चुनाव' आए करीब

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव अब करीब है, प्रचार और बयानबाजी चरम पर है। संपूर्ण विश्व का आकर्षण भी इस चुनाव में निहित समझें तो गलत नहीं होगा, क्योंकि विश्व जानता है कि अमेरिका के नेतृत्व परिवर्तन से विश्व के कई निर्णयों में परिवर्तन भी संभव है। जहां वर्तमान राष्ट्रपति ट्रंप अपनी ताकत बढ़ाने में लगे हैं और इसके लिए वे हर पक्ष और समूह से संपर्क में हैं, उसी तरह डेमोक्रेटिक पार्टी के बाइडेन भी अपनी दावेदारी मजबूत कर रहे हैं।


हाल ही में विस्कॉन्सिन प्रांत की केनशा में हुए एक कार्यक्रम में बाइडेन ने तिब्बत के विषय में स्पष्ट मत रखते हुए यह कहा कि अगर वे सत्ता में आए तो तिब्बत में चीनी अधिकारियों द्वारा मानवाधिकार के उल्लंघन पर प्रतिबंध लगाने का प्रयास करेंगे। साथ ही एक नया विशेष समन्वयक नियुक्त करेंगे जो इस बात पर जोर देगा कि चीनी सरकार अमेरिकी राजनयिकों, पत्रकारों और अमेरिकी नागरिकों को तिब्बत पहुंचने में कोई समस्या खड़ी न करे, ताकि तिब्बत के स्थानीय नागरिकों के मानवाधिकारों की रक्षा हो सके और उनकी मूल संस्कृति और परंपराओं पर कोई चीनी प्रतिबंध न रहे। यह बयान तब विशेष महत्व रखता है जबकि भारत व चीन सीमाओं पर आमने सामने है, कई स्तर की बातचीत, रक्षामंत्रियों की वार्ता, सैन्य अधिकारियों की वार्ता के बाद भी चीन की मानसिकता में कोई सुधार नहीं आया।


इतिहास के घटनाक्रम को देखें तो समझ मे आएगा कि अतिक्रमण चीन का चरित्र रहा है। वर्तमान में हम चीन देख रहे है, वह तिब्बत, मंगोलिया, हांगकांग आदि कई देश व द्वीपों पर जबरन अतिक्रमण के बाद बना है। ऐसी स्थिति में किसी अमेरिकी प्रतिनिधि द्वारा तिब्बत के विषय में उठाया गया यह व्यापक विचार ही माना जाएगा। हालांकि इसे भारतीय मूल के मतदाताओं को आकर्षित करने की योजना भी माना जा सकता है। यों विश्व जानता है कि चीन ने अपने आसपास के कई देशों में अतिक्रमण किया और उनके भूभाग पर कब्जा किया है। लेकिन अब स्थितियां बदल रही हैं। पिछले कुछ समय से सीमा पर चले आ रहे विवादों में भी भारतीय सेना ने विपरीत परिस्थिति और भौगोलिक चुनौतियों के बावजूद चीनी सैनिक घुसपैठियों को कई बार पटखनी दी। बहरहाल, अमेरिका में चुनावों के बाद नेतृत्व जो भी आए, अब अमेरिका भारत के सहयोगी के रूप में खड़ा रहेगा, ऐसी उम्मीद है।           


मुकाबले में धोनी ने मेरा मनोबल बढ़ाया

दुबई। टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपने पदार्पण मुकाबले को याद करते हुए कहा कि उस मैच में टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने उनका मनोबल बढ़ाया था। बुमराह ने 2016 में भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। भारत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की वनडे सीरीज के शुरु के चार मुकाबले हार चुकी थी और सिडनी में खेले गए पांचवें मुकाबले में बुमराह को खेलाया गया। इस मुकाबले में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया हराया।


बुमराह ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, “अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला धोनी का निजी निर्णय था और सभी इसका सम्मान करते हैं। लेकिन निजी तौर पर मैंने 2016 में उनके नेतृत्व में पदार्पण किया था और उन्होंने मेरा मनोबल काफी बढ़ाया था। कई लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होगी कि धोनी ने इससे पहले तक मुझे किसी स्तर में गेंदबाजी करते नहीं देखा था।” उन्होंने कहा, “मेरे पदार्पण मुकाबले में जब मैं डेथ ओवर में गेंदबाजी करने गया तो मैंने धोनी से पूछा कि क्या में यार्कर फेंक सकता हूं। उन्होंने मुझसे कहा नहीं, आप यार्कर नहीं करेंगे। धोनी को उस वक्त लगा कि यह कठिन डिलेवरी है और मैं ऐसा नहीं कर पाऊंगा।” तेज गेंदबाज ने कहा, “मैं धोनी से कहा कि डेथ ओवरों में मुझे यार्कर के सिवाए अन्य गेंदबाजी के बारे में नहीं पता है। इसके बाद मैंने यार्कर ही फेंकी और धोनी मेरे पास आए और उन्होंने कहा कि तुम्हें पहले टीम में आना चाहिए था, हम सीरीज जीत सकते थे। एक तरफ जहां मैं पदार्पण के कारण काफी बैचेन था वहीं दूसरी ओर कप्तान का मुझे ऐसा कहना मेरे लिए सुखद था। उन्होंने मुझे खुलकर गेंदबाजी की इजाजत दी।”


आईपीएल में मुंबई इंडियंस की ओर से खेलने को लेकर उन्होंने कहा, “जब आप सफल फ्रेंचाइजी के लिए खेलते हैं तो उम्मीदें भी रहती हैं। हमारी टीम बेहद अच्छी है। ट्रेंट बोल्ट के टीम में शामिल होने से मुझे उनके साथ गेंदबाजी का अवसर मिलेगा। मुंबई इंडियंस के हौसले काफी बुलंद हैं।” इस साल के अंत में होने वाले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बुमराह ने कहा, “जब हम पिछली बार ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए थे तो यह काफी चुनौतीपूर्ण दौरा था लेकिन इसके नतीजे से हमें काफी खुशी हुई और यह हम सभी के लिए विशेष था। हर क्रिकेटर ऑस्ट्रेलिया दौरे पर इसलिए भी जाना चाहता है क्योंकि उसे पता होता है कि वहां चीजें आसान नहीं होंगी।”               


रेप के बाद जलाई गई 'हजारों महिलाएं'

यंगून। म्यांमार की सेना छोड़कर भागे दो सैनिकों ने अल्पसंख्यक रोहिंग्या के खिलाफ रखाइन प्रांत में हुए नरसंहार की बात कबूल की है। दो सैनिकों ने एक वीडियो में कबूल किया है कि अगस्त 2017 में उन्हें आदेश मिले थे कि जिन भी गांवों में अल्पसंख्यक रोहिंग्या रहते हैं, वहां 'जितने भी दिखें या जिनके बारे में पता चले उन सभी को गोलियां चला कर मार डालो।' इसके अलावा रोहिंग्या औरतों के रेप और जलाकर मारने जैसे वीभत्स जुर्म भी कबूल किये गए है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक इन दो सैनिकों ने एक वीडियो गवाही में रखाइन प्रांत में रोहिंग्या मुसलमानों को फांसी देने, सामूहिक तौर पर दफनाने, गांवों को तबाह करने और बलात्कार की बात स्वीकार की है।         


सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया

सीएम ने 'महाकुंभ' की तैयारियों का जायजा लिया  बृजेश केसरवानी  प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी ...