गुरुवार, 10 सितंबर 2020

5 लड़ाकू विमान हुए वायु सेना में शामिल

अम्बाला। फ्रांस से खरीदा गया अत्याधुनिक लड़ाकू विमान राफेल गुरुवार को औपचारिक रूप से वायु सेना के लड़ाकू विमानों के बेड़े में शामिल हो गया। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ खुद फ्रांसीसी रक्षा मंत्री फरोरेंस पार्ले भी मौजूद थे। हरियाणा के अंबाला स्थित वायु सेना स्टेशन में एक शानदार समाराेह में पांच विमान वायु सेना के गोल्डन एरो स्क्वाड्रन का हिस्सा बने। ये विमान गत 27 जुलाई को भारत आये थे। इससे पहले सर्वधर्म पूजा की गई और रफाल ने भारत के अन्य लड़ाकू विमानों के साथ अपनी ताकत और जौहर का आसमान में प्रदर्शन किया। समारोह में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया, रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार, डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. जी सतीश रेड्डी, रक्षा मंत्रालय और सशस्त्र बलों के कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।        


जारी गाइडलाइन का सख्ती से पालन करें

अखिलेश पांडेय


नई दिल्ली। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग एवं विशेषज्ञों के मुताबिक अनलॉक प्रक्रिया के बाद बाहर से रोजी-रोटी की तलाश में दिल्ली आ रहे लोगों और टेस्ट कराने में लापरवाही की वजह से दिल्ली में कोरोनावायरस के मामलों में इजाफा हुआ है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना संक्रमण को रोकने के संबंध में समीक्षा बैठक की। बुधवार को हुई इस समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, मुख्य सचिव, वरिष्ठ अधिकारियों, सभी सरकारी अस्पातलों के मेडिकल सुपरइंटेंडेंट शामिल हुए। सरकार अब मास्क न पहनने वालों पर सख्ती करेगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बैठक में मौजूद अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए जारी गाइडलाइन का सख्ती के साथ पालन कराया जाए। बाजार, भीड़-भाड़ वाले स्थानों और सार्वजनिक स्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराया जाए। साथ ही बिना मास्क घर से निकलने वालों पर भी सख्ती की जाए।मुख्यमंत्री ने कहा, केस थोड़े बढ़ रहे हैं, लेकिन किसी की मौत नहीं होनी चाहिए। खूब टेस्ट करने, अस्पतालों को हर तरह की मदद करने व अस्पतालों में बेड्स की कमी न होने देने के निर्देश दिए हैं। कोरोना की लड़ाई में दिल्ली मॉडल स्थापित हुआ है, इसे बरकरार रखना है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, मैंने सभी एमएस और संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए जो भी कदम उठाए जा सकते हैं, वो उठाए जाएं, सरकार अस्पतालों को हर तरह से मदद करेगी।इस अहम समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, यह बात सामने निकल कर आई कि कोरोना टेस्ट दोगुना होने के साथ-साथ देश के विभिन्न राज्यों से आकर दिल्ली में रोजी-रोटी तलाश करने वाले जो लोग लॉकडाउन के दौरान दिल्ली से वापस अपने गृह राज्य चले गए थे, वो अब अनलॉक प्रक्रिया के बाद दिल्ली वापस आ रहे हैं। अनलॉक की वजह से सभी तरह की गतिविधियां शुरू हो गई हैं, जिसके चलते भी संक्रमण थोड़ा बढ़ा है।अधिकारियों ने बताया कि कुछ लोग कोविड-19 जांच में देरी बरत रहे है, जिसके चलते वे अपने आसपास के लोगों को अनजाने में संक्रमित कर दे रहे हैं।मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अधिकारियों से कहा, जो भी लोग कोरोना संदिग्ध मिलें, उनकी तत्काल जांच कराई जाए। साथ ही लोगों से भी अपील की जाए कि वे जांच कराने में लापरवाही न बरतें, ताकि वो अपने आसपास के लोगों को संक्रमित न कर सकें।केजरीवाल ने कहा, हमने लोगों की सुविधा के मद्देनजर टेस्ट को दोगुना कर दिया है। पहले जहां 20 हजार के आसपास प्रतिदिन टेस्ट हो रहे थे, अब 40 हजार से अधिक टेस्ट प्रतिदिन हो रहे हैं। अब जांच कराने के लिए डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन भी खत्म कर दिया गया है। पहले जांच कराने के लिए डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन जरूरी था, लेकिन अब कोई भी बिना प्रिस्क्रिप्शन के अपनी जांच करा सकता है। इसके लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करने की जरूरत है, ताकि वे जांच कराने के लिए आगे आएं। सीएम खुद भी विभिन्न मीडिया माध्यम से लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक कर रहे हैं।सीएम अरविंद केजरीवाल ने अस्पतालों के एमएस को निर्देशित किया कि कोविड-19 मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में एंबुलेंस की कमी आड़े नहीं आनी चाहिए। जितनी भी एंबुलेंस की जरूरत पड़ रही हो, उसकी तत्काल व्यवस्था की जाए, ताकि किसी मरीज को अस्पताल जाने के लिए देर तक इंतजार न करना पड़े। एंबुलेंस की किसी कॉल को मिस न किया जाए।               


राम मंदिर ट्रस्ट के खाते में हुई धोखाधड़ी

अयोध्या। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के बैंक खाते से 6 लाख रुपये गलत तरीके से निकाले जाने का मामला सामने आया है। इस संबंध में अयोध्या कोतवाली पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। मामले की जांच के लिए साइबर विशेषज्ञों की एक टीम को भी कहा गया है। रिपोर्ट के अनुसार, चेक क्लोनिंग के जरिए लखनऊ में दो बैंकों से पैसे निकाले गए हैं। मामला तब सामने आया जब जालसाज ने बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा से 9.86 लाख रुपये निकालने का तीसरा प्रयास किया। बैंक प्रबंधक ने ट्रस्ट के सचिव चंपत राय को वेरिफिकेशन के लिए फोन किया, जिन्होंने इस तरह के किसी भी चेक को जारी करने से इनकार कर दिया।


पुलिस अधिकारी ने कहा, “आगे की पूछताछ में यह पाया गया कि पहले भी पैसों को निकाला गया है।” इस 1 सितंबर को बैंक से 2.5 लाख रुपये की राशि निकाली गई और उसके दो दिन बाद 3.5 लाख रुपये की राशि फिर निकाली गई। अयोध्या सर्कल के अधिकारी राजेश कुमार राय ने कहा कि एक मामला दर्ज किया गया है और जांच चल रही है। गौरतलब है कि राम मंदिर के लिए दान मांगने वाली एक फर्जी वेबसाइट कुछ दिनों पहले प्रकाश में आई थी और इस मामले की जांच की जा रही है।             


कोरोना ने 1 ही दिन में तोड़े सारे रिकॉर्ड

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 44 लाख 65 हजार 864 हो गया है। पिछले 24 घंटे के अंदर कोरोना के रिकॉर्ड 95 हजार 735 नए मरीज मिले हैं। अब तक एक दिन में मिले संक्रमितों का ये आंकड़ा सबसे ज्यादा है। इसके पहले 6 सितंबर को 93 हजार 723 नए मरीज मिले थे। देश में कोरोना से अब तक 75 हजार 62 मरीजों की मौत हो चुकी है। बुधवार को 1172 से ज्यादा मौतें हुईं। अच्छी खबर ये है कि भारत अब दुनिया का दूसरा देश हो गया है, जहां सबसे ज्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा अपडेट के मुताबिक, यहां अब तक 34 लाख 71 हजार 784 लोग रिकवर हो चुके हैं। रिकवरी के मामले में ब्राजील अब तीसरे नंबर पर पहुंच गया है।              


क्षेत्र किसानों की कब्रगाह में तब्दील किया

झांसी। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि पूरे बुंदेलखंड को सरकार ने किसानों की कब्रगाह में तब्दील कर दिया है। सरकार की किसान विरोधी नीतियों के चलते किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हैं। अजय कुमार लल्लू बुंदेलखण्ड के झांसी दौरे पर हैं। इस दौरान वह पार्टी द्वारा चलाए जा रहे सृजन अभियान की बैठकों में शामिल हो रहे हैं।


इसी क्रम में झांसी पहुंचे लल्लू ने किसानों से मुलाकात कर उनका दु:ख दर्द जाना। उन्होंने अपना बयान जारी किया जिसमें कहा कि, गरीब विरोधी नीतियों के चलते मजदूर आत्महत्या करने पर विवश हैं। युवा विरोधी नीतियों के चलते बेरोजगारी की मार खाए नौजवान आत्महत्या कर रहे हैं। बुंदेलखंड को सरकार ने किसानों की कब्रगाह में तब्दील कर दिया है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पीड़ित किसानों ने उन्हें बताया कि प्रधानमंत्री बीमा योजना के तहत किसानों को एक पैसा की भी बीमा राशि का भुगतान नहीं हुआ है। गलत नीतियों के कारण जानवरों का प्रकोप बहुत तेजी से बढ़ा है। किसान दिन-रात, दोपहरी चौकीदारी करने को मजबूर हैं।


लल्लू ने कहा कि कई पीड़ित किसानों ने उन्हें बताया कि बुंदेलखंड में निजी नलकूप लगाने पर सरकार द्वारा 63 हजार रुपए अनुदान देने का प्रावधान था। लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी एक भी किसान को फूटी कौड़ी नहीं मिली है।उन्होंने दर्जनों गांवों का भ्रमण किया। अजय कुमार लल्लू ने पहला उदाहरण देते हुए कहा कि बीते दिनों चिरगांव ब्लॉक के बेरबई ग्राम के किसान प्रेमनारायण रैकवार ने कर्ज के कारण मौत को गले लगा लिया था। पीड़ित परिजनों का कहना कि प्रेमनारायण लॉकडाउन में फरीदाबाद से पैदल गांव आये थे।


लल्लू ने कहा कि जनपद झांसी के गुरसराय ब्लॉक के ग्राम शहपुरा खुर्द के किसान स्व़ लोकेंद्र सिंह ने कर्ज के बोझ व सरकारी मशीनरी के दबाव के कारण बेबस हो गए थे। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि, यह है भाजपा सरकार की हकीकत। देश का अन्नदाता आत्महत्या कर रहा है और प्रधानमंत्री मोर के साथ वीडियो शूट करवा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने टीम 11 की फ र्जी बैठकों से फुर्सत तक नहीं है। दौरे पर साथ रहे प्रदीप आदित्य जैन ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में राहुल गांधी की पहल पर बुंदेलखंड पैकेज दिया गया। जगह जगह मंडियां बनीं। फसलों की खरीद शुरू हुई। पानी के लिए कई तरह की योजनाओं की पहल हुई लेकिन आज पूरा बुंदेलखंड पलायन और पानी की मार से आंसू बहा रहा है। पलायन के कारण गांव के गांव खाली हो चुके हैं।           


सैनिकों को घुसपैठ बंद करने का आदेश

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भारतीय सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर उन बिंदुओं पर कांटेदार तार लगा दिए हैं, जिन जगहों पर चीनी सैनिक अपनी पोजीशन से कुछ मीटर हटकर आगे आ गए थे।


इसके साथ ही भारतीय सैनिकों ने मध्ययुगीन हथियारों से लैस चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों को भारत के क्षेत्र में प्रवेश न करने की चेतावनी दी है। एलएसी पर चीनी सैनिकों को आगे बढ़ने से रोकने का इंतजाम करने के अलावा भारत ने चेतावनी दी है कि अगर चीनी सैनिकों ने घुसपैठ के प्रयास जारी रखे तो वह जवाबी कार्रवाई करेगा। सूत्रों ने बताया कि भारत और चीन के सैन्य प्रतिनिधियों ने बुधवार को पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर तनाव को कम करने के लिए मुलाकात की। हालांकि, बैठक “अनिर्णायक” रही और आगे भी बातचीत जारी रहेगी। बता दें कि सोमवार को पीएलए के सैनिकों ने एलएसी पर भारतीय सैनिकों को उनकी पोजीशन से हटाने का प्रयास किया था और चेतावनी देने के लिए कुछ राउंड फायर भी किए थे।


बैठक को लेकर सूत्रों ने यह भी कहा कि भारत ने स्पष्ट रूप से कह दिया है कि यदि चीनी सैनिक उकसाऊ सैन्य आंदोलन करेंगे तो भारतीय सैनिक जवाबी कार्रवाई करेंगे। भारत ने देखा था कि चीन ने पैंगोंग सो (झील) के उत्तर में नए सिरे से तैनाती शुरू की है। इतना ही नहीं मंगलवार की शाम से पीएलए सैनिकों की तैनाती भी बढ़ गई और वे ज्यादा मात्रा में रसद समेत अन्य वस्तुएं ला रहे हैं। अब दोनों पक्षों के सैनिक एक-दूसरे से बहुत कम दूरी पर हैं। एक सरकारी सूत्र ने कहा, “उन्हें स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है और भारतीय सैनिक चीन की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहे हैं।”


मंगलवार को करीब 40-50 चीनी सैनिक बंदूक के अलावा धारदार हथियारों के साथ रेजांग ला के उत्तर में ऊंचाई पर भारतीय सेना से कुछ ही मीटर की दूरी तक पहुंच गए थे। ऐसा लगता है कि वे फिर से नई कोशिश करने के लिए तैयार हैं। ऐसा 7 सितंबर को दक्षिणी बैंक में हुई झड़प के चलते हुआ है जहां भारतीय सेना प्रमुख स्थितियों पर है। बता दें कि भारतीय सेना ने पैंगोंग झील के दक्षिणी तट के आसपास के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण ऊंचाइयों पर कब्जा कर लिया है और चीनियों ने इन जगहों को हथियाने के लिए कई प्रयास किए हैं। दरअसल, भारतीय सेना की सबसे महत्वपूर्ण ऊंचाइयों में से एक है रेचिन ला, जिसका चीनी विरोध कर रहे हैं। यहां से भारतीय सेना न केवल पैंगोंग झील के दक्षिणी तट पर चीनी सैन्य ठिकानों पर आसानी से नजर रख सकती है, बल्कि झील के उत्तर में फिंगर 4 क्षेत्र भी इसकी रेंज में आ सकते हैं।


गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चार महीने से गतिरोध जारी है। कई स्तरों पर संवाद होने के बावजूद अब तक कोई सफलता नहीं मिली है।               


9 मिनट अंधकार, सरकार का विरोध किया

बृजेश केसरवानी


लखनऊ। देश में तेज़ी से बढ़ती मंहगाई व बेरोजगारी तथा खराब अर्थव्यवस्था के खिलाफ बुधवार की रात्रि अंधेरा कर मोमबत्तियां व मसालें जला कर विरोध प्रकट किया गया। बेरोजगार युवाओं के साथ कदम।से कदम मिलाकर खड़ी कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी आदि राजनीतिक पार्टियों ने सत्ता पक्ष को घेरने में कू कोर कसर नहीं छोड़ा। उत्तर प्रदेश में डूबती कांग्रेस को तो मानों बहुत बड़ा राजमितिक सहारा मिल गया है और इसी लिए पार्टी के आह्वान पर प्रत्येक जनपद में कांग्रेसियों ने भी 09 सितंबर की रात्रि 09 बजे 09 मिनट के लिए अंधेरा कर मोमबत्ती व मसालें जलाई। कांग्रेस ने जहां बेरोजगार युवाओं को अपनी ढाल बनाया है वहीं समाजवादी पार्टी भी तनिक पीछे नहीं है। समजवाड़ाओ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व उनकी पत्नी पूर्व सांसद डिम्पल यादव ने स्वयं अंधेरे में मोमबत्ती जला बेरोजगार कर युवाओं के साथ खड़े होने का एहसास दिलाया। सपा के धर्मेन्द्र यादव सहित वरिष्ठ नेता मोहम्मद एबाद ने भी अपने सहयोगियों के साथ मोमबत्ती जलाई। बहुजन समाज पार्टी का गढ़ माना जाने वाला जनपद अम्बेडकरनगर में भी कांग्रेस व समाजवादी पार्टी के लोगों ने बीती रात्रि अंधेरा कर मोमबत्तियां व मसालें जला कर मंहगाई, बेरोजगारों व खराब अर्थव्यवस्था पर सरकार को आइना दिखाने का काम किया।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने फेसबुक वॉल पर डिम्पल यादव के साथ मोमबत्ती जलाने की तश्वीर शेयर करते हुए लिखा कि “आज आनेवाले कल के बदलाव का इतिहास लिख दिया, सियासत के आसमान पर रोशनी से इंक़लाब लिख दिया” उन्होंने आगे लिखा कि आज युवाओं ने भाजपा के शासनकाल की उल्टी गिनती की शुरूआत कर दी है, हमने नौजवानों की ख़ातिर मोमबत्तियाँ जलाकर हमेशा की तरह आज भी उनका साथ दिया है और देते रहेंगे। श्री अखिलेश ने अगली पोस्ट में बाद सवाल उठाते हुए लिखा कि “समझ नहीं आता भाजपा सरकार चला रही है या देश के साधनों और संसाधनों का बाज़ार लगा रही है. इन्होंने प्रदेश देश में टोल, मंडी, सरकारी मॉल, आईटीआई, पॉलीटेक्निक, हवाई अड्डा, रेल के साथ साथ बीमा कंपनी और निजीकरण से युवाओं के रोज़गार के अवसरों तक को बेच डाला है।                  


न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन

न्याय सम्मेलन एवं विशाल पैदल मार्च का आयोजन  भानु प्रताप उपाध्याय  मुजफ्फरनगर। जनपद के टाउन हॉल में मंगलवार को सामाजिक न्याय क्रांति मोर्चा ...