लखनऊ। सांसद रीता बहुगुणा जोशी की तबीयत अचानक बिगड़ गयी जिसके बाद उन्हें देर शाम एयर एम्बुलेंस से मेदांता रवाना किया गया। ज्ञात हो कि उनके पति पीसी जोशी मेदांता में पहले से ही एडमिट हैं। संजय गांधी पीजीआई में कोरोना का इलाज करा रही प्रयागराज की सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने खुद को मेदांता रेफर करा लिया।
बताया जा रहा है कि रीता बहुगुणा जोशी की तबियत बिगड़ गई थी जिसके बाद परिजनों की सलाह पर उन्होंने डाक्टरों से खुद को मेदांता रेफर करने की मांग की। उन्हें शाम को एयर एम्बुलेंस से मेदांता रेफर कर दिया गया।
पीजीआई के निदेशक प्रो. आरके धीमान ने बताया कि शाम करीब साढ़े छह बजे उन्हें एयर एम्बुलेंस से मेदांता भेजा गया। उनके रात दिल्ली पहुंचने की संभावना है। उन्होंने बताया कि कल रात में उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। ज्ञात हो कि सांसद की बहू रिचा और पोती को भी कोविड-19 की वजह से मेदांता में शिफ्ट किया जा रहा है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डीप लर्निंग से क्या-क्या संभव है ये समझने के लिए GPT-3 एक बढ़िया उदाहरण है। दरअसल ये पूरा आर्टिकल GPT-3 से लिखवाया गया है। ज़ाहिर है आप जानना चाहेंगे ये GPT-3 क्या है, कैसे काम करता है और किस तरह से इस रोबोट से आर्टिकल लिखवाया गया है। सैन फ़्रैंसिस्को की एक कंपनी है – Open AI, इसी ने GPT 3 सॉफ़्टवेयर तैयार किया है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डीप लर्निंग पर आधारित है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है, इसके बारे में साधारण शब्दों में कहें तो, AI एक प्रोग्राम है जिसे इंसानों जैसे ही काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। जो नैचुरल इंटेलिजेंस इंसानों में होती है वैसे ही मशीन से हासिल किया जाता है। अब बात करते हैं GPT 3 के बारे में जिसने द गार्डियन का OpEd (ओपिनियन आर्टिकल) है। GPT 3 यानी जेनेरेटिव प्री ट्रेन्ड ट्रांसफ़ॉर्मर 3. ये सॉफ़्टवेयर डीप लर्निंग यूज करके इंसानों जैसा ही टेक्स्ट लिखता हैं।