मंगलवार, 8 सितंबर 2020

निर्देश देने की मांग को लेकर चेतावनी

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने पेट्रोल की कीमतें लगभग रोज बढ़ाए जाने को चुनौती देते हुए जनहित याचिका दायर करने वाले एक याचिकाकर्ता को मंगलवार को चेतावनी दी। शीर्ष अदालत ने याचिकाकर्ता को चेतावनी दी कि अगर वह जनहित याचिका पर बहस करने के लिए दबाव डालता है, तो उसे भारी जुर्माना चुकाना पड़ सकता है।


न्यायाधीशों आर.एफ. नरीमन, नवीन सिन्हा और इंदिरा बनर्जी की एक पीठ ने कहा, “क्या आप इस मामले में बहस करना चाहते हैं, क्योंकि अगर आप ऐसा करेंगे तो हम भारी जुर्माना लगाएंगे।” याचिकाकर्ता शाजी जे. कोडनकंडाथ की ओर से पेश वकील ने पीठ के सामने कहा कि अगर अदालत का यह विचार है तो वह अपने मुवक्किल द्वारा दायर याचिका वापस ले लेंगे।


केरल के रहने वाले अधिवक्ता द्वारा दायर याचिका में कहा गया है कि कच्चे तेल की कम कीमतों के मद्देनजर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि अनुचित है। याचिकाकर्ता ने शीर्ष अदालत का रुख कर केंद्र को पेट्रोल और डीजल की कीमत कम करने के लिए निर्देश देने की मांग की थी।                     


रिपोर्ट देने की एवज में महिला से किया रेप

तिरुवनंतपुरम। कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच स्वास्थ्य महकमे के एक अधिकारी की करतूत से जहां इंसानियत शर्मसार हुई है, वहीं चिकित्सक के पेशे पर भी बदनुमा दाग लग गया है। महिला का आरोप है कि कोविड—19 का नेगेटिव सार्टिफिकेट देने के बहाने जूनियर हैल्थ इंस्पेक्टर ने उसे अपने घर बुलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया है।
मिली जानकारी के अनुसार यह मामला केरल के तिरुवनंतपुरम का है। पुलिस के अनुसार पीड़ित महिला ने आरोप लगाया है कि वह कही बाहर से हाल में अपने घर लौटी थी। उसका कोरोना टैस्ट हुआ, जिसमें उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। महिला का आरोप है कि जूनियर हेल्थ इंस्पेक्टर प्रदीप ने कहा कि वह उसके घर आकर अपनी नेगेटिव रिपोर्ट ले जाये। जिस पर वह जब सार्टिफिकेट लेने उस अधिकारी के घर गई तो उसेन महिला के हाथ और मुंह को बांधने के बाद उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने बताया कि महिला का मेडिकल टैस्ट कराया जा रहा है और फिलहाल आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इधर केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने अधिकारी को निलंबित करने का आदेश दिया है। महिला आयोग ने भी अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपी हैल्थ इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया है। आगे की जांच जारी है।


हार के बाद बच्चे ने बच्ची का सिर कुचला

भोपाल। मध्यप्रदेश के इंदौर से एक बेहद ही हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक नन्हे बच्चे ने वीडियो गेम में मिली हार के बाद अपने ही दोस्त की बेरहमी से हत्या कर दी।बताया जा रहा है कि सोमवार की दोपहर को लसूड़िया थाना क्षेत्र में रहने वाली 9 साल की बच्ची नहाने के बाद फूल तोड़ने के लिए निकली थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। काफी देर तक बच्ची का मालूम नहीं चला तो उसके परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी। परिजनों से मिली शिकायत के बाद पुलिस ने कुछ देर में ही बच्ची शव बरामद कर लिया. पुलिस ने बताया कि बच्ची के सिर को पत्थर से कुचल कर मारा गया था।

बच्ची की हत्या के मामले में पुलिस ने उसी के मकान में किराए पर रहने वाले परिवार के 11 साल के बच्चे को हिरासत में लिया है।


पुलिस उप महानिरीक्षक हरिनारायण चारी मिश्रा के मुताबिक, हिरासत मे लिए गए 11 साल के बच्चे ने हत्या की बात स्वीकारते हुए पुलिस को बताया है कि, मृतका, उसका भाई वह ऑन लाइन वीडियो गेम खेलते थे। वह हमेशा मुझे हरा देती थी. मेरे पास एक पिंकी नाम की सफेद चुहिया थी, जो बच्चे भी देने वाली थी। उसे चार-पांच माह पहले मृतका ने मार दिया था। इस कारण मैं गुस्से में था।


मिश्रा के अनुसार, इन वीडियो गेम में यह बच्चे एक दूसरे के विरोधी के तौर पर खेलते थे। आरोपी को इस बात का मलाल होता था कि वह हर बार हार जाता था। आरोपी बच्चा अपनी साथी बालिका को मकान के पास ही खाली पड़े भूखंड में ले गया उसके सिर पर पत्थर मार दिया। ज्यादा खून बहने के चलते बालिका की मौके पर ही मौत हो गई। आरोपी बच्चे ने पुलिस के सामने स्वीकार किया है कि वह अपनी साथी बालिका को खाली पड़े भूखंड में ले गया, जहां झगड़ा हुआ उसके सिर पर पत्थर मारा था, खून निकलने पर एक पत्थर मारकर आ गया था।                 



भारत-चीन ने लगाया एक-दूसरे पर आरोप

नई दिल्ली/ बीजिंग। भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर हुई ताजा झड़प के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है। सोमवार को एलएसी पर सैनिकों ने एक-दूसरे को डराने और पीछे धकेलने के लिए हवा में फायरिंग करके चेतावनी दी थी। जहां चीन ने भारतीय सैनिकों पर फायरिंग कर चेतावनी देने का आरोप लगाया है। वहीं भारत ने मंगलवार को चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों पर हवा में फायरिंग कर भारतीय सेना के सैनिकों को धमकाने का आरोप लगाया है। यह घटना सोमवार को पैंगोंग सो (झील) के दक्षिणी तट के करीब शेनपाओ पर्वत के पास हुई।


इसे लेकर मंगलवार को भारतीय सेना ने एक बयान में कहा कि चीन सीमा पर लगातार “उकसाने वाली गतिविधियां” करके तनाव बढ़ा रहा है। चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के जवानों ने ही भारतीय सैनिकों को डराने-धमकाने का प्रयास करते हुए “हवा में कुछ राउंड फायरिंग” किए थे। भारतीय सेना के प्रवक्ता कर्नल अमन आनंद ने कहा कि किसी भी स्तर पर भारतीय सेना ने एलएसी पार नहीं की है और ना ही उसने गोलीबारी समेत किसी आक्रामक तरीके का इस्तेमाल किया है। सेना ने कहा है कि यह चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ही है जो “सैन्य, राजनयिक और राजनीतिक स्तर पर चर्चा जारी होने के बाद भी औपचारिक रूप से समझौतों का उल्लंघन कर रही है और आक्रामक गतिविधियां कर रही है।”


कर्नल अमन ने कहा, “7 सितंबर, 2020 के तत्काल मामले में पीएलए के सैनिकों ने ही एलएसी पर हमारे सैनिकों के पास आने की कोशिश की और जब उन्हें रोका तो पीएलए के सैनिकों ने हवा में कुछ राउंड फायर कर अपने ही सैनिकों को डराने की कोशिश की।” हालांकि, गंभीर उकसावे के बावजूद भारतीय सैनिकों ने संयम से काम लेते हुए परिपक्व और जिम्मेदार तरीके से व्यवहार किया। बयान में यह भी कहा गया, “भारतीय सेना शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, हालांकि, यह हर कीमत पर राष्ट्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए भी ²ढ़ है। वेस्टर्न थिएटर कमांड का बयान उनके घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दर्शकों को गुमराह करने का एक प्रयास है।”


वहीं चीनी पीपुल्स लिबरेशन के वेस्टर्न थिएटर कमांड के कर्नल झांग शुइली ने एक बयान में कहा, “भारतीय सेना ने चीनी सीमा के गश्ती दल के सैनिकों को धमकी देने के लिए फायरिंग की, जिसने चीनी सीमा रक्षकों को जमीन पर अपनी स्थिति स्थिर रखने के लिए जवाबी कार्रवाई करने पर मजबूर किया।” चीन ने आगे कहा, “भारत की कार्रवाई ने चीन और भारत के बीच प्रासंगिक समझौतों का गंभीरता से उल्लंघन किया है। उसने दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ाया है और गलतफहमी पैदा कर दी है।” बयान में कहा गया है कि यह गंभीर सैन्य उकसाव और गलत बर्ताव है। चीन ने बयान में आगे कहा, “हम भारतीय पक्ष से आग्रह करते हैं कि वे ऐसे खतरनाक काम को तुरंत रोकें, क्रॉस-लाइन कर्मियों को हटाएं, अग्रिम पंक्ति के सैनिकों को कड़ाई से शांत रहने के लिए कहें और जिन लोगों ने फायरिंग की उन्हें दंडित करें। ताकि सुनिश्चित हो कि ऐसी घटनाएं दोबारा नहीं होंगी।”


भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर लगभग चार महीने से गतिरोध जारी है। कई स्तरों के संवाद के बावजूद अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। 15 जून को गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे और वहीं हताहत चीनी सैनिकों की संख्या अज्ञात है।             


राम मंदिर के लिए नीवं की खुदाई शुरू

अयोध्या। भगवान श्रीराम के जन्मस्थल पर बनने वाले भव्य मंदिर के नींव की खुदाई का काम मंगलवार को शुरू हो गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले 5 अगस्त को मंदिर का भूमि पूजन किया था। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र सोमवार की शाम यहां आ गये थे। उन्होंने सोमवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की थी। सूत्रों ने कहा कि मंदिर की नींव के लिये जमीन से एक सौ फिट गहराई तक खोदने वाली दो मशीनें निर्माण संस्था लार्सन एंड टूब्रों ने रविवार को ही मंगवा ली थी। कंपनी के इंजीनियर सोमवार को पूरा दिन उसे ठीक करने में लगे रहे। मशीन से पिलर के लिये दो सौ फिट तक खुदाई की जानी है। इस काम के लिये कुछ और मशीनों को जल्द ही यहां मंगवा लिया जायेगा।


सूत्रों ने कहा कि पूरे परिसर में 1200 स्थानों पर पाईलिंग होनी है। पाइलिंग मशीनों से खंभो को खड़ा करने के लिये खुदाई की जायेगी। इन बारह सौ स्थानों पर एक मीटर व्यास में कुयें के आकार में पाइलिंग करा कंकरीट के पिलर खड़े किये जायेंगे। मशीने इतनी बड़ी थी कि रामजन्म भूमि स्थल के मुख्य द्वार को तोड़ना पड़ा। दूसरी ओर मंदिर निर्माण स्थल पर जर्जर मंदिरों को हटाने का काम भी शुरू कर दिया गया है।                 


बाइक सवार डॉक्टर को ट्रक ने कुचला

बहन के यहां से लौट रहे बाइक सवार डॉक्टर को ट्रक ने कुचल दिया। डॉक्टर की मौके पर मौत।


फतेहपुर। हादसा नउवाबाग में रविवार की रात हुआ। बांदा जिले के जसपुरा थाना क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी गयादीन मिश्रा के बेटे पियूष मिश्रा (30) प्राइवेट प्रैक्टिस करते थे।उन्होंने हुसैनगंज कस्बे में क्लीनिक खोला हुआ है। वह शहर के रामगंज पक्का तालाब में किराये पर कमरा लिए थे। फसल के समय गांव जाकर खेती किसानी में परिजनों का सहयोग करते थे। रविवार सुबह पियूष शहर के अयोध्या कुटी में रहने वाले अपने दोस्त विजय के साथ बहन रजनी के यहां बाइक से कानपुर गए थे।


शाम को लौटते समय रात करीब नौ बजे नउवाबाग में ग्रीन हवेली के सामने पीछे से आ रही डीसीएम ने टक्कर मार दी।मोर्चरी में पियूष के चाचा शशिकांत ने बताया कि भतीजा प्राइवेट प्रैक्टिस के साथ खेती किसानी में भी हाथ बंटाता था। उसकी मौत से मां को गहरा सदमा पहुंचा है।


उन्हें अभी तक होश नहीं आया है। कोतवाल रवींद्र श्रीवास्तव ने बताया कि युवक के चाचा की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात डीसीएम चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम कराया है। टक्कर लगने से पियूष सड़क पर गिर गए। वह डीसीएम के पहिये से कुचल गए। विजय उछलकर दूर गिरा। दुर्घटना होते ही आसपास मौजूद लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे।


पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने विजय को अस्पताल पहुंचाया। पियूष का शव जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाकर परिजनों को सूचना दी गई। बेटे की मौत की खबर पर मां सुधा और छोटे भाई अखिलेश को रो-रोकर हाल बेहाल था।             



इंदिरा को क्यों कहा गया था 'कुत्तिया'

नई दिल्ली/  बीजिंग/ इस्लामाबाद/ वाशिंगटन डीसी। लैटिन भाषा में एक कहावत है- वर्बा वोलांट, स्क्रिप्टा मानेंट. माने- कहे हुए शब्द ख़त्म हो जाते हैं, मगर लिखे हुए शब्द हमेशा के लिए रह जाते है। ये कहावत करीब दो हज़ार साल पुरानी है। तब आवाज़ रेकॉर्ड करने की टेक्नॉलजी नहीं थी। इसीलिए इंसान के मरने के बाद भी उसकी रिकॉर्डिंग ज़िंदा रह जाती है। आज आपको ऐसी ही कुछ रिकॉर्डिंग्स के बारे में बताएंगे जब एक अमेरिकी राष्ट्रपति के दिमाग और ज़ुबान से भारत के लिए निकली गंदगी।
इस अमेरिकी राष्ट्रपति को पाकिस्तान की तानाशाही हुकूमत से हमदर्दी थी।पाकिस्तान के हाथों हो रहा भीषण नरसंहार उसके लिए कोई मुद्दा नहीं था। उसके लिए मुद्दा था भारतीय महिलाओं का रूप-रंग। उसे भारतीय महिलाएं दुनिया में सबसे ज़्यादा कुरूप लगती थीं। वो कहता था कि भारतीय महिलाओं को देखकर वो ‘टर्न ऑफ’ हो जाता है। हैरान होता है कि भारतीय महिलाएं बच्चे कैसे पैदा कर लेती हैं। उसका कहना था कि अफ्रीका के लोगों में फिर भी जानवरों वाला चार्म होता है। मगर हिंदुस्तानी, वो तो बिल्कुल बेकार और बर्बाद होते है।


ये वही नस्लीय सोच वाला अमेरिकी राष्ट्रपति है, जिसने हमारी प्रधानमंत्री को ‘चुड़ैल’ कहा था। इस पूर्व राष्ट्रपति की भारत से जुड़ी अपमानजनक टिप्पणियां पहले भी कई बार उजागर हो चुकी हैं। जिन पर अमेरिका को काफी शर्मिंदा होना पड़ा था। अब एक बार फिर अमेरिका को अपने इस पूर्व राष्ट्रपति की भारत पर की गई नस्लीय टिप्पणियों से शर्मसार होना पड़ रहा है। 
ये किस राष्ट्रपति की बात कर रहे हैं हम?
बात 49 साल पुरानी है। तारीख़ - 25 मार्च, 1971।स्थान यूनिवर्सिटी ऑफ ढाका, जहां दो हॉस्टल हैं- इक़बाल हॉल और जगन्नाथ हॉल। इकबाल हॉल में मुस्लिम छात्र रहते थे। जगन्नाथ हॉल में हिन्दू छात्र। रात के साढ़े 11 बजे चार M-47 टैंक इन दोनों हॉस्टल्स के सामने रुके। पाकिस्तानी फ़ौज की एक टुकड़ी ये टैंक लेकर वहां पहुंची थी। बिना किसी चेतावनी के इन चारों टैंकों ने छात्रावासों पर बम दागने शुरू किए। करीब पांच मिनट बाद पाकिस्तानी सैनिक हॉस्टल में घुसे और अंधाधुंध गोलियां चलाईं और ज़िंदा बचे छात्रों को हॉस्टल के बाहर दीवार की सीध में खड़ा करके तोप से भून दिया गया। 15-20 मिनट के भीतर करीब 200 छात्रों की हत्या कर दी गई
ये रात पूर्वी पाकिस्तान, वर्तमान बांग्लादेश, के इतिहास में काली रात कहलाती है। इसी रात के बाद पाकिस्तान के पूर्वी और पश्चिमी हिस्से के बीच गृह युद्ध शुरू हुआ। नौ महीने तक चले इस सिविल वॉर का अंत किया भारत ने। दिसंबर 1971 में भारत को इस युद्ध में शामिल होना पड़ा। हमने पाकिस्तानी सेना को हराया और इसके बाद जाकर गठन हुआ बांग्लादेश का।


याहिया खान


पूर्वी पाकिस्तान नरसंहार का दोषी कौन?
बांग्लादेश के गठन की कहानी एक भीषण नरसंहार पर लिखी गई है। इस नरसंहार में पूर्वी पाकिस्तान नरसंहार, जिसमें करीब पांच लाख लोग मारे गए। कई अनुमान मृतकों की संख्या 30 लाख तक बताते हैं। मगर इस जेनोसाइड के लिए अकेले पाकिस्तान दोषी नहीं था। इसमें पाकिस्तान के हाथ मज़बूत करने वाले, उसे नरसंहार के औज़ार देने वाले, उसके लिए इंटरनैशनल सपोर्ट जुटाने वाले उसके दो सबसे बड़े मददगार थे- निक्सन और किसिंगर।              


बांग्लादेश ने वेस्टइंडीज को 101 रनों से हराया

बांग्लादेश ने वेस्टइंडीज को 101 रनों से हराया  सुनील श्रीवास्तव  किंग्स्टन। तैजुल इस्लाम (पांच विकेट), नाहिद राणा (पांच विकेट) और जाकेर अली ...