रविवार, 6 सितंबर 2020

राज्यपालों को संबोधित करेंगे 'राष्ट्रपति-पीएम'

नई शिक्षा नीति पर राज्यपालों को संबोधित करेंगे राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री।


नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 सितंबर (सोमवार) को सुबह 10.30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर राज्यपालों के सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे। ‘उच्च शिक्षा के बदलाव में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की भूमिका’ विषय पर इस सम्मेलन का आयोजन भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है।             


लालकुआं से युवती का किया अपहरण

ब्रेकिंग न्यूज : लालकुआं से युवती का अपहरण, पुलिस से सम्भाले नहीं संभले लोग।


लालकुआं । शनिवार रात सहेलियों के साथ कोतवाली से लगी सड़क पर टहल रही युवती का कार सवार युवकों ने अपहरण कर लिया। सहेलियों ने काफी शोर मचाया लेकिन अपहरण्कर्ता अपने मंसूबे को अंजाम देने में सफल रहे। शोर सुनकर आसपास के लोगों ने कार का पीछा भी किया, कार सवारों को रोक पाने में नाकामयाब ही रहे। कार सवार युवती को लेकर हल्द्वानी की तरफ भागे। युवती की बरामदगी की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने परिजनों के साथ मिलकर लालकुआं कोतवाली घेराव किया। पुलिस को बल प्रयोग कर भीड को खदेड़ना पड़ा।
इसके बाद जगह जगह रास्ते जाम करने की सूचना आने लगी। आधी रात को एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे। परिजनों से बातचीत कर युवती की बरामदगी के लिए तीन टीमों का गठन किया गया।
अपहरण की वारदात रात लगभग 10 बजे घटित हुई। नगर के वार्ड नंबर चार निवासी युवती अपनी तीन सहेलियों के साथ कोतवाली से सटी सड़क पर टहल रही थी। इस बीच टांडा जंगल की ओर से आयी कार ठीक उनकी बगल में रुकी। पीड़ित के साथ टहल रही लडकियों के अनुसार कार में तीन युवक सवार थे। तीनों कार से उतरे और पीडिता को जबरन कार में डाल दिया। यह देख उसकी सहेलियों ने शोर मचाया। लड़कियों की आवाज सुनकर लोग मौके पर पहुंचे और जब तक वे कुछ समझते कार चौराहे से हल्द्वानी की ओर मुड़ गई।
कोतवाली के पास हुई इस घटना से स्थानीय लोग सड़क पर उतर आए। युवती की बरामदगी की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए कोतवाली जा पहुचे। पुलिस ने बल प्रयोग किया तो रात 11.30 बजे राष्ट्रीय राजमार्ग जाम करने का प्रयास किया। इसके बाद सभी देर रात तक कोतवाली के पास ही डटे रहे।             


नदी से 2 आतंकियों के शव बरामद किए

कश्मीर: किशनगंगा नदी से दो आतंकवादियों के शव बरामद


श्रीनगर। कश्मीर के गुरेज में तुलैल क्षेत्र में सेना और पुलिस ने किशनगंगा नदी से दो शव बरामद किए हैं। इसके अलावा हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है। मेडिको-लीगल औपचारिकताओं के लिए शवों को गुरेज अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था।              


नौकरी के बहाने, तस्करी का पर्दाफाश

रवि मिश्रा


सूरत। शहर में पुलिस ने नवसारी पुलिस के साथ मिलकर मानव तस्करी का पर्दाफाश कर पलसाणा क्षेत्र की झिंगा फैक्ट्री से 6 नाबालिग समेत 30 लड़कियों को मुक्त कराया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि सूरत के पलसाणा के पास माखीनगा गांव की झिंगा फैक्ट्री में झारखंड से लड़कियों को लाकर काम कराया जा रहा है, जिसमें नाबालिग भी शामिल हैं। सूचना के आधार पर नवसारी और सूरत पुलिस ने फैक्ट्री में छापा मारकर 6 नाबालिग 24 वयस्क युवतियों समेत कुल 30 लड़कियों को मुक्त करवाया और सूरत महिला सुरक्षा केन्द्र में भेज दिया। जांच में पता चला कि एक महीने पहले मंजूबेन नामक महिला झारखंड से लड़कियों को सिलाई काम सिखाने के लिए पलसाणा के माखीनगा गांव की झिंगा फैक्ट्री में लाई थी।


रूपल सोलंकी (डीवायएसपी-बारडोली) ने इस मामले की जानकारी देते हुए कहा कि पलसाणा में लायी गयी 30 युवतियों को ह्युमन ट्राफिकिंग के तहत लाये जाने की शिकायत झारखंड के पुलिस थाने में दर्ज हुयी थी। स्टेट पुलिस की सूचना से सूरत और नवसारी पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन को अंजाम देते हुए सभी युवतियों को सुरक्षित छुड़ा लिया है।झारखंड के रांची पुलिस थाने में मंजुदेवी नामक महिला के खिलाफ इन युवतियों को ले जाने की शिकायत दर्ज होने की सूचना गुजरात स्टेट कंट्रोल रुम को मिली थी। स्टेट कंट्रोल की सूचना के आधार पर सूरत और नवसारी पुलिस ने झींगा फेकटरी में छापा मारकर सभी 30 युवतियों को छुड़ाकर नारी सुरक्षा गृह सूरत में रखा गया है। इन युवतियों के साथ धोखाधड़ी करनेवाली मंजुबेन को गिरफ्तार किया गया।             


शहर में 277 नए मरीज सामने आए

रवि मिश्रा


सूरत। शहर और ग्रामीण क्षेत्र में अब भी कोरोना वायरस से संक्रमितों और मृतकों का आंकडा हर रोज धीरे धीरे बढ़ रहा है। शहर-जिले में शनिवार को कोरोना संक्रमित नए 277 मरीजों का रिपोर्ट पॉजिटिव आया और 396 मरीज डिस्चार्ज हुए तथा 4 पॉजिटिव मरीजों की मौत हुई।


अभी तक शहर तथा ग्रामीण क्षेत्र से कुल 22310 मरीज कोरोना संक्रमित हुए। जिसमें से 837 की मौत हुई और 19003 मरीज अस्पताल से स्वस्थ होकर घर लौटे हैं। शनिवार को शहर में नए 185 मरीजों के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 17360 हुई है। शहर में आज 2 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के साथ अब तक 627 लोगों की शहर में कोरोना से मौत हुयी है। कोरोना की चिकित्सा लेकर 332 मरीज आज स्वस्थ हुए अब तक शहर में 14937 मरीज कोरोना को मात देकर स्वस्थ हुए।


शहर में सबसे अधिक मरीज अठवा जोन से 63, रांदेर जोन से 34, कतारगाम जोन से 21, उधना जोन से 20, सेन्ट्रल जोन से 17, वराछा-ए जोन से 10, वराछा-बी से 08 और लिंबायत जोन से 12 नए मरीजों का समावेश हुआ। जोन वाईज अब तक कुल संक्रमित मरीजों के बारे में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि सबसे अधिक मरीज कतारगाम जोन में 3233, लिंबायत जोन में 2047, सेन्ट्रल जोन में 1913, वराछा-ए जोन में 2047, रांदेर जोन में 2532, वराछा बी जोन में 1525, अठवा जोन में 2610 और सबसे कम उधना जोन में 1453 कोरोना संक्रमित मरीज है।


शनिवार को सेन्ट्रल जोन के बडेखा चकला क्षेत्र से 65 वर्षीय महिला और रांदेर जोन के ताडवाडी क्षेत्र से 55 वर्षीय महिला की अस्पताल में चिकित्सा के दौरान कोरोना से मौत हो गई। इसी के साथ अब तक शहर में 627 लोगों की और ग्रामीण क्षेत्र से 210 लोगों की मौत हुई है।               


ओवैसी ने केंद्र 'सरकार' पर साधा निशाना

हैदराबाद। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को आरोप लगाया कि कोविड-19 का हवाला देकर संसद के आगामी मानसून सत्र में प्रश्नकाल रद्द करने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सरकार, छात्रों को जेईई और नीट परीक्षा में जवाब देने के लिये मजबूर कर रही है।प्रश्नकाल के बारे में पूछे जाने पर ओवैसी ने संवाददाताओं को बताया, “एक तरफ तो कोविड-19 का हवाला देकर नरेंद्र मोदी प्रश्नकाल में सवालों का जवाब नहीं देंगे, तो वहीं दूसरी तरफ आप छात्रों से कहते हैं कि जाओ और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) में सवालों का जवाब दो. यह उनका शासन है।


ओवैसी ने कहा, “हम नहीं जानते कि हम कोविड-19 संकट पर सवाल उठा सकते हैं या नहीं और पूर्वी लद्दाख में जो हो रहा है उस पर चर्चा कर सकते हैं या नहीं क्योंकि कोई प्रश्नकाल नहीं होगा।”             


उद्योग के लिए बहुत 'संभावनाएं' बनेगी

नई दिल्ली। केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग तथा रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल ने भारतीय ऑटोमोटिव उपकरण निर्माता संघ (एसीएमए) से सहयोग और समन्वय तथा प्रतिबद्धता की भावना के साथ काम करते हुए वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनने और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया है।


एसीएमए के आज 60वें वार्षिक सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ऑटोमोटिव निर्माताओं ने पिछले कुछ वर्षों में अच्छी तरक्की की है और खुद को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाया है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि यह उद्योग अब भविष्य के लिए तैयार है और कोविड के बाद के समय की दुनिया में फिर से अपना परचम लहराएगा। उन्होंने कहा “ संकट के समय में ही हमारे संगठन का सबसे बेहतरीन पक्ष सामने आता है। व्यापार संवर्धन, प्रौद्योगिकी उन्नयन, गुणवत्ता बढ़ाने, सूचना एकत्र करने और उनके प्रसार के उपायों के माध्यम से एसीएमए इस नई सामान्य स्थिति में सबसे आगे जा सकता है। ”


श्री गोयल ने कहा कि पूरे देश ने दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाते हुए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्मानिर्भर भारत के आह्वान को पूरी तरह से आत्मसात कर लिया है। उन्होंने कहा कि लचीली वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में विश्वसनीय भागीदारों की भारी मांग है। “ ऐसे में हम अपने वैश्विक संपर्क का विस्तार करेंगे। हम व्यवसायों का विस्तार करने और प्रतिस्पर्धी कीमतों पर उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद उपलब्ध कराकर ऐसा विश्वसनीय भागीदार बनने का बड़ा अवसर देखते हैं।” भारतीय अर्थव्यवस्था में सकारात्मक रुझानों का जिक्र करते हुए श्री गोयल ने कहा “गत महीने रेलवे में हमने पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में अपने माल परिवहन को 4 प्रतिशत तक बढ़ाया। मौजूदा महीने में यह रुझान और भी बेहतर दिख रहा है। ट्रैक्टरों की बिक्री में सुधार हुआ है, बिक्री के मामले में दोपहिया और तिपहिया वाहन भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे हमें साफतौर पर एक बेहतर भविष्य दिखाई दे रहा है। यह हमारे लिए निराशा से बाहर निकलते हुए आशा और विश्वास के साथ आगे बढ़ने का समय है।” केन्द्रीय मंत्री ने कहा “हमें कमर कसते हुए उत्पादकता में सुधार लाने और लागत के हर पहलू पर नजर रखते हुए ग्राहकों का पसंदीदा आपूर्तिकर्ता बनने के लिए बेहतर समाधानों की शुरुआत करनी चाहिए।” उन्होंने कहा कि यदि उद्योग अधिक सामर्थ्य और अधिक आकर्षक तरीके अपनाता है तो कोविड के बाद के समय में शुरु होने वाले बाजार कारोबार में एसीएमए के लिए बहुत सारे अवसर खुल सकते हैं। गुणवत्ता मानकों का पूरी तरह पालने करने पर उद्योग निश्चित रूप से अधिक निर्यात प्रतिस्पर्धी बन जाएगा। उन्होंने ऑटो उद्योग के वित्तपोषण के लिए नए तरीके ढूंढ़े जाने का आह्वान भी किया।           


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